हरियाणा के सिरसा में गांव खारिया में अपने दोस्तों के साथ मेले में गए 11 वर्षीय किशोर को उसके साथियों ने नशीला पदार्थ खिला दिया। किशोर की हालत बिगड़ गई और उसे अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा। रानियां थाना पुलिस ने किशोर के पिता का बयान दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस माले में छानबीन कर रही है। अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जानकारी के अनुसार खारिया निवासी रामनिवास मजदूरी करता है। राम निवास का कहना है कि उसका 11 वर्षीय बेटा विवेक छठी कक्षा में पढ़ता है। 17 जुलाई को विवेक व उसकी कक्षा में पढ़ने वाले तीन अन्य युवक गांव में ही मृंगानाश बाबा का मेला देखने गए थे। दोपहर 2 बजे विवेक घर आया तो अपना सिर पकड़कर बैठ गया। राम निवास का कहना है कि जब उसने विवेक को देखा तो उसके मुंह से झाग निकल रही थी। इसके बाद वह अपने बेटे को तुरंत डॉक्टर के पास ले गया। बेटे की तबीयत ज्यादा खराब होने पर वह उसे सीएचसी रानियां में ले गया। यहां पर विवेक को होश आया तो उसने बताया कि उसकी कक्षा में पढ़ने वाले तीन दोस्तों के साथ वह मेले में गया था। यहां उन्होंने उसे बिस्कुट पर कोई चीज लगाकर खिलाई थी। राम निवास का कहना है कि उसे शक है कि विवेक के दोस्तों ने उसे नशीला पदार्थ खिलाया था। इसके बाद डॉक्टरों ने विवेक को सीएचसी रानियां से सिरसा सिविल हॉस्पिटल रेफर कर दिया। यहां भी विवेक की तबीयत ठीक नहीं हुई वे तो उसे सिरसा के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ले जाया गया। रानिया थाना के जांच अधिकारी गगनदीप सिंह का कहना है कि राम निवास के बयान पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस पता लगा रही है कि कहीं आरोपी भी नाबालिग तो नहीं हैं। हरियाणा के सिरसा में गांव खारिया में अपने दोस्तों के साथ मेले में गए 11 वर्षीय किशोर को उसके साथियों ने नशीला पदार्थ खिला दिया। किशोर की हालत बिगड़ गई और उसे अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा। रानियां थाना पुलिस ने किशोर के पिता का बयान दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस माले में छानबीन कर रही है। अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जानकारी के अनुसार खारिया निवासी रामनिवास मजदूरी करता है। राम निवास का कहना है कि उसका 11 वर्षीय बेटा विवेक छठी कक्षा में पढ़ता है। 17 जुलाई को विवेक व उसकी कक्षा में पढ़ने वाले तीन अन्य युवक गांव में ही मृंगानाश बाबा का मेला देखने गए थे। दोपहर 2 बजे विवेक घर आया तो अपना सिर पकड़कर बैठ गया। राम निवास का कहना है कि जब उसने विवेक को देखा तो उसके मुंह से झाग निकल रही थी। इसके बाद वह अपने बेटे को तुरंत डॉक्टर के पास ले गया। बेटे की तबीयत ज्यादा खराब होने पर वह उसे सीएचसी रानियां में ले गया। यहां पर विवेक को होश आया तो उसने बताया कि उसकी कक्षा में पढ़ने वाले तीन दोस्तों के साथ वह मेले में गया था। यहां उन्होंने उसे बिस्कुट पर कोई चीज लगाकर खिलाई थी। राम निवास का कहना है कि उसे शक है कि विवेक के दोस्तों ने उसे नशीला पदार्थ खिलाया था। इसके बाद डॉक्टरों ने विवेक को सीएचसी रानियां से सिरसा सिविल हॉस्पिटल रेफर कर दिया। यहां भी विवेक की तबीयत ठीक नहीं हुई वे तो उसे सिरसा के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ले जाया गया। रानिया थाना के जांच अधिकारी गगनदीप सिंह का कहना है कि राम निवास के बयान पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस पता लगा रही है कि कहीं आरोपी भी नाबालिग तो नहीं हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में बंदूक के बल पर अपहरण और लूट:कमरे में ले जाकर उखाड़े सिर के बाल, जान से मारने की दी धमकी
करनाल में बंदूक के बल पर अपहरण और लूट:कमरे में ले जाकर उखाड़े सिर के बाल, जान से मारने की दी धमकी हरियाणा के करनाल में एक व्यक्ति को बंदूक को नोंक पर अगवा कर लिया गया। पीड़ित अपनी गाड़ी में दवाई लेने के लिए मेडिकल स्टोर पर जा रहा था। आरोपियों ने पीड़ित को एक सुनसान कमरे में लेकर जाकर उसके साथ मारपीट की और उसके सिर पर वीट क्रीम लगाकर उसके बाल उखाड़ दिए। इसके साथ ही पीड़ित के गले से सोने की चेन और 2500 रुपए भी छीन लिए। आधे घंटे तक मारपीट करने के बाद आरोपियों ने पीड़ित को धमकी दी कि अगर उसने पुलिस को कोई शिकायत दी तो उसे जान से मार देंगे। जिसके बाद आरोपियों ने उसे घर से कुछ दूर छोड़ दिया। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कल शाम को गया था दवा लेने करनाल के शिव कॉलोनी निवासी पीड़ित राजेंद्र बुधवार की शाम अपनी गाड़ी में सवार होकर दवाई लेने जा रहा था। हरियाणा पब्लिक स्कूल के पास रास्ते में बोलेरो गाड़ी में बैठे आरोपियों ने उसे रोककर जबरदस्ती गाड़ी में बैठा लिया। बंदूक की नोक पर उसे सुनसान जगह पर ले जाकर मारपीट की और उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। घटना में कुल छह आरोपी शामिल थे, जिनमें तीन लोगों को वह जानता है। सुनसान कमरे में ले जाकर चेन और पैसे लूटे राजिंद्र ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि जब उसे गाड़ी में बैठाया और उसे सुनसान जगह पर ले गए। जहां आरोपियों ने उसकी सोने की चेन और 2500 रुपए लूट लिए। इसके बाद आरोपियों ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया और उसकी छाती पर बंदूक तान कर बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, आरोपियों ने जबरदस्ती उसके कपड़े उतरवाकर सिर पर ‘वीट क्रीम’ लगाकर उसके बाल उखाड़ दिए और पूरी घटना की वीडियो बनाई। उसे करीब 30 मिनट तक उसे बेरहमी से पीटा गया। वीडियो बनाकर किया ब्लैकमेल मारपीट के दौरान आरोपियों ने राजेंद्र की वीडियो भी बनाई और धमकी दी कि अगर उसने इस घटना की पुलिस में शिकायत की, तो उसे जान से मार दिया जाएगा। आरोपियों ने उसे डराने-धमकाने के बाद सुनसान इलाके में छोड़ दिया। जांच अधिकारी प्रदीप ने बताया कि राजेंद्र ने अपने साथ हुई मारपीट और अपहरण की शिकायत दी है। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
हरियाणा में हार पर कांग्रेस में घमासान:कैप्टन बोले- राज बब्बर की जगह मैं लड़ता तो राव इंद्रजीत को 1 लाख वोटों से हराता
हरियाणा में हार पर कांग्रेस में घमासान:कैप्टन बोले- राज बब्बर की जगह मैं लड़ता तो राव इंद्रजीत को 1 लाख वोटों से हराता हरियाणा की गुरुग्राम लोकसभा सीट से कांग्रेस की हार के बाद पूर्व मंत्री व कांग्रेस OBC मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन अजय यादव ने पार्टी पर हमला बोला है। यहां से उम्मीदवार रहे राज बब्बर को बीच में लेते हुए कैप्टन ने कहा है कि अगर उन्हें टिकट दी जाती तो भाजपा उम्मीदवार राव इंद्रजीत सिंह को कम से कम एक लाख वोटों से हराते। कैप्टन ने बुधवार को कहा है कि भाजपा उम्मीदवार का गुरुग्राम सीट के ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छा प्रभाव था। वहीं, उन्होंने वोट मांगे प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर। इससे वह मजबूत थे। दूसरी ओर कांग्रेस उम्मीदवार को टाइम ही नहीं मिला प्रचार के लिए। उन्हें करीब 6 महीने पहले यहां लाना चाहिए था। फिर भी वह बहुत बढ़िया चुनाव लड़े। जातीय समीकरण उनके साथ नहीं था
कैप्टन ने कहा कि राज बब्बर और स्थानीय कार्यकर्ता बादशाहपुर और गुरुग्राम में ठीक से मैनेजमेंट नहीं कर पाए। इसलिए, उन्हें हार का सामना करना पड़ा। अजय यादव कहते हैं कि समय कम होने के कारण ऐसा हुआ है। जातीय समीकरण भी उनके साथ नहीं थे। कैप्टन ने कहा, ‘भिवानी-महेंद्रगढ़ से राव दान सिंह भी अच्छा चुनाव लड़े हैं, लेकिन अगर किरण चौधरी को वहां से टिकट दिया होता और मुझे यहां (गुरुग्राम) से टिकट दिया होता तो आसानी से जीत सकते थे। वहीं, करनाल में जो उम्मीदवार (दिव्यांशु बुद्धिराजा) था, वह तो मुकाबला ही नहीं कर पाया।’ मैं होता तो यादवों के वोट भी मुझे मिलते
बाकी अगर मुझे टिकट मिलता तो मुझे पता था कि कहां जाना है, क्या करना है। यहां के जातीय समीकरण को मैं जानता हूं। इसमें राज बब्बर की कोई गलती नहीं है। यह चूक तो उन्हें टिकट दिलाने वालों की है। फिर भी मैं राज बब्बर को राव इंद्रजीत सिंह को बधाई देता हूं। दोनों ही अच्छा चुनाव लड़े। उन्होंने बताया कि गुरुग्राम लोकसभा सीट से पंजाबियों से जितने वोट प्रतिशत की उम्मीद थी, उतना नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि अगर मैं होता तो तकरीबन 40 से 45 प्रतिशत वोट यादवों के भी मिलते। मोदी की एंटी इनकंबेंसी में जीत जरूर मिलती
कैप्टन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि इंडी गठबंधन ने बहुत बढ़िया चुनाव लड़ा। मोदी कहते थे मैं अकेला सब पर भारी। उन्होंने मंगलसूत्र पर टिप्पणी की, मुसलमानों पर टिप्पणी की, राम मंदिर पर बुलडोजर चढ़ाने का जिक्र किया, मुजरा शब्द का इस्तेमाल किया। इन सभी बयानों का खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा है। कैप्टन ने कहा कि जिस तरह से मोदी की एंटी इनकंबेंसी दिख रही थी, ऐसे में अगर वह होते तो जरूर जीत दर्ज करते।
लोकसभा चुनाव हारने के बाद JJP को बड़ा झटका:सोनीपत से लोकसभा प्रत्याशी भूपेंद्र मलिक और चेयरमैन रहे पवन खरखौदा BJP में शामिल
लोकसभा चुनाव हारने के बाद JJP को बड़ा झटका:सोनीपत से लोकसभा प्रत्याशी भूपेंद्र मलिक और चेयरमैन रहे पवन खरखौदा BJP में शामिल हरियाणा में लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद जननायक जनता पार्टी (JJP) को चुनावी नतीजे आने के एक सप्ताह बाद के अंदर दो बड़े झटके लगे हैं। सोनीपत से JJP के उम्मीदवार रहे भूपेंद्र मलिक और खरखोदा विधानसभा सीट से जेजेपी उम्मीदवार रहे पूर्व चेयरमैन पवन खरखौदा ने पार्टी को अलविदा कहकर BJP ज्वाइन कर ली है। दोनों नेता चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अगुवाई में भाजपा में शामिल हुए हैं। दोनों नेताओं ने मतगणना के अगले ही दिन जजपा के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था।
भूपेंद्र सिंह मलिक ने सोनीपत से हाल ही में लोकसभा का चुनाव लड़ा था और उनकी जमानत जब्त हो गई थी। भूपेंद्र मलिक को चुनाव में 7820 वोट मिले थे। वह करीब 540862 वोटों से कांग्रेस के सतपाल ब्रह्मचारी से हारे थे। इस चुनाव में वह पांचवें नंबर पर रहे। कांग्रेस से JJP में आए थे भूपेंद्र मलिक बता दें कि भूपेंद्र मलिक इससे पहले कांग्रेस में थे। उन्होंने वर्ष 2019 में जजपा का दामन थामकर विधानसभा चुनाव लड़ा था। वो तीसरे स्थान पर रहे थे। गांव भैंसवाल कलां निवासी भूपेंद्र मलिक का पैतृक गांव बरोदा विधानसभा में हैं। वर्तमान में वह परिवार के साथ गोहाना में पार्क रोड पर रहते हैं। कांग्रेस में रहते हुए उनके व उनके परिवार के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के परिवार के साथ नजदीकी संबंध थे। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उनको मार्केट कमेटी गोहाना का चेयरमैन बनाया था। भूपेंद्र मलिक ने वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बरोदा सीट पर टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस छोड़ दी थी। हरियाणा में 10 सीटों पर जमानत नहीं बचा पाई JJP
हरियाणा में इनेलो पार्टी से अलग होकर बनी जननायक जनता पार्टी (JJP) इन दिनों बुरे दौर से गुजर रही है। 2019 में सत्ता की चाबी हाथ में लेकर चलने वाली JJP को हरियाणा के लोकसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ी और 10 की 10 लोकसभा सीटों पर ना केवल हार हुई बल्कि जमानत भी जब्त हो गई।
जजपा का वोट शेयर पूरे हरियाणा में 0.87 प्रतिशत रहा, जो बसपा और इनेलो से भी कम है। पूरे हरियाणा में पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। यह हाल तब रहा जब हरियाणा में उप मुख्यमंत्री पद जैसे कई बड़े विभाग JJP के पास थे। जजपा के प्रदेशाध्यक्ष छोड़ चुके हैं पार्टी आपको बता दें कि हरियाणा में लोकसभा चुनाव से पहले JJP में बगावत शुरू हो गई थी। प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह भी पार्टी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वहीं इसके अलावा जजपा की राष्ट्रीय महासचिव और नारनौल नगर परिषद की चेयरपर्सन कमलेश सैनी ने भी इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद JJP की प्रदेश महासचिव रेखा शाक्य ने भी पार्टी को अलविदा कर दिया था। वहीं JJP प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र लेगा ने भी चुनाव से पहले पार्टी को गुड-बाय बोल दिया था। फतेहाबाद में पार्टी की प्रदेश महिला सचिव ममता कटारिया सहित अनेक नेता पार्टी को पूर्व में अलविदा कर चुके हैं। जजपा की सभी इकाइयां हो चुकी भंग जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने अपनी सभी प्रमुख इकाइयों भंग हो चुकी है। जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला ने पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श के बाद तीन दिन पहले महत्वपूर्ण निर्णय लिया था। जेजेपी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी, प्रदेश कार्यकारिणी, सभी जिला और हलका स्तर की कार्यकारिणी को तुरंत प्रभाव से भंग कर दिया है। हरियाणा के अलावा अन्य राज्यों की कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को भी उनके पदों से मुक्त कर दिया गया है। अब जेजेपी जल्द ही नए पदाधिकारियों की घोषणा करेगी। जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला ने कहा कि जेजेपी अपने संगठन में बदलाव कर नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेगी।