अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) दोनों एक साजिश के तहत हरियाणा के हितों पर कुठाराघात कर रही है। प्रदेश में जलसंकट पर दोनों राजनीतिक करने में लगे हुए है, जबकि जनता बूंद बूंद पानी के लिए तरस रही है। ऐसे में केंद्र सरकार को हस्तक्षेप कर हरियाणा को उसके हक का पानी दिलाना चाहिए, क्योंकि बीबीएमबी केंद्र के अधीन ही काम करता है। कुमारी सैलजा ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल को पत्र लिखकर कहा है कि हरियाणा के जल संकट के स्थायी समाधान के लिए यमुना-घग्गर लिंक नहर का निर्माण किया जा सकता है। कुमारी सैलजा ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि इस विवाद को लेकर कोर्ट में जाने का समय नहीं है, क्योंकि फैसला आने पर देर लगती है। तब तक प्रदेश की जनता को प्यासा तो नहीं छोड़ा जा सकता। पंजाब को हरियाणा का पानी रोकने का कोई हक नहीं है, क्योंकि भाखडा के पानी के लिए पंजाब ने केवल रास्ता दिया है और रास्ता देने वालों को पानी रोकने कोई हक नहीं है। यमुना-घग्गर लिंक नहर परियोजना को प्राथमिकता देने की मांग कुमारी सैलजा ने कहा कि केंद्र सरकार को इस विवाद में हस्तक्षेप करते हुए इसका समाधान करना चाहिए। दूसरी ओर हरियाणा में जल संकट को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री को सांसद कुमारी सैलजा को पत्र लिखकर यमुना-घग्गर लिंक नहर परियोजना को ‘नदी जोड़ो परियोजना’ के अंतर्गत प्राथमिकता देने की मांग की है। इन जिलों में भूजल स्तर से जूझ रहे लोग कुमारी सैलजा ने कहा है कि अंबाला से लेकर सिरसा तक हरियाणा के अनेक जिले जैसे अंबाला, कैथल, जींद, फतेहाबाद, सिरसा जल असमानता, सिंचाई की कमी और लगातार गिरते भूजल स्तर से जूझ रहे हैं। प्राचीन सरस्वती नदी के रूप में मानी जाने वाली घग्गर नदी और यमुना के बीच जल-संबंध रहा है। इस पर आधारित एक लिंक नहर न केवल कृषि को स्थायी जल स्रोत देगी, बल्कि बाढ़ नियंत्रण, ग्रामीण जीवन सुधार और वर्षा पर निर्भरता में भी कमी लाएगी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) दोनों एक साजिश के तहत हरियाणा के हितों पर कुठाराघात कर रही है। प्रदेश में जलसंकट पर दोनों राजनीतिक करने में लगे हुए है, जबकि जनता बूंद बूंद पानी के लिए तरस रही है। ऐसे में केंद्र सरकार को हस्तक्षेप कर हरियाणा को उसके हक का पानी दिलाना चाहिए, क्योंकि बीबीएमबी केंद्र के अधीन ही काम करता है। कुमारी सैलजा ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल को पत्र लिखकर कहा है कि हरियाणा के जल संकट के स्थायी समाधान के लिए यमुना-घग्गर लिंक नहर का निर्माण किया जा सकता है। कुमारी सैलजा ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि इस विवाद को लेकर कोर्ट में जाने का समय नहीं है, क्योंकि फैसला आने पर देर लगती है। तब तक प्रदेश की जनता को प्यासा तो नहीं छोड़ा जा सकता। पंजाब को हरियाणा का पानी रोकने का कोई हक नहीं है, क्योंकि भाखडा के पानी के लिए पंजाब ने केवल रास्ता दिया है और रास्ता देने वालों को पानी रोकने कोई हक नहीं है। यमुना-घग्गर लिंक नहर परियोजना को प्राथमिकता देने की मांग कुमारी सैलजा ने कहा कि केंद्र सरकार को इस विवाद में हस्तक्षेप करते हुए इसका समाधान करना चाहिए। दूसरी ओर हरियाणा में जल संकट को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री को सांसद कुमारी सैलजा को पत्र लिखकर यमुना-घग्गर लिंक नहर परियोजना को ‘नदी जोड़ो परियोजना’ के अंतर्गत प्राथमिकता देने की मांग की है। इन जिलों में भूजल स्तर से जूझ रहे लोग कुमारी सैलजा ने कहा है कि अंबाला से लेकर सिरसा तक हरियाणा के अनेक जिले जैसे अंबाला, कैथल, जींद, फतेहाबाद, सिरसा जल असमानता, सिंचाई की कमी और लगातार गिरते भूजल स्तर से जूझ रहे हैं। प्राचीन सरस्वती नदी के रूप में मानी जाने वाली घग्गर नदी और यमुना के बीच जल-संबंध रहा है। इस पर आधारित एक लिंक नहर न केवल कृषि को स्थायी जल स्रोत देगी, बल्कि बाढ़ नियंत्रण, ग्रामीण जीवन सुधार और वर्षा पर निर्भरता में भी कमी लाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
