सीएम योगी ने दिया निर्देश:वन विभाग के अधिकारी करेंगे जिलों में प्रवास

सीएम योगी ने दिया निर्देश:वन विभाग के अधिकारी करेंगे जिलों में प्रवास

प्रदेश में हाल के दिनों में आदमखोर जानवरों के द्वारा बच्चों और इंसानों पर हो रही घटनाओं का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभागीय मंत्री के साथ ही विभाग सभी बड़े अधिकारियों को अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। अब आपको बताते है की क्या दिशा-निर्देश दिए गए है… ● प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में आदमखोर भेड़िये या तेंदुए द्वारा हमले किए जा रहे हैं, उन्हें हर हाल में नियंत्रित करने, पकड़ने का प्रयास किया जाए और आवश्यकता के अनुरूप कदम उठाए जाएं। ● पहले ही निर्देश दिए गए हैं कि प्रशासन, पुलिस, वन विभाग, स्थानीय पंचायत, राजस्व विभाग क्षेत्र में व्यापक जन जागरूकता पैदा करें। लोगों को सुरक्षा के उपायों के बारे में भी बताएं। ● माननीय वन मंत्री द्वारा वन विभाग के अतिरिक्त कार्मिकों की तैनाती करते हुए उन्हें बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर, पीलीभीत, बिजनौर सहित अन्य जिलों में लगाया जाए। ज्वाइंट पेट्रोलिंग बढ़ाएं। ● वरिष्ठ अधिकारी जिलों में कैंप करें। जनप्रतिनिधियों के सहयोग लें। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां लाइट की समस्या हो, वहां पेट्रोमैक्स की व्यवस्था भी करें। ● उत्तर प्रदेश पहला राज्य है, जिसने मानव-वन्य जीव संघर्ष को आपदा घोषित किया है। इस क्रम में, वन्य जीवों के हमले में घायल लोगों अथवा असमय काल-कवलित हुए लोगों के परिवारजनों को हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराई जाए। प्रदेश में हाल के दिनों में आदमखोर जानवरों के द्वारा बच्चों और इंसानों पर हो रही घटनाओं का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभागीय मंत्री के साथ ही विभाग सभी बड़े अधिकारियों को अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। अब आपको बताते है की क्या दिशा-निर्देश दिए गए है… ● प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में आदमखोर भेड़िये या तेंदुए द्वारा हमले किए जा रहे हैं, उन्हें हर हाल में नियंत्रित करने, पकड़ने का प्रयास किया जाए और आवश्यकता के अनुरूप कदम उठाए जाएं। ● पहले ही निर्देश दिए गए हैं कि प्रशासन, पुलिस, वन विभाग, स्थानीय पंचायत, राजस्व विभाग क्षेत्र में व्यापक जन जागरूकता पैदा करें। लोगों को सुरक्षा के उपायों के बारे में भी बताएं। ● माननीय वन मंत्री द्वारा वन विभाग के अतिरिक्त कार्मिकों की तैनाती करते हुए उन्हें बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर, पीलीभीत, बिजनौर सहित अन्य जिलों में लगाया जाए। ज्वाइंट पेट्रोलिंग बढ़ाएं। ● वरिष्ठ अधिकारी जिलों में कैंप करें। जनप्रतिनिधियों के सहयोग लें। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां लाइट की समस्या हो, वहां पेट्रोमैक्स की व्यवस्था भी करें। ● उत्तर प्रदेश पहला राज्य है, जिसने मानव-वन्य जीव संघर्ष को आपदा घोषित किया है। इस क्रम में, वन्य जीवों के हमले में घायल लोगों अथवा असमय काल-कवलित हुए लोगों के परिवारजनों को हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराई जाए।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर