सिद्धू ने सोशल मीडिया पर शेयर की वीडियो:नवजोत बोले- सांपों के डर से जंगल नहीं छोड़े जाते, समर्थकों ने कहा-पाजी इज बैक

सिद्धू ने सोशल मीडिया पर शेयर की वीडियो:नवजोत बोले- सांपों के डर से जंगल नहीं छोड़े जाते, समर्थकों ने कहा-पाजी इज बैक

कांग्रेस पार्टी से करीब 9 महीने से दूरी बनाकर चले सीनियर नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू क्या आने वाले समय में फिर से राजनीति में एक्टिव होंगे? यह तो अभी कहा नहीं जा सकता है। लेकिन उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स इस तरह के वीडियो शेयर कर अपने इरादे साफ कर दिए हैं। उन्होंने 3 दिन में 2 इस तरह के वीडियो शेयर किए है। सिद्धू ने 3 पहले शेयर किए अपने 9 सेकेंड के वीडियो में कहा है कि फन कुचलने का हुनर सीखिए जनाब, सांपों के डर से जंगल नहीं छोड़े जाते। वहीं, एक वीडियो उन्होंने कुछ समय पहले शेयर किया है। जिसमें वह कह रहे हैं हीरे की शफा है तो अंधेरों में चमक, धूप में तो शीशा भी चमकता है। वहीं, उनकी पोस्ट पर कई लोगों ने कमेंट किए । जिसमें कुछ ने लिखा है पाजी इज बैक, तो एक न लिखा है कि भाजी आपके इलाकों को आपकी बहुत जरूरत है। जनवरी में कांग्रेस से बना ली थी दूरी नवजोत सिंह सिद्धू ने इस साल जनवरी से प्रदेश कांग्रेस से दूरी बना ली थी। वह न तो किसी कांग्रेस की मीटिंग में शामिल हुए थे, और न ही कांग्रेस के मंच पर दिखे थे। यहां तक कि लोकसभा चुनाव में भी वह पार्टी से दूर रहे । उन्होंने किसी भी उम्मीदवार के हक में प्रचार तक नहीं किया। पटियाला के सांसद डॉ. धर्मवीर गांधी ने चुनाव के समय कहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू ने उनसे वादा किया था कि वह उनके लिए प्रचार करने आएंगे। हालांकि वह उनके लिए भी प्रचार करने नहीं गए थे। वहीं, उनके करीबी रहे नेता और पूर्व प्रधान प्रधान मोहिंदर सिंह केपी शिरोमणि अकाली दल में शामिल हो गए थे। केंद्र नहीं पंजाब की राजनीति में दिलचस्पी नवजोत सिंह सिद्धू की केंद्र की राजनीति में दिलचस्पी नहीं है। वह पंजाब के लोगों की सेवा करना चाहते हैं। मार्च माह में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले वह पंजाब के तत्कालीन गवर्नर बीएल पुरोहित से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने गवर्नर से मुलाकात के बाद कहा था कि वह केंद्र नहीं पंजाब की सेवा करना चाहते हैं। उन्होंने केंद्र में मंत्री बनना होता तो वह 2014 में ही बन जाते। उस समय भाजपा उन्हें कुरुक्षेत्र से मैदान में उतार रही थी। वहीं, उन्होंने पंजाब के लिए पद छोड़ा है। दशक बाद कमेंट्री में की वापसी इसी साल 22 मार्च को नवजोत सिंह सिद्धू ने क्रिकेट में वापसी की थी। उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 में कमेंट्री शुरू की थी। लेकिन उन्होंने कुछ ही समय में लोगों का दिल जीत लिया था। उनकी कमेंट्री को सुनकर लगता ही नहीं था कि वह करीब एक दशक तक कमेंट्री से दूर रहे हैं। हालांकि इस दौरान वह अपनी पत्नी का पूरा ख्याल रखते थे। क्योंकि उनकी पत्नी कैंसर से जंग लड़ रही है। ऐसे में उनकी सेहत से जुड़ा अपडेट शेयर करते है। इसके अलावा पिछले दिनों वह परिवार के साथ घूमकर आए है। इसकी जानकारी भी उन्होंने शेयर की है। कांग्रेस पार्टी से करीब 9 महीने से दूरी बनाकर चले सीनियर नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू क्या आने वाले समय में फिर से राजनीति में एक्टिव होंगे? यह तो अभी कहा नहीं जा सकता है। लेकिन उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स इस तरह के वीडियो शेयर कर अपने इरादे साफ कर दिए हैं। उन्होंने 3 दिन में 2 इस तरह के वीडियो शेयर किए है। सिद्धू ने 3 पहले शेयर किए अपने 9 सेकेंड के वीडियो में कहा है कि फन कुचलने का हुनर सीखिए जनाब, सांपों के डर से जंगल नहीं छोड़े जाते। वहीं, एक वीडियो उन्होंने कुछ समय पहले शेयर किया है। जिसमें वह कह रहे हैं हीरे की शफा है तो अंधेरों में चमक, धूप में तो शीशा भी चमकता है। वहीं, उनकी पोस्ट पर कई लोगों ने कमेंट किए । जिसमें कुछ ने लिखा है पाजी इज बैक, तो एक न लिखा है कि भाजी आपके इलाकों को आपकी बहुत जरूरत है। जनवरी में कांग्रेस से बना ली थी दूरी नवजोत सिंह सिद्धू ने इस साल जनवरी से प्रदेश कांग्रेस से दूरी बना ली थी। वह न तो किसी कांग्रेस की मीटिंग में शामिल हुए थे, और न ही कांग्रेस के मंच पर दिखे थे। यहां तक कि लोकसभा चुनाव में भी वह पार्टी से दूर रहे । उन्होंने किसी भी उम्मीदवार के हक में प्रचार तक नहीं किया। पटियाला के सांसद डॉ. धर्मवीर गांधी ने चुनाव के समय कहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू ने उनसे वादा किया था कि वह उनके लिए प्रचार करने आएंगे। हालांकि वह उनके लिए भी प्रचार करने नहीं गए थे। वहीं, उनके करीबी रहे नेता और पूर्व प्रधान प्रधान मोहिंदर सिंह केपी शिरोमणि अकाली दल में शामिल हो गए थे। केंद्र नहीं पंजाब की राजनीति में दिलचस्पी नवजोत सिंह सिद्धू की केंद्र की राजनीति में दिलचस्पी नहीं है। वह पंजाब के लोगों की सेवा करना चाहते हैं। मार्च माह में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले वह पंजाब के तत्कालीन गवर्नर बीएल पुरोहित से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने गवर्नर से मुलाकात के बाद कहा था कि वह केंद्र नहीं पंजाब की सेवा करना चाहते हैं। उन्होंने केंद्र में मंत्री बनना होता तो वह 2014 में ही बन जाते। उस समय भाजपा उन्हें कुरुक्षेत्र से मैदान में उतार रही थी। वहीं, उन्होंने पंजाब के लिए पद छोड़ा है। दशक बाद कमेंट्री में की वापसी इसी साल 22 मार्च को नवजोत सिंह सिद्धू ने क्रिकेट में वापसी की थी। उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 में कमेंट्री शुरू की थी। लेकिन उन्होंने कुछ ही समय में लोगों का दिल जीत लिया था। उनकी कमेंट्री को सुनकर लगता ही नहीं था कि वह करीब एक दशक तक कमेंट्री से दूर रहे हैं। हालांकि इस दौरान वह अपनी पत्नी का पूरा ख्याल रखते थे। क्योंकि उनकी पत्नी कैंसर से जंग लड़ रही है। ऐसे में उनकी सेहत से जुड़ा अपडेट शेयर करते है। इसके अलावा पिछले दिनों वह परिवार के साथ घूमकर आए है। इसकी जानकारी भी उन्होंने शेयर की है।   पंजाब | दैनिक भास्कर