सीसामऊ उपचुनाव: शिवलिंग का जलाभिषेक करना सपा प्रत्याशी को दिलाएगा फायदा या होगा नुकसान?

सीसामऊ उपचुनाव: शिवलिंग का जलाभिषेक करना सपा प्रत्याशी को दिलाएगा फायदा या होगा नुकसान?

<p style=”text-align: justify;”><strong>Sishamau ByPolls 2024:</strong> उत्तर प्रदेश में 9 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए 13 नवंबर को मतदान है. इन्हीं 9 सीटों में कानपुर की सीसामऊ सीट भी शामिल है. जिस पर अब धर्म, अधर्म, फतवा के साथ साथ शिव और ख़ुदा को भी राजनीति का हिस्सा बना दिया गया है. चुनाव प्रचार के दौरान सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने एक शिव मंदिर में दीपावली के दिन पहुंचकर दीये जलाए और शिवलिंग का जलाभिषेक भी किया. खुदा की बंदगी करते करते सपा प्रत्याशी का शिव मंदिर पहुंचना सियासी हिस्सा बन गया जिसके चलते वोटों की सियासत पर इसका असर दिखाई दे रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सपा की प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने शिव मंदिर में जलाभिषेक किया तो मुस्लिम उलेमाओं की ओर से फतवा जारी हो गया. कानपुर की सीसामऊ सीट पर 40 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता है और 60 प्रतिशत में अलग अलग वर्ग और धर्म के मतदाता हैं. ऐसे में शिव मंदिर पहुंचना सपा प्रत्याशी के लिए दूसरे समुदाय, धर्म के वोटरों के दिल में सपा प्रत्याशी के लिए एक सॉफ्ट कॉर्नर तैयार करता है. वहीं बीजेपी इसे चुनावी स्टंट करार दे रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पिछले 22 सालों से है सपा का कब्जा</strong><br />आपको बता दें कि, कानपुर की सीसामऊ सीट सपा के कब्जे में पिछले 22 सालों से है. यहां का सपा का मुख्य मुकाबला के साथ है. भारतीय जनता पार्टी ने दो बार चुनाव हार चुके प्रत्याशी पर भरोसा जताया है. ऐसे में सपा उम्मीदवार नसीम सोलंकी का मंदिर में जाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करना हिन्दू मतदाताओं में उनके सम्मान को बढ़ाता दिखा रहा है. जो बीजेपी के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. सपा प्रत्याशी के इस कदम से मुस्लिम मतदाताओं में नाराजगी देखी जा रही है. चुनाव से पहले सीसामऊ सीट का समीकरण बनता बिगड़ता दिखाई दे रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुस्लिम प्रत्याशी के मंदिर जाने से नाराज कुछ मुस्लिम इसे हिन्दू मुस्लिम भाई चारे से जोड़ रहे हैं तो कुछ इसे सांप्रदायिक सौहार्द की पहल मान रहे है. अब देखना ये होगा कि इस चुनाव में मतदाता अपना रुझान किसकी ओर दिखाते हैं. शिवलिंग का जलाभिषेक सपा प्रत्याशी के लिए मुसीबत साबित होगा या हिन्दू मतदाताओं में रुझान का काम करेगा. इसका फैसला नतीजे आने के बाद सामने आएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/mathura-vrindavan-banke-bihari-temple-devotees-drinking-ac-water-thinking-its-charanamrit-2816380″><strong>Mathura: बांके बिहारी मंदिर में ‘चरणामृत’ समझकर AC का पानी पी रहे श्रद्धालु, पुजारियों ने की अपील</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Sishamau ByPolls 2024:</strong> उत्तर प्रदेश में 9 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए 13 नवंबर को मतदान है. इन्हीं 9 सीटों में कानपुर की सीसामऊ सीट भी शामिल है. जिस पर अब धर्म, अधर्म, फतवा के साथ साथ शिव और ख़ुदा को भी राजनीति का हिस्सा बना दिया गया है. चुनाव प्रचार के दौरान सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने एक शिव मंदिर में दीपावली के दिन पहुंचकर दीये जलाए और शिवलिंग का जलाभिषेक भी किया. खुदा की बंदगी करते करते सपा प्रत्याशी का शिव मंदिर पहुंचना सियासी हिस्सा बन गया जिसके चलते वोटों की सियासत पर इसका असर दिखाई दे रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सपा की प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने शिव मंदिर में जलाभिषेक किया तो मुस्लिम उलेमाओं की ओर से फतवा जारी हो गया. कानपुर की सीसामऊ सीट पर 40 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता है और 60 प्रतिशत में अलग अलग वर्ग और धर्म के मतदाता हैं. ऐसे में शिव मंदिर पहुंचना सपा प्रत्याशी के लिए दूसरे समुदाय, धर्म के वोटरों के दिल में सपा प्रत्याशी के लिए एक सॉफ्ट कॉर्नर तैयार करता है. वहीं बीजेपी इसे चुनावी स्टंट करार दे रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पिछले 22 सालों से है सपा का कब्जा</strong><br />आपको बता दें कि, कानपुर की सीसामऊ सीट सपा के कब्जे में पिछले 22 सालों से है. यहां का सपा का मुख्य मुकाबला के साथ है. भारतीय जनता पार्टी ने दो बार चुनाव हार चुके प्रत्याशी पर भरोसा जताया है. ऐसे में सपा उम्मीदवार नसीम सोलंकी का मंदिर में जाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करना हिन्दू मतदाताओं में उनके सम्मान को बढ़ाता दिखा रहा है. जो बीजेपी के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. सपा प्रत्याशी के इस कदम से मुस्लिम मतदाताओं में नाराजगी देखी जा रही है. चुनाव से पहले सीसामऊ सीट का समीकरण बनता बिगड़ता दिखाई दे रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुस्लिम प्रत्याशी के मंदिर जाने से नाराज कुछ मुस्लिम इसे हिन्दू मुस्लिम भाई चारे से जोड़ रहे हैं तो कुछ इसे सांप्रदायिक सौहार्द की पहल मान रहे है. अब देखना ये होगा कि इस चुनाव में मतदाता अपना रुझान किसकी ओर दिखाते हैं. शिवलिंग का जलाभिषेक सपा प्रत्याशी के लिए मुसीबत साबित होगा या हिन्दू मतदाताओं में रुझान का काम करेगा. इसका फैसला नतीजे आने के बाद सामने आएंगे.</p>
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