सैदपुर में जाम में फंसने के बाद ड्राइवर ने कार को गली में घुसा दिया। इसके बाद पुलिस ने कार को पकड़ा और तलाशी में अवैध शराब भरी मिली। प्रतीकात्मक फोटो।
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हरियाणा में स्टोरकीपर की चाकू घोंपकर हत्या:ड्यूटी पर जाते समय घेरकर सीने पर खंजर से हमला किया, 2 बच्चों का पिता था मृतक
हरियाणा में स्टोरकीपर की चाकू घोंपकर हत्या:ड्यूटी पर जाते समय घेरकर सीने पर खंजर से हमला किया, 2 बच्चों का पिता था मृतक हरियाणा के रोहतक में स्टोरकीपर की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई। जानकारी के अनुसार आरोपियों ने गांव में ही नहर विभाग के स्टोरकीपर का रास्ता रोक लिया। उसे घेरकर हमला कर दिया। मृतक की पहचान दिनेश (36 वर्षीय) के रूप में हुई है, जो 2 बच्चों का पिता था। चरखी दादरी जिले में नहर विभाग में उसे बेलदार से स्टोरकीपर के पद पर पदोन्नत किया गया था। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। मृतक के भाई की शिकायत पर करीब 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। घर से अपने काम पर निकाला था
रोहतक के गांव निडाना निवासी प्रदीप ने बहु अकबरपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि वे तीन भाई-बहन हैं। उनका छोटा भाई दिनेश उम्र करीब 36 साल है, जो नहर विभाग में कार्यरत है और चरखी दादरी में तैनात है। 10 नवंबर को उसका भाई घर पर था। देर शाम उसका भाई दिनेश घर से अपने काम पर गया था। चाकू-खंजर से छाती पर हमला किया
प्रदीप ने बताया कि जब दिनेश गांव की हरिजन चौपाल से लौट रहा था, तो गांव के ही विष्णु, सज्जन, मुकेश, सोनू, सुनील, प्रदीप आदि ने उसका रास्ता रोक लिया। उन्होंने दिनेश को घेर लिया और चाकू व खंजर से छाती पर हमला कर दिया। शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोटें मारी। दिनेश के गंभीर रूप से घायल होने पर आरोपी हथियार लेकर मौके से फरार हो गए। रोहतक पीजीआई में तोड़ा दम
इसके बाद घायल को उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रदीप ने बताया कि कुछ समय पहले आरोपियों के साथ उसका झगड़ा हुआ था। इसी झगड़े की रंजिश रखते हुए उन्होंने उसके भाई की हत्या कर दी। केस दर्ज, जांच में जुटी पुलिस
बहु अकबरपुर थाना एसएचओ प्रकाशचंद ने बताया कि दिनेश की हत्या के बाद उसके भाई प्रदीप का बयान दर्ज कर लिया गया है। जिसके आधार पर एक दर्जन लोगों के खिलाफ हत्या समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। अब तक की जांच में पता चला है कि दोनों पक्षों में करीब एक साल पहले झगड़ा हुआ था और रंजिश के चलते यह हत्या हुई है। बहरहाल पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
करनाल में पत्नी प्रेमी संग फरार:लाखों के आभूषण व नकदी भी ले गई साथ, 5 साल पहले हुई शादी, मां-बहन पर आरोप
करनाल में पत्नी प्रेमी संग फरार:लाखों के आभूषण व नकदी भी ले गई साथ, 5 साल पहले हुई शादी, मां-बहन पर आरोप हरियाणा के करनाल के इंद्री थाना क्षेत्र में एक विवाहिता अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई। युवती की शादी 5 साल पहले हुई थी। विवाहिता के पति ने अपनी मां और बहन पर उसे भगाने का आरोप लगाया है। पति की शिकायत के आधार पर इंद्री थाना पुलिस ने धारा 127(6) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पति ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी 5 साल पहले हुई थी। एक सप्ताह पहले उसकी पत्नी अपने मायके से उसके पास आई थी। बीती रात हम दोनों साथ सोए थे। सुबह जब उठे तो उसकी पत्नी कमरे में नहीं थी। सभी दरवाजे बाहर से बंद थे पति ने आरोप लगाया कि रात को जब उसकी पत्नी चली गई तो उसने सबसे पहले मेरे कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। सभी दरवाजे बाहर से किए बंद इसके बाद जिस कमरे में उसकी मां सो रही थी उसे भी बाहर से बंद कर दिया। बाद में जिस पिछले दरवाजे से उसकी पत्नी घर से बाहर गई थी उसे भी बाहर से बंद कर दिया। सुबह आसपास के लोगों को बुलाकर उनके कमरे बाहर से खुलवाए। ये सामान ले गई अपने साथ पीड़ित ने बताया कि उसकी पत्नी घर से उसके सारे दस्तावेज और जेवरात अपने साथ ले गई। जिसमें एक हार, एक सोने की अंगूठी, पायल का मंगलसूत्र, एक कंगन, एक चांदी की अंगूठी और घर में रखे 45000 रुपए और मेरे मोबाइल से रिकॉर्डिंग मेमोरी कार्ड भी ले गई। फोन पर एक लड़के से बात करती थी पति का आरोप है कि उसकी पत्नी संजीव नाम के लड़के से फोन पर बात करती थी। दो दिन पहले एक लड़का और लड़की हमारे घर आए। उसकी पत्नी ने उन्हें भाई और भाभी बताया। पति का आरोप है कि उसकी पत्नी के भागने में उसकी बहन और मां का हाथ है। उन्हें पता है कि वह किसके साथ गई है। पुलिस तलाश में जुटी इंद्री थाना जांच अधिकारी मोहित ने बताया कि युवक की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस विवाहिता की तलाश में जुटी है। हर पहलू की गहनता से जांच की जा रही है। जल्द ही विवाहिता का पता लगा लिया जाएगा।
सैलजा गुट के नेता का हुड्डा पर हमला:कहा, हरियाणा की जिम्मेदारी ऐसे नेता को सौंपी, जिसकी अपने हलके में पकड़ नहीं थी
सैलजा गुट के नेता का हुड्डा पर हमला:कहा, हरियाणा की जिम्मेदारी ऐसे नेता को सौंपी, जिसकी अपने हलके में पकड़ नहीं थी हरियाणा में कांग्रेस गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही। विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद सैलजा गुट के नेता लगातार भूपेंद्र हुड्डा पर हमलावर हैं। ताजा बयान पूर्व प्रदेश प्रवक्ता व हरियाणा के पिछड़ा वर्ग उपाध्यक्ष एडवोकेट मुकेश सैनी का आया है। मुकेश सैनी ने आरोप लगाया कि इस विधानसभा चुनाव में पार्टी की बागडोर ऐसे प्रदेश अध्यक्ष के हाथों में थी, जो लगातार 2 बार से अपने खुद के हलके से चुनाव हार रहा हो और अब भी विधानसभा चुनाव में मिली हार दर्शाती है कि इस नेता की अपने हलके में कितनी पकड़ है। मुकेश सैनी ने कहा कि ऐसे नेता कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री रही किरण चौधरी के बारे में कहते कि क्या है किरण चौधरी? जबकि किरण चौधरी ने दूसरी पार्टी में जाकर भी अपनी पुत्री सहित अन्य कई सीटों पर चुनाव जीतवाने का काम किया। इसी बर्ताव के चलते ही किरण चौधरी जैसी कद्दावर नेता को पार्टी छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि कुमारी सैलजा के प्रति सरेआम जातिसूचक अपशब्दों का इस्तेमाल हुआ। इसके बावजूद भी पार्टी के आला नेताओं ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिसका परिणाम आज पार्टी को विधानसभा चुनाव में शिकस्त के रूप में भुगतना पड़ रहा है। सैलजा गुट के नेता के हुड्डा पर 4 आरोप
1. कुमारी सैलजा सहित अन्य सभी वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करते हुए केवल एक नेता विशेष को टिकट वितरण में अहमियत देते हुए मजबूत प्रत्याशियों की लगातार अनदेखी की गई। ऐसा करके पीढ़ी दर पीढ़ी कांग्रेस पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकर्ताओं का गला काटने जैसा कृत्य किया गया। 2. कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों को हराने के लिए ही चुनाव मैदान में उतरे निर्दलीय बागी कांग्रेसियों को समझा बुझाकर बैठाने का प्रयास तक नहीं किया गया। अंबाला कैंट से कांग्रेस प्रत्याशी परविंदर परी के सामने चुनाव मैदान में उतरी बागी कांग्रेसी चित्रा सरवारा, उचाना में कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह के सामने बागी कांग्रेसी वीरेंद्र घोघड़िया को मनाकर नहीं बैठाया गया। 3. नलवा से कांग्रेस प्रत्याशी अनिल मान के खिलाफ पर्चा भरने वाले प्रो. संपत सिंह को व हांसी से कांग्रेस प्रत्याशी राहुल मक्कड़ के सामने उतरे प्रेम सिंह मलिक व सुमन शर्मा और अंबाला सिटी से कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल सिंह के सामने खड़े बागी कांग्रेसियों हिम्मत सिंह व जसवीर मल्लौर के नामांकन वापस करवा लिए गए, क्योंकि इन सीटों पर नेता विशेष के समर्थक प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। 4. प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने नेता विशेष के प्रभाव में आकर सिर्फ अपने चहेतों को टिकटें बांटी और चुनाव के वक्त बीमार होकर घर बैठ गए। आलाकमान को इस प्रकार की अहम जिम्मेदारी किसी अन्य नेता को सौंप देनी चाहिए थी। कांग्रेस आलाकमान से की मांग
मुकेश सैनी ने कांग्रेस आलाकमान से मांग की है कि पार्टी को धरातल पर लेकर जाने वाले ऐसे नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसे स्वयंभू वरिष्ठ नेताओं के अड़ियल रवैये और केवल खुद को सर्वोपरि रखने की मानसिकता के चलते ही कांग्रेस को आज हरियाणा की सत्ता से हाथ धोना पड़ा है।