हरियाणा के सिरसा में डेरा जगमालवाली के संत वकील साहब की रस्म पगड़ी आज पुलिस के कड़े पहरे में होगी। वकील साहब के निधन के बाद डेरा की गद्दी को लेकर दो पक्षों में टकराव की आशंका को लेकर हरियाणा सरकार ने सिरसा जिला में इंटरनेट सेवा बंद कर रखी है। बुधवार शाम 7 बजे के जिला में इंटरनेट सेवा बंद हो गई थी। डेरा जगमालवाली को सिरसा प्रशासन ने छावनी में तब्दील कर दिया है। सिरसा के अलावा फतेहाबाद व हिसार से पुलिस फोर्स सिरसा बुलाई गई है। इनकी तैनाती डेरा जगमालवाली के चारों तरफ कर दी गई है। आज संत वकील साहब की रसम पगड़ी के अवसर पर हरियाणा,पंजाब व राजस्थान के अलावा देश के अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में भक्तजन आ रहे हैं। सिरसा प्रशासन को आशंका है कि डेरा की गद्दी को लेकर अपना दावा कर रहे दो पक्षों के बीच टकराव हो सकता है। सीआईडी दोनों पक्षों पर पैनी नजर रखे हुए है। प्रशासन के पास रिपोर्ट है कि अगर दोनों पक्षों में टकराव हुआ तो सिरसा जिला में भारी हिंसा हो सकती है। इसलिए ही पूरे जिला जिला में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है, ताकि किसी प्रकार की अफवाह न फैले। हरियाणा के सिरसा में डेरा जगमालवाली के संत वकील साहब की रस्म पगड़ी आज पुलिस के कड़े पहरे में होगी। वकील साहब के निधन के बाद डेरा की गद्दी को लेकर दो पक्षों में टकराव की आशंका को लेकर हरियाणा सरकार ने सिरसा जिला में इंटरनेट सेवा बंद कर रखी है। बुधवार शाम 7 बजे के जिला में इंटरनेट सेवा बंद हो गई थी। डेरा जगमालवाली को सिरसा प्रशासन ने छावनी में तब्दील कर दिया है। सिरसा के अलावा फतेहाबाद व हिसार से पुलिस फोर्स सिरसा बुलाई गई है। इनकी तैनाती डेरा जगमालवाली के चारों तरफ कर दी गई है। आज संत वकील साहब की रसम पगड़ी के अवसर पर हरियाणा,पंजाब व राजस्थान के अलावा देश के अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में भक्तजन आ रहे हैं। सिरसा प्रशासन को आशंका है कि डेरा की गद्दी को लेकर अपना दावा कर रहे दो पक्षों के बीच टकराव हो सकता है। सीआईडी दोनों पक्षों पर पैनी नजर रखे हुए है। प्रशासन के पास रिपोर्ट है कि अगर दोनों पक्षों में टकराव हुआ तो सिरसा जिला में भारी हिंसा हो सकती है। इसलिए ही पूरे जिला जिला में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है, ताकि किसी प्रकार की अफवाह न फैले। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में बीच सड़क पर महिला की पिटाई:देवरानी ने 2 युवकों संग रास्ता में रोका, CCTV सामने आया, भतीजी को छीनकर ले गए
हरियाणा में बीच सड़क पर महिला की पिटाई:देवरानी ने 2 युवकों संग रास्ता में रोका, CCTV सामने आया, भतीजी को छीनकर ले गए हरियाणा के पानीपत शहर के कुटानी रोड पहलवान चौक पर दिनदहाड़े सरेआम एक महिला की लाठी-डंडों से पिटाई की गई। महिला ई-रिक्शा में सवार होकर अपने पार्लर जा रही थी। रास्ते में उसकी देवरानी 2 युवकों के साथ बाइक पर पहुंची। यहां उसका रास्ता रोक लिया गया। इसके बाद उसे लाठी-डंडों से बार-बार पीटा गया। मौके पर लोगों की भीड़ बढ़ती देख आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस सीसीटीवी के आधार पर मामले की जांच कर रही है। सबसे पहले देखिए घटना से जुड़ी 4 तस्वीरें… देवर का पत्नी से कोर्ट केस
किला थाना पुलिस को दी शिकायत में रश्मि ने बताया कि वह कुटानी रोड की रहने वाली है। वार्ड 11 चुंगी पर उसका ब्यूटी पार्लर है। पानीपत के जगदीश नगर निवासी उसके देवर सत्येंद्र का अपनी पत्नी पूजा से कोर्ट केस चल रहा है। पूजा अपने 2 बच्चों को छोड़कर सत्येंद्र से अलग रहती है। सत्येंद्र अपनी बहन सोमवती के घर विकास नगर में रहता है। देवर की ढाई साल की बेटी जानवी उनके घर आई हुई थी। बाइक पर आए थे आरोपी
11 नवंबर को वह जानवी के साथ ई-रिक्शा पर पार्लर जा रही थी। रास्ते में जब वह पहलवान चौक पर पहुंची तो पूजा दो लड़कों के साथ बाइक पर वहां आई। इनमें एक संदीप नाम का युवक था। वहां तीनों ने उसका रास्ता रोक लिया। इसके बाद पूजा ने जानवी को उसके हाथ से छीन लिया। जबकि उसके साथ आए दो युवकों ने उस पर डंडों से हमला कर दिया। बीच सड़क पर उसे बुरी तरह पीटा। शोर सुनकर स्थानीय लोग वहां एकत्र हो गए। जिसके बाद तीनों वहां से भाग गए। जाते समय जान से मारने की धमकी भी दी।
रोहतक में NHM कर्मचारियों ने एकसाथ कराया मुंडन:कल सार्वजनिक स्थलों पर मांगेंगे भीख, नियमित किए जाने की मांग, 18 दिन से हड़ताल पर
रोहतक में NHM कर्मचारियों ने एकसाथ कराया मुंडन:कल सार्वजनिक स्थलों पर मांगेंगे भीख, नियमित किए जाने की मांग, 18 दिन से हड़ताल पर रोहतक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया और विरोध स्वरूप मुंडन करवाया। NHM कर्मचारी पक्का करने सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलन करते आ रहे हैं। सोमवार को सार्वजनिक रूप से मुंडन करने का फैसला लिया गया। साथ ही कहा कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो महिलाएं भी अपना मुंडन करवाएंगी। हालांकि आज केवल पुरुषों में ही मुंडन करवाया है। पक्का करवाने के लिए बाल दान किए हैं। उन्होंने कहा कि वे विरोध स्वरूप 13 अगस्त को सार्वजनिक स्थानों पर भीख मांगेंगे। एनएचएम कर्मचारी संघ के जिला प्रधान डॉ. अंकित फोगाट ने कहा कि वे अपनी मांगों को लेकिन पिछले 18 दिन से हड़ताल पर हैं। सरकार के साथ भी वार्ता की, लेकिन सरकार की ओर से कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाए गए। इसलिए उन्होंने पूरे प्रदेश में मुंडन करवाने का फैसला लिया गया है। फिलहाल पुरुषों ने मुंडन करवाया है। अगर मांग नहीं मानी तो महिलाएं भी मुंडन करवाएंगी। हड़ताल के चलते स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हैं। इसलिए सरकार उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करे। कर्मचारियों को नियमित करे सरकार
डॉ. अंकित फोगाट ने कहा कि उनकी एक ही मांग है कि सभी कर्मचारियों को नियमित किया जाए। सरकार उन्हें इधर-उधर की बातों में उलझाने का प्रयास ना करे। सरकार ने 2018 में जो बायलॉज दिए थे, वह छीनने का काम कर रही है। कोरोना काल में दोगुना वेतन देने की बात कही थी, लेकिन कर्मचारियों ने अपनी सिंगल सेलरी में काम किया। कोरोना काम में उन्हें सम्मानित किया गया था, लेकिन अब उनकी मांगों को नहीं माना जा रहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 18 हजार से अधिक एनएचएम के कर्मचारी हैं। अगर सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तो आने वाले विधानसभा चुनाव में सबक सिखाने का काम करेंगे। वहीं अगर सरकार मांगों को पूरा करती है तो भाजपा को फिर से जिताने का काम करेंगे। वहीं मांगों को लेकर आगे भी आंदोलन जारी रखेंगे।
हार पर सैलजा से सहमत पूर्व मंत्री:बीरेंद्र सिंह बोले- सिर्फ टिकट वाले कार्यकर्ता हो गए, जिसे नहीं मिला, वह गुट बन गया
हार पर सैलजा से सहमत पूर्व मंत्री:बीरेंद्र सिंह बोले- सिर्फ टिकट वाले कार्यकर्ता हो गए, जिसे नहीं मिला, वह गुट बन गया हरियाणा में कांग्रेस की हार के कारणों पर चल रहा घमासान थम नहीं रहा है। अब पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने हार का ठीकरा संगठन न होने पर फोड़ दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में ऐसे कार्यकर्ता हो गए जो सिर्फ टिकट चाहते थे। अगर संगठन होता तो पदाधिकारी और कार्यकर्ता पार्टी से बाहर नहीं जाते। इससे पहले कुमारी सैलजा भी संगठन न होने को लेकर सवाल खड़े कर चुकी हैं। हालांकि पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने हार का ठीकरा EVM पर फोड़ा है। हुड्डा ने तो इसकी जांच न होने पर कोर्ट तक जाने की बात कही है। कांग्रेस की हार पर बीरेंद्र सिंह की 3 अहम बातें 1. संगठन होता तो गुटबाजी कमजोर पड़ जाती
बीरेंद्र सिंह ने कहा कि हरियाणा में संगठन नहीं था। संगठन हो तो गुटबाजी की सोच भी ढीली पड़ जाती है। संगठन का पदाधिकारी या कार्यकर्ता हो तो वह पार्टी से बाहर जाने के बारे में 10 बार सोचेगा कि जाऊं या न जाऊं। 2. सिर्फ टिकट वाले कार्यकर्ता गुट में बदल जाते हैं
जब कोई यह सोचे कि मैं सिर्फ कार्यकर्ता हूं, बस टिकट मिल जाए। टिकट मिले तो आप कार्यकर्ता हो और न मिले तो आपका कांग्रेस की कार्यशैली और अनुशासन से कोई ताल्लुक नहीं। फिर वह गुट में बदल जाता है। 3. कांग्रेस की हवा थी, वोट परसेंट में सिर्फ 0.9% का अंतर
बीरेंद्र सिंह ने सीएम नायब सैनी के कांग्रेस पर किए कटाक्ष हवा में रहने वालों के हवा में रह जाने पर कहा कि जो रिजल्ट आया है, उससे तो वे यही कहेंगे। मगर, ऐसा है नहीं। वोट % में 0.9% का फर्क है। BJP छोड़कर कांग्रेस में आए बीरेंद्र सिंह के बेटे भी चुनाव हार गए
बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह 2019 के चुनाव में हिसार से BJP की टिकट पर सांसद चुने गए थे। हालांकि इस बार हरियाणा में कांग्रेस का माहौल देख लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने पार्टी बदल ली। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें लोकसभा टिकट नहीं दी। हालांकि वह उचाना सीट से विधानसभा टिकट पाने में कामयाब रहे। यहां उनका मुकाबला भाजपा के देवेंद्र अत्री से था। हालांकि मतगणना के बाद बृजेंद्र महज 32 वोटों से भाजपा उम्मीदवार से चुनाव हार गए। हार पर कांग्रेस में अलग-अलग बातें राहुल गांधी ने कहा- नेताओं के इंटरेस्ट पार्टी से ऊपर हो गए
हरियाणा चुनाव में माहौल के बावजूद हार हुई तो राहुल गांधी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें राहुल गांधी ने हार की वजह पर कहा कि हमारे नेताओं के इंटरेस्ट पार्टी के इंटरेस्ट से ऊपर हो गए। सैलजा ने कहा था- संगठन बहुत जरूरी
चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद सैलजा रोहतक आईं थी। उनसे पूछा गया कि भूपेंद्र हुड्डा कहते थे कि संगठन की जरूरत नहीं, कार्यकर्ता ही सब कुछ है। इस पर सैलजा ने कह कि मैंने पहले से ही कहा है कि संगठन होना बहुत जरूरी है। कार्यकर्ता को पहचान संगठन से मिलती है। चाहे मेरा कार्यकाल रहा हो या उसके बाद, संगठन नहीं बन पाया। स्टेट लेवल से लेकर जिला और ब्लॉक लेवल तक भी संगठन नहीं बना। सबसे महत्वपूर्ण है कि हमारे ब्लॉक और बूथ तक मजबूत हों, यह बहुत जरूरी था। जिले और राज्य में हमारे कार्यक्रम होते हैं। यह एक कमी है। जिसका मुझे भी मलाल रहा। हमारे सभी उम्मीदवारों को भी इसकी कमी खली होगी। हुड्डा ने कहा- कहीं मानव मशीन से न हार जाए
भूपेंद्र हुड्डा और उनके ही करीबी प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने प्रदेश की 20 सीटों की मतगणना में EVM में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि 99% चार्ज EVM से भाजपा जीती और 60-70% वाली से कांग्रेस को लीड मिली। उन्होंने इसकी शिकायत चुनाव आयोग कर जांच की मांग की थी। इसको लेकर हुड्डा ने कहा कि आयोग के जवाब का इंतजार कर रहे हैं। फिर हम कोर्ट जाएंगे। ऐसा न हो कि मानव मशीन से हार जाए। कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी में गुटबाजी-भीतरघात आई
चुनाव में हार को लेकर कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल और राजस्थान के विधायक हरीश चौधरी की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई थी। जिन्होंने प्रदेश में हारे 52 कांग्रेस नेताओं और एक CPM उम्मीदवार से अकेले-अकेले बात की। इसमें ज्यादा उम्मीदवारों ने हार की वजह गुटबाजी बताई। उन्होंने ये भी कहा कि जिन्हें टिकट नहीं मिला, उन्होंने अंदरखाते वोट विरोधियों को डलवाए या फिर हमें वोट न देने के लिए कहा। कुछ उम्मीदवारों ने EVM पर भी जरूर शक जाहिर किया था।