सिरसा के विधायक गोकुल सेतिया और नगर परिषद के चेयरमैन वीर शांति स्वरूप के बीच पार्कों की सफाई और भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। नगर परिषद चेयरमैन वीर शांति स्वरूप का कहना है कि शहर के पार्कों का अलग से टेंडर है, जिसका नगर परिषद से कोई संबंध नहीं है। फिर भी परिषद के कर्मचारी सामाजिक जिम्मेदारी के तहत सफाई कार्य कर रहे हैं। चेयरमैन ने विधायक के भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह निराधार आरोप हैं। उन्होंने विधायक को चुनौती दी है कि वे या तो सबूत पेश करें या फिर केस दर्ज कराएं। उन्होंने बताया कि नगर परिषद की अभी पहली ही मीटिंग हुई है और पुराने कार्यों का निरीक्षण किया जा रहा है। वर्तमान में कुछ पार्कों के टेंडर बंद हैं, जिनकी देखभाल नगर परिषद स्वयं कर रही है। चेयरमैन के अनुसार सिरसा की सफाई व्यवस्था बेहतर स्थिति में है, और निराधार आरोपों के बजाय ठोस सबूतों के साथ आगे आना चाहिए। अभी तक कोई टेंडर पास नहीं हुए
चेयरमैन वीर शांति स्वरूप बोले कि शहर में ठेकेदार को चार हिस्से में काम दिया हुआ है। टोल फ्री नंबर जारी किया है, उस पर आमजन कॉल करे। इसके बाद सफाई समय पर करवाई जाएगी। जो टेंडर रेगुलाइजेशन किए है, उसके बाद काम होंगे। अभी तक कोई पास नहीं हुए। विधायक कह रहे हैं कि विकास नहीं हुआ। इस पर चेयरमैन बोले कि विधायक के कहने से विकास नहीं रूकेगा। भाजपा पार्टी की तीसरी बार सरकार बनी है। नगर परिषद में भी 20 से ज्यादा पार्षद जीते हैं और पूर्ण बहुमत मिला है। इतने वोटों से विधायक भी नहीं जीता। सिरसा के विधायक ग्रामीण एरिया से जीते हैं। पार्टी वाला तो बोलेगा कि हमारा काम नहीं हो रहा। जो भी शिकायतकर्ता है, उसका प्रूफ लेकर आए। उसके खिलाफ केस दर्ज कराएंगे। सिरसा विधायक कई बार सफाई व्यवस्था और निर्माण कार्यों पर उठा चुके सवाल
सिरसा विधायक गोकुल सेतिया कई बार शहर में पार्क या गलियों की सफाई व्यवस्था और सड़कों एवं सीवरेज लाइन निर्माण कार्य पर सवाल उठा चुके हैं और नगर परिषद पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके है। विधायक कई बार सोशल मीडिया पर लाइव आकर भाजपा चेयरमैन पर तंज कस चुके हैं। हाल ही में लघु सचिवालय पार्क के पास फैली गंदगी पर सवाल उठाए थे कि परिषद काम नहीं कर रही और शहर में जगह-जगह गड्ढे खोदे हुए हैं। सिरसा के विधायक गोकुल सेतिया और नगर परिषद के चेयरमैन वीर शांति स्वरूप के बीच पार्कों की सफाई और भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। नगर परिषद चेयरमैन वीर शांति स्वरूप का कहना है कि शहर के पार्कों का अलग से टेंडर है, जिसका नगर परिषद से कोई संबंध नहीं है। फिर भी परिषद के कर्मचारी सामाजिक जिम्मेदारी के तहत सफाई कार्य कर रहे हैं। चेयरमैन ने विधायक के भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह निराधार आरोप हैं। उन्होंने विधायक को चुनौती दी है कि वे या तो सबूत पेश करें या फिर केस दर्ज कराएं। उन्होंने बताया कि नगर परिषद की अभी पहली ही मीटिंग हुई है और पुराने कार्यों का निरीक्षण किया जा रहा है। वर्तमान में कुछ पार्कों के टेंडर बंद हैं, जिनकी देखभाल नगर परिषद स्वयं कर रही है। चेयरमैन के अनुसार सिरसा की सफाई व्यवस्था बेहतर स्थिति में है, और निराधार आरोपों के बजाय ठोस सबूतों के साथ आगे आना चाहिए। अभी तक कोई टेंडर पास नहीं हुए
चेयरमैन वीर शांति स्वरूप बोले कि शहर में ठेकेदार को चार हिस्से में काम दिया हुआ है। टोल फ्री नंबर जारी किया है, उस पर आमजन कॉल करे। इसके बाद सफाई समय पर करवाई जाएगी। जो टेंडर रेगुलाइजेशन किए है, उसके बाद काम होंगे। अभी तक कोई पास नहीं हुए। विधायक कह रहे हैं कि विकास नहीं हुआ। इस पर चेयरमैन बोले कि विधायक के कहने से विकास नहीं रूकेगा। भाजपा पार्टी की तीसरी बार सरकार बनी है। नगर परिषद में भी 20 से ज्यादा पार्षद जीते हैं और पूर्ण बहुमत मिला है। इतने वोटों से विधायक भी नहीं जीता। सिरसा के विधायक ग्रामीण एरिया से जीते हैं। पार्टी वाला तो बोलेगा कि हमारा काम नहीं हो रहा। जो भी शिकायतकर्ता है, उसका प्रूफ लेकर आए। उसके खिलाफ केस दर्ज कराएंगे। सिरसा विधायक कई बार सफाई व्यवस्था और निर्माण कार्यों पर उठा चुके सवाल
सिरसा विधायक गोकुल सेतिया कई बार शहर में पार्क या गलियों की सफाई व्यवस्था और सड़कों एवं सीवरेज लाइन निर्माण कार्य पर सवाल उठा चुके हैं और नगर परिषद पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके है। विधायक कई बार सोशल मीडिया पर लाइव आकर भाजपा चेयरमैन पर तंज कस चुके हैं। हाल ही में लघु सचिवालय पार्क के पास फैली गंदगी पर सवाल उठाए थे कि परिषद काम नहीं कर रही और शहर में जगह-जगह गड्ढे खोदे हुए हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
