सिरसा में SHO- ASI लाइन हाजिर:लॉ स्टूडेंट्स को पीटने का आरोप; जिप्सी में बैठाकर सुनसान जगह छोड़ा

सिरसा में SHO- ASI लाइन हाजिर:लॉ स्टूडेंट्स को पीटने का आरोप; जिप्सी में बैठाकर सुनसान जगह छोड़ा

सिरसा में सीडीएलयू के लॉ स्टूडेंट्स की पिटाई के मामले में एसपी विक्रांत भूषण ने सिविल लाइन थाने के SHO दिनकर और ASI अवतार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया दिया। स्टूडेंट्स का आरोप कि पुलिस कर्मी जिप्सी में ले गए और उन्हें सुनसान जगह छाड़ दिया था। जिला बार एसोसिएशन के सदस्य अभिराग अरोड़ा समेत अन्य लॉ स्टूडेंट्स ने 16 दिसंबर को सिविल लाइन सिरसा के पुलिस कर्मियों के व्यवहार पर रोष जताते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश वाणी गोपाल शर्मा के नाम ज्ञापन दिया था। जिसके बाद मंगलवार को एसपी ने एक्शन लिया। ये है पूरा मामला ज्ञापन में बताया था कि 5 दिसंबर की रात करीब साढ़े 12 बजे वे बस स्टैंड से सीडीएलयू लाइब्रेरी की ओर पढ़ने जा रहे थे। तभी सिविल लाइन थाना एसएचओ ने बस स्टैंड के सामने उन्हें रोक लिया। पुलिस कर्मियों के मुंह से शराब की दुर्गंध आ रही थी। पुलिस कर्मियों ने उन्हें पहचान पत्र दिखाने के लिए कहा, तो उन्होंने आई कार्ड दिखा दिए। इस पर एएसआई ने उन्हें गलत संबोधन किया। एएसआई ने गर्दन से पकड़कर धक्का मारा। विरोध करने पर एसएचओ ने अन्य पुलिस कर्मियों को उन्हें जिप्सी में डालने के लिए कहा। धक्के मारते हुए जिप्सी में बैठाया लॉ स्टूडेंट्स ने ज्ञापन में बताया कि पुलिस कर्मियों ने उनके साथी निर्मल सिंह को चार-पांच थप्पड़ मारे, जबकि एएसआई ने को पीटना शुरू कर दिया। पुलिस कर्मियों ने एक ओर जिप्सी बुला ली और सभी को धक्के मारते हुए जिप्सी में भर लिया। चेतावनी देकर सुनसान जगह छोड़ा उन्होंने कहा कि कुछ छात्रों का 5 दिसंबर की सुबह को पेपर था, इसलिए उन्होंने जिप्सी में पुलिस कर्मियों के पैर पकड़कर छोड़ने की गुहार लगाई। इसके बाद पुलिस कर्मियों ने उन्हें चेतावनी देते हुए सुनसान जगह पर उतार दिया था। सिरसा में सीडीएलयू के लॉ स्टूडेंट्स की पिटाई के मामले में एसपी विक्रांत भूषण ने सिविल लाइन थाने के SHO दिनकर और ASI अवतार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया दिया। स्टूडेंट्स का आरोप कि पुलिस कर्मी जिप्सी में ले गए और उन्हें सुनसान जगह छाड़ दिया था। जिला बार एसोसिएशन के सदस्य अभिराग अरोड़ा समेत अन्य लॉ स्टूडेंट्स ने 16 दिसंबर को सिविल लाइन सिरसा के पुलिस कर्मियों के व्यवहार पर रोष जताते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश वाणी गोपाल शर्मा के नाम ज्ञापन दिया था। जिसके बाद मंगलवार को एसपी ने एक्शन लिया। ये है पूरा मामला ज्ञापन में बताया था कि 5 दिसंबर की रात करीब साढ़े 12 बजे वे बस स्टैंड से सीडीएलयू लाइब्रेरी की ओर पढ़ने जा रहे थे। तभी सिविल लाइन थाना एसएचओ ने बस स्टैंड के सामने उन्हें रोक लिया। पुलिस कर्मियों के मुंह से शराब की दुर्गंध आ रही थी। पुलिस कर्मियों ने उन्हें पहचान पत्र दिखाने के लिए कहा, तो उन्होंने आई कार्ड दिखा दिए। इस पर एएसआई ने उन्हें गलत संबोधन किया। एएसआई ने गर्दन से पकड़कर धक्का मारा। विरोध करने पर एसएचओ ने अन्य पुलिस कर्मियों को उन्हें जिप्सी में डालने के लिए कहा। धक्के मारते हुए जिप्सी में बैठाया लॉ स्टूडेंट्स ने ज्ञापन में बताया कि पुलिस कर्मियों ने उनके साथी निर्मल सिंह को चार-पांच थप्पड़ मारे, जबकि एएसआई ने को पीटना शुरू कर दिया। पुलिस कर्मियों ने एक ओर जिप्सी बुला ली और सभी को धक्के मारते हुए जिप्सी में भर लिया। चेतावनी देकर सुनसान जगह छोड़ा उन्होंने कहा कि कुछ छात्रों का 5 दिसंबर की सुबह को पेपर था, इसलिए उन्होंने जिप्सी में पुलिस कर्मियों के पैर पकड़कर छोड़ने की गुहार लगाई। इसके बाद पुलिस कर्मियों ने उन्हें चेतावनी देते हुए सुनसान जगह पर उतार दिया था।   हरियाणा | दैनिक भास्कर