सीएम योगी आदित्यनाथ या अखिलेश यादव? कौन है पसंद! कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने दिया दिलचस्प जवाब

सीएम योगी आदित्यनाथ या अखिलेश यादव? कौन है पसंद! कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने दिया दिलचस्प जवाब

<p style=”text-align: justify;”><strong>Aniruddhacharya On CM Yogi: </strong>कथावाचक अनिरुद्धाचार्य सोशल मीडिया पर अपने दिलचस्प अंदाज के लिए प्रचलित हैं. मंगलवार को वह एबीपी न्यूज़ के विशेष कार्यक्रम धर्म प्रवाह में पहुंचे. यहां उन्होंने न सिर्फ धर्म और आध्यात्म बल्कि सियासी सवालों के भी जवाब दिए. उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज (Prayagraj News) में संगम तट पर महाकुंभ (Maha kumbh 2025) के दौरान आयोजित कार्यक्रम में जब कथावाचक अनिरुद्धाचार्य से पूछा गया कि मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> (Yogi Adityanath) और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) कैसे लगते हैं तो उन्होंने अपने अंदाज में जवाब दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कथावाचक अनिरुद्धाचार्य से पूछा गया योगी आदित्यनाथ कैसे लगते हैं आपको. उन्होंने जवाब दिया- अच्छे लगते हैं. सुंदर हैं. अखिलेश यादव के बारे में उनकी राय पूछे जाने पर कथावाचक ने कहा वह भी अच्छे हैं. सब अच्छे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फर्क विचारों का था- कथावाचक अनिरुद्धाचार्य</strong><br />कथावाचक ने कहा कि देखें, संत कभी किसी को बुरा नहीं कहते. कोई व्यक्ति बुरा नहीं होता. व्यक्ति के विचार बुरे होते हैं. दो हाथ पांव मेरे, दो हाथ पांव आपके पास भी. ईश्वर का ढांचा सबके लिए एक है. सबके पास 206 हड्डियां हैं. हमारे पास भी उतनी हैं. लेकिन वो स्वामी विवेकानंद जी , स्वामी विवेकानंद हो गए. आदि शंकराचार्य, आदि शंकराचार्य हो गए. क्यों? क्योंकि शरीर की संरचना सबकी एक जैसी ही है लेकिन फर्क विचारों का था. स्वामी विवेकानंद जी विचारों के कारण महान बन गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा कथावाचक ने सीएम योगी के बटेंगे तो कटेंगे वाले नारे को उचित बताते हुए कहा कि अगर संगठित नहीं रहे तो बहुत नुकसान होगा. कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने खुद को पूकी बाबा कहे जाने पर खुशी भी जाहिर की. इसके अलावा कथावाचक ने कहा कि महाकुंभ सनातन का सबसे बड़ा पर्व है. सनातन कभी किसी के साथ छल नहीं करता.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/photo-gallery/states/up-uk-maha-kumbh-2025-iit-baba-abhay-singh-gone-in-depression-shares-his-life-story-ann-2863082″><strong>IITian बाबा की जिंदगी का वो दौर जब हुए डिप्रेशन का शिकार, फिर ऐसे मिली नई राह</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Aniruddhacharya On CM Yogi: </strong>कथावाचक अनिरुद्धाचार्य सोशल मीडिया पर अपने दिलचस्प अंदाज के लिए प्रचलित हैं. मंगलवार को वह एबीपी न्यूज़ के विशेष कार्यक्रम धर्म प्रवाह में पहुंचे. यहां उन्होंने न सिर्फ धर्म और आध्यात्म बल्कि सियासी सवालों के भी जवाब दिए. उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज (Prayagraj News) में संगम तट पर महाकुंभ (Maha kumbh 2025) के दौरान आयोजित कार्यक्रम में जब कथावाचक अनिरुद्धाचार्य से पूछा गया कि मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> (Yogi Adityanath) और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) कैसे लगते हैं तो उन्होंने अपने अंदाज में जवाब दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कथावाचक अनिरुद्धाचार्य से पूछा गया योगी आदित्यनाथ कैसे लगते हैं आपको. उन्होंने जवाब दिया- अच्छे लगते हैं. सुंदर हैं. अखिलेश यादव के बारे में उनकी राय पूछे जाने पर कथावाचक ने कहा वह भी अच्छे हैं. सब अच्छे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>फर्क विचारों का था- कथावाचक अनिरुद्धाचार्य</strong><br />कथावाचक ने कहा कि देखें, संत कभी किसी को बुरा नहीं कहते. कोई व्यक्ति बुरा नहीं होता. व्यक्ति के विचार बुरे होते हैं. दो हाथ पांव मेरे, दो हाथ पांव आपके पास भी. ईश्वर का ढांचा सबके लिए एक है. सबके पास 206 हड्डियां हैं. हमारे पास भी उतनी हैं. लेकिन वो स्वामी विवेकानंद जी , स्वामी विवेकानंद हो गए. आदि शंकराचार्य, आदि शंकराचार्य हो गए. क्यों? क्योंकि शरीर की संरचना सबकी एक जैसी ही है लेकिन फर्क विचारों का था. स्वामी विवेकानंद जी विचारों के कारण महान बन गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके अलावा कथावाचक ने सीएम योगी के बटेंगे तो कटेंगे वाले नारे को उचित बताते हुए कहा कि अगर संगठित नहीं रहे तो बहुत नुकसान होगा. कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने खुद को पूकी बाबा कहे जाने पर खुशी भी जाहिर की. इसके अलावा कथावाचक ने कहा कि महाकुंभ सनातन का सबसे बड़ा पर्व है. सनातन कभी किसी के साथ छल नहीं करता.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/photo-gallery/states/up-uk-maha-kumbh-2025-iit-baba-abhay-singh-gone-in-depression-shares-his-life-story-ann-2863082″><strong>IITian बाबा की जिंदगी का वो दौर जब हुए डिप्रेशन का शिकार, फिर ऐसे मिली नई राह</strong></a></p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड मिल्कीपुर उपचुनाव में बीजेपी ने चंद्रभान पासवान को ही क्यों चुना? सामने आई ये बड़ी वजह