सुखबीर बादल की अध्यक्षता में SAD की बैठक:चंडीगढ़ में जिला प्रधान बोले- अकाली दल को कमजोर करने के पीछे भाजपा और एजेंसियां

सुखबीर बादल की अध्यक्षता में SAD की बैठक:चंडीगढ़ में जिला प्रधान बोले- अकाली दल को कमजोर करने के पीछे भाजपा और एजेंसियां

लोकसभा चुनाव में हार के बाद शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के जिला प्रधानों की चंडीगढ़ में बैठक बुलाई गई। इस बैठक की अध्यक्षता पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने की। बैठक में जहां पार्टी के कमजोर होने की समीक्षा की गई, वहीं भाजपा के साथ गठबंधन न करने के सुखबीर बादल के फैसले की सराहना भी की गई। अकाली दल की इस बैठक में पार्टी के जिला प्रधानों ने आरोप लगाया कि सरकार पंथ और पंजाब को नेतृत्वविहीन करने की साजिश रच रही है। प्रधानों ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल को कमजोर या तोड़ने की कोशिशों के पीछे भाजपा और एजेंसियां ​​हैं। भाजपा ने अकाली दल के समानांतर पार्टी बनाकर अकाली दल को अंदर से कमजोर करने की कोशिश की है। भाजपा पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने अकाली दल को तोड़ समानांतर पार्टी बनाने की कोशिश की, लेकिन लोगों उसे नकार दिया। राजनीति से ऊपर हैं सिद्धांत पार्टी अध्यक्षों ने सुखबीर बादल के फैसले की सरहाना भी की। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल ने राजनीति से ऊपर सिद्धांत को रखा। भाजपा के साथ गठबंधन करने से इनकार करना बेहद सैद्धांतिक है। जिला अध्यक्षों ने सुखबीर सिंह बादल के दृढ़ और सैद्धांतिक नेतृत्व की सराहना की। निराश ना होने की सलाह दी लोकसभा चुनावों में पार्टी की हार से नेताओं को सुखबीर बादल ने निराश ना होने की सलाह दी। सुखबीर बादल ने कहा कि निराश नेताओं को महाराष्ट्र से सीख लेनी चाहिए। बीजेपी ने क्षेत्रीय पार्टी तोड़ी लेकिन लोगों ने डमी रचना को खारिज कर दिया। लोकसभा चुनाव में हार के बाद शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के जिला प्रधानों की चंडीगढ़ में बैठक बुलाई गई। इस बैठक की अध्यक्षता पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने की। बैठक में जहां पार्टी के कमजोर होने की समीक्षा की गई, वहीं भाजपा के साथ गठबंधन न करने के सुखबीर बादल के फैसले की सराहना भी की गई। अकाली दल की इस बैठक में पार्टी के जिला प्रधानों ने आरोप लगाया कि सरकार पंथ और पंजाब को नेतृत्वविहीन करने की साजिश रच रही है। प्रधानों ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल को कमजोर या तोड़ने की कोशिशों के पीछे भाजपा और एजेंसियां ​​हैं। भाजपा ने अकाली दल के समानांतर पार्टी बनाकर अकाली दल को अंदर से कमजोर करने की कोशिश की है। भाजपा पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने अकाली दल को तोड़ समानांतर पार्टी बनाने की कोशिश की, लेकिन लोगों उसे नकार दिया। राजनीति से ऊपर हैं सिद्धांत पार्टी अध्यक्षों ने सुखबीर बादल के फैसले की सरहाना भी की। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल ने राजनीति से ऊपर सिद्धांत को रखा। भाजपा के साथ गठबंधन करने से इनकार करना बेहद सैद्धांतिक है। जिला अध्यक्षों ने सुखबीर सिंह बादल के दृढ़ और सैद्धांतिक नेतृत्व की सराहना की। निराश ना होने की सलाह दी लोकसभा चुनावों में पार्टी की हार से नेताओं को सुखबीर बादल ने निराश ना होने की सलाह दी। सुखबीर बादल ने कहा कि निराश नेताओं को महाराष्ट्र से सीख लेनी चाहिए। बीजेपी ने क्षेत्रीय पार्टी तोड़ी लेकिन लोगों ने डमी रचना को खारिज कर दिया।   पंजाब | दैनिक भास्कर