सिपाही ने पुलिसवालों पर फायरिंग की, गाड़ी में आग लगाई:झांसी में भाई के साथ छत से बरसाईं गोलियां; एनकाउंटर में भाई को गोली मारी

सिपाही ने पुलिसवालों पर फायरिंग की, गाड़ी में आग लगाई:झांसी में भाई के साथ छत से बरसाईं गोलियां; एनकाउंटर में भाई को गोली मारी

झांसी में सिपाही ने ही पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर दी। भाई के साथ मिलकर पुलिस की जीप में आग भी लगा दी। सिपाही अपने भाई से मकान को लेकर झगड़ा कर रहा था। सूचना पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस को देखते ही दोनों भाई भड़क गए। पुलिसकर्मियों से उलझ गए। दरोगा की वर्दी फाड़ दी। फिर दोनों ने छत से फायरिंग शुरू कर दी। पुलिसकर्मियों ने खेतों में भागकर जान बचाई। अफसरों को सूचना दी। थोड़ी देर में फोर्स मौके पर पहुंच गई, लेकिन तब तक दोनों भाइयों ने जीप में आग लगी दी। पुलिसकर्मियों ने सिपाही को घर से अरेस्ट कर लिया, लेकिन उसका भाई जंगलों की तरफ भाग गया। पुलिस उसकी तलाश करती हुई पहुंची तो उसने दोबारा फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में पुलिस ने उसके पैर में गोली मार दी। उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया है। अब सिलसिलेवार पूरी घटना बताते हैं
सिपाही सुरेंद्र यादव महोबा के कबरई थाना में तैनात है। उसका भाई योगेंद्र क्रेन चलाता है। दोनों नवाबाद थाना के पास बजरंग कॉलेज में एक मकान में रहते हैं। आगे वाले हिस्से में सुरेंद्र और पीछे वाले हिस्से में योगेंद्र रहता है। दोनों के बीच लंबे समय प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा है। गुरुवार को योगेंद्र के बच्चे का बर्थ-डे था। गुरुवार को ही सुरेंद्र यादव 10 दिन की छुट्‌टी लेकर अपने घर आया था। रात को बर्थ-डे पार्टी में दोनों भाई शामिल थे। इसी दौरान सुरेंद्र ने इनवर्टर से एक बल्व का कनेक्शन काट दिया। इसी बात को लेकर दोनों भाइयों में विवाद होने लगा। सुरेंद्र ने फोन कर पुलिस को बुलाया, फिर उग्र हुआ
विवाद बढ़ने पर सुरेंद्र यादव ने 112 पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी। तब पीआरवी मौके पर पहुंच गई। पीआरवी गाड़ी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने समझाया तो दोनों भाई उल्टा पुलिस पर भड़क गए। सूचना पर बजरंग चौकी इंचार्ज पहुंच गए। दोनों भाई उनसे भी उलझ गए और वर्दी फाड़ दी। तब तक योगेंद्र अपने सिपाही भाई की लाइसेंसी राइफल उठा लाया और फायरिंग करने लगा। इससे दहशत का माहौल हो गया। पुलिसकर्मी अगल-बगल में छुप गए। तब तक आरोपियों ने पीआरवी गाड़ी में आग लगा दी। सूचना मिलते ही एसएसपी राजेश एस 4 थानों की पुलिस को लेकर खुद मौके पर पहुंचे और पुलिस फोर्स को सावधानी बरतने के निर्देश दिए। दोनों भाइयों की ताबड़तोड़ फायरिंग से पुलिस टीम को पीछे हटना पड़ा। पुलिस पड़ोसी के घर से अंदर दाखिल हुई
एसएसपी राजेश एस ने बताया- दोनों भाई छत से ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहे थे। फायरिंग रुकने पर स्वाट टीम के 2 सिपाही पड़ोसी के घर से आरोपियों के घर में घुस गए। यह देखकर दोनों आरोपी पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए छत से कूदकर भागने लगे। तब पुलिस ने आरोपी सिपाही सुरेंद्र यादव को पकड़ लिया, जबकि उसका भाई योगेंद्र राइफल लेकर मेडिकल कॉलेज के जंगल में छुप गया। पुलिस की 4 टीमों ने पीछा कर जंगल में तलाश शुरू की। पुलिस टीम को आते देख आरोपी योगेंद्र ने जान से मारने की नियत से गोली चलानी शुरू कर दी। तब पुलिस टीम ने जवाबी फायरिंग की। पैर में गोली मारकर आरोपी योगेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया। घायल को मेडिकल कॉलेज में एडमिट करवाया गया है। दोनों आरोपियों के पिता भी यूपी पुलिस में दरोगा हैं। खबर लगातार अपडेट की जा रही है… झांसी में सिपाही ने ही पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर दी। भाई के साथ मिलकर पुलिस की जीप में आग भी लगा दी। सिपाही अपने भाई से मकान को लेकर झगड़ा कर रहा था। सूचना पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस को देखते ही दोनों भाई भड़क गए। पुलिसकर्मियों से उलझ गए। दरोगा की वर्दी फाड़ दी। फिर दोनों ने छत से फायरिंग शुरू कर दी। पुलिसकर्मियों ने खेतों में भागकर जान बचाई। अफसरों को सूचना दी। थोड़ी देर में फोर्स मौके पर पहुंच गई, लेकिन तब तक दोनों भाइयों ने जीप में आग लगी दी। पुलिसकर्मियों ने सिपाही को घर से अरेस्ट कर लिया, लेकिन उसका भाई जंगलों की तरफ भाग गया। पुलिस उसकी तलाश करती हुई पहुंची तो उसने दोबारा फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में पुलिस ने उसके पैर में गोली मार दी। उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया है। अब सिलसिलेवार पूरी घटना बताते हैं
सिपाही सुरेंद्र यादव महोबा के कबरई थाना में तैनात है। उसका भाई योगेंद्र क्रेन चलाता है। दोनों नवाबाद थाना के पास बजरंग कॉलेज में एक मकान में रहते हैं। आगे वाले हिस्से में सुरेंद्र और पीछे वाले हिस्से में योगेंद्र रहता है। दोनों के बीच लंबे समय प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा है। गुरुवार को योगेंद्र के बच्चे का बर्थ-डे था। गुरुवार को ही सुरेंद्र यादव 10 दिन की छुट्‌टी लेकर अपने घर आया था। रात को बर्थ-डे पार्टी में दोनों भाई शामिल थे। इसी दौरान सुरेंद्र ने इनवर्टर से एक बल्व का कनेक्शन काट दिया। इसी बात को लेकर दोनों भाइयों में विवाद होने लगा। सुरेंद्र ने फोन कर पुलिस को बुलाया, फिर उग्र हुआ
विवाद बढ़ने पर सुरेंद्र यादव ने 112 पर कॉल करके पुलिस को सूचना दी। तब पीआरवी मौके पर पहुंच गई। पीआरवी गाड़ी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने समझाया तो दोनों भाई उल्टा पुलिस पर भड़क गए। सूचना पर बजरंग चौकी इंचार्ज पहुंच गए। दोनों भाई उनसे भी उलझ गए और वर्दी फाड़ दी। तब तक योगेंद्र अपने सिपाही भाई की लाइसेंसी राइफल उठा लाया और फायरिंग करने लगा। इससे दहशत का माहौल हो गया। पुलिसकर्मी अगल-बगल में छुप गए। तब तक आरोपियों ने पीआरवी गाड़ी में आग लगा दी। सूचना मिलते ही एसएसपी राजेश एस 4 थानों की पुलिस को लेकर खुद मौके पर पहुंचे और पुलिस फोर्स को सावधानी बरतने के निर्देश दिए। दोनों भाइयों की ताबड़तोड़ फायरिंग से पुलिस टीम को पीछे हटना पड़ा। पुलिस पड़ोसी के घर से अंदर दाखिल हुई
एसएसपी राजेश एस ने बताया- दोनों भाई छत से ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहे थे। फायरिंग रुकने पर स्वाट टीम के 2 सिपाही पड़ोसी के घर से आरोपियों के घर में घुस गए। यह देखकर दोनों आरोपी पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए छत से कूदकर भागने लगे। तब पुलिस ने आरोपी सिपाही सुरेंद्र यादव को पकड़ लिया, जबकि उसका भाई योगेंद्र राइफल लेकर मेडिकल कॉलेज के जंगल में छुप गया। पुलिस की 4 टीमों ने पीछा कर जंगल में तलाश शुरू की। पुलिस टीम को आते देख आरोपी योगेंद्र ने जान से मारने की नियत से गोली चलानी शुरू कर दी। तब पुलिस टीम ने जवाबी फायरिंग की। पैर में गोली मारकर आरोपी योगेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया। घायल को मेडिकल कॉलेज में एडमिट करवाया गया है। दोनों आरोपियों के पिता भी यूपी पुलिस में दरोगा हैं। खबर लगातार अपडेट की जा रही है…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर