सुल्तानपुर में कब्र से निकाला गया युवक का शव:मां बोली- बेटे को मारकर फंदे से लटकाया, प्रेमिका के घर वालों ने हत्या की

सुल्तानपुर में कब्र से निकाला गया युवक का शव:मां बोली- बेटे को मारकर फंदे से लटकाया, प्रेमिका के घर वालों ने हत्या की

सुल्तानपुर में शुक्रवार को 3 महीने बाद कब्र खुदवाकर युवक का शव बाहर निकाला गया। पुलिस ने बॉडी का पोस्टमॉर्टम कराया। मां ने बेटे की हत्या का आरोप लगाया है। कहा- लड़की के चक्कर में मेरे बेटे की हत्या हुई है। पुलिस के पास गए तो कार्रवाई नहीं हुई। आश्वासन दिया कि शव को दफना दो, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करेंगे। एक हफ्ते बाद रिपोर्ट में हैंगिंग (गला दबाकर या फांसी) की बात आई। हम एसपी और डीएम के पास गए, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद हाईकोर्ट में अपील की। गुरुवार को हाईकोर्ट ने डीएम को शव का दोबारा पोस्टमॉर्टम कराने का निर्देश दिया। शुक्रवार दोपहर एसडीएम विपिन द्विवेदी, थानाध्यक्ष धर्मवीर सिंह और सब इंस्पेक्टर राम प्रकाश सिंह पुलिस फोर्स के साथ कब्रिस्तान पहुंचे। एक घंटे खोदाई चली। हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। FIR में प्रेमिका के पिता, चाचा और उसके दो भाई के नाम हैं। 3 फोटो देखिए… अब जानिए पूरा मामला… मामला जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर बंधुआकला थाना क्षेत्र गाजी खां मोहल्ले का है। यहां की रहने वाली नफीसा बानो के दो बेटे और बेटी थी। बड़े बेटे अयान खान (20 साल) की 22 फरवरी को संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी। अयान चंडीगढ़ में रहकर ड्राइविंग सीख रहा था। फरवरी में इंटर का पेपर देने घर आया था। उसका पासपोर्ट वीजा तैयार था। पेपर देने के बाद उसे दुबई जाना था। अयान की सबसे बड़ी बहन मुस्कान बानो की शादी हो चुकी है। सबसे छोटा अमान (9) है। 8 साल पहले पिता अतीक खान को पैरालिसिस का अटैक हुआ, तब से वो बिस्तर पर ही हैं। ऐसे में घर की जिम्मेदारी अयान के कंधे पर आ गई थी। गांव की लड़की से था अफेयर
अयान की मां नफीसा के अनुसार, उनके बेटे का गांव में एक 18 साल की युवती सबा (बदला हुआ नाम) से अफेयर था। लड़की के पिता, चाचा और भाई ने बेटे को धमकी दी थी। 22 फरवरी को इन लोगों ने हमारे घर के बाहर कमरे में मारकर उसे लटका दिया। उसका शरीर कुर्सी पर टिका था। जब तक हम लोग पहुंचते, उन लोगों ने शव उतार कर दूसरे के तख्त पर लिटा दिया था। उन लोगों ने पुलिस के आने का भी इंतजार नहीं किया। हम लोग घर पर नहीं थे। शोर हुआ तो पहुंचे। मां के अनुसार, एफआईआर कराने के लिए पुलिस के पास गए तो कहा गया, जब तक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आ जाएगी एफआईआर नहीं होगी। हमने बेटे का शव पुलिस के कहने पर दफना दिया। लड़की के यहां कोई पूछताछ करने भी नहीं गया। 3 महीने तक दौड़ भाग की कप्तान के यहां, डीएम के यहां एप्लिकेशन दी, पर कार्रवाई नहीं हुई। 12 अप्रैल को लखनऊ में हाईकोर्ट गए फिर से पोस्टमॉर्टम के लिए याचिका डाली। 3 महीने तक दौड़ भाग की। गुरुवार को कोर्ट का ऑर्डर मिला, तब पुलिस एक्टिव हुई। पहले जो पोस्टमॉर्टम हुआ, उसमें डॉक्टरों ने सिर्फ खानापूर्ति की थी। इस बार पीएम की डॉक्टरों के पैनल के साथ वीडियोग्राफी हुई। पीएम के बाद बिसरा सुरक्षित रखा गया है। लड़की के पिता ने दो शादी की थी अयान की मां के अनुसार, लड़की के पिता ने दो शादी की है। पहली पत्नी से एक बेटा है। पत्नी के मरने के बाद उसने दूसरी शादी की, जिससे एक लड़की और दो लड़के हैं। 17 मई को एक लकड़ा सऊदी अरब चला गया है। जबकि दूसरा लड़का दिल्ली में रहता है। सभी मौके से भागे हुए हैं। लड़की हाईस्कूल की परीक्षा दे चुकी है। मृतक के मामा ने कहा- हमारे भांजे की हत्या की गई
अयान के मामा मो वसीम खान ने बताया- हमारे भांजे को तीन-चार लोगों ने मिलकर मारा है। हमारी बहन का आदमी मानसिक रूप से ठीक नहीं है, उन्हीं के बयान पर पुलिस ने आरोपियों को बचाया है। जबरदस्ती थाने की पुलिस ने दफन करा दिया था। भांजे को मारकर कुर्सी पर बैठाया गया था। हम लोगों ने कहा था, हत्या हुई है। पर पुलिस वालों ने कुछ नहीं किया। मां की याचिका पर हाईकोर्ट का आदेश
लखनऊ हाईकोर्ट के जस्टिस विवेक चौधरी और जस्टिस राम मनोहर नारायण मिश्रा की खंडपीठ ने सुल्तानपुर के जिलाधिकारी को निर्देश दिया थी कि वह अयान खान के फिर से पोस्टमॉर्टम की मांग वाली अर्जी पर जल्द से जल्द निर्णय लें। जिलाधिकारी को सभी बिंदुओं पर निर्णय लेने का अधिकार
कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि वह मामले के गुण-दोष पर नहीं गया है। सभी बिंदुओं पर निर्णय लेने का अधिकार जिलाधिकारी को दिया गया है। जिलाधिकारी को कानून के अनुसार निर्णय लेना होगा। याचिकाकर्ता के वकील मनमोहन सिंह और संदीप कुमार ओझा ने पक्ष रखा, जबकि सरकारी पक्ष की ओर से महाधिवक्ता ने कोई आपत्ति नहीं जताई। मां नफीसा बेगम ने याचिका दायर की थी। उन्होंने 7 मार्च 2025 को जिलाधिकारी के समक्ष मेडिकल बोर्ड गठित कर पुनः पोस्टमॉर्टम कराने की अर्जी दी थी। साथ ही पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग की मांग भी की थी। —————————————– ये खबर भी पढ़ें… अंबेडकरनगर में थाने से लौटी हाईस्कूल छात्रा ने फांसी लगाई:पुलिस ने 12 घंटे कस्टडी में रखा; आधी रात गांव के बाहर छोड़ गए थे अंबेडकरनगर में थाने से लौटी 16 साल की नाबालिग लड़की ने फांसी लगाकर जान दे दी। शुक्रवार सुबह उसका शव घर में फंदे के सहारे लटकता मिला। लड़की ने इसी साल 10वीं पास किया था। पढ़ें पूरी खबर… सुल्तानपुर में शुक्रवार को 3 महीने बाद कब्र खुदवाकर युवक का शव बाहर निकाला गया। पुलिस ने बॉडी का पोस्टमॉर्टम कराया। मां ने बेटे की हत्या का आरोप लगाया है। कहा- लड़की के चक्कर में मेरे बेटे की हत्या हुई है। पुलिस के पास गए तो कार्रवाई नहीं हुई। आश्वासन दिया कि शव को दफना दो, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करेंगे। एक हफ्ते बाद रिपोर्ट में हैंगिंग (गला दबाकर या फांसी) की बात आई। हम एसपी और डीएम के पास गए, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद हाईकोर्ट में अपील की। गुरुवार को हाईकोर्ट ने डीएम को शव का दोबारा पोस्टमॉर्टम कराने का निर्देश दिया। शुक्रवार दोपहर एसडीएम विपिन द्विवेदी, थानाध्यक्ष धर्मवीर सिंह और सब इंस्पेक्टर राम प्रकाश सिंह पुलिस फोर्स के साथ कब्रिस्तान पहुंचे। एक घंटे खोदाई चली। हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। FIR में प्रेमिका के पिता, चाचा और उसके दो भाई के नाम हैं। 3 फोटो देखिए… अब जानिए पूरा मामला… मामला जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर बंधुआकला थाना क्षेत्र गाजी खां मोहल्ले का है। यहां की रहने वाली नफीसा बानो के दो बेटे और बेटी थी। बड़े बेटे अयान खान (20 साल) की 22 फरवरी को संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी। अयान चंडीगढ़ में रहकर ड्राइविंग सीख रहा था। फरवरी में इंटर का पेपर देने घर आया था। उसका पासपोर्ट वीजा तैयार था। पेपर देने के बाद उसे दुबई जाना था। अयान की सबसे बड़ी बहन मुस्कान बानो की शादी हो चुकी है। सबसे छोटा अमान (9) है। 8 साल पहले पिता अतीक खान को पैरालिसिस का अटैक हुआ, तब से वो बिस्तर पर ही हैं। ऐसे में घर की जिम्मेदारी अयान के कंधे पर आ गई थी। गांव की लड़की से था अफेयर
अयान की मां नफीसा के अनुसार, उनके बेटे का गांव में एक 18 साल की युवती सबा (बदला हुआ नाम) से अफेयर था। लड़की के पिता, चाचा और भाई ने बेटे को धमकी दी थी। 22 फरवरी को इन लोगों ने हमारे घर के बाहर कमरे में मारकर उसे लटका दिया। उसका शरीर कुर्सी पर टिका था। जब तक हम लोग पहुंचते, उन लोगों ने शव उतार कर दूसरे के तख्त पर लिटा दिया था। उन लोगों ने पुलिस के आने का भी इंतजार नहीं किया। हम लोग घर पर नहीं थे। शोर हुआ तो पहुंचे। मां के अनुसार, एफआईआर कराने के लिए पुलिस के पास गए तो कहा गया, जब तक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आ जाएगी एफआईआर नहीं होगी। हमने बेटे का शव पुलिस के कहने पर दफना दिया। लड़की के यहां कोई पूछताछ करने भी नहीं गया। 3 महीने तक दौड़ भाग की कप्तान के यहां, डीएम के यहां एप्लिकेशन दी, पर कार्रवाई नहीं हुई। 12 अप्रैल को लखनऊ में हाईकोर्ट गए फिर से पोस्टमॉर्टम के लिए याचिका डाली। 3 महीने तक दौड़ भाग की। गुरुवार को कोर्ट का ऑर्डर मिला, तब पुलिस एक्टिव हुई। पहले जो पोस्टमॉर्टम हुआ, उसमें डॉक्टरों ने सिर्फ खानापूर्ति की थी। इस बार पीएम की डॉक्टरों के पैनल के साथ वीडियोग्राफी हुई। पीएम के बाद बिसरा सुरक्षित रखा गया है। लड़की के पिता ने दो शादी की थी अयान की मां के अनुसार, लड़की के पिता ने दो शादी की है। पहली पत्नी से एक बेटा है। पत्नी के मरने के बाद उसने दूसरी शादी की, जिससे एक लड़की और दो लड़के हैं। 17 मई को एक लकड़ा सऊदी अरब चला गया है। जबकि दूसरा लड़का दिल्ली में रहता है। सभी मौके से भागे हुए हैं। लड़की हाईस्कूल की परीक्षा दे चुकी है। मृतक के मामा ने कहा- हमारे भांजे की हत्या की गई
अयान के मामा मो वसीम खान ने बताया- हमारे भांजे को तीन-चार लोगों ने मिलकर मारा है। हमारी बहन का आदमी मानसिक रूप से ठीक नहीं है, उन्हीं के बयान पर पुलिस ने आरोपियों को बचाया है। जबरदस्ती थाने की पुलिस ने दफन करा दिया था। भांजे को मारकर कुर्सी पर बैठाया गया था। हम लोगों ने कहा था, हत्या हुई है। पर पुलिस वालों ने कुछ नहीं किया। मां की याचिका पर हाईकोर्ट का आदेश
लखनऊ हाईकोर्ट के जस्टिस विवेक चौधरी और जस्टिस राम मनोहर नारायण मिश्रा की खंडपीठ ने सुल्तानपुर के जिलाधिकारी को निर्देश दिया थी कि वह अयान खान के फिर से पोस्टमॉर्टम की मांग वाली अर्जी पर जल्द से जल्द निर्णय लें। जिलाधिकारी को सभी बिंदुओं पर निर्णय लेने का अधिकार
कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि वह मामले के गुण-दोष पर नहीं गया है। सभी बिंदुओं पर निर्णय लेने का अधिकार जिलाधिकारी को दिया गया है। जिलाधिकारी को कानून के अनुसार निर्णय लेना होगा। याचिकाकर्ता के वकील मनमोहन सिंह और संदीप कुमार ओझा ने पक्ष रखा, जबकि सरकारी पक्ष की ओर से महाधिवक्ता ने कोई आपत्ति नहीं जताई। मां नफीसा बेगम ने याचिका दायर की थी। उन्होंने 7 मार्च 2025 को जिलाधिकारी के समक्ष मेडिकल बोर्ड गठित कर पुनः पोस्टमॉर्टम कराने की अर्जी दी थी। साथ ही पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग की मांग भी की थी। —————————————– ये खबर भी पढ़ें… अंबेडकरनगर में थाने से लौटी हाईस्कूल छात्रा ने फांसी लगाई:पुलिस ने 12 घंटे कस्टडी में रखा; आधी रात गांव के बाहर छोड़ गए थे अंबेडकरनगर में थाने से लौटी 16 साल की नाबालिग लड़की ने फांसी लगाकर जान दे दी। शुक्रवार सुबह उसका शव घर में फंदे के सहारे लटकता मिला। लड़की ने इसी साल 10वीं पास किया था। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर