सोनीपत में किरण चौधरी का कांग्रेस पर तंज:बोलीं-हुड्डा ने पूरा मामला कैप्चर कर रखा; लंगड़े घोड़ों को बाहर करें राहुल, पार्टी में गुटबाजी

सोनीपत में किरण चौधरी का कांग्रेस पर तंज:बोलीं-हुड्डा ने पूरा मामला कैप्चर कर रखा; लंगड़े घोड़ों को बाहर करें राहुल, पार्टी में गुटबाजी

भारतीय जनता पार्टी ने देश भर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 साल के शासनकाल की उपलब्धियों को लेकर “संकल्प से सिद्धि” अभियान के तहत मीडिया ब्रीफिंग का आयोजन किया। इसी क्रम में सोनीपत के गोहाना में राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने मोदी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। इस दौरान किरण चौधरी ने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने विशेष रूप से हरियाणा कांग्रेस के भीतर चल रही गुटबाजी और दीपेंद्र सिंह हुड्डा की भूमिका पर तीखी टिप्पणी की। मोदी सरकार के 11 साल और कांग्रेस पर हमला किरण चौधरी ने मोदी सरकार के 11 साल के कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाते हुए कांग्रेस पर भी निशाना साधा। राहुल गांधी द्वारा हरियाणा कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक और “शादी और रेस के घोड़े” वाले बयान पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बेचारे हैं और उन्हें प्रयत्न करना भी चाहिए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। उन्होंने आरोप लगाया कि पर्यवेक्षकों को भेजा जाता है, लेकिन उनकी कोई सुनता नहीं है और जो विरोध कर रहे थे, वे उसके साथ बैठे थे। हुड्डा पर “पूरा मामला कैप्चर” करने का आरोप किरण चौधरी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “यह पूरा मामला हुड्डा जी ने कैप्चर किया हुआ है।” उन्होंने कहा कि संगठन कुछ नहीं बनने वाला है और “लंगड़े घोड़ों को बाहर करना चाहिए”, लेकिन कुछ नहीं होने वाला है, संगठन नहीं बनने वाला है। दीपेंद्र हुड्डा पर स्वार्थ की राजनीति का तंज किरण चौधरी ने दीपेंद्र सिंह हुड्डा पर उनकी सरकार में विकास कार्यों का श्रेय लेने पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी अपनी स्वार्थ की राजनीति को सब जानते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे हरियाणा की जमीन नाप दी गई और नौकरियों का क्या हाल था, यह सब जानते हैं। उन्होंने अपनी सरकार के दौरान बंशीलाल यूनिवर्सिटी और पीजीआई के लिए लड़ाई लड़ने और काम करवाने का उल्लेख किया, जबकि हुड्डा सरकार पर विकास की बजाय अपनी राजनीति पर ध्यान देने का आरोप लगाया। “खर्ची-पर्ची” से नौकरी और सेटिंग की राजनीति किरण चौधरी ने हुड्डा सरकार के दौरान “खर्ची-पर्ची” से नौकरी मिलने के चलन पर भी हमला बोला। उन्होंने बताया कि उनके पास भी पर्ची लेकर आते थे और वे भी हुड्डा के पास जाकर अपने बेटों को लगाने के लिए कहते थे, लेकिन सब जानते थे कि किस इलाके के लड़कों को नौकरी मिलती थी। उन्होंने कहा कि उनके इलाके के लोग वंचित रह गए थे। बरोदा विधायक इंदूराज नरवाल के इस बयान पर कि प्रतिपक्ष नेता की जरूरत नहीं, भूपेंद्र सिंह हुड्डा थे और हैं, किरण चौधरी ने जवाब दिया कि यह सब दिख रहा है कि कैसे “सेटिंग की राजनीति” है। मजबूत विपक्ष का अभाव और कांग्रेस से संतुष्टि किरण चौधरी ने एक मजबूत विपक्ष की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि हरियाणा में तो विपक्ष है ही नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि यहां पहले ही सेटिंग हो जाती है। उन्होंने कहा कि इसी कारण उन्होंने पहले ही निर्णय ले लिया था और कांग्रेस में गुटबाजी है। उन्होंने अपनी संतुष्टि व्यक्त करते हुए कहा कि आज वह कांग्रेस छोड़कर संतुष्ट हैं क्योंकि उन्होंने समय रहते फैसला ले लिया था। भारतीय जनता पार्टी ने देश भर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 साल के शासनकाल की उपलब्धियों को लेकर “संकल्प से सिद्धि” अभियान के तहत मीडिया ब्रीफिंग का आयोजन किया। इसी क्रम में सोनीपत के गोहाना में राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने मोदी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। इस दौरान किरण चौधरी ने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने विशेष रूप से हरियाणा कांग्रेस के भीतर चल रही गुटबाजी और दीपेंद्र सिंह हुड्डा की भूमिका पर तीखी टिप्पणी की। मोदी सरकार के 11 साल और कांग्रेस पर हमला किरण चौधरी ने मोदी सरकार के 11 साल के कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाते हुए कांग्रेस पर भी निशाना साधा। राहुल गांधी द्वारा हरियाणा कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक और “शादी और रेस के घोड़े” वाले बयान पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बेचारे हैं और उन्हें प्रयत्न करना भी चाहिए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। उन्होंने आरोप लगाया कि पर्यवेक्षकों को भेजा जाता है, लेकिन उनकी कोई सुनता नहीं है और जो विरोध कर रहे थे, वे उसके साथ बैठे थे। हुड्डा पर “पूरा मामला कैप्चर” करने का आरोप किरण चौधरी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “यह पूरा मामला हुड्डा जी ने कैप्चर किया हुआ है।” उन्होंने कहा कि संगठन कुछ नहीं बनने वाला है और “लंगड़े घोड़ों को बाहर करना चाहिए”, लेकिन कुछ नहीं होने वाला है, संगठन नहीं बनने वाला है। दीपेंद्र हुड्डा पर स्वार्थ की राजनीति का तंज किरण चौधरी ने दीपेंद्र सिंह हुड्डा पर उनकी सरकार में विकास कार्यों का श्रेय लेने पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी अपनी स्वार्थ की राजनीति को सब जानते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे हरियाणा की जमीन नाप दी गई और नौकरियों का क्या हाल था, यह सब जानते हैं। उन्होंने अपनी सरकार के दौरान बंशीलाल यूनिवर्सिटी और पीजीआई के लिए लड़ाई लड़ने और काम करवाने का उल्लेख किया, जबकि हुड्डा सरकार पर विकास की बजाय अपनी राजनीति पर ध्यान देने का आरोप लगाया। “खर्ची-पर्ची” से नौकरी और सेटिंग की राजनीति किरण चौधरी ने हुड्डा सरकार के दौरान “खर्ची-पर्ची” से नौकरी मिलने के चलन पर भी हमला बोला। उन्होंने बताया कि उनके पास भी पर्ची लेकर आते थे और वे भी हुड्डा के पास जाकर अपने बेटों को लगाने के लिए कहते थे, लेकिन सब जानते थे कि किस इलाके के लड़कों को नौकरी मिलती थी। उन्होंने कहा कि उनके इलाके के लोग वंचित रह गए थे। बरोदा विधायक इंदूराज नरवाल के इस बयान पर कि प्रतिपक्ष नेता की जरूरत नहीं, भूपेंद्र सिंह हुड्डा थे और हैं, किरण चौधरी ने जवाब दिया कि यह सब दिख रहा है कि कैसे “सेटिंग की राजनीति” है। मजबूत विपक्ष का अभाव और कांग्रेस से संतुष्टि किरण चौधरी ने एक मजबूत विपक्ष की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि हरियाणा में तो विपक्ष है ही नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि यहां पहले ही सेटिंग हो जाती है। उन्होंने कहा कि इसी कारण उन्होंने पहले ही निर्णय ले लिया था और कांग्रेस में गुटबाजी है। उन्होंने अपनी संतुष्टि व्यक्त करते हुए कहा कि आज वह कांग्रेस छोड़कर संतुष्ट हैं क्योंकि उन्होंने समय रहते फैसला ले लिया था।   हरियाणा | दैनिक भास्कर