सिरसा में हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) में नौकरी लगवाने का झांसा देकर गोरीवाला व रिसालिया खेड़ा गांव के दो युवकों से 1 लाख 18 हजार की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। डीएसपी डबवाली की जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने गांव रिसालियाखेड़ा निवासी कृष्ण व बनवाला निवासी नवीन (जो कि हिसार में रहता है) के खिलाफ धोखाधड़ी करने का केस दर्ज किया है। गांव गोरीवाला निवासी दिनेश और गांव रिसालियाखेड़ा निवासी भूपेंद्र सिंह ने एक शिकायत पुलिस को दर्ज करवाई थी। डीएसपी ने मामले की जांच की। इससे पता चला कि भूपेंद्र 12वीं पास है। गांव रिसालिया खेड़ा के कृष्ण कुमार ने उसे नौकरी लगवाने का भरोसा दिलाते हुए 1 लाख रुपए की मांग की थी। उसने बनवाला निवासी नवीन के खाते में 84 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए थे। कृष्ण कुमार सीडीएलयू सिरसा में कमरा लेकर रहता है। वहीं दिनेश बीए पास है। दिनेश ने उससे 34 हजार 700 रुपए मांगे थे। 23 दिसंबर को नवीन के खाते में राशि ट्रांसफर की थी। जांच अधिकारी को दिए बयान में भूपेंद्र तथा दिनेश ने बताया कि नवीन खुद को एचकेआरएन के पंजीकरण कार्यालय में अधिकारी बताता था। आरोपी कहते थे कि अगर वे नौकरी नहीं दिलवा पाए तो डेढ़ गुना रकम वापस करेंगे। लेकिन उनको न नौकरी मिली और न ही मूल रकम उनको वापस की गई। दोनों आरोपियों ने सिक्योरिटी के नाम पर उक्त राशि हड़प ली। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। सिरसा में हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) में नौकरी लगवाने का झांसा देकर गोरीवाला व रिसालिया खेड़ा गांव के दो युवकों से 1 लाख 18 हजार की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। डीएसपी डबवाली की जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने गांव रिसालियाखेड़ा निवासी कृष्ण व बनवाला निवासी नवीन (जो कि हिसार में रहता है) के खिलाफ धोखाधड़ी करने का केस दर्ज किया है। गांव गोरीवाला निवासी दिनेश और गांव रिसालियाखेड़ा निवासी भूपेंद्र सिंह ने एक शिकायत पुलिस को दर्ज करवाई थी। डीएसपी ने मामले की जांच की। इससे पता चला कि भूपेंद्र 12वीं पास है। गांव रिसालिया खेड़ा के कृष्ण कुमार ने उसे नौकरी लगवाने का भरोसा दिलाते हुए 1 लाख रुपए की मांग की थी। उसने बनवाला निवासी नवीन के खाते में 84 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए थे। कृष्ण कुमार सीडीएलयू सिरसा में कमरा लेकर रहता है। वहीं दिनेश बीए पास है। दिनेश ने उससे 34 हजार 700 रुपए मांगे थे। 23 दिसंबर को नवीन के खाते में राशि ट्रांसफर की थी। जांच अधिकारी को दिए बयान में भूपेंद्र तथा दिनेश ने बताया कि नवीन खुद को एचकेआरएन के पंजीकरण कार्यालय में अधिकारी बताता था। आरोपी कहते थे कि अगर वे नौकरी नहीं दिलवा पाए तो डेढ़ गुना रकम वापस करेंगे। लेकिन उनको न नौकरी मिली और न ही मूल रकम उनको वापस की गई। दोनों आरोपियों ने सिक्योरिटी के नाम पर उक्त राशि हड़प ली। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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अंबाला में सरपंच की डंडे से पिटाई:चुनाव रंजिश में पहले भी कर चुके हमले; नालों की सफाई का कार्य देखने गया था हरियाणा के अंबाला जिले में चुनावी रंजिश के चलते कुछ ग्रामीणों ने सरपंच पर हमला कर दिया। सरपंच गांव में नालों की सफाई का काम देखने के लिए गया था। मामला नग्गल पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले गांव मस्तपुर का है। पुलिस ने सरपंच की शिकायत पर 2 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गांव मस्तपुर के सरपंच बलजिंदर सिंह ने बताया कि 19 जून की शाम को वह पंचायत द्वारा कराई जा रही नालों की सफाई देने के लिए गया था। यहां पहले से गुरजेंट सिंह व ओमप्रकाश मिले, जिनके हाथ में डंडे थे। देखते ही उसके ऊपर हमला बोल दिया। वह नीचे जमीन पर गिर गया और हमलावर उसे मारते रहे। जब गांव के अन्य लोग आने लगे तो हमलावर मौके से फरार हो गए। सरपंच ने बताया कि आरोपी सरपंची के चुनाव के समय से ही उससे रंजिश रखे हुए है। आरोपी पहले भी उसके ऊपर हमला बोल चुके हैं। नग्गल थाने की पुलिस ने अब सरपंच की शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ धारा 323, 325, 506 व 34 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हरियाणा सरकार पर अल्पमत का खतरा:निर्दलीय MLA के निधन के बाद बढ़ा संकट; 44 के बहुमत की जगह BJP के पास 42 विधायक
हरियाणा सरकार पर अल्पमत का खतरा:निर्दलीय MLA के निधन के बाद बढ़ा संकट; 44 के बहुमत की जगह BJP के पास 42 विधायक हरियाणा में गुरुग्राम के निर्दलीय विधायक के निधन से BJP सरकार पर अल्पमत का संकट गहरा गया है। गुरुग्राम की बादशाहपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का कल (25 मई) को निधन हो गया। हरियाणा विधानसभा में मौजूदा वक्त में कुल बहुमत का आंकड़ा 44 का है लेकिन भाजपा सरकार के पास अब 42 ही विधायकों का समर्थन बचा है। ऐसे में विपक्षी फिर सरकार को फ्लोर टेस्ट करवाने के लिए घेर सकते हैं। कांग्रेस और JJP पहले ही गवर्नर को लेटर लिखकर नायब सैनी सरकार के बहुमत साबित करने की मांग कर चुकी है। पहले हरियाणा विधानसभा का पूरा अंकगणित जानिए.. हरियाणा विधानसभा में मौजूदा स्थिति क्या है?
हरियाणा विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं। करनाल से मनोहर लाल खट्टर और रानियां से निर्दलीय रणजीत चौटाला के इस्तीफे के बाद 88 विधायक बचे थे। इसके बाद बादशाहपुर से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का निधन हो गया। ऐसे में अब कुल विधायक 87 रह गए हैं और बहुमत का आंकड़ा 44 का हो गया है। अल्पमत की चर्चा कैसे शुरू हुई?
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर को सीएम की कुर्सी से हटाकर लोकसभा टिकट दे दी। उनकी जगह नायब सैनी सीएम बनाए गए। उन्हें भाजपा के 41, हलोपा के 1 और 6 निर्दलीय समेत 48 विधायकों का समर्थन मिला था। हालांकि पहले खट्टर और फिर सरकार के समर्थन वाले रणजीत चौटाला ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद लोकसभा चुनाव के बीच 3 निर्दलीय विधायकों धर्मपाल गोंदर, रणधीर गोलन और सोमबीर सांगवान ने समर्थन वापस ले लिया। जिसके बाद सरकार के पास 43 विधायकों का समर्थन बचा। अब सरकार के साथ कितने विधायक बचे?
खट्टर के इस्तीफे के बाद भाजपा के पास अपने 40 विधायक हैं। इसके अलावा उन्हें हलोपा के गोपाल कांडा और निर्दलीय नैनपाल रावत का समर्थन प्राप्त है। विपक्षी दलों की क्या स्थिति है?
हरियाणा में कांग्रेस के पास 30 विधायक हैं। इसके अलावा जजपा के 10 और इनेलो का एक विधायक है। 4 निर्दलीय भी अब सरकार के विपक्ष में हैं। भाजपा के 42 के मुकाबले पूरे विपक्ष में 45 विधायक हो गए हैं। हालांकि जजपा की ओर से अपने 2 विधायक जोगीराम सिहाग और राम निवास के विरुद्ध स्पीकर को दल-बदल विरोधी कानून के अंतर्गत याचिका दी गई है, जिसमें दोनों की सदस्यता समाप्त करने की मांग की गई है। अगर यह मंजूर हुआ तो भी विपक्ष के पास ज्यादा विधायक होंगे। सैनी चुनाव जीते तो फिर सरकार और विपक्ष बराबर हो जांएगे
इसमें एक और दिलचस्प स्थिति 4 जून को बनेगी। सीएम नायब सैनी खट्टर की जगह करनाल से विधानसभा उपचुनाव लड़ रहे हैं। अगर वह सीट जीत जाते हैं तो फिर सत्ता पक्ष के पास 43 विधायक हो जाएंगे। अगर जजपा के 2 विधायकों की सदस्यता रद्द हो जाती है तो फिर पक्ष और विपक्ष, दोनों बराबर हो जाएंगे। क्या हरियाणा में सरकार गिरने का खतरा है?
फिलहाल ऐसा नहीं है। सीएम नायब सैनी की सरकार ने ढ़ाई महीने पहले ही 13 मार्च को बहुमत साबित किया। जिसके बाद 6 महीने तक फिर अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जाता। इतना समय बीतने के बाद अक्टूबर-नवंबर में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। फिर ऐसी मांग की जरूरत नहीं रहेगी।
फरीदाबाद में 500 ऑटो चालकों के चालान काटे:चेकिंग में वर्दी पहनने नहीं मिले, डीसीपी बोली- नियमों का उल्लंघन करने पर हुई कार्रवाई
फरीदाबाद में 500 ऑटो चालकों के चालान काटे:चेकिंग में वर्दी पहनने नहीं मिले, डीसीपी बोली- नियमों का उल्लंघन करने पर हुई कार्रवाई हरियाणा के जिले फरीदाबाद में यातायात पुलिस ने ऑटो चालकों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर वर्दी नहीं पहनने वाले ऑटो चालकों के चालान काटे हैं। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि डीसीपी ट्रैफिक ऊषा के निर्देशानुसार फरीदाबाद पुलिस द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले ऑटो चालकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। यातायात नियमों व सड़क सुरक्षा के बारे में ऑटो चालकों और ड्राइवर यूनियन को लगातार जागरूक किया जा रहा है परंतु कुछ ऑटो चालक यातायात नियमों का पालन नहीं करते। फरीदाबाद पुलिस का लगातार प्रयास रहता है कि शहरवासियों को सड़क दुर्घटनाओं से बचाया जा सके और यात्री सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच सके। इसी के तहत यातायात पुलिस द्वारा 500 ऑटो चालकों के चालान काटे गए हैं। इसके साथ यातायात पुलिस ने ऑटो चालकों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक भी किया।