सोनीपत में अमरूद बाग में 40 वर्षीय अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मृतक के बाएं कान से खून बह रहा था और उसके कपड़ों पर उल्टी के निशान थे। स्थानीय व्यापारी जितेंद्र कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनका 5 एकड़ जमीन में अमरूद का बाग है, जो एचएसआईआईडीसी और कर्ण धर्म कांटा के पास स्थित है। जितेंद्र के मुताबिक बाग के पास खाली पड़ी जमीन पर अक्सर फैक्ट्री के कर्मचारी और मजदूर शराब पीने आते हैं। कई बार मना करने के बावजूद यह सिलसिला जारी रहा। 9 जनवरी को उन्हें सूचना मिली कि बाग में एक शव पड़ा है। मौके पर पहुंचे तो एक अधेड़ व्यक्ति मुंह के बल लेटा मिला, जिसके आधे कपड़े उतरे हुए थे। भीख मांगकर पीता था शराब स्थानीय लोगों और आस-पास के लोगों से पूछताछ में पता चला है कि मृतक पिछले 10-15 दिनों से पास की शराब की दुकान पर आता था और भीख मांगकर शराब पीता था। प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि शराब के नशे में गिरने से अंदरूनी चोट लगने से मौत हुई है, क्योंकि शरीर पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक की पहचान और मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है। सोनीपत में अमरूद बाग में 40 वर्षीय अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मृतक के बाएं कान से खून बह रहा था और उसके कपड़ों पर उल्टी के निशान थे। स्थानीय व्यापारी जितेंद्र कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनका 5 एकड़ जमीन में अमरूद का बाग है, जो एचएसआईआईडीसी और कर्ण धर्म कांटा के पास स्थित है। जितेंद्र के मुताबिक बाग के पास खाली पड़ी जमीन पर अक्सर फैक्ट्री के कर्मचारी और मजदूर शराब पीने आते हैं। कई बार मना करने के बावजूद यह सिलसिला जारी रहा। 9 जनवरी को उन्हें सूचना मिली कि बाग में एक शव पड़ा है। मौके पर पहुंचे तो एक अधेड़ व्यक्ति मुंह के बल लेटा मिला, जिसके आधे कपड़े उतरे हुए थे। भीख मांगकर पीता था शराब स्थानीय लोगों और आस-पास के लोगों से पूछताछ में पता चला है कि मृतक पिछले 10-15 दिनों से पास की शराब की दुकान पर आता था और भीख मांगकर शराब पीता था। प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि शराब के नशे में गिरने से अंदरूनी चोट लगने से मौत हुई है, क्योंकि शरीर पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक की पहचान और मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कैप्टन अजय यादव बोले-मैं कोई साधु नहीं हूं:कांग्रेस में अपमानित कर रहे थे; इस्तीफा स्वीकार होते ही खुलासा करूंगा, भाजपा में जाने की अटकलें हरियाणा के पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय यादव के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि कैप्टन की तरफ से अभी पत्ते नहीं खोले गए हैं। शुक्रवार को कैप्टन अजय यादव ने X पर दो और पोस्ट की। जिसमें लिखा-‘मैं कोई संत नहीं हूं और एक पूर्णकालिक राजनीतिज्ञ हूं, तथा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा मेरा इस्तीफा स्वीकार किए जाने के बाद ही मैं अपने भविष्य की रणनीति तय करूंगा तथा कुछ नेताओं द्वारा मेरे राजनीतिक करियर को नुकसान पहुंचाने के लिए की गई कार्यप्रणाली और बाधाओं का विस्तृत विवरण दूंगा।’ दूसरी पोस्ट में लिखा- ‘मैं इंतजार कर रहा हूं कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लें तो मै मीडिया से मुलाकात करूंगा। मैं बताऊंगा कि कैसे दो साल से कुछ नेता मुझे अपमानित और परेशान कर रहे थे। कैप्टन अजय द्वारा पार्टी छोड़ने के फैसले पर उनके बेटे और पूर्व विधायक चिरंजीव राव ने कहा-‘कैप्टन साहब ने ये फैसला कैसे और क्यों लिया ये तो वही बता सकते हैं। मैं कांग्रेस के साथ हूं।’ बता दें कि एक दिन पहले सोशल मीडिया (X) पर खुद की अनदेखी से खफा होकर कैप्टन ने दो पोस्ट करते हुए कांग्रेस ओबीसी विभाग के चेयरमैन पद छोड़ने सहित पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा देने की जानकारी दी थी। कैप्टन के अचानक पार्टी छोड़ने से कांग्रेस में खलबली मच गई। कैप्टन ने पार्टी छोड़ते हुए कहा कि उनका पार्टी आलाकमान से मोहभंग हो चुका है। पहले भी बीजेपी में जाने की चर्चाएं चली दरअसल, कैप्टन अजय यादव के पहले भी कई बार बीजेपी जॉइन करने की चर्चाएं चली थी। 2014 और 2019 के चुनाव से पहले भी इस तरह की चर्चाएं हुई। हालांकि कैप्टन पार्टी में बने रहे। लेकिन अब पार्टी छोड़ने के बाद बीजेपी जॉइन करने की चर्चाओं को ज्यादा बल मिला है। राज्यसभा सांसद किरण चौधरी के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने को उन्होंने गलत नहीं बताया था। उस समय भी आशंका व्यक्त की गई कि उनका कांग्रेस से मोहभंग हो चुका है। कैप्टन ने इस्तीफे की जानकारी के साथ कारण भी बताया कैप्टन ने गुरुवार की शाम X पर लिखा, ‘मैंने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अब मैं ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के OBC मोर्चा का चेयरमैन भी नहीं रहा। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को इसकी जानकारी दे दी गई है।’ कैप्टन यादव ने आगे लिखा, ‘इस्तीफा देने का यह निर्णय वास्तव में बहुत कठिन था, क्योंकि मेरे परिवार का कांग्रेस से 70 वर्षों से जुड़ाव था। मेरे पिता दिवंगत राव अभय सिंह 1952 में कांग्रेस से विधायक बने और उसके बाद मैंने पारिवारिक परंपरा को जारी रखा, लेकिन सोनिया गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटने के बाद मेरे साथ खराब व्यवहार किया गया। इससे मेरा पार्टी हाईकमान से मोहभंग हो गया है।’ लालू यादव के समधी हैं कैप्टन अजय कैप्टन अजय यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के समधी है। कैप्टन के बेटे चिरंजीव राव की 2011 में लालू यादव की बेटी अनुष्का से हुई थी। चिरंजीव भी काफी लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं। यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सहित विभिन्न पदों पर रहने के बाद 2019 में चिरंजीव राव रेवाड़ी सीट से विधायक चुने गए। इससे पहले उनके पिता कैप्टन अजय यादव लगातार 6 बार 1991 से 2014 तक इस सीट से विधायक रहे। कैप्टन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की तत्कालीन सरकार में दोनों बार पावरफुल मंत्री भी रहे। लोकसभा टिकट न मिलने से नाराज चल रहे थे, बेटे की हार के बाद निराश पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव हरियाणा कांग्रेस में अपनी अनदेखी से नाराज चल रहे थे। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले गुरुग्राम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर राज बब्बर को यहां से मैदान में उतारा था। हालांकि कैप्टन की ये नाराजगी विधानसभा चुनाव आते-आते कम हो गई। इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कैप्टन के बेटे चिरंजीव राव को फिर से रेवाड़ी सीट से चुनावी मैदान में उतारा, लेकिन वह हार गए। उन्हें भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह यादव ने 28769 वोटों से हराया है। बेटे की हार के बाद अजय यादव ने पार्टी नेताओं पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। उन्होंने OBC विभाग पद को भी झुनझुना बताया था। हालांकि, पार्टी ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की तो 7 दिन बाद कैप्टन यादव ने खुद ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी हैं।
जींद में दिल्ली हाई कोर्ट के वकील ने आत्महत्या:पत्नी की प्रताड़ना से परेशान था, 3 साल पहले हुआ था प्रेम विवाह
जींद में दिल्ली हाई कोर्ट के वकील ने आत्महत्या:पत्नी की प्रताड़ना से परेशान था, 3 साल पहले हुआ था प्रेम विवाह दिल्ली हाईकोर्ट में वकालत करने वाले जीन्द के वकील ने पत्नी और उसके मायका पक्ष के लोगों की प्रताड़ना से आहत होकर घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में पुलिस ने मृतक के पिता की शिकायत पर पत्नी प्रांजली, इंदु बत्रा, दीपक बत्रा, विनोद बत्रा, दर्शन बत्रा और भीम सिंह के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साल 2020 में हुई थी शादी शहर थाना पुलिस को दी शिकायत में बसंत बिहार कालोनी निवासी सुरजमल ने बताया कि उसकी बेटा पुष्पेंद्र दिल्ली हाईकोर्ट में वकालत करता था। उसके बेटे ने वर्ष 2020 में गांधी नगर निवासी प्रांजली से लव मेरिज की थी। उनकी शादी के बाद दोनों को एक लडका भी हुआ, जो अभी तीन वर्ष का है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्राजंली वर्ष 2016 में राजस्थान में जीएसटी विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर नौकरी लगी थी। उनकी नौकरी के बाद दोनों ने शादी की थी। प्रांजली की ड्यूटी गंगानगर में थी। शादी के बाद लडका होने पर प्रांजली कुछ दिन उनके घर पर भी रही। इस दौरान दोनों पति पत्नी में कई बार विवाद हुआ। तो वह अपने बेटे को लेकर गांधी नगर में अपने माता पिता के पास चली गई। पैसे मांगने का दबाव बनाती थी पत्नी इस दौरान प्रांजली अपने परिजनों को लेकर उनके घर आती और पुष्पेंद्र पर रुपए मांगकर नाजायज दबाव बनाती थी। इसको लेकर वह पुष्पेंद्र के साथ मारपीट भी करती थी। प्रांजली की छुट्टी समाप्त होने पर वह अपनी ड्यूटी के दौरान घर पर अकेली रहने लगी। जब पुष्पेंद्र उनके पास जाता तो उसके साथ रुपयों की मांग कर झगड़ा करती थी। लेकिन अपने वेतन से पुष्पेंद्र को रुपए नहीं देती थी। घर के कमरे में लगाई फांसी उन्होंने आरोप लगाया कि 23 जुलाई 2022 को जब पुष्पेंद्र विवान बेटे से मिलने गंगानगर गया तो उसके साले दीपक बत्रा ने फोन कर जानकारी दी कि उसके बेटे की तबीयत खराब है। जब वह वहां गए तो उसने ससुराल पक्ष के लोगों पर जहरीला पदार्थ देने का आरोप लगाया। इसके बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया था। पत्नी और ससुराल पक्ष के लोगों की प्रताड़ना से परेशान होकर उसके बेटे ने सोमवार रात को घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शहर थाना पुलिस ने पत्नी समेत उसके मायका पक्ष के छह लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जींद में डीसी के आदेशों का उल्लंघन:पांचवीं तक के स्कूलों की नहीं छुट्टी, ठिठुरते हुए पहुंचे बच्चे
जींद में डीसी के आदेशों का उल्लंघन:पांचवीं तक के स्कूलों की नहीं छुट्टी, ठिठुरते हुए पहुंचे बच्चे सोमवार को जींद समेत एनसीआर में ग्रेप-4 लागू कर दिया गया। ठंड के साथ धुंध व स्मॉग के कारण जिला उपायुक्त ने नर्सरी से पांचवीं कक्षा तक के स्कूलों की छुट्टियों का आदेश जारी किया था, लेकिन इन आदेशों पर अमल नजर नहीं आया। क्योंकि मंगलवार को छोटे बच्चे ठंड के बीच ठिठुरते हुए स्कूलों में जाते नजर आए। विद्यार्थियों की भौतिक कक्षाएं बंद के आदेश जिला उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने सोमवार को निर्देश जारी करते हुए कहा था कि बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए कक्षा पांचवीं तक के विद्यार्थियों की भौतिक कक्षाएं बंद करने के आदेश जारी किए हैं। यह आदेश सभी सरकारी, अर्द्ध-सरकारी और निजी विद्यालयों पर लागू होंगे। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि यह आदेश केवल विद्यार्थियों पर ही लागू होंगे, शिक्षकों और स्कूल प्रशासन पर लागू नहीं होंगे। सभी विद्यालयों को यह सुनिश्चित करना होगा कि विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन शिक्षा या वैकल्पिक शिक्षण विधियों का प्रबंध किया जाए, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो। मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि वहीं दूसरी तरफ मंगलवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री तथा अधिकतम तापमान 12 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम में आद्रता 46 प्रतिशत तथा हवा की गति दस किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। स्मॉग के कारण सिविल अस्पताल में सांस, अस्थमा, एलर्जी के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। जिले में वायु प्रदूषण के चलते सुबह तथा शाम की सैर भी सेहत के लिए खतरनाक हो चली है। सुबह और शाम को प्रदूषण का स्तर ज्यादा रहता है।