सीएम सुक्खू ने परिवार संग कराई गुप्त तांत्रिक खप्पर पूजा:देहरा ज्वालामुखी मंदिर में अनुष्ठान; राज्य पर मंडरा रहे संकट को दूर करने मांगी मन्नत

सीएम सुक्खू ने परिवार संग कराई गुप्त तांत्रिक खप्पर पूजा:देहरा ज्वालामुखी मंदिर में अनुष्ठान; राज्य पर मंडरा रहे संकट को दूर करने मांगी मन्नत

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देहरा में आज मां ज्वालामुखी मंदिर में गुप्त तांत्रिक पूजा करई। इस पूजा में उन्होंने अपने परिवार सहित भाग लिया। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी देहरा की विधायक कमलेश ठाकुर और ज्वालामुखी विधायक संजय रत्न भी इस दौरान मौजूद रहे। जानकारी के मुताबिक, यह पूजा राज्य पर मंडरा रहे आर्थिक संकट, ऑपरेशन लॉट्स और अन्य चुनौतियों को दूर करने के लिए की गई है। मान्यता है कि मंदिर के मुख्य द्वार पर स्थित योगिनी कुंड में की जाने वाली खप्पर पूजा से शत्रु नाश, पितृ दोष और वास्तु दोष समाप्त होता है। क्या है खप्पर पूजा?
खप्पर पूजा एक प्राचीन तांत्रिक अनुष्ठान है, जो मां ज्वालामुखी को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। यह पूजा पूरी गोपनीयता में की जाती है। इसमें कई जटिल मंत्रों और विधियों का प्रयोग होता है। क्यों है पूजा अहम?
राज्य सरकार के सूत्रों के मुताबिक, इस समय हिमाचल प्रदेश कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ने इस पूजा का आयोजन किया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ज्वालामुखी मंदिर में खप्पर पूजा के बाद मीडिया से पूजा के बारे में कोई बात नहीं की। उन्होंने कहा कि आज वह उन घोषणाओं को पूरा करने जा रहे हैं, जो उन्होंने देहरा विधानसभा के उपचुनावों के बाद की थी। आज देहरा में एसपी ऑफिस और मुख्यमंत्री कार्यालय खोल रहा हूं। इससे पहले एसई ऑफिस इलैक्ट्रिसिटी, एसई ऑफिस पीडब्ल्यूडी, एसई जल शक्ति विभाग खोला है। पौंग बांध विस्थापितों को उनका हक दिलाने के लिए कार्य किया जा रहा है। पर्यटन की दृष्टि से 100 करोड रुपए देहरा के पौंग बांध पर लगाया जा रहा है, ताकि यहां पर्यटन विकसित हो। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देहरा में आज मां ज्वालामुखी मंदिर में गुप्त तांत्रिक पूजा करई। इस पूजा में उन्होंने अपने परिवार सहित भाग लिया। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी देहरा की विधायक कमलेश ठाकुर और ज्वालामुखी विधायक संजय रत्न भी इस दौरान मौजूद रहे। जानकारी के मुताबिक, यह पूजा राज्य पर मंडरा रहे आर्थिक संकट, ऑपरेशन लॉट्स और अन्य चुनौतियों को दूर करने के लिए की गई है। मान्यता है कि मंदिर के मुख्य द्वार पर स्थित योगिनी कुंड में की जाने वाली खप्पर पूजा से शत्रु नाश, पितृ दोष और वास्तु दोष समाप्त होता है। क्या है खप्पर पूजा?
खप्पर पूजा एक प्राचीन तांत्रिक अनुष्ठान है, जो मां ज्वालामुखी को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। यह पूजा पूरी गोपनीयता में की जाती है। इसमें कई जटिल मंत्रों और विधियों का प्रयोग होता है। क्यों है पूजा अहम?
राज्य सरकार के सूत्रों के मुताबिक, इस समय हिमाचल प्रदेश कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ने इस पूजा का आयोजन किया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ज्वालामुखी मंदिर में खप्पर पूजा के बाद मीडिया से पूजा के बारे में कोई बात नहीं की। उन्होंने कहा कि आज वह उन घोषणाओं को पूरा करने जा रहे हैं, जो उन्होंने देहरा विधानसभा के उपचुनावों के बाद की थी। आज देहरा में एसपी ऑफिस और मुख्यमंत्री कार्यालय खोल रहा हूं। इससे पहले एसई ऑफिस इलैक्ट्रिसिटी, एसई ऑफिस पीडब्ल्यूडी, एसई जल शक्ति विभाग खोला है। पौंग बांध विस्थापितों को उनका हक दिलाने के लिए कार्य किया जा रहा है। पर्यटन की दृष्टि से 100 करोड रुपए देहरा के पौंग बांध पर लगाया जा रहा है, ताकि यहां पर्यटन विकसित हो।   हिमाचल | दैनिक भास्कर