पंजाब की क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने अपने ही जीजा व तरनतारन के कैरों परिवार के बेटे आदेश प्रताप सिंह को पार्टी से निकाल दिया है। उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप लगे हैं। ये कार्रवाई खडूर साहिब के अकाली उम्मीदवार विरसा सिंह वल्टोहा की शिकायत के बाद की गई है। विरसा सिंह वल्टोहा ने दुख जाहिर करते हुए कहा कि पार्टी के सत्ता में रहते हुए जिसने मंत्री पद भी भोगा हो, लेकिन फिर भी पार्टी से वफादारी नहीं की गई। ये उनके साथ या पार्टी के साथ पहली बार नहीं हुआ है। लंबे समय से आदेश प्रताप सिंह कैरों पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं। इस बार जिस तरह की पार्टी विरोधी गतिविधियां उन्होंने की वे पार्टी के ध्यान में लाते रहे। पार्टी की तरफ से उन्हें रोकने के प्रयत्न किए गए, लेकिन वे नहीं हटे। सुखबीर बादल ने खुद इसके लिए प्रयास किए। लेकिन वे उनके सामने कुछ और दिखते थे व पीछे कुछ और करते रहे। अंत में तो वे सब कुछ खुले तौर पर करने लगे थे। पार्टी वर्करों को बुला वल्टोहा को वोट ना डालने को कहा वल्टोहा ने कहा कि कैरों पार्टी वर्करों को बुला कर उन्हें वोट ना डालने के लिए कहते रहे। कैरों का कहना था कि वोट किसी को भी डाल दो, लेकिन विरसा सिंह वल्टोहा को नहीं डालनी। अंत में पट्टी हलके के वर्करों ने लिख कर दिया। जिसके बाद शिकायत अकाली दल को दी गई। वल्टोहा ने खुशी जाहिर की कि आज भी पट्टी हलके के कार्यकर्ता पार्टी के साथ खड़े हैं। सुखबीर बादल ने रिश्तों से अधिक पार्टी को तवज्जो दी वल्टोहा ने खुशी जाहिर की कि सुखबीर बादल ने रिश्तों से अधिक पार्टी को तवज्जो दी है। उनके लिए ये निर्णय लेना आसान नहीं था। 2007 में जब उन्होंने पहली इलेक्शन लड़ी थी तो भी कैरों ने कांग्रेस का साथ दिया था। तब प्रकाश सिंह बादल भी उनके पाए गए थे, लेकिन कैरों परिवार ने उनकी ना सुनी। जाने कौन हैं आदेश प्रताप सिंह कैरों आदेश प्रताप सिंह कैरों पट्टी क्षेत्र चार बार विधान सभा के सदस्य रह चुके हैं। वह तीन बार मंत्री रह चुके हैं। उनके पास उत्पाद शुल्क और कराधान, खाद्य और आईटी विभाग रहे हैं। आदेश प्रताप के दादा प्रताप सिंह कैरों पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इतना ही नहीं, प्रकाश सिंह बादल की बेटी की शादी आदेश प्रताप सिंह कैरों के साथ हुई थी। पंजाब की क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने अपने ही जीजा व तरनतारन के कैरों परिवार के बेटे आदेश प्रताप सिंह को पार्टी से निकाल दिया है। उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप लगे हैं। ये कार्रवाई खडूर साहिब के अकाली उम्मीदवार विरसा सिंह वल्टोहा की शिकायत के बाद की गई है। विरसा सिंह वल्टोहा ने दुख जाहिर करते हुए कहा कि पार्टी के सत्ता में रहते हुए जिसने मंत्री पद भी भोगा हो, लेकिन फिर भी पार्टी से वफादारी नहीं की गई। ये उनके साथ या पार्टी के साथ पहली बार नहीं हुआ है। लंबे समय से आदेश प्रताप सिंह कैरों पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं। इस बार जिस तरह की पार्टी विरोधी गतिविधियां उन्होंने की वे पार्टी के ध्यान में लाते रहे। पार्टी की तरफ से उन्हें रोकने के प्रयत्न किए गए, लेकिन वे नहीं हटे। सुखबीर बादल ने खुद इसके लिए प्रयास किए। लेकिन वे उनके सामने कुछ और दिखते थे व पीछे कुछ और करते रहे। अंत में तो वे सब कुछ खुले तौर पर करने लगे थे। पार्टी वर्करों को बुला वल्टोहा को वोट ना डालने को कहा वल्टोहा ने कहा कि कैरों पार्टी वर्करों को बुला कर उन्हें वोट ना डालने के लिए कहते रहे। कैरों का कहना था कि वोट किसी को भी डाल दो, लेकिन विरसा सिंह वल्टोहा को नहीं डालनी। अंत में पट्टी हलके के वर्करों ने लिख कर दिया। जिसके बाद शिकायत अकाली दल को दी गई। वल्टोहा ने खुशी जाहिर की कि आज भी पट्टी हलके के कार्यकर्ता पार्टी के साथ खड़े हैं। सुखबीर बादल ने रिश्तों से अधिक पार्टी को तवज्जो दी वल्टोहा ने खुशी जाहिर की कि सुखबीर बादल ने रिश्तों से अधिक पार्टी को तवज्जो दी है। उनके लिए ये निर्णय लेना आसान नहीं था। 2007 में जब उन्होंने पहली इलेक्शन लड़ी थी तो भी कैरों ने कांग्रेस का साथ दिया था। तब प्रकाश सिंह बादल भी उनके पाए गए थे, लेकिन कैरों परिवार ने उनकी ना सुनी। जाने कौन हैं आदेश प्रताप सिंह कैरों आदेश प्रताप सिंह कैरों पट्टी क्षेत्र चार बार विधान सभा के सदस्य रह चुके हैं। वह तीन बार मंत्री रह चुके हैं। उनके पास उत्पाद शुल्क और कराधान, खाद्य और आईटी विभाग रहे हैं। आदेश प्रताप के दादा प्रताप सिंह कैरों पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इतना ही नहीं, प्रकाश सिंह बादल की बेटी की शादी आदेश प्रताप सिंह कैरों के साथ हुई थी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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