सिरसा में CM कार्यक्रम के दौरान DSP जितेंद्र राणा द्वारा पूर्व राज्यपाल के बेटे को मंच से हटाने और अब डीएसपी के माफी मांगने पर JJP नेता दिग्विजय चौटाला के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा है। पूर्व सीएम अखिलेश ने टविट में लिखा कि भाजपाई एक कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी से ऑन कैमरा माफी मंगवाकर क्या पुलिस का मनोबल नहीं तोड़ रहे हैं। यह निंदनीय है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी पुलिस अफसर को गुंडई स्टाइल में बैठाकर माफी मांगने पर मजबूर किया गया हो। ये पुलिस का मोरल गिराने वाली घटना है। डीजीपी को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं, दिग्विजय के बयान पर BJP नेता एवं पूर्व सीएम के ओएसडी जगदीश चोपड़ा के बेटे अमन चोपड़ा भड़क गए। उन्होंने चौटाला परिवार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जब आप लोगों की सरकार होती थी, तो पता नहीं क्या-क्या किया करते थे। जनता सब जानती है। अमन चोपड़ा ने कहा कि ये भाजपा के संस्कारी वर्कर हैं, जिन्होंने एक टेबल पर विवाद सुलझा दिया। दिग्विजय को नसीहत देते हुए कहा कि पहले अपने बयान पर विचार करें। यहां से शुरू हुआ भाजपा- DSP विवाद बता दें कि रविवार 27 अप्रैल को सीएम नायब सैनी सिरसा में थे। उनको नशे के खिलाफ निकाली जा रही साइकिल यात्रा को रवाना करना था। उड़ीसा के पूर्व राज्यपाल गणेशी लाल के बेटे मनीष सिंगला साइक्लोथॉन यात्रा में आए थे। यहां CM नायब सैनी चीफ गेस्ट थे। इस दौरान ड्यूटी पर मौजूद DSP जितेंद्र राणा ने मनीष सिंगला को सीएम के मंच से हाथ पकड़कर बाहर निकाल दिया था। जब फोन कराना चाहा तो उनकी एक न सुनी। यह विवाद चर्चाओं में आ गया। इसके बाद यह मामला विवादों में आ गया। इसके बाद सोमवार को डीएसपी ने भाजपा नेता के साथ सोफे पर बैठ कर इस प्रकरण पर माफी मांगी। इसको लेकर जो वीडियो सामने आया हे, उसमें लग रहा है कि DSP ‘माफीनामा’ पढ़ रहे हैं। अफसर से माफी मंगवाना गलत : चौटाला
जननायक जनता पार्टी (JJP) के महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ता को प्रोटोकॉल में न होने की कारण से मंच से नीचे उतार दिया गया। इस एवज में एक माफीनामा हुआ है। हरियाणा प्रदेश के इतिहास में आपने और मैंने ये पहली बार देखा होगा कि किसी गजटेट या रिस्पेक्टड ऑफिसर को माफीनामा मांगा गया, माफी मंगाई गई और बैठाकर गुंडई स्टाइल में उनसे माफी मंगवाई गई। चौटाला बोले कि पुलिस एक एथिक मोरल और क्रेज का सर्विस है, उसकी एक जिम्मेवारी है। आज ये इस तरह की घटना, एक अफसर से माफी मंगवाना, जबकि वो गलत नहीं है। मेरी नजरों में सही नहीं है, क्या आपकी नजरों में भी होगा। क्यो ये गलत नहीं है। पुलिस के मोरल को गिरने नहीं देंगे
चौटाला बोले कि अगर वो आने वाले समय में और भी गलत करेंगे तो पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाएगी। मैं अपनी राय दे रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि डायरेक्ट पुलिस ऑफ जनरल हरियाणा प्रदेश इस पर कार्रवाई करेंगे और पुलिस के मोरल को गिरने नहीं देंगे। आप क्या किया करते थे, वो सबको पता है
वहीं भाजपा नेता एवं पूर्व सीएम के ओएसडी जगदीश चोपड़ा के बेटे अमन चोपड़ा ने वीडियो जारी कहा कि अभी इस प्रकरण पर दिग्विजय चौटाला ने बयान है। माननीय चौटाला जी मै अधिक शब्दों में बात नहीं कहना चाहता। जब आप लोगों की सरकार होती थी तो आप क्या किया करते थे। अमन बोले कि अब यहां पुलिस का मनोबल तोड़ने की बात कर रहे हैं। आप पता नहीं क्या-क्या करते थे। अपने मुख से ये बयान नहीं करना चाहता। जनता सब जानती है। आप अफसरों के साथ क्या किया जाते थे। भाजपा नेता ने बड़ी शालीनता से इसे स्वीकारा
अमन बोले कि यह भारतीय जनता पार्टी के संस्कारी कार्यकर्ता है, जिन्होंने एक टेबल पर बैठकर कल के सारे प्रकरण को समझाया। यदि किसी ने गलती की तो खेद प्रकट किया और सामने वाले ने बड़ी शालीनता से उसकी बात को स्वीकार किया। आप यूथ का आइकॉन बनते हैं। आप के मुख से ऐसी बात सुनकर हजम नहीं हुई, बिलकुल हजम नहीं हुई। आप विचार जरूर कीजिए, आपने क्या अब कहा है। सिरसा में CM कार्यक्रम के दौरान DSP जितेंद्र राणा द्वारा पूर्व राज्यपाल के बेटे को मंच से हटाने और अब डीएसपी के माफी मांगने पर JJP नेता दिग्विजय चौटाला के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा है। पूर्व सीएम अखिलेश ने टविट में लिखा कि भाजपाई एक कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी से ऑन कैमरा माफी मंगवाकर क्या पुलिस का मनोबल नहीं तोड़ रहे हैं। यह निंदनीय है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी पुलिस अफसर को गुंडई स्टाइल में बैठाकर माफी मांगने पर मजबूर किया गया हो। ये पुलिस का मोरल गिराने वाली घटना है। डीजीपी को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं, दिग्विजय के बयान पर BJP नेता एवं पूर्व सीएम के ओएसडी जगदीश चोपड़ा के बेटे अमन चोपड़ा भड़क गए। उन्होंने चौटाला परिवार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जब आप लोगों की सरकार होती थी, तो पता नहीं क्या-क्या किया करते थे। जनता सब जानती है। अमन चोपड़ा ने कहा कि ये भाजपा के संस्कारी वर्कर हैं, जिन्होंने एक टेबल पर विवाद सुलझा दिया। दिग्विजय को नसीहत देते हुए कहा कि पहले अपने बयान पर विचार करें। यहां से शुरू हुआ भाजपा- DSP विवाद बता दें कि रविवार 27 अप्रैल को सीएम नायब सैनी सिरसा में थे। उनको नशे के खिलाफ निकाली जा रही साइकिल यात्रा को रवाना करना था। उड़ीसा के पूर्व राज्यपाल गणेशी लाल के बेटे मनीष सिंगला साइक्लोथॉन यात्रा में आए थे। यहां CM नायब सैनी चीफ गेस्ट थे। इस दौरान ड्यूटी पर मौजूद DSP जितेंद्र राणा ने मनीष सिंगला को सीएम के मंच से हाथ पकड़कर बाहर निकाल दिया था। जब फोन कराना चाहा तो उनकी एक न सुनी। यह विवाद चर्चाओं में आ गया। इसके बाद यह मामला विवादों में आ गया। इसके बाद सोमवार को डीएसपी ने भाजपा नेता के साथ सोफे पर बैठ कर इस प्रकरण पर माफी मांगी। इसको लेकर जो वीडियो सामने आया हे, उसमें लग रहा है कि DSP ‘माफीनामा’ पढ़ रहे हैं। अफसर से माफी मंगवाना गलत : चौटाला
जननायक जनता पार्टी (JJP) के महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ता को प्रोटोकॉल में न होने की कारण से मंच से नीचे उतार दिया गया। इस एवज में एक माफीनामा हुआ है। हरियाणा प्रदेश के इतिहास में आपने और मैंने ये पहली बार देखा होगा कि किसी गजटेट या रिस्पेक्टड ऑफिसर को माफीनामा मांगा गया, माफी मंगाई गई और बैठाकर गुंडई स्टाइल में उनसे माफी मंगवाई गई। चौटाला बोले कि पुलिस एक एथिक मोरल और क्रेज का सर्विस है, उसकी एक जिम्मेवारी है। आज ये इस तरह की घटना, एक अफसर से माफी मंगवाना, जबकि वो गलत नहीं है। मेरी नजरों में सही नहीं है, क्या आपकी नजरों में भी होगा। क्यो ये गलत नहीं है। पुलिस के मोरल को गिरने नहीं देंगे
चौटाला बोले कि अगर वो आने वाले समय में और भी गलत करेंगे तो पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाएगी। मैं अपनी राय दे रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि डायरेक्ट पुलिस ऑफ जनरल हरियाणा प्रदेश इस पर कार्रवाई करेंगे और पुलिस के मोरल को गिरने नहीं देंगे। आप क्या किया करते थे, वो सबको पता है
वहीं भाजपा नेता एवं पूर्व सीएम के ओएसडी जगदीश चोपड़ा के बेटे अमन चोपड़ा ने वीडियो जारी कहा कि अभी इस प्रकरण पर दिग्विजय चौटाला ने बयान है। माननीय चौटाला जी मै अधिक शब्दों में बात नहीं कहना चाहता। जब आप लोगों की सरकार होती थी तो आप क्या किया करते थे। अमन बोले कि अब यहां पुलिस का मनोबल तोड़ने की बात कर रहे हैं। आप पता नहीं क्या-क्या करते थे। अपने मुख से ये बयान नहीं करना चाहता। जनता सब जानती है। आप अफसरों के साथ क्या किया जाते थे। भाजपा नेता ने बड़ी शालीनता से इसे स्वीकारा
अमन बोले कि यह भारतीय जनता पार्टी के संस्कारी कार्यकर्ता है, जिन्होंने एक टेबल पर बैठकर कल के सारे प्रकरण को समझाया। यदि किसी ने गलती की तो खेद प्रकट किया और सामने वाले ने बड़ी शालीनता से उसकी बात को स्वीकार किया। आप यूथ का आइकॉन बनते हैं। आप के मुख से ऐसी बात सुनकर हजम नहीं हुई, बिलकुल हजम नहीं हुई। आप विचार जरूर कीजिए, आपने क्या अब कहा है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
