सिरसा के रामपुरा ढिल्लो में 7 जून को पत्नी की गर्दन काटकर हत्या के मामले में पुलिस जांच में जुटी है। पुलिस ने आरोपी पति को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। आरोपी से कस्सी भी बरामद की ली है, जिसने पत्नी की गर्दन काटी थी। अब परिवार में सिर्फ 2 बेटे ही बचे हैं। जिन्हें अब ननिहाल भेजने की तैयारी है। बच्चों के चाचा सुभाष ने कहा कि इस समय दोनों बेटों के पालन-पोषण की जिम्मेदारी बाकी परिवार और ननिहाल पर आ गई है। इस बारे में दोनों परिवारों के बीच बातचीत चल रही है कि बच्चे कहां रहेंगे। अपने घर या ननिहाल में। इस समय उनके घर पर रिश्तेदारों की तांता लगा है। चरित्र पर शक करता था रोहताश वहीं, मृतक महिला के मायके पक्ष के लोगों ने भी रोहताश पर आरोप लगाया कि यह उनकी बेटी माया देवी के चरित्र पर शक करता था। इसको लेकर उनका बार-बार मनमुटाव चल रहा था और झगड़ा होता था। माया ने मायके में आने पर उनको कई बार बताया है। रोहताश ने पुलिस को कॉल की थी और बोला- या लाश पड़ी, ठा लो इसनै, मैंने इसको मार दिया। या कस्सी पड़ी, यो मैं रहया, जो करना है कर लो, जहां लेकर जाना है ले चलो। उधर, गत 7 जून को नाथूसरी चौपटा थाने में पुलिस ने माया के पिता सुभाष चंद की शिकायत पर उनके दामाद रोहताश के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। सुभाष ने भी अपनी शिकायत में कहा है कि रोहताश उनकी बेटी माया के चरित्र पर शक करता था। माया के पिता की शिकायत की 3 अहम बातें… 2005 में शादी की, 2 बच्चे हुए सिरसा के मोहम्मदपुरिया गांव के रहने वाले सुभाष चंद ने नाथूसरी चौपटा थाने में शिकायत दी कि उसके 3 बच्चे हैं- माया, सुरेंद्र और विनोद। माया की शादी उसने रामपुर ढिल्लों गांव निवासी रोहताश के साथ साल 2005 में की थी। दोनों के 2 बच्चे हैं। बड़ा बेटा अजय (19) गोगामेड़ी में दुकान पर काम करता है, जबकि छोटा बेटा शिवा (10) पढ़ाई कर रहा है। दामाद रोहताश मजदूरी करता है, जबकि बेटी घर में किराने की दुकान चलाती थी। बेटी ने बताया था- पति करता है चरित्र पर शक सुभाष चंद ने आगे बताया कि बेटी माया ने उसे कई बार बताया था कि उसका पति रोहताश उसके चरित्र पर शक करता है। इसी कारण दोनों में मनमुटाव रहता था। पता चलने पर उसने बेटी-दामाद को समझाया भी था, ऐसे गृहस्थी नहीं चलती, हंसी खुशी से रहते हैं। 6 जून को बेटी माया का बड़ा बेटा अजय अपनी दुकान पर ही सो गया था, जबकि छोटा बेटा स्कूल की छुट्टियां होने के कारण बुआ के घर गया हुआ था। 7 जून को मिली सूचना, दामाद ने बेटी को मार दिया सुभाष चंद के मुताबिक, 7 जून की सुबह उसके पास पुलिस का फोन आया कि आपकी बेटी माया की हत्या कर दी गई है। आरोप आपके दामाद रोहताश पर ही लग रहा है, जो फिलहाल पुलिस की हिरासत में है। यह सुनते ही वह अपने परिजनों के साथ गांव रामपुर ढिल्लों पहुंचे, जहां उसकी बेटी की गर्दन कटी डेडबॉडी पड़ी थी। पास ही खून से सनी कस्सी भी पड़ी थी। उन्होंने कहा कि दोनों परिवार के साथ पंचायतें भी की। इसके बाद भी उनके बीच मनमुटाव की स्थिति ज्यों की त्यों रही। सिरसा के रामपुरा ढिल्लो में 7 जून को पत्नी की गर्दन काटकर हत्या के मामले में पुलिस जांच में जुटी है। पुलिस ने आरोपी पति को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। आरोपी से कस्सी भी बरामद की ली है, जिसने पत्नी की गर्दन काटी थी। अब परिवार में सिर्फ 2 बेटे ही बचे हैं। जिन्हें अब ननिहाल भेजने की तैयारी है। बच्चों के चाचा सुभाष ने कहा कि इस समय दोनों बेटों के पालन-पोषण की जिम्मेदारी बाकी परिवार और ननिहाल पर आ गई है। इस बारे में दोनों परिवारों के बीच बातचीत चल रही है कि बच्चे कहां रहेंगे। अपने घर या ननिहाल में। इस समय उनके घर पर रिश्तेदारों की तांता लगा है। चरित्र पर शक करता था रोहताश वहीं, मृतक महिला के मायके पक्ष के लोगों ने भी रोहताश पर आरोप लगाया कि यह उनकी बेटी माया देवी के चरित्र पर शक करता था। इसको लेकर उनका बार-बार मनमुटाव चल रहा था और झगड़ा होता था। माया ने मायके में आने पर उनको कई बार बताया है। रोहताश ने पुलिस को कॉल की थी और बोला- या लाश पड़ी, ठा लो इसनै, मैंने इसको मार दिया। या कस्सी पड़ी, यो मैं रहया, जो करना है कर लो, जहां लेकर जाना है ले चलो। उधर, गत 7 जून को नाथूसरी चौपटा थाने में पुलिस ने माया के पिता सुभाष चंद की शिकायत पर उनके दामाद रोहताश के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। सुभाष ने भी अपनी शिकायत में कहा है कि रोहताश उनकी बेटी माया के चरित्र पर शक करता था। माया के पिता की शिकायत की 3 अहम बातें… 2005 में शादी की, 2 बच्चे हुए सिरसा के मोहम्मदपुरिया गांव के रहने वाले सुभाष चंद ने नाथूसरी चौपटा थाने में शिकायत दी कि उसके 3 बच्चे हैं- माया, सुरेंद्र और विनोद। माया की शादी उसने रामपुर ढिल्लों गांव निवासी रोहताश के साथ साल 2005 में की थी। दोनों के 2 बच्चे हैं। बड़ा बेटा अजय (19) गोगामेड़ी में दुकान पर काम करता है, जबकि छोटा बेटा शिवा (10) पढ़ाई कर रहा है। दामाद रोहताश मजदूरी करता है, जबकि बेटी घर में किराने की दुकान चलाती थी। बेटी ने बताया था- पति करता है चरित्र पर शक सुभाष चंद ने आगे बताया कि बेटी माया ने उसे कई बार बताया था कि उसका पति रोहताश उसके चरित्र पर शक करता है। इसी कारण दोनों में मनमुटाव रहता था। पता चलने पर उसने बेटी-दामाद को समझाया भी था, ऐसे गृहस्थी नहीं चलती, हंसी खुशी से रहते हैं। 6 जून को बेटी माया का बड़ा बेटा अजय अपनी दुकान पर ही सो गया था, जबकि छोटा बेटा स्कूल की छुट्टियां होने के कारण बुआ के घर गया हुआ था। 7 जून को मिली सूचना, दामाद ने बेटी को मार दिया सुभाष चंद के मुताबिक, 7 जून की सुबह उसके पास पुलिस का फोन आया कि आपकी बेटी माया की हत्या कर दी गई है। आरोप आपके दामाद रोहताश पर ही लग रहा है, जो फिलहाल पुलिस की हिरासत में है। यह सुनते ही वह अपने परिजनों के साथ गांव रामपुर ढिल्लों पहुंचे, जहां उसकी बेटी की गर्दन कटी डेडबॉडी पड़ी थी। पास ही खून से सनी कस्सी भी पड़ी थी। उन्होंने कहा कि दोनों परिवार के साथ पंचायतें भी की। इसके बाद भी उनके बीच मनमुटाव की स्थिति ज्यों की त्यों रही। हरियाणा | दैनिक भास्कर
