मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देहरा में मुख्यमंत्री कार्यालय और एसपी ऑफिस का उद्घाटन किया। इस दौरान सीएम की पत्नी देहरा विधायक कमलेश ठाकुर भी मौजूद रहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज वह उन घोषणाओं को पूरा किया गया है। जो उन्होंने देहरा विधानसभा के उपचुनावों के बाद की थी। अब शिमला नहीं देहरा में ही समस्याओं का निपटारा होगा। उन्होंने कहा कि आज देहरा में एसपी ऑफिस और मुख्यमंत्री कार्यालय खोला गया है। इससे पहले एसई ऑफिस इलेक्ट्रिसिटी, एसई ऑफिस पीडब्ल्यूडी, एसई जल शक्ति विभाग खोला है। पौंग बांध विस्थापितों को उनका हक दिलाने के लिए कार्य किया जा रहा है। पर्यटन की दृष्टि से 100 करोड़ रुपए देहरा के पौंग बांध पर लगाया जा रहा है। ताकि यहां पर्यटन विकसित हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जब सत्ता में आय थे, तो मैने कहा था कि देहरा मेरा है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए यहां पर कई बड़े कार्यालय खोले हैं। जिनका सीधा सरोकार जनता के साथ है और आज भी यहां दो कार्यालय खोले गए हैंं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोई आर्थिक तंगी नहीं है। लेकिन परिवर्तन करने के लिए कई बार कड़े फैसले लेने पड़ते हैं। जो कई लोगों को हजम नहीं हुए। देहरा में मंगलवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूजा अर्चना कर देहरा में सीएम ऑफिस और एसपी ऑफिस का शुभारंभ किया। उन्होंने अपने ऑफिस के पहले ही दिन देहरा विधानसभा क्षेत्र मे बनने जा रहे सर्किट हाउस और पचास कमरों वाले रेस्टोरेंट कम होटल के बारे में भी विभाग से ऑनलाइन जानकारी ली। बेहतर है प्रदेश की वित्तीय स्थिति- सुक्खू सीएम ने बताया कि हर उच्च स्तर के कार्यालय देहरा में आ चुके हैं। जल्द ही पौंग झील में मोटर वोट, शिकारे और क्रूज चलेंगे, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार और टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। एक सवाल पर मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश की वित्तीय स्थिति बेहतर है, विपक्ष सिर्फ सवाल करता है, हमने एक माह में दो-दो बार सैलरी दी है। इस मौके पर विधायक संजय रत्न, विधायक कमलेश ठाकुर सहित प्रदेश के कई बड़े नेता और विभागों के सरकारी अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलने पूर्व राज्यसभा सांसद कृपाल परमार भी पहुंचे। यहां उनसे भी मुलाकात हुई। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे की शादी में शामिल में हुए सीएम इसके बाद सीएम देहरा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष पुष्पेंद्र ठाकुर के बेटे की शादी में पहुंचे। यहां उन्होंने वर वधू को आशीर्वाद दिया। साथ ही शादी में पूर्व मंत्री रमेश धवाला भी मिले। दोनों की आपस में बातचीत हुई गले मिले। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने देहरा में मुख्यमंत्री कार्यालय और एसपी ऑफिस का उद्घाटन किया। इस दौरान सीएम की पत्नी देहरा विधायक कमलेश ठाकुर भी मौजूद रहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज वह उन घोषणाओं को पूरा किया गया है। जो उन्होंने देहरा विधानसभा के उपचुनावों के बाद की थी। अब शिमला नहीं देहरा में ही समस्याओं का निपटारा होगा। उन्होंने कहा कि आज देहरा में एसपी ऑफिस और मुख्यमंत्री कार्यालय खोला गया है। इससे पहले एसई ऑफिस इलेक्ट्रिसिटी, एसई ऑफिस पीडब्ल्यूडी, एसई जल शक्ति विभाग खोला है। पौंग बांध विस्थापितों को उनका हक दिलाने के लिए कार्य किया जा रहा है। पर्यटन की दृष्टि से 100 करोड़ रुपए देहरा के पौंग बांध पर लगाया जा रहा है। ताकि यहां पर्यटन विकसित हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जब सत्ता में आय थे, तो मैने कहा था कि देहरा मेरा है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए यहां पर कई बड़े कार्यालय खोले हैं। जिनका सीधा सरोकार जनता के साथ है और आज भी यहां दो कार्यालय खोले गए हैंं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोई आर्थिक तंगी नहीं है। लेकिन परिवर्तन करने के लिए कई बार कड़े फैसले लेने पड़ते हैं। जो कई लोगों को हजम नहीं हुए। देहरा में मंगलवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूजा अर्चना कर देहरा में सीएम ऑफिस और एसपी ऑफिस का शुभारंभ किया। उन्होंने अपने ऑफिस के पहले ही दिन देहरा विधानसभा क्षेत्र मे बनने जा रहे सर्किट हाउस और पचास कमरों वाले रेस्टोरेंट कम होटल के बारे में भी विभाग से ऑनलाइन जानकारी ली। बेहतर है प्रदेश की वित्तीय स्थिति- सुक्खू सीएम ने बताया कि हर उच्च स्तर के कार्यालय देहरा में आ चुके हैं। जल्द ही पौंग झील में मोटर वोट, शिकारे और क्रूज चलेंगे, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार और टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। एक सवाल पर मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश की वित्तीय स्थिति बेहतर है, विपक्ष सिर्फ सवाल करता है, हमने एक माह में दो-दो बार सैलरी दी है। इस मौके पर विधायक संजय रत्न, विधायक कमलेश ठाकुर सहित प्रदेश के कई बड़े नेता और विभागों के सरकारी अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलने पूर्व राज्यसभा सांसद कृपाल परमार भी पहुंचे। यहां उनसे भी मुलाकात हुई। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे की शादी में शामिल में हुए सीएम इसके बाद सीएम देहरा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष पुष्पेंद्र ठाकुर के बेटे की शादी में पहुंचे। यहां उन्होंने वर वधू को आशीर्वाद दिया। साथ ही शादी में पूर्व मंत्री रमेश धवाला भी मिले। दोनों की आपस में बातचीत हुई गले मिले। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल पुलिस की नशे के खिलाफ 10 जिलों में रेड:7 लोग गिरफ्तार, 8 लाख रुपए के साथ ड्रग्स बरामद
हिमाचल पुलिस की नशे के खिलाफ 10 जिलों में रेड:7 लोग गिरफ्तार, 8 लाख रुपए के साथ ड्रग्स बरामद हिमाचल प्रदेश पुलिस ने अवैध नशे के काले व्यापार के खिलाफ शनिवार को बड़ी कार्यवाही की है। पुलिस ने 10 जिलों में एक साथ 50 ठिकानों पर छापेमारी की है, जिसमें 10 किलो चरस और 100 ग्राम चिट्टा बरामद किया है। DGP डॉ अतुल वर्मा ने बताया है कि पुलिस ने प्रदेश में नशे के तार को ध्वस्त करने के लिए 10 जिलों में एक साथ कड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई में पुलिस ने 7 अलग-अलग मामले दर्ज किए है, जिसमे कुल 10 किलो चरस और 100 ग्राम चिट्टा बरामद किया है। इसमें पुलिस ने 7 लोगो को गिरफ्तार किया है और 8 लाख रुपए की राशि सहित कई फोन और डिजिटल डिवाइस भी जब्त की । पुलिस ने गिरफ्तार लोगों की चल और अचल संपत्तियों से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए है। डॉ वर्मा ने बताया की कई जगह पर अभी भी पुलिस की कार्रवाई जारी है। उन्होंने कहा कि कार्रवाई समाप्त होने तक दर्ज मामलों की संख्या, गिरफ्तार किए लोगो की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही अवैध नशे की मात्रा व जब्त सम्पति, दस्तावेजों के बारे में अंतिम जानकारी कार्रवाई समाप्त करने के बाद दी जाएगी । इन जिलों में हुई कार्रवाई
पुलिस ने कांगड़ा, नूरपुर, चंबा, ऊना, देहरा, हमीरपुर, सोलन, सिरमौर मंडी और बिलासपुर में नशे कारोबारियों के कई ठिकानों पर दबिश दी है। पुलिस ने बताया कि हिमाचल प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए पुलिस के प्रयास जारी रहेंगे और आज भी NDPS एक्ट 1985 के तहत 50 स्थानों पर कार्रवाई की है।
शिमला में स्कॉर्पियो दुर्घटनाग्रस्त, 2 की मौत:2 लोग गंभीर रूप से घायल, IGMC में चल रहा उपचार, काम से लौटते समय हादसा
शिमला में स्कॉर्पियो दुर्घटनाग्रस्त, 2 की मौत:2 लोग गंभीर रूप से घायल, IGMC में चल रहा उपचार, काम से लौटते समय हादसा हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के नेरवा में बीती रात एक स्कॉर्पियो गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल 2 लोगों को नेरवा में प्राथमिक उपचार के बाद IGMC रेफर किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, यह हादसा नेरवा के शामटा-टिकरी सड़क मार्ग पर पीपलाह के पास पेश आया। HP-08-C-0346 नंबर की स्कॉर्पियो गाड़ी में चार लोग सवार थे और रात करीब एक बजे इनकी गाड़ी गहरी खाई में जा गिरी। इनमें एक व्यक्ति स्थानीय और तीन बिहार के रहने वाले हैं। IGMC में चल रहा घायलों का उपचार बिहार के तीनों युवक नेरवा में स्थानीय व्यक्ति के पास काम कर रहे थे और देर रात काम से घर लौटते वक्त हादसा हो गया। मृतकों की पहचान प्रताप हंसटा उम्र 38 साल पुत्र रतिराम गांव बासरा नेरवा के तौर पर हुई है, जबकि एक अन्य मृतक व्यक्ति बिहार का रहने वाला बताया जा रहा है। वहीं 2 अन्य लोगों को गंभीर चोटें आई है, जिनका IGMC शिमला में उपचार चल रहा है। नेरवा में करवाया जा रहा पोस्टमॉर्टम नेरवा पुलिस ने दोनों मृतकों के शव कब्जे में ले लिए है। आज नेरवा अस्पताल में पोर्स्टमार्टम करवाया जा रहा है। पोर्स्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। फिलहाल घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस जांच में जुट गई है।
शिमला पुलिस के सामने पेश हुए आशीष शर्मा:सरकार गिराने को षड़यंत्र रचने का मामला; दो घंटे पूछताछ, CM के भाई को बोला खनन माफिया
शिमला पुलिस के सामने पेश हुए आशीष शर्मा:सरकार गिराने को षड़यंत्र रचने का मामला; दो घंटे पूछताछ, CM के भाई को बोला खनन माफिया हिमाचल की बहुमत वाली सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचने से जुड़े केस में हमीरपुर से पूर्व निर्दलीय विधायक एवं उपचुनाव में BJP प्रत्याशी आशीष शर्मा आज शिमला पुलिस के सामने पेश हुए। बालूगंज थाना में पुलिस ने उनसे करीब दो घंटे पूछताछ की। आशीष शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने प्रदेश सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा। कांग्रेस के छह बागी विधायकों के फाइव-सेवन स्टार होटल में ठहरने, खाने-पीने और हेलिकॉप्टर से उन्हें ले जाने का इंतजाम किया। इस मामले में आशीष शर्मा के साथ गगरेट के पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के रिटायर आईएएस पिता राकेश शर्मा के खिलाफ भी बीते 10 मार्च को शिमला के बालूगंज थाना में मामला दर्ज है। आशीष शर्मा आज तीसरी बार बालूगंज पुलिस के सामने पेश हुए। हालांकि उन्हें बीते 13 और 18 जून को भी बालूगंज बुलाया गया था। मगर तब वह नहीं आए। इसी केस में चार दिन पहले हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी भी शिमला पुलिस के सामने हाजिर हुए थे। जाने क्या है पूरा मामला.. कांग्रेस के विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ ने बीते 10 मार्च को बालूगंज थाना में आशीष शर्मा और राकेश शर्मा के खिलाफ FIR कराई। इन पर दोनों पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा। पुलिस साक्ष्य जुटा रही हैं। एक महीने तक प्रदेश से बाहर रहे थे बागी विधायक बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट के बाद कांग्रेस के छह बागी सहित तीन निर्दलीय विधायक भी करीब दो हफ्ते तक पंचकूला के एक होटल में ठहरे। इसके बाद ऋषिकेष गए। ऋषिकेश से गुड़गांव पहुंचे। इस दौरान इनके ठहरने व खाने-पीने के बिलों का भुगतान जिन्होंने किया, पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस के हर सवाल का दिया जवाब: आशीष मीडिया से बातचीत में आशीष शर्मा ने कहा कि उन्होंने पुलिस के हर सवाल का जवाब दिया है। उन्होंने पुलिस से आग्रह किया है कि जो भी सवाल पूछने है, उसके लिए 10 जुलाई के बाद बुलाया जाए, क्योंकि उपचुनाव की वजह से उनके लिए एक-एक मिनट कीमती है। इस दौरान आशीष शर्मा ने कहा कि इस सरकार में विधायकों के ऊपर झूठी एफआईआर की जा रही है। परिवार और साथ जुड़े लोगों को परेशान किया जा रहा है। प्रशासन का दुरुपयोग किया जा रहा है। CM के भाई को सबसे बड़ा खनन माफिया बताया आशीष शर्मा ने मुख्यमंत्री के खनन माफिया के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश में आज सबसे बड़ा खनन माफिया सीएम सुक्खू के भाई है। सरकार बनते ही सरकार में माइनिंग पॉलिसी को बदल डाला। कैप्टिव यूज में सगे भाई को परमिशन दी। उसके लिए सारी पॉलिसी चेंज की गई। पूरी ब्यास नदी में दिन-रात खनन चला हुआ है।