हिमाचल प्रदेश में आज और कल मानसून थोड़ा कमजोर रहेगा। मगर 10 अगस्त को फिर से भारी बारिश का पूर्वानुमान है। भारी बारिश का अलर्ट कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन व सिरमौर जिला को दिया गया है। मौसम विभाग की माने तो ऊना, बिलासपुर, कागंड़ा, सोलन और सिरमौर जिले के कुछेक स्थानों पर आज हल्की बारिश हो सकती है। अन्य जिलों में आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे या हल्की बूंदाबांदी होगी। मानसून सीजन में नॉर्मल से 30% कम बरसात प्रदेश में पूरे मानसून सीजन के दौरान नॉर्मल से 30 प्रतिशत कम बारिश हुई है। एक जून से 7 अगस्त तक प्रदेश में 425.4 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है, लेकिन इस बार 298.6 मिलीमीटर बादल बरसे है। प्रदेश में 214 सड़कें बंद प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान हुई तेज बारिश से 214 सड़कें वाहनों के लिए बंद पड़ी है। मंडी को कुल्लू से जोड़ने वाला हाईवे भी 9 मील के पास बंद हो गया है। इससे स्थानीय लोगों सहित कुल्लू-मनाली पहुंचने वाले पर्यटकों को भी हाईवे बहाल होने तक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। शिमला जोन में 83 सड़कें, मंडी जोन में 68, हमीरपुर जोन में 48 और कांगड़ा जोन में 14 सड़कें बंद पड़ी है। 97 घर जमींदोज प्रदेश में इस मानसून सीजन के दौरान 97 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके है,जबकि 193 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इस मानसून सीजन में 787 करोड़ रुपए की चल व अचल संपत्ति भी भारी बारिश की भेंट चढ़ी है। हिमाचल प्रदेश में आज और कल मानसून थोड़ा कमजोर रहेगा। मगर 10 अगस्त को फिर से भारी बारिश का पूर्वानुमान है। भारी बारिश का अलर्ट कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन व सिरमौर जिला को दिया गया है। मौसम विभाग की माने तो ऊना, बिलासपुर, कागंड़ा, सोलन और सिरमौर जिले के कुछेक स्थानों पर आज हल्की बारिश हो सकती है। अन्य जिलों में आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे या हल्की बूंदाबांदी होगी। मानसून सीजन में नॉर्मल से 30% कम बरसात प्रदेश में पूरे मानसून सीजन के दौरान नॉर्मल से 30 प्रतिशत कम बारिश हुई है। एक जून से 7 अगस्त तक प्रदेश में 425.4 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है, लेकिन इस बार 298.6 मिलीमीटर बादल बरसे है। प्रदेश में 214 सड़कें बंद प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान हुई तेज बारिश से 214 सड़कें वाहनों के लिए बंद पड़ी है। मंडी को कुल्लू से जोड़ने वाला हाईवे भी 9 मील के पास बंद हो गया है। इससे स्थानीय लोगों सहित कुल्लू-मनाली पहुंचने वाले पर्यटकों को भी हाईवे बहाल होने तक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। शिमला जोन में 83 सड़कें, मंडी जोन में 68, हमीरपुर जोन में 48 और कांगड़ा जोन में 14 सड़कें बंद पड़ी है। 97 घर जमींदोज प्रदेश में इस मानसून सीजन के दौरान 97 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके है,जबकि 193 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इस मानसून सीजन में 787 करोड़ रुपए की चल व अचल संपत्ति भी भारी बारिश की भेंट चढ़ी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल विधानसभा की कार्यवाही 21 घंटे चली:अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया बोले- सरकार ने दिए 243 प्रश्नों के उत्तर, 1020 बच्चों के मिले आवेदन
हिमाचल विधानसभा की कार्यवाही 21 घंटे चली:अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया बोले- सरकार ने दिए 243 प्रश्नों के उत्तर, 1020 बच्चों के मिले आवेदन हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बताया कि हिमाचल की चौदहवीं विधानसभा का सातवां सत्र सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह शीतकालीन सत्र 18 दिसंबर को शुरू हुआ और 21 दिसंबर को समाप्त हुआ। इस सत्र में कुल चार बैठकों का आयोजन किया गया, जिनकी कार्यवाही लगभग 21 घंटे 20 मिनट तक चली। मीडिया से बात करते हुए विधानसभ अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बताया कि, सत्ता पक्ष ने 9 घंटे 30 मिनट और विपक्ष ने 8 घंटे 30 मिनट तक सार्थक चर्चा की। पठानिया ने बताया कि 20 दिसंबर को गैर-सरकारी सदस्य कार्य दिवस के रूप में निर्धारित किया गया था, जिसमें नियम 101 के तहत तीन गैर-सरकारी संकल्प प्रस्तुत किए गए। इनमें से एक संकल्प वापस लिया गया, एक संकल्प पर चर्चा आगामी सत्र में की जाएगी और एक संकल्प पर समय की कमी के कारण चर्चा नहीं हो सकी। राष्ट्रीय ई-विधान एप्लिकेशन का शुभारंभ उन्होंने बताया कि, इस सत्र के दौरान राष्ट्रीय ई-विधान एप्लिकेशन (नेवा) का शुभारंभ किया गया, जिसका दूरगामी प्रभाव होगा। इसके अलावा, ऐतिहासिक शून्य काल की भी शुरुआत हुई, जिसमें पहला प्रश्न लाहौल-स्पीति की महिला विधायक अनुराधा राणा द्वारा पूछा गया। शून्य काल में कुल 26 विषयों को उजागर किया गया। सत्र के दौरान कुल 188 तारांकित और 55 अतारांकित प्रश्नों के उत्तर सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए। नियम 61 के तहत दो, नियम 62 के तहत तीन विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई और सदस्यों ने बहुमूल्य सुझाव दिए। नियम 102 के तहत एक सरकारी संकल्प को पारित किया गया और नियम 130 के तहत दो विषयों पर सार्थक चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त, 14 सरकारी विधेयकों को भी पारित किया गया। विशेष उल्लेख के माध्यम से छह विषय सभा में उठाए गए और सरकार ने सदस्यों को वस्तुस्थिति से अवगत कराया। सभा की समितियों के 26 प्रतिवेदन भी प्रस्तुत किए गए। इस कैलेंडर वर्ष में कुल 27 बैठकें आयोजित की गईं। पिछले सत्र में 11 बैठकों का आयोजन हुआ था, जिनकी कार्यवाही 53 घंटे चली थी और उत्पादकता 96 प्रतिशत रही थी। बच्चों ने देखी कार्यवाही शीतकालीन सत्र को देखने के लिए 1020 बच्चों ने आवेदन किया था, जिन्हें पास जारी कर कार्यवाही देखने का अवसर प्रदान किया गया। विधानसभा सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही को सौहार्दपूर्ण वातावरण में संचालित करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने अपने भरसक प्रयास किए। उन्होंने सदन के नेता, माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर का आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चल सकी। इसके साथ ही, उन्होंने माननीय उपमुख्यमंत्री और संसदीय कार्यमंत्री का भी धन्यवाद किया, जिन्होंने सदन में दोनों पक्षों के बीच बेहतर समन्वय बनाए रखा।
हिमाचल प्रदेश में सितंबर माह में बढ़ी गर्मी:अधिकतर शहरों में सामान्य से ज्यादा तापमान, ऊना में बना सर्वाधिक 35℃
हिमाचल प्रदेश में सितंबर माह में बढ़ी गर्मी:अधिकतर शहरों में सामान्य से ज्यादा तापमान, ऊना में बना सर्वाधिक 35℃ हिमाचल प्रदेश में बीते 2-3 दिनों से मौसम साफ बना हुआ है। प्रदेश भर में धूप खिलती हुई नजर आ रही है। इस बीच हिमाचल प्रदेश में मौसम सितंबर माह में तापमान लोगों के पसीने छुड़ा रहा है। प्रदेश के अधिकतर स्थानों पर तापमान में उछाल आया है। ऊना में सर्वाधिक 35℃ सेल्सियस तापमान बना हुआ है। सहित प्रदेश के कई शहरों में तापमान सामान्य से ज्यादा IMD द्वारा जारी आंकड़ो के अनुसार बीते दिनों खिली चटक धूप के बाद तापमान में उछाल आया है। प्रदेश के कई बड़े शहरों में तापमान सामान्य से ज्यादा बने हुए है। जिसमें शिमला में 2.9 ℃ अधिक, सुन्दर नगर में 2.7, भुंतर में 4.4 , कल्पा में 3.7, धर्मशाला 3, ऊना में 1.9, केलांग में 8.1, सोलन में 3.4, मनाली में 2.5, बिलासपुर में सामान्य से 3.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। कहां कितना है तापमान आईएमडी द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार चंबा में 33, केलांग में 26.1 धर्मशाला में 30, कांगड़ा में 33.4 मनाली में 26.6 भुंतर में 34.6 सैंज में 30.8 ताबो में 34.7, कल्पा में 25, मंडी में 32 ऊना में 35, जुब्बड़हट्टी में 27.6, नाहन में 29.3 शिमला में 26, सोलन में 31.3 और कसौली में 24.7 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है। 25 सितंबर तक मौसम रहेगा साफ वहीं मौसम विज्ञान केंद्र ने आगामी 25 सितंबर तक मौसम के साफ़ बने रहने का पूर्व अनुमान लगाया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला का यह पूर्वानुमान है कि 24 सितंबर तक मौसम साफ बना रहेगा। 25 सितंबर को प्रदेश में मौसम करवट बदलेगा। जिसके लिए मौसम विज्ञान केंद्र ने 25 सितंबर को बारिश का येलो अलर्ट भी प्रदेश के मध्य पर्वतीय जिले जिसमें मंडी, कुल्लू शिमला, चम्बा, और कांगड़ा जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। इस इस दौरान इन जिलों में बारिश हो सकती है।
SP बद्दी मामले में गृह-सचिव और DGP को नोटिस:हाईकोर्ट ने अधिकारियों से मांगा स्पष्टीकरण; याचिका में इल्मा अफरोज को जल्द एसपी लगाने का आग्रह
SP बद्दी मामले में गृह-सचिव और DGP को नोटिस:हाईकोर्ट ने अधिकारियों से मांगा स्पष्टीकरण; याचिका में इल्मा अफरोज को जल्द एसपी लगाने का आग्रह हिमाचल हाईकोर्ट ने SP बद्दी इल्मा अफरोज की तत्काल नियुक्ति को लेकर दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य के गृह सचिव व डीजीपी को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। न्यायाधीश विवेक सिंह ठाकुर और न्यायाधीश राकेश कैंथला की खंडपीठ ने याचिकाकर्ता सुचा सिंह द्वारा दायर याचिका की प्रारंभिक सुनवाई के पश्चात यह आदेश शुक्रवार को जारी किए। सुचा सिंह ने इस मामले में हाईकोर्ट से आग्रह किया कि इल्मा अफरोज की जल्द बद्दी में तैनाती की जाए। इल्मा की तैनाती से बद्दी की आम जनता कानून के हाथों सुरक्षित महसूस करेगी। क्षेत्र में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी ड्रग माफियाओं और खनन माफियाओं के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित हो पाएगी। प्रार्थी बोला-इल्मा ने कानून का राज स्थापित किया प्रार्थी ने कोर्ट को बताया कि बद्दी, बरोटीवाला और नालागढ़ में ड्रग माफिया और खनन माफिया अवैध कार्य करने के आदी हैं। यहां पर पुलिस इन ड्रग माफिया और खनन माफियाओं के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई शुरू करने में विफल रही है। जब से इल्मा को SP बद्दी लगाया गया। तब से क्षेत्र में उन्होंने कानून के राज को लागू किया था। इल्मा ने एनजीटी द्वारा जारी सभी निर्देशों के साथ-साथ हिमाचल हाईकोर्ट द्वारा पारित सभी आदेशों को लागू किया। ड्रग माफिया और खनन माफियाओं के खिलाफ की कार्रवाई प्रार्थी का कहना है कि उन्होंने ड्रग माफिया और खनन माफियाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की। उपर्युक्त क्षेत्र के आम लोगों ने पहली बार खुद को कानून के हाथों सुरक्षित और संरक्षित महसूस किया। प्रार्थी का कहना है कि नवंबर में आम जनता ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू से भी अनुरोध किया कि इल्मा को बद्दी में पुलिस अधीक्षक के रूप में काम करने की अनुमति दी जाए। मगर आज तक मुख्यमंत्री के साथ-साथ प्रतिवादी अधिकारी आवश्यक कार्रवाई करने में विफल रहे। हाईकोर्ट के आदेशों की वजह से ट्रांसफर नहीं कर पाए प्रार्थी ने 9 सितंबर 2024 के हाईकोर्ट के आदेशों का हवाला भी दिया जिसमें कोर्ट ने एक आपराधिक मामले की जांच के लिए इल्मा पर भरोसा जताया था। प्रार्थी का आरोप है कि जब से इल्मा अफरोज अवकाश पर चली गईं, तब से उक्त क्षेत्र की पुलिस ने पुनः अपनी कार्यशैली व योजना बदल दी। इसके मद्देनजर उक्त क्षेत्र की पुलिस ने आम जनता पर बिना किसी गलती के अत्याचार, मारपीट व लूटपाट शुरू कर दी। प्रार्थी ने कोर्ट में कुछ खबरों का हवाला देते हुए कहा कि इन खबरों से स्पष्ट रूप से पता चलता है कि पुलिस द्वारा बद्दी, बरोटीवाला व नालागढ़ क्षेत्रों में अराजकता व अराजकता फैलाई गई है। प्रार्थी ने अदालत को बताया कि हाईकोर्ट के आदेशों की वजह से सरकार इल्मा का तबादला नहीं कर पाई। इसलिए उन्हें लंबी छुट्टी पर भेज दिया। प्रार्थी का कहना है कि इल्मा अफरोज की उक्त क्षेत्र में तैनाती से पूर्व बद्दी, बरोटीवाला और नालागढ़ में खनन माफिया सभी अवैध गतिविधियां कर रहे थे, क्योंकि जिला सोलन जिले की सीमा पंजाब और हरियाणा से लगती है। प्रार्थी का कहना है कि बद्दी, बरोटीवाला और नालागढ़ व आसपास के क्षेत्रों में 43 स्टोन क्रशर है। ज्यादातर अवैध खनन कर रहे हैं। इल्मा ने इन पर लगाम कसी है। 16 दिसंबर से पुलिस मुख्यालय में दे रही सेवाएं बता दें कि इल्मा अफरोज स्थानीय विधायक से टकराव के बाद लंबी छुट्टी पर चली गई थी। बीते 16 दिसंबर को उन्होंने जाइन जरूर किया है। मगर वह अभी पुलिस मुख्यालय में ही तैनात है। वह बद्दी एसपी के तौर पर जाइनिंग के लिए उच्च अधिकारियों के आदेशों का इंतजार कर रही है। इसे लेकर अब एक जनहित याचिका हाईकोर्ट में दायर की गई है।