सिरसा एमएलए का PWD विभाग पर एक और निशाना:एक्सईएन से मांगी 2024 में करवाए कामों की लिस्ट, एसडीएम को जांच के निर्देश

सिरसा एमएलए का PWD विभाग पर एक और निशाना:एक्सईएन से मांगी 2024 में करवाए कामों की लिस्ट, एसडीएम को जांच के निर्देश

हरियाणा के सिरसा शहर के विधायक गोकुल सेतिया और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों के बीच तनातनी का खेल अभी भी जारी है। विधायक गोकुल सेतिया ने पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के एक्सईएन को पत्र लिखकर साल 2024 में करवाए गए विकास कार्यों और स्वीकृत किए गए कामों की सूची मांग ली है। एक्सईएन को यह सूची उपलब्ध करवाने के लिए तीन दिन का टाइम दिया गया है। खास बात यह है कि विधायक ने प्रत्येक कार्य का नाम, स्थान, स्वीकृत लागत, काम शुरू करने और उसके पूरे होने की तिथि तक की जानकारी मांगी है। इसके साथ ही वर्तमान में प्रगति पर चल रहे कार्यों की स्थिति की रिपोर्ट भी मांगी है। इस रिपोर्ट के मिलने के बाद विधायक इन कार्यों की समीक्षा करेंगे। गांव नेजिया की सड़क की जांच करवाने को कहा वहीं, विधायक गोकुल सेतिया ने गांव नेजिया में बनाई गई इंटरलॉकिंग रोड और नेजिया से बाजेकां गांव की पीडब्ल्यूडी बीएंडआर विभाग की ओर से बनाई गई रोड की जांच करवाने के लिए एसडीएम सिरसा व बीडीपीओ चौपटा को भी पत्र लिखा है। पत्र में विधायक ने लिखा है कि नेजिया गांव में प्रवेश करते ही फिरनी के मोड़ पर आईपीबी टाइल से सड़क का निर्माण तथा नेजिया से बाजेकां तक सड़क का निर्माण पीडब्ल्यूडी बीएंडआर विभाग द्वारा करीब एक महीने पहले करवाया गया था। मगर खेदजनक है कि निर्माण में घटिया और खराब सामग्री के उपयोग के कारण दोनों सड़क इतनी जल्दी टूटनी शुरू हो गई है। यह स्पष्ट रूप से सरकारी धन के दुरुपयोग और गैर-जिम्मेदार कार्यप्रणाली को दर्शाता है। यदि समय रहते इसकी जांच एवं उचित कार्रवाई नहीं की गई तो भविष्य में ग्रामीणों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा। इसलिए किसी राजपत्रित अधिकारी के माध्यम से इन सड़कों की सैंपलिंग करवाई जाए और प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर संबंधित ठेकेदार और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। यह है विधायक और पीडब्ल्यूडी विभाग का विवाद
सिरसा विधानसभा क्षेत्र के गांव नेजिया में टूटी सड़क की शिकायत मिलने पर 26 जनवरी की शाम को विधायक गोकुल सेतिया ने पीडब्लयूडी बीएंडआर के एसडीओ को जमकर खरी-खोटी सुनाई थी। विधायक ने जब एसडीओ को फोन किया तो उनका नंबर व्यस्त चल रहा था। कई देर विधायक को इंतजार करना पड़ गया। इससे गुस्साए विधायक ने एसडीओ से बातचीत में कहा कि आपको दिखता नहीं कॉल आ रही है। नहीं जी का क्या मतलब है। आगे से इस तरह की हरकत हुई तो देख लेना एसडीओ, कर-कुर नहीं लेंगे। बता दिया तेरे को मैंने। मैं इधर खड़ा हूं नेजिया गांव में। यहां इंटरलॉकिंग की सड़क एक महीने पहले बनी थी, अब सारी सड़क टूट गई है। आपके एरिया में है ये। चेक नहीं इसको ठेकेदार को कह देना कि मैं सारी ईंटें उठाकर चेक करवाऊंगा तो सारे फंसोगे। नेजिया में एंट्री करते ही सारी टाइलें टूटी हुई है। आपकी लुक वाली बाजेकां जा रही सड़क भी खराब हो गई। इसके ऊपर खड़े होकर ठीक करवाओ। एक हफ्ते बाद मैं दोबारा चेक करूंगा। इसके बाद एसडीओ ने जवाब में ठीक है सर कहा और इसी के साथ बातचीत पूरी हो गई। इसके बाद डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन ने 30 जनवरी को बैठक बुलाई थी। बैठक में विधायक के रवैये को लेकर नाराजगी जाहिर की गई। बाद में डीसी शांतनु शर्मा से भी एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल मिला था। हरियाणा के सिरसा शहर के विधायक गोकुल सेतिया और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों के बीच तनातनी का खेल अभी भी जारी है। विधायक गोकुल सेतिया ने पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के एक्सईएन को पत्र लिखकर साल 2024 में करवाए गए विकास कार्यों और स्वीकृत किए गए कामों की सूची मांग ली है। एक्सईएन को यह सूची उपलब्ध करवाने के लिए तीन दिन का टाइम दिया गया है। खास बात यह है कि विधायक ने प्रत्येक कार्य का नाम, स्थान, स्वीकृत लागत, काम शुरू करने और उसके पूरे होने की तिथि तक की जानकारी मांगी है। इसके साथ ही वर्तमान में प्रगति पर चल रहे कार्यों की स्थिति की रिपोर्ट भी मांगी है। इस रिपोर्ट के मिलने के बाद विधायक इन कार्यों की समीक्षा करेंगे। गांव नेजिया की सड़क की जांच करवाने को कहा वहीं, विधायक गोकुल सेतिया ने गांव नेजिया में बनाई गई इंटरलॉकिंग रोड और नेजिया से बाजेकां गांव की पीडब्ल्यूडी बीएंडआर विभाग की ओर से बनाई गई रोड की जांच करवाने के लिए एसडीएम सिरसा व बीडीपीओ चौपटा को भी पत्र लिखा है। पत्र में विधायक ने लिखा है कि नेजिया गांव में प्रवेश करते ही फिरनी के मोड़ पर आईपीबी टाइल से सड़क का निर्माण तथा नेजिया से बाजेकां तक सड़क का निर्माण पीडब्ल्यूडी बीएंडआर विभाग द्वारा करीब एक महीने पहले करवाया गया था। मगर खेदजनक है कि निर्माण में घटिया और खराब सामग्री के उपयोग के कारण दोनों सड़क इतनी जल्दी टूटनी शुरू हो गई है। यह स्पष्ट रूप से सरकारी धन के दुरुपयोग और गैर-जिम्मेदार कार्यप्रणाली को दर्शाता है। यदि समय रहते इसकी जांच एवं उचित कार्रवाई नहीं की गई तो भविष्य में ग्रामीणों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा। इसलिए किसी राजपत्रित अधिकारी के माध्यम से इन सड़कों की सैंपलिंग करवाई जाए और प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर संबंधित ठेकेदार और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। यह है विधायक और पीडब्ल्यूडी विभाग का विवाद
सिरसा विधानसभा क्षेत्र के गांव नेजिया में टूटी सड़क की शिकायत मिलने पर 26 जनवरी की शाम को विधायक गोकुल सेतिया ने पीडब्लयूडी बीएंडआर के एसडीओ को जमकर खरी-खोटी सुनाई थी। विधायक ने जब एसडीओ को फोन किया तो उनका नंबर व्यस्त चल रहा था। कई देर विधायक को इंतजार करना पड़ गया। इससे गुस्साए विधायक ने एसडीओ से बातचीत में कहा कि आपको दिखता नहीं कॉल आ रही है। नहीं जी का क्या मतलब है। आगे से इस तरह की हरकत हुई तो देख लेना एसडीओ, कर-कुर नहीं लेंगे। बता दिया तेरे को मैंने। मैं इधर खड़ा हूं नेजिया गांव में। यहां इंटरलॉकिंग की सड़क एक महीने पहले बनी थी, अब सारी सड़क टूट गई है। आपके एरिया में है ये। चेक नहीं इसको ठेकेदार को कह देना कि मैं सारी ईंटें उठाकर चेक करवाऊंगा तो सारे फंसोगे। नेजिया में एंट्री करते ही सारी टाइलें टूटी हुई है। आपकी लुक वाली बाजेकां जा रही सड़क भी खराब हो गई। इसके ऊपर खड़े होकर ठीक करवाओ। एक हफ्ते बाद मैं दोबारा चेक करूंगा। इसके बाद एसडीओ ने जवाब में ठीक है सर कहा और इसी के साथ बातचीत पूरी हो गई। इसके बाद डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन ने 30 जनवरी को बैठक बुलाई थी। बैठक में विधायक के रवैये को लेकर नाराजगी जाहिर की गई। बाद में डीसी शांतनु शर्मा से भी एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल मिला था।   हरियाणा | दैनिक भास्कर