सुनो इंस्पेक्टर…80 हजार वोट मिले थे, ध्यान रखना:मेरठ में BJP विधायक समर्थकों संग थाना घेरा, कहा- शेर को सवा शेर मिल जाते हैं

सुनो इंस्पेक्टर…80 हजार वोट मिले थे, ध्यान रखना:मेरठ में BJP विधायक समर्थकों संग थाना घेरा, कहा- शेर को सवा शेर मिल जाते हैं

मेरठ में BJP नेता और पूर्व विधायक प्रत्याशी कमल दत्त शर्मा अपने समर्थकों के साथ रेलवे रोड थाने पहुंच गए। यहां जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान थानेदार की क्लास लगा दी गई। कमल दत्त शर्मा ने थानेदार को सख्त लहजे में कहा- सुनो इंस्पेक्टर! 80,320 वोट मिले थे। ध्यान रखना…शेर को सवा शेर मिल जाते हैं। इस दौरान इंस्पेक्टर आनंद कुमार गौतम हां में हां मिलाते दिखाई दिए। इतना कहते ही समर्थक नारेबाजी करने लगे। तब भाजपा नेता उठे और बोले-शांत रहिए। समस्या दूर होकर रहेगी। हंगामा शहर में चल रही अवैध प्राइवेट बसों के कारण हुआ। भाजपा नेता का आरोप था कि पुलिस की देखरेख में अवैध बसों का संचालन हो रहा है। हंगामे के 2 फुटेज फोन पर हुई बहस, फिर थाने पहुंच गए नेता और समर्थक शहर में अवैध रूप से निजी बसों के संचालन की शिकायत करने पर रेलवे रोड थाना प्रभारी और भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा की पहले फोन पर बहस हुई। थाने पहुंचे कमल दत्त शर्मा ने थानेदार से कहा- कोई आपको फोन पर शिकायत कर रहा है, तो आप उस पर कार्रवाई करोगे या फिर ये कहोगे कि थाने आकर रिपोर्ट दर्ज कराओ। भाजपा नेता के साथ करीब 50 समर्थकों ने इस बात पर नारेबाजी करनी शुरू कर दी। इस दौरान व्यापार संघ प्रमुख अजय गुप्ता भी थाने पहुंचे। फिर दोनों लोग कुर्सी डालकर थाने के सामने ही बैठ गए। पहले जानते हैं, पूरे विवाद की जड़ भाजपा के पूर्व पार्षद रमेश प्रधान ने भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा से शिकायत करते हुए कहा- ईदगाह पर प्राइवेट डबल डेकर बस पर खड़ी रहती हैं। ये बस जयपुर, अजमेर, राजस्थान, ग्वालियर जाती हैं। इन बसों में माल और सवारी अवैध रूप सवार आवागमन कर रहे हैं। भाजपा नेता ने इस मामले में इंस्पेक्टर रेलवे रोड आनंद कुमार गौतम से फोन पर बातचीत की। इंस्पेक्टर ने कहा कि यह मामला मेरी जानकारी में नहीं है। इस पर भाजपा नेता ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता रमेश प्रधान ने इसकी जानकारी आपको पहले दे रखी है। इस पर इंस्पेक्टर ने कमल को थाने आकर बात करने के लिए कहा। भाजपा नेता का आरोप था कि प्राइवेट बसों का संचालन पुलिस की देखरेख में हो रहा है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट से ज्यादा इन बसों का यूज माल सप्लाई करने के लिए किया जा रहा है। इससे GST चोरी भी हो रही है। अब चलते हैं थाने में क्या कुछ हंगामा हुआ… थानेदार से बोले- तमीज देखो, जनता से क्या रुख रहता होगा थाने पहुंचे कमल दत्त शर्मा ने थानेदार से कहा- इश्यू बनाने के बात की जा रही है। बसों में क्या जा रहा है, यह हम नहीं आपको देखना चाहिए। आप लोग बाइक और कार का चालान करते हैं। आपकी नाक के नीचे यह सब कुछ हो रहा है। GST चोरी चल रही है। आपकी तमीज देखिए…आपको कोई सूचना दे रहा है, तो आप उसे थाने बुला रहे हो। कमल दत्त ने थानेदार से कहा- मैं आपका मान मर्दन (बेइज्जती) करने नहीं आया हूं। आपको बताने आया हूं कि पुलिस की ड्यूटी क्या होती है। आप मुझसे जब इस तरह की बात कर रहे हो, तो आम आदमी से क्या ही बात करते होगे। इस दौरान थानेदार खड़े रहे। भाजपा नेता कुर्सी में बैठकर इंस्पेक्टर आनंद कुमार गौतम की क्लास लगाते रहे। थानेदार को सिखाने लगे पुलिस का काम समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए थानेदार से सॉरी बोलने को कहा। इस पर थाना प्रभारी के सामने ही भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा ने कहा- हमें माफी नहीं चाहिए। पुलिस इंस्पेक्टर से कोई सॉरी नहीं बुलवाना है। वो हमारे सिर का ताज नहीं है। लेकिन, हमें यह बताना है कि आप सिर का ताज हो तो किन-किन कारणों से हो। उन्होंने आगे कहा- आपको कानून में गरीबों की मदद करनी है। जो कचौड़ी का ठेला लगा रहा है, उस पर हल्का हाथ रखना है, लेकिन जो अवैध बस चलाना है, उन पर कठोर कार्रवाई करनी है। जो सरकार ने आपको पॉवर दी है। उसका सही उपयोग करना है। आप पुलिस हो, पुलिस को अपना काम करना होगा। जो सूचना दे रहा है, उस पर हमल करना चाहिए। पूरे मामले में थानेदार ने कुछ भी बताना मुनासिब नहीं समझा। हालांकि, थानेदार के गलती स्वीकार की। इसके बाद मामला शांत हुआ। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया- पुलिस और भाजपा नेता के बीच कुछ गलतफहमी हो गई थी, मामला निपट गया है 26 हजार वोटों से हार गए थे कमल दत्त शर्मा 2022 विधानसभा चुनाव में मेरठ सिटी से भाजपा प्रत्याशी कमल दत्त शर्मा को सपा कैंडिडेट रफीक अंसारी ने 26 हजार 65 वोटों से हराया था। कमल दत्त को 80 हजार 330 वोट मिले थे, जबकि रफीक को 1 लाख 6 हजार 395 वोट मिले। ———————————————————————- यह खबर भी पढ़ें ‘रावण इस गांव का बेटा है, राक्षस नहीं’: नोएडा के बिसरख में नहीं मनाते दशहरा, पुतला दहन से होने लगते हैं हादसे ‘रावण इस गांव का बेटा है, राक्षस नहीं…यहां कभी रामलीला नहीं होती, न ही पुतला जलाया जाता है। जब-जब ऐसा हुआ, कुछ न कुछ अनिष्ट हुआ। दुर्घटनाएं होने लगीं। लोग मरे, बीमारी फैलने लगी।’ ऐसा नोएडा से 17 किमी दूर बिसरख गांव के लोगों का कहना है। पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट… मेरठ में BJP नेता और पूर्व विधायक प्रत्याशी कमल दत्त शर्मा अपने समर्थकों के साथ रेलवे रोड थाने पहुंच गए। यहां जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान थानेदार की क्लास लगा दी गई। कमल दत्त शर्मा ने थानेदार को सख्त लहजे में कहा- सुनो इंस्पेक्टर! 80,320 वोट मिले थे। ध्यान रखना…शेर को सवा शेर मिल जाते हैं। इस दौरान इंस्पेक्टर आनंद कुमार गौतम हां में हां मिलाते दिखाई दिए। इतना कहते ही समर्थक नारेबाजी करने लगे। तब भाजपा नेता उठे और बोले-शांत रहिए। समस्या दूर होकर रहेगी। हंगामा शहर में चल रही अवैध प्राइवेट बसों के कारण हुआ। भाजपा नेता का आरोप था कि पुलिस की देखरेख में अवैध बसों का संचालन हो रहा है। हंगामे के 2 फुटेज फोन पर हुई बहस, फिर थाने पहुंच गए नेता और समर्थक शहर में अवैध रूप से निजी बसों के संचालन की शिकायत करने पर रेलवे रोड थाना प्रभारी और भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा की पहले फोन पर बहस हुई। थाने पहुंचे कमल दत्त शर्मा ने थानेदार से कहा- कोई आपको फोन पर शिकायत कर रहा है, तो आप उस पर कार्रवाई करोगे या फिर ये कहोगे कि थाने आकर रिपोर्ट दर्ज कराओ। भाजपा नेता के साथ करीब 50 समर्थकों ने इस बात पर नारेबाजी करनी शुरू कर दी। इस दौरान व्यापार संघ प्रमुख अजय गुप्ता भी थाने पहुंचे। फिर दोनों लोग कुर्सी डालकर थाने के सामने ही बैठ गए। पहले जानते हैं, पूरे विवाद की जड़ भाजपा के पूर्व पार्षद रमेश प्रधान ने भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा से शिकायत करते हुए कहा- ईदगाह पर प्राइवेट डबल डेकर बस पर खड़ी रहती हैं। ये बस जयपुर, अजमेर, राजस्थान, ग्वालियर जाती हैं। इन बसों में माल और सवारी अवैध रूप सवार आवागमन कर रहे हैं। भाजपा नेता ने इस मामले में इंस्पेक्टर रेलवे रोड आनंद कुमार गौतम से फोन पर बातचीत की। इंस्पेक्टर ने कहा कि यह मामला मेरी जानकारी में नहीं है। इस पर भाजपा नेता ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता रमेश प्रधान ने इसकी जानकारी आपको पहले दे रखी है। इस पर इंस्पेक्टर ने कमल को थाने आकर बात करने के लिए कहा। भाजपा नेता का आरोप था कि प्राइवेट बसों का संचालन पुलिस की देखरेख में हो रहा है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट से ज्यादा इन बसों का यूज माल सप्लाई करने के लिए किया जा रहा है। इससे GST चोरी भी हो रही है। अब चलते हैं थाने में क्या कुछ हंगामा हुआ… थानेदार से बोले- तमीज देखो, जनता से क्या रुख रहता होगा थाने पहुंचे कमल दत्त शर्मा ने थानेदार से कहा- इश्यू बनाने के बात की जा रही है। बसों में क्या जा रहा है, यह हम नहीं आपको देखना चाहिए। आप लोग बाइक और कार का चालान करते हैं। आपकी नाक के नीचे यह सब कुछ हो रहा है। GST चोरी चल रही है। आपकी तमीज देखिए…आपको कोई सूचना दे रहा है, तो आप उसे थाने बुला रहे हो। कमल दत्त ने थानेदार से कहा- मैं आपका मान मर्दन (बेइज्जती) करने नहीं आया हूं। आपको बताने आया हूं कि पुलिस की ड्यूटी क्या होती है। आप मुझसे जब इस तरह की बात कर रहे हो, तो आम आदमी से क्या ही बात करते होगे। इस दौरान थानेदार खड़े रहे। भाजपा नेता कुर्सी में बैठकर इंस्पेक्टर आनंद कुमार गौतम की क्लास लगाते रहे। थानेदार को सिखाने लगे पुलिस का काम समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए थानेदार से सॉरी बोलने को कहा। इस पर थाना प्रभारी के सामने ही भाजपा नेता कमल दत्त शर्मा ने कहा- हमें माफी नहीं चाहिए। पुलिस इंस्पेक्टर से कोई सॉरी नहीं बुलवाना है। वो हमारे सिर का ताज नहीं है। लेकिन, हमें यह बताना है कि आप सिर का ताज हो तो किन-किन कारणों से हो। उन्होंने आगे कहा- आपको कानून में गरीबों की मदद करनी है। जो कचौड़ी का ठेला लगा रहा है, उस पर हल्का हाथ रखना है, लेकिन जो अवैध बस चलाना है, उन पर कठोर कार्रवाई करनी है। जो सरकार ने आपको पॉवर दी है। उसका सही उपयोग करना है। आप पुलिस हो, पुलिस को अपना काम करना होगा। जो सूचना दे रहा है, उस पर हमल करना चाहिए। पूरे मामले में थानेदार ने कुछ भी बताना मुनासिब नहीं समझा। हालांकि, थानेदार के गलती स्वीकार की। इसके बाद मामला शांत हुआ। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया- पुलिस और भाजपा नेता के बीच कुछ गलतफहमी हो गई थी, मामला निपट गया है 26 हजार वोटों से हार गए थे कमल दत्त शर्मा 2022 विधानसभा चुनाव में मेरठ सिटी से भाजपा प्रत्याशी कमल दत्त शर्मा को सपा कैंडिडेट रफीक अंसारी ने 26 हजार 65 वोटों से हराया था। कमल दत्त को 80 हजार 330 वोट मिले थे, जबकि रफीक को 1 लाख 6 हजार 395 वोट मिले। ———————————————————————- यह खबर भी पढ़ें ‘रावण इस गांव का बेटा है, राक्षस नहीं’: नोएडा के बिसरख में नहीं मनाते दशहरा, पुतला दहन से होने लगते हैं हादसे ‘रावण इस गांव का बेटा है, राक्षस नहीं…यहां कभी रामलीला नहीं होती, न ही पुतला जलाया जाता है। जब-जब ऐसा हुआ, कुछ न कुछ अनिष्ट हुआ। दुर्घटनाएं होने लगीं। लोग मरे, बीमारी फैलने लगी।’ ऐसा नोएडा से 17 किमी दूर बिसरख गांव के लोगों का कहना है। पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर