सिरसा के गांव में चौटाला ने किया लाइब्रेरी का उद्घाटन:दिग्विजय बोले-शिक्षा देकर अगर कोई पाप किया है, तो मैं यह 100 बार करूंगा

सिरसा के गांव में चौटाला ने किया लाइब्रेरी का उद्घाटन:दिग्विजय बोले-शिक्षा देकर अगर कोई पाप किया है, तो मैं यह 100 बार करूंगा

हरियाणा के सिरसा जिले के गांव कालुआना में जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि मेरे दादा स्व.ओमप्रकाश चौटाला कहते थे कि रोजगार देकर अगर मैंने कोई पाप किया है, तो मैं 100 बार करूंगा। उन्हीं की बात को आगे बढ़ते हुए मैं कहता हूं कि शिक्षा देकर अगर मैंने कोई पाप किया है, तो यह पाप 100 बार करूंगा। दिग्विजय चौटाला गांव कालुआना में लाइब्रेरी के उद्घाटन अवसर पर ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कुछ विरोधी कहते हैं कि दिग्विजय चौटाला विधानसभा चुनाव में डबवाली से 35 हजार वोट इसलिए ले गया, क्योंकि इसने लाइब्रेरी बनवाई है। मैं पूछना चाहता हूं कि लाइब्रेरी बनवाना क्या गलत काम है। क्या शिक्षा, कलम व किताब की ताकत से बाबा साहेब का सपना पूरा करना गलत है। उन्होंने कहा कि उन कमजोर सोच के लोगों को कहूंगा कि मैं मनुवादी सोच काे छोड़िए। हम सबको मिल करके अपने इलाके को आगे बढ़ाना है। इसलिए सभी शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान जरूर दें। लाइब्रेरी बनने से युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में भी सहायता मिलेगी। पांच कंप्यूटर भिजवाऊंगा दिग्विजय चौटाला ने कहा कि वैसे मैं जिस भी लाइब्रेरी में जाता हूं, वहां 2 कंप्यूटर देता हूं। कालुआना गांव की लाइब्रेरी शानदार है, इसलिए यहां पांच कंप्यूटर भिजवाऊंगा। चौधरी देवीलाल के सपने साकार होने चाहिए। लाइब्रेरी में और भी सुविधाएं बढ़ाई जानी चाहिए ताकि हर विद्यार्थी को इसका लाभ मिल सके। हरियाणा के सिरसा जिले के गांव कालुआना में जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि मेरे दादा स्व.ओमप्रकाश चौटाला कहते थे कि रोजगार देकर अगर मैंने कोई पाप किया है, तो मैं 100 बार करूंगा। उन्हीं की बात को आगे बढ़ते हुए मैं कहता हूं कि शिक्षा देकर अगर मैंने कोई पाप किया है, तो यह पाप 100 बार करूंगा। दिग्विजय चौटाला गांव कालुआना में लाइब्रेरी के उद्घाटन अवसर पर ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कुछ विरोधी कहते हैं कि दिग्विजय चौटाला विधानसभा चुनाव में डबवाली से 35 हजार वोट इसलिए ले गया, क्योंकि इसने लाइब्रेरी बनवाई है। मैं पूछना चाहता हूं कि लाइब्रेरी बनवाना क्या गलत काम है। क्या शिक्षा, कलम व किताब की ताकत से बाबा साहेब का सपना पूरा करना गलत है। उन्होंने कहा कि उन कमजोर सोच के लोगों को कहूंगा कि मैं मनुवादी सोच काे छोड़िए। हम सबको मिल करके अपने इलाके को आगे बढ़ाना है। इसलिए सभी शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान जरूर दें। लाइब्रेरी बनने से युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में भी सहायता मिलेगी। पांच कंप्यूटर भिजवाऊंगा दिग्विजय चौटाला ने कहा कि वैसे मैं जिस भी लाइब्रेरी में जाता हूं, वहां 2 कंप्यूटर देता हूं। कालुआना गांव की लाइब्रेरी शानदार है, इसलिए यहां पांच कंप्यूटर भिजवाऊंगा। चौधरी देवीलाल के सपने साकार होने चाहिए। लाइब्रेरी में और भी सुविधाएं बढ़ाई जानी चाहिए ताकि हर विद्यार्थी को इसका लाभ मिल सके।   हरियाणा | दैनिक भास्कर