हरियाणा के सोनीपत में ओवरलोड ट्रैक्टर ट्राली के चलते मंगलवार को गोहाना में हादसा हो गया। बाइक ट्रैक्टर ट्राली के नीचे आ गई। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि उसका शिष्य घायल हो गया। मृतक मदरसों में बच्चों को पढ़ाने का काम करता था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए नागरिक अस्पताल भेज दिया है। हादसे की सूचना परिजनों को भेज दी गई है। जानकारी अनुसार बागपत यूपी के गांव थल का रहने वाला 45 वर्षीय तालिब मंगलवार को सिलाना गांव के अपने एक शिष्य के साथ जींद से बाइक पर बागपत जा रहा था। वे गोहाना में खंदराई मोड पर पहुंचे तूड़े से भरे ओवरलोड ट्रैक्टर ट्राली के टायर के नीचे आ गया। ट्राली ने उसे कुचल दिया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। तालिब पांच बच्चों का पिता था और एक मदरसे में बच्चों को पढ़ाने का काम करता था। गोहाना में खंदराई मोड़ पर हुए हादसे के बाद मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। तूड़े से भरी ओवरलोड ट्राली को लोगों ने मौके पर ही रोक लिया और हादसे की सूचना पुलिस को दी। हादसे में उसका शिष्य घायल हुआ है। उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान हैं। शव को अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस उसके परिजनों के आने का इंतजार कर रही है। ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा नहीं सोनीपत में ओवरलोड वाहनों से हादसे बढ़ते जा रहे हैं। प्रशासन की भी बड़ी लापरवाही देखने को मिलती है। जींद गोहाना होते हुए दर्जन से ज्यादा ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रॉली सोनीपत के रास्ते उत्तर प्रदेश पहुंचते हैं। सभी ट्रैक्टर ट्राली में क्षमता से कई गुना ज्यादा तूड़ा भरा होता है। ट्रैक्टर ड्राइवर को किसी भी साइड से कुछ दिखाई नहीं देता। वे पूरी सड़क को कवर करके चलते हैं। सोनीपत का आरटीए विभाग सोया हुआ है। हरियाणा के सोनीपत में ओवरलोड ट्रैक्टर ट्राली के चलते मंगलवार को गोहाना में हादसा हो गया। बाइक ट्रैक्टर ट्राली के नीचे आ गई। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि उसका शिष्य घायल हो गया। मृतक मदरसों में बच्चों को पढ़ाने का काम करता था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए नागरिक अस्पताल भेज दिया है। हादसे की सूचना परिजनों को भेज दी गई है। जानकारी अनुसार बागपत यूपी के गांव थल का रहने वाला 45 वर्षीय तालिब मंगलवार को सिलाना गांव के अपने एक शिष्य के साथ जींद से बाइक पर बागपत जा रहा था। वे गोहाना में खंदराई मोड पर पहुंचे तूड़े से भरे ओवरलोड ट्रैक्टर ट्राली के टायर के नीचे आ गया। ट्राली ने उसे कुचल दिया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। तालिब पांच बच्चों का पिता था और एक मदरसे में बच्चों को पढ़ाने का काम करता था। गोहाना में खंदराई मोड़ पर हुए हादसे के बाद मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। तूड़े से भरी ओवरलोड ट्राली को लोगों ने मौके पर ही रोक लिया और हादसे की सूचना पुलिस को दी। हादसे में उसका शिष्य घायल हुआ है। उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान हैं। शव को अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस उसके परिजनों के आने का इंतजार कर रही है। ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा नहीं सोनीपत में ओवरलोड वाहनों से हादसे बढ़ते जा रहे हैं। प्रशासन की भी बड़ी लापरवाही देखने को मिलती है। जींद गोहाना होते हुए दर्जन से ज्यादा ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रॉली सोनीपत के रास्ते उत्तर प्रदेश पहुंचते हैं। सभी ट्रैक्टर ट्राली में क्षमता से कई गुना ज्यादा तूड़ा भरा होता है। ट्रैक्टर ड्राइवर को किसी भी साइड से कुछ दिखाई नहीं देता। वे पूरी सड़क को कवर करके चलते हैं। सोनीपत का आरटीए विभाग सोया हुआ है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रेवाड़ी में गला काटकर युवती की हत्या:नहर के समीप कच्चे रास्ते पर पड़ी मिली लाश; नहीं हो सकी मृतका की पहचान
रेवाड़ी में गला काटकर युवती की हत्या:नहर के समीप कच्चे रास्ते पर पड़ी मिली लाश; नहीं हो सकी मृतका की पहचान हरियाणा के रेवाड़ी जिले में रामगढ़-कुंभावास रोड पर मंगलवार की दोपहर बाद एक युवती की लाश बरामद हुई। युवती का गला तेजधार हथियार से रेता हुआ था। सूचना के बाद एसपी गौरव राजपुरोहित व डीएसपी सिटी पवन कुमार भी मौके पर पहुंचे। युवती की शिनाख्त नहीं हो पाई हैं। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच में जुटी है। युवती की फोटो आसपास के जिलों में पहचान के लिए भेजी गई है। दरअसल, दोपहर बाद पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना मिली की रामगढ़-कुंभावास रोड पर नहर के समीप एक युवती की लाश पड़ी हुई है। सूचना के तुरंत बाद सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। युवती का गला तेजधार हथियार से रेता हुआ था। एसएचओ ने फौरन उच्च अधिकारियों को सूचना दी। सूचना के बाद पहले डीएसपी सिटी पवन कुमार और उसके बाद एसपी गौरव राजपुरोहित मौके पर पहुंचे। लड़की की उम्र 22 से 24 साल पुलिस के मुताबिक, मृतक युवती की उम्र करीब 22 से 24 साल है। लड़की ने ब्वॉय कटिंग कराई हुई है। पहने हुए कपड़ों से युवती अच्छे घर की लग रही है। हालांकि अभी ये साफ नहीं हो पाया कि लड़की की हत्या इसी जगह की गई या फिर शव यहां लाकर फेंका गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है। साथ ही युवती की शिनाख्त को लेकर भी प्रयास शुरू कर दिए हैं। डीएसपी बोले- हर एंगल से कर रहे जांच डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि उन्हें किसी राहगीर से सूचना मिली थी कि एक लड़की की डेडबॉडी नहर किनारे कच्चे रास्ते पर पड़ी हुई है। उसके बाद सदर थाना से हमारी पुलिस टीम मौके पर पहुंची। प्रारंभिक जांच में मामला हत्या का लग रहा है। पुलिस टीमें पूरे मामले की हर एंगल से जांच कर रही है। फिलहाल शिनाख्त को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं।
डेंगू को लेकर हरियाणा में अलर्ट:CM की हेल्थ मिनिस्टर के साथ मीटिंग; जिलों में फॉगिंग के निर्देश, 4000 केस मिले, एक की मौत
डेंगू को लेकर हरियाणा में अलर्ट:CM की हेल्थ मिनिस्टर के साथ मीटिंग; जिलों में फॉगिंग के निर्देश, 4000 केस मिले, एक की मौत हरियाणा में डेंगू को लेकर सरकार अलर्ट हो गई है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री आरती राव के साथ रिव्यू मीटिंग की। मीटिंग के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि हमारे मामला संज्ञान में आया की डेंगू से बहुत सारे लोग पीड़ित हो रहे हैं। मीटिंग में डिस्कशन हुआ कि सभी DC को आदेश दिए गए हैं कि वो अपने स्तर पर फॉगिंग करवाएं। आज शाम से ही ये निर्देश लागू हो जाएंगे। हरियाणा में अब 4000 से अधिक डेंगू के मामले आ चुके हैं। डेंगू के नए मामलों में जहां पंचकूला जिला सबसे ऊपर है। वहीं जीटी रोड बेल्ट पर पड़ने वाले कई जिलों में डेंगू के केस लगातार रिपोर्ट हो रहे हैं, जिसके चलते स्थिति चिंताजनक है। पंचकूला और हिसार सहित हरियाणा में डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हिसार और पंचकूला हॉट स्पॉट सेंटर बन गए हैं। हिसार के अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में डेंगू के कारण एक युवक की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में हिसार, पंचकूला, गुरुग्राम, करनाल, रेवाड़ी, सोनीपत और फरीदाबाद जिले हैं। बढ़ते केसों को लेकर सैंपलिंग में तेजी
डेंगू के बढ़ते केसों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग तेजी से शुरू कर दी है। डेंगू के साथ वायरल भी बढ़ रहा है और डेंगू केस मिलने की सूचना नगर निगम को भी भेजी जाती है। ये भी बता दें कि घर-घर जाकर मच्छरों के प्रजनन स्रोतों की पहचान और उन्मूलन के लिए गतिविधियां चलाई जा रही हैं। अब तक कुल 3,56,74,860 घरों का दौरा किया गया और 1,79,875 घरों में लारवा पाया गया। 10 वर्ष में साल 2021 में सबसे ज्यादा 11836 केस आए
2015 में प्रदेश में कुल 9921 डेंगू के केस आए थे। वहीं 2016 में 2494 केस रिपोर्ट हुए। इसके बाद 2017 में 4550 और 2018 में नए मामलों में व्यापक स्तर पर कमी दर्ज की गई। इस साल बीमारी के कुल 1936 मामले रिपोर्ट हुए। फिर 2020 में 1377 केस कंफर्म हुए। इसके बाद 2021 में डेंगू के मामलों में कई गुना इजाफा हुआ है और एक साल की अवधि में 11836 मामले कंफर्म हुए। फिर अगले 2022 में 8996 नए केस आए। 2023 में 8081 मामले आ चुके हैं। इस साल अब तक 4 हजार से ज्यादा मामले रिपोर्ट हो चुके हैं। 10 वर्षों में इतने लोगों की हो चुकी है मौत
हरियाणा में बीमारी से अब तक 4 लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि माना जा रहा है कि ज्यादा लोगों की मौत बीमारी से हुई है लेकिन विभाग द्वारा कुछ मौत को संदिग्ध की कैटेगरी में रखा है। वहीं ये भी बता दें कि पिछले साल 2022 में बीमारी से सबसे ज्यादा 18 लोगों की मौत हुई थी, वहीं 2015 में बीमारी ने 13 लोगों की जान ले ली। 2016 से लेकर साल 2020 तक 5 साल की अवधि में बीमारी से कोई मौत नहीं हुई। साल 2015 से लेकर 2023 तक 9 साल की अवधि में कुल 44 लोगों की मौत हुई है। इस लिहाज से हर साल औसतन 5 से ज्यादा लोगों की मौत बीमारी के चलते हुई है। साल 2024 में अब तक चार मरीजों की मौत बीमारी से हो चुकी है। महामारी की श्रेणी में डेंगू
हरियाणा में प्रचलित सभी चार वीबीडी को महामारी रोग अधिनियम 1897 के तहत 31 मार्च, 2027 तक अधिसूचित किया गया है और सभी निजी अस्पतालों/प्रयोगशालाओं को अधिसूचना जारी कर दी गई है कि वे प्रत्येक मामले की जानकारी पता लगने के 24 घंटे के भीतर स्वास्थ्य अधिकारियों को दें। मलेरिया के निदान के लिए सभी जिलों में घर-घर जाकर बुखार की निगरानी तेज कर दी गई है। मई से अक्टूबर तक हर महीने की 1 से 10 तारीख तक मलेरिया के लिए बुखार के मामलों की जांच के लिए सभी गांवों में रैपिड फीवर सर्वे किया गया। सभी जिलों में डेंगू की जांच को मजबूत किया गया है। सीएचसी/पीएचसी स्तर पर भी रक्त के नमूने लेने शुरू कर दिए गए हैं, जिसमें उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
समालखा के पहले विधायक का निधन:89 साल की उम्र में रणधीर सिंह ने ली आखिरी सांस; दोपहर 3 बजे पानीपत में होगा अंतिम संस्कार
समालखा के पहले विधायक का निधन:89 साल की उम्र में रणधीर सिंह ने ली आखिरी सांस; दोपहर 3 बजे पानीपत में होगा अंतिम संस्कार हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रणधीर सिंह का निधन हो गया। पूर्व विधायक रणधीर दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती थे। सोमवार सुबह उन्होंने वहीं अंतिम सांस ली। दिल्ली के अस्पताल में सारी कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद उनका पार्थिव शरीर परिजनों को सौंप दिया जाएगा। जिसके बाद वे पानीपत शहर पहुंचेंगे। यहां दो नहरों के बीच स्थित श्मशान घाट में दोपहर 3 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। एक ही रात में दो पार्टियों में शामिल होकर बटोरी थीं सुर्खियां जानकारी देते हुए चांद ढांडा ने बताया कि उनके ससुर पूर्व विधायक रणधीर सिंह थे। उन्होंने आज 89 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। 1966 में राज्य गठन के बाद रणधीर सिंह 1967 में पहली बार विधायक बने थे। इसी साल से राज्य में ‘आया राम गया राम’ की राजनीति भी शुरू हो गई थी। रणधीर सिंह उस समय पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गए थे, जब उन्होंने एक ही रात में दो पार्टियों में शामिल हो गए थे। हालांकि उनका कार्यकाल करीब एक साल ही चला। पांच बच्चों के पिता थे रणधीर पूर्व विधायक रणधीर सिंह पांच बच्चों के पिता थे। उनके एक बेटा और चार बेटियां हैं। उनकी पत्नी रोशनी देवी भी बुजुर्ग हैं और गृहिणी हैं। उनके बेटे तेजेंद्र पहले पानीपत शहरी विधायक बलबीर पाल शाह के पीए थे। फिलहाल वे अपने परिवार के साथ दिल्ली में रहते हैं। वहीं कोचिंग देते हैं। उनकी चारों बेटियों की शादी भी हो चुकी है।