हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आज राज्य सचिवालय में मंत्री मंडल की बैठक 12 बजे से शुरू होगी। आगामी 27 अगस्त से शुरू होने वाले मानसून सत्र से पहले यह आखरी कैबिनेट बैठक हो सकती है। ऐसे में कैबिनेट मीटिंग में मानसून सत्र के विषय मे चर्चा हो सकती है। सरकार की तरफ से सत्र में पेश किए जाने विधेयकों को लेकर चर्चा ही सकती है। इसके अलावा सत्र में विपक्ष की तरफ से आने वाले सवालों का किस तरह काउंटर करना है, इसको लेकर भी मंत्रणा हो सकती है। बैठक में मानसून सत्र के अलावा भी सरकार कई अन्य बड़े फैसले भी कर सकती है। आपदा विशेष राहत पैकेज पर विचार सूचना के अनुसार प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा के लिए कैबिनेट में आज विशेष आपदा राहत पैकेज को मंजूरी मिल सकती है। मुख्यमंत्री उसकी घोषणा विधानसभा सत्र के दौरान कर सकते है। आपदा से जिन परिवारों को भारी नुकसान हुआ हैं, उनके राहत एवं पुनर्वास के लिए राहत पैकेज का भी कैबिनेट में ऐलान हो सकता है। प्रदेश में इस बार 133 मकान पूरी तरह जमीदोंज हुए है। 31 जुलाई की रात में बादल फटने के बाद भारी बारिश और बाढ़ में 55 लोग लापता हो गए। इनमें से 30 लोग अभी भी लापता है। रामपुर का पूरा समेज गांव ही बाढ़ में बह गया है। ऐसे बाढ़ प्रभावितों के लिए कैबिनेट में पैकेज का ऐलान हो सकता है। इसके अलावा पुलिस जवानों के परिवहन बसों में सफर को लेकर पिछले कैबिनेट में किए फैसले पर कैबिनेट बदलाव कर सकती है। प्रदेश में विभिन्न विभागों में खाली चल रहे कई पदों को भरने के लिए भी कैबिनेट मंजूरी दे सकती है। DA-एरियर पर घमासान हिमाचल प्रदेश में कर्मचारियों के लंबित DA-एरियर पर मचा घमासान भले ही बीते देर शाम से धीमा पड़ गया हो। लेकिन प्रदेश सरकार इसको लंबे समय तक नहीं दबा सकती। कैबिनेट में आज इस पर चर्चा होने के बहुत कम संकेत है। क्योंकि मुख्यमंत्री ने कल ही अलग अलग कर्मचारी संगठनों के नेताओं से बैठक की है और DA-एरियर देने के लिए समय मांगा है। प्रदेश में खुल सकते है कई नए कार्यालय कैबिनेट बैठक में प्रदेश में कई विभागों के नए कार्यालयों के खोलने को भी मंजूरी मिल सकती है। स्वास्थ्य, शिक्षा और जलशक्ति विभाग में कार्यालयों को खोलने को मंजूरी मिल सकती है। हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आज राज्य सचिवालय में मंत्री मंडल की बैठक 12 बजे से शुरू होगी। आगामी 27 अगस्त से शुरू होने वाले मानसून सत्र से पहले यह आखरी कैबिनेट बैठक हो सकती है। ऐसे में कैबिनेट मीटिंग में मानसून सत्र के विषय मे चर्चा हो सकती है। सरकार की तरफ से सत्र में पेश किए जाने विधेयकों को लेकर चर्चा ही सकती है। इसके अलावा सत्र में विपक्ष की तरफ से आने वाले सवालों का किस तरह काउंटर करना है, इसको लेकर भी मंत्रणा हो सकती है। बैठक में मानसून सत्र के अलावा भी सरकार कई अन्य बड़े फैसले भी कर सकती है। आपदा विशेष राहत पैकेज पर विचार सूचना के अनुसार प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा के लिए कैबिनेट में आज विशेष आपदा राहत पैकेज को मंजूरी मिल सकती है। मुख्यमंत्री उसकी घोषणा विधानसभा सत्र के दौरान कर सकते है। आपदा से जिन परिवारों को भारी नुकसान हुआ हैं, उनके राहत एवं पुनर्वास के लिए राहत पैकेज का भी कैबिनेट में ऐलान हो सकता है। प्रदेश में इस बार 133 मकान पूरी तरह जमीदोंज हुए है। 31 जुलाई की रात में बादल फटने के बाद भारी बारिश और बाढ़ में 55 लोग लापता हो गए। इनमें से 30 लोग अभी भी लापता है। रामपुर का पूरा समेज गांव ही बाढ़ में बह गया है। ऐसे बाढ़ प्रभावितों के लिए कैबिनेट में पैकेज का ऐलान हो सकता है। इसके अलावा पुलिस जवानों के परिवहन बसों में सफर को लेकर पिछले कैबिनेट में किए फैसले पर कैबिनेट बदलाव कर सकती है। प्रदेश में विभिन्न विभागों में खाली चल रहे कई पदों को भरने के लिए भी कैबिनेट मंजूरी दे सकती है। DA-एरियर पर घमासान हिमाचल प्रदेश में कर्मचारियों के लंबित DA-एरियर पर मचा घमासान भले ही बीते देर शाम से धीमा पड़ गया हो। लेकिन प्रदेश सरकार इसको लंबे समय तक नहीं दबा सकती। कैबिनेट में आज इस पर चर्चा होने के बहुत कम संकेत है। क्योंकि मुख्यमंत्री ने कल ही अलग अलग कर्मचारी संगठनों के नेताओं से बैठक की है और DA-एरियर देने के लिए समय मांगा है। प्रदेश में खुल सकते है कई नए कार्यालय कैबिनेट बैठक में प्रदेश में कई विभागों के नए कार्यालयों के खोलने को भी मंजूरी मिल सकती है। स्वास्थ्य, शिक्षा और जलशक्ति विभाग में कार्यालयों को खोलने को मंजूरी मिल सकती है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल कैबिनेट मीटिंग में आज CPS को लेकर चर्चा:विधानसभा के शीत-कालीन सत्र की डेट और होम-स्टे पॉलिसी को मिल सकती है मंजूरी हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह आज सचिवालय में कैबिनेट मीटिंग लेंगे। इसमें विधानसभा के शीत कालीन सत्र के अलावा मुख्य संसदीय सचिव को हटाने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। कैबिनेट में विभिन्न विभागों में भर्तियों को भी मंजूरी मिल सकती है। बता दें कि हाईकोर्ट ने बीते बुधवार को CPS की नियुक्ति को निरस्त कर दिया है। राज्य सरकार इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गई है। सरकार की याचिका अभी एडमिट होनी है। लिहाजा कैबिनेट मीटिंग में विभिन्न कानूनी पहलुओं पर चर्चा होगी, ताकि सर्वोच्च अदालत में सरकार अपना पक्ष मजबूती से रख सके। इस फैसले के कारण सरकार को झटका लगा है। सियासी गलियारों में विधायकों की सदस्यता जाने को लेकर चर्चा हो रही है। लिहाजा सियासी संकट से बचने को सरकार आज चर्चा करेगी। विधानसभा के शीत सत्र की तिथि पर लग सकती है मुहर प्रदेश में दिसंबर विधानसभा का शीत-कालीन सत्र तय है। इसकी तिथि भी आज कैबिनेट में तय हो सकती है। हिमाचल विधानसभा का शीत कालीन सत्र धर्मशाला के तपोवन में होना है। सरकार के दो साल पूरा करने को लेकर हो सकती है चर्चा हिमाचल सरकार 11 दिसंबर को 2 साल पूरा करने जा रही है। 2 साल पूरा करने पर सरकार जश्न मनाएगी या नहीं? इसका फैसला कैबिनेट में लिया जा सकता है। यदि मनाया जाए तो इसका स्वरूप क्या होना चाहिए और कहा मनाया जाए, इसे लेकर कैबिनेट में चर्चा की जा सकती है। कैबिनेट मीटिंग में इसे लेकर भी चर्चा हो सकती है। इसमें सरकार के दो साल के जश्न को लेकर फैसला लिया जा सकता है। बीते साल जब सरकार को एक साल हुआ था, तब धर्मशाला में जश्न मनाया गया था। कैबिनेट में विभिन्न विभागों में भर्तियों को मिल सकती है मंजूरी कैबिनेट मीटिंग में विभिन्न विभागों में खाली पड़े पदों को भरने का भी फैसला हो सकता है। इसी तरह सीएम की बजट घोषणाओं को भी कैबिनेट में मंजूरी के लिए लाया जा सकता है। होम स्टे पॉलिसी पर भी हो सकती है चर्चा कैबिनेट मीटिंग में राज्य सरकार द्वारा बनाई जा रही होम स्टे पॉलिसी को भी मंजूरी मिल सकती है। दरअसल, राज्य सरकार बाहरी राज्यों के लोगों द्वारा होम स्टे चलाने पर रोक लगा सकती है, क्योंकि बीते सालों के दौरान जिन लोगों को धारा 118 के तहत रिहायशी मकान के लिए जमीन दी गई थी उन्होंने उन मकानों में होम स्टे शुरू कर दिए है। कानून इसकी इजाजत नहीं देता। इसी तरह संशोधित पॉलिसी में पंजीकरण अनिवार्य होगा और शुल्क की दर्रें बढ़ाई जा सकती है। होम स्टे में बिजली और पानी व्यवसायिक दरों पर किया जा सकता है।
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श्रीखंड महादेव यात्रा 14 जुलाई से:खतरनाक रास्तों व ग्लेशियर से होकर गुजरना होगा, पहली बार SDRF की यूनिट होगी तैनात विश्व की सबसे कठिन धार्मिक एवं श्रीखंड महादेव यात्रा इस बार 14 से 27 जुलाई तक चलेगी। बीते साल यह यात्रा सात जुलाई से शुरू हुई थी। इस यात्रा को लेकर कुल्लू जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। डीसी कुल्लू तोरुल एस. रवीश ने इस धार्मिक यात्रा की तैयारियों के लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिए है। इस यात्रा को सुलभ बनाने के लिए श्रीखंड ट्रस्ट समिति और जिला प्रशासन पांच जगह बेस कैंप बनाने का निर्णय लिया है। पहले पड़ाव में सिंहगाड में बेस कैंप बनेगा। इसके अलावा थाचडू, कुनशा, भीमडवार और पार्वती बाग में बेस कैंप बनाए जाएंगे। इसमें सेक्टर मैजिस्ट्रेटों और उनके साथ पुलिस अधिकारी/इंचार्ज के अलावा मेडिकल स्टाफ और रेस्क्यू टीमें भी तैनात की जाएंगी। पहली बार बचाव दल SDRF की यूनिट तैनात होगी इस यात्रा में पहली बार बचाव दल SDRF की यूनिट को पार्वती बाग में तैनात किया जाएगा, क्योंकि संकरे व खतरनाक रास्ते की वजह से इस यात्रा के दौरान कई बार अनचाहे हादसे हो जाते है। खासकर बरसात की वजह से इस यात्रा में बाधा आती है। ऑनलाइन पंजीकरण को बनाया पोर्टल बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण पोर्टल बनाया गया है। किसी भी श्रद्धालु को बिना पंजीकरण के श्रीखंड नहीं भेजा जाएगा। कई बार होती है ऑक्सीजन की कमी 18,570 फीट ऊंचाई पर श्रीखंड महादेव तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 32 किलोमीटर का पैदल सफर करना पड़ता है। श्रद्धालुओं को संकरे रास्तों में बर्फ के ग्लेशियरों को भी पार करना होता है। अधिक ऊंचाई के कारण कई बार यहां ऑक्सीजन का लेवल भी कम हो जाता है। इससे श्रद्धालुओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। पार्वती बाग से आगे कुछ ऐसे क्षेत्र पड़ते हैं, जहां कुछ श्रद्धालुओं को ऑक्सीजन की कमी के चलते भारी दिक्कतें पेश आती हैं। यदि ऐसी स्थिति में ऐसे श्रद्धालुओं को समय रहते उपचार या वापस नीचे नहीं उतारा जाता है। इससे कई श्रद्धालु बिना भोले के दर्शन के ही वापस लौटने को मजबूर हो जाते है। बीते साल भारी बारिश के बाद स्थगित करनी पड़ी यात्रा श्रीखंड महादेव की यात्रा बीते साल भारी बारिश के कारण तीन दिन बाद रद्द करनी पड़ी थी। पिछली बरसात में प्रदेश में सबसे ज्यादा तबाही कुल्लू जिला में हुई थी। इसका असर इस यात्रा पर भी पड़ा था। देशभर से श्रीखंड पहुंचते हैं श्रद्धालु श्रीखंड यात्रा में हिमाचल के अलावा देश के कोने-कोने और नेपाल से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन को पहुंचते हैं। इसलिए जिला प्रशासन और श्रीखंड ट्रस्ट के लिए लोगों के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित बनाना चुनौती रहेगा।
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हिमाचल के ऊंचे पहाड़ों पर कल होगी बर्फबारी:4 जिलों में धुंध का येलो अलर्ट; 50 मीटर से भी नीचे गिरी विजिबिलिटी हिमाचल प्रदेश में कल और परसो दो दिन वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव रहेगा। इससे 15 नवंबर को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और लाहौल स्पीति की अधिक ऊंची चोटियों पर हिमपात और बारिश हो सकती है। वहीं 16 नवंबर को लाहौल स्पीति और चंबा में हल्के हिमपात का पूर्वानुमान है। अन्य जिलों में मौसम साफ रहेगा। मौसम विभाग (IMD) ने अगले चार दिन के लिए घनी धुंध छाने का येलो अलर्ट जारी किया है। आज के लिए ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और मंडी में धुंध का अलर्ट है, जबकि कल से अगले तीन दिन के लिए मंडी और बिलासपुर जिले में अलर्ट जारी किया गया है। IMD के अनुसार जब तक अच्छी बारिश और बर्फबारी नहीं होती तब तक मैदानी इलाकों में धुंध लोगों को परेशान करती रहेगी। खासकर सुबह के वक्त इससे विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिर जाएगी। इसे देखते हुए वाहनों चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। IMD की माने तो कल एक्टिव हो रहा WD ज्यादा स्ट्रॉन्ग नहीं है। इसलिए हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना है। 44 दिन से नहीं हुई बारिश प्रदेश में 44 दिन से बारिश नहीं हो रही। इससे सूखे जैसे हालात बन गए है। 6 जिले चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू में तो पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी। अन्य जिलों में भी नाममात्र बूंदाबांदी हुई है। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ रही है। 90 प्रतिशत जमीन पर गेंहू की बुआई नहीं कर पाए किसान किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पा रहा। कृषि विभाग के अनुसार, इसकी बुआई के लिए मैदानी इलाकों में अब आज दिन शेष बचा है। मध्यम और पर्वतीय इलाकों में 15 दिन पहले बुवाई का समय बीत गया है। मगर इस बार सूखे की वजह से 90 प्रतिशत जमीन पर किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पाया।