सिर की हडि्डयां थीं चकनाचूर, काटी गई थी कलाई:पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सामने आयी क्रूरता की कहानी; 3 नामजद सहित 5 पर दर्ज हुआ केस

सिर की हडि्डयां थीं चकनाचूर, काटी गई थी कलाई:पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सामने आयी क्रूरता की कहानी; 3 नामजद सहित 5 पर दर्ज हुआ केस

गोरखपुर के चौरी चौरा थानाक्षेत्र में हुई मां व बेटी की हत्या क्रूरता एवं बर्बरता का जीता जागता उदाहरण है। गड़ासे से इतने ताबड़तोड़ वार किए गए कि मां, बेटी के सिर की हडि्डयां चकनाचूर हो गई थीं। सिर के दांए हिस्से पर वार किया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से क्रूरता की कहानी सामने आयी है। उनके दिमाग पर भी गहरी चोट लगी थी। हाथ की कलाई काट दी गई थी।
पहले मां पूनम की हत्या की गई और उसके बाद बेटी अनुष्का पर वार किया गया। माना जा रहा है कि दोनों की मृत्यु मौके पर ही हो गई थी। पूरा बिस्तर खून से भीगा था। फर्श पर भी खून पसरा था। घर में मौजूद पूनम की बड़ी बेटी खुशबू कमरे में होने के कारण बच गई। उसकी बताई कहानी के आधार पर पुलिस ने इस मामले में कोटेदार सूरज प्रसाद, उसके बेटे संजय व सुरेंद्र एवं 2 अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है। पुलिस संजय को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
फ्लाइट से आया बेटा विशाल, दी मुखाग्नि
पूनम का बड़ा बेटा विशाल बंगलुरू में मजदूरी करता है। वह फ्लाइट से गोरखपुर पहुंचा और शाम को मां व बहन को एक ही चिता पर मुखाग्नि दी। यह दृश्य देखकर घाट पर मौजूद लोगों की आंखों में आंसू आ गए। सपा प्रमुख ने उठाए सवाल
इस घटना पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सवाल उठाए हैं। एक्स पर पोस्ट कर उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्य विधानसभा क्षेत्र गोरखपुर में मां-बेअी की हत्या ने साबित कर दिया है कि भाजपा के राज में अपराधी कैसे बेखौफ हाकर एक के बाद एक और एक से बड़ी एक वारदातों को अंजाम दे रह हैं। गोरखपुर का कोई पुरसाहाल है क्या?
पुलिस पर उठ रहे सवाल
इस घटना के बाद चौरी चौरा पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं। मृतका पूनम की ओर से 17 दिसंबर 2024 को कोटेदार के बेटे संजय के विरुद्ध शारीरिक शोषण करने व 35 हजार रुपये लेने का आरोप लगाया गया था। लेकिन आरोप है कि इस मामले में समझौता करा दिया गया। खुशबू के मुताबिक उसकी मां को धमकी मिलती थी। स्थानीय विधायक ई. सरवन निषाद ने भी एक पुलिस कर्मी की भूमिका को संदिग्ध माना है। उन्होंने कहा कि जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
खेती और बकरी पालन कर करती थी परिवार का गुजर-बसर
मृतका पूनम खेती एवं बकरी पालन कर अपने परिवार का गुजर-बसर करती थी। घर में खुशबू, बेटा विशाल व दादा रामजी बचे हैं। इस घटना के बाद गांव में दशहत का माहौल है। आरोपियों के सपा से जुड़े होने का आरोप लगाकर हुआ था सांसद का विरोध
श्मशान घाट पर पहुंचे सुल्तानपुर के सपा सांसद रामभुआल निषाद का विरोध हो गया था। लोग आरोपियों के सपा का कार्यकर्ता होने का आरोप लगा रहे थे। बाद में सांसद ने स्पष्ट किया कि गलत आरोप लगाया जा रहा था। वहां के दोनों बूथों पर जो बूथ अध्यक्ष हैं, उनका नाम इस घटना में दूर-दूर तक नहीं है। वहां के विधायक हताश होकर राजनीति करा रहे हैं। रामभुआल निषाद भी चौरी चौरा विधानसभा क्षेत्र से 2027 में अपने बेटे को प्रत्याशी बनाने की तैयारी में हैं। यही कारण है कि उन्होंने क्षेत्र का दौरा बढ़ा दिया है। गोरखपुर के चौरी चौरा थानाक्षेत्र में हुई मां व बेटी की हत्या क्रूरता एवं बर्बरता का जीता जागता उदाहरण है। गड़ासे से इतने ताबड़तोड़ वार किए गए कि मां, बेटी के सिर की हडि्डयां चकनाचूर हो गई थीं। सिर के दांए हिस्से पर वार किया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से क्रूरता की कहानी सामने आयी है। उनके दिमाग पर भी गहरी चोट लगी थी। हाथ की कलाई काट दी गई थी।
पहले मां पूनम की हत्या की गई और उसके बाद बेटी अनुष्का पर वार किया गया। माना जा रहा है कि दोनों की मृत्यु मौके पर ही हो गई थी। पूरा बिस्तर खून से भीगा था। फर्श पर भी खून पसरा था। घर में मौजूद पूनम की बड़ी बेटी खुशबू कमरे में होने के कारण बच गई। उसकी बताई कहानी के आधार पर पुलिस ने इस मामले में कोटेदार सूरज प्रसाद, उसके बेटे संजय व सुरेंद्र एवं 2 अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है। पुलिस संजय को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
फ्लाइट से आया बेटा विशाल, दी मुखाग्नि
पूनम का बड़ा बेटा विशाल बंगलुरू में मजदूरी करता है। वह फ्लाइट से गोरखपुर पहुंचा और शाम को मां व बहन को एक ही चिता पर मुखाग्नि दी। यह दृश्य देखकर घाट पर मौजूद लोगों की आंखों में आंसू आ गए। सपा प्रमुख ने उठाए सवाल
इस घटना पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सवाल उठाए हैं। एक्स पर पोस्ट कर उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्य विधानसभा क्षेत्र गोरखपुर में मां-बेअी की हत्या ने साबित कर दिया है कि भाजपा के राज में अपराधी कैसे बेखौफ हाकर एक के बाद एक और एक से बड़ी एक वारदातों को अंजाम दे रह हैं। गोरखपुर का कोई पुरसाहाल है क्या?
पुलिस पर उठ रहे सवाल
इस घटना के बाद चौरी चौरा पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं। मृतका पूनम की ओर से 17 दिसंबर 2024 को कोटेदार के बेटे संजय के विरुद्ध शारीरिक शोषण करने व 35 हजार रुपये लेने का आरोप लगाया गया था। लेकिन आरोप है कि इस मामले में समझौता करा दिया गया। खुशबू के मुताबिक उसकी मां को धमकी मिलती थी। स्थानीय विधायक ई. सरवन निषाद ने भी एक पुलिस कर्मी की भूमिका को संदिग्ध माना है। उन्होंने कहा कि जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
खेती और बकरी पालन कर करती थी परिवार का गुजर-बसर
मृतका पूनम खेती एवं बकरी पालन कर अपने परिवार का गुजर-बसर करती थी। घर में खुशबू, बेटा विशाल व दादा रामजी बचे हैं। इस घटना के बाद गांव में दशहत का माहौल है। आरोपियों के सपा से जुड़े होने का आरोप लगाकर हुआ था सांसद का विरोध
श्मशान घाट पर पहुंचे सुल्तानपुर के सपा सांसद रामभुआल निषाद का विरोध हो गया था। लोग आरोपियों के सपा का कार्यकर्ता होने का आरोप लगा रहे थे। बाद में सांसद ने स्पष्ट किया कि गलत आरोप लगाया जा रहा था। वहां के दोनों बूथों पर जो बूथ अध्यक्ष हैं, उनका नाम इस घटना में दूर-दूर तक नहीं है। वहां के विधायक हताश होकर राजनीति करा रहे हैं। रामभुआल निषाद भी चौरी चौरा विधानसभा क्षेत्र से 2027 में अपने बेटे को प्रत्याशी बनाने की तैयारी में हैं। यही कारण है कि उन्होंने क्षेत्र का दौरा बढ़ा दिया है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर