हरियाणा के सोनीपत के खरखौदा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा न्यायिक परिसर में वकीलों के नए चैंबरों का उद्धाटन करने पहुंचे। कार्यक्रम के उपरांत उन्होंने हरियाणा की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। हुड्डा ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध व नशे में हरियाणा ने बड़े-बड़े राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल उन्होंने कहा कि, हरियाणा में जब से बीजेपी सत्ता में आई है, कानून व्यवस्था का बंटाधार हो गया है। आज प्रदेश में कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता, जबकि प्रत्येक सरकार की पहली जिम्मेदारी अपने नागरिकों को सुरक्षा देना होती है। बीजेपी सरकार अपनी जिम्मेदारी को निभाने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। हुड्डा ने कहा कि, सरकारी आंकड़े बताते हैं कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में रोज 3-4 हत्याएं, 4-5 रेप और दर्जनों चोरी, लूट व डकैती की वारदातें होती हैं। किसानों को न खाद और न ही एमएसपी दे पाई सरकार कार्यक्रम के बाद पूर्व सीएम हुड्डा सोनीपत के कई सामाजिक कार्यक्रमों में शिरकत करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि जिस तरह पूत के पांव पालने में ही दिखने लग जाते हैं, उसी तरह मौजूदा बीजेपी सरकार की विफलताएं भी शुरुआत में ही उजागर हो गई हैं। नई सरकार भी पिछली बीजेपी सरकार की तरह किसानों को न खाद दे पाई और न ही एमएसपी। दिल्ली में जीत का दावा भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा में होने वाले निकाय चुनावों को लेकर कहा कि पहले भी कांग्रेस पार्टी ने स्थानीय निकाय चुनाव अपने निशान पर लड़े हैं। अब फिर से पार्टी अपने ही निशान पर चुनाव लड़ेगी। वहीं दिल्ली चुनाव को लेकर भी उन्होंने कांग्रेस की जीत का दावा किया। हरियाणा के सोनीपत के खरखौदा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा न्यायिक परिसर में वकीलों के नए चैंबरों का उद्धाटन करने पहुंचे। कार्यक्रम के उपरांत उन्होंने हरियाणा की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। हुड्डा ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध व नशे में हरियाणा ने बड़े-बड़े राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल उन्होंने कहा कि, हरियाणा में जब से बीजेपी सत्ता में आई है, कानून व्यवस्था का बंटाधार हो गया है। आज प्रदेश में कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता, जबकि प्रत्येक सरकार की पहली जिम्मेदारी अपने नागरिकों को सुरक्षा देना होती है। बीजेपी सरकार अपनी जिम्मेदारी को निभाने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। हुड्डा ने कहा कि, सरकारी आंकड़े बताते हैं कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में रोज 3-4 हत्याएं, 4-5 रेप और दर्जनों चोरी, लूट व डकैती की वारदातें होती हैं। किसानों को न खाद और न ही एमएसपी दे पाई सरकार कार्यक्रम के बाद पूर्व सीएम हुड्डा सोनीपत के कई सामाजिक कार्यक्रमों में शिरकत करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि जिस तरह पूत के पांव पालने में ही दिखने लग जाते हैं, उसी तरह मौजूदा बीजेपी सरकार की विफलताएं भी शुरुआत में ही उजागर हो गई हैं। नई सरकार भी पिछली बीजेपी सरकार की तरह किसानों को न खाद दे पाई और न ही एमएसपी। दिल्ली में जीत का दावा भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा में होने वाले निकाय चुनावों को लेकर कहा कि पहले भी कांग्रेस पार्टी ने स्थानीय निकाय चुनाव अपने निशान पर लड़े हैं। अब फिर से पार्टी अपने ही निशान पर चुनाव लड़ेगी। वहीं दिल्ली चुनाव को लेकर भी उन्होंने कांग्रेस की जीत का दावा किया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार से कांग्रेस प्रत्याशी जेपी का बीरेंद्र सिंह पर अटैक:बोले- उचाना में दगा करने वालों के पल्ले कुछ नहीं निकला; सीधे वोट मिले
हिसार से कांग्रेस प्रत्याशी जेपी का बीरेंद्र सिंह पर अटैक:बोले- उचाना में दगा करने वालों के पल्ले कुछ नहीं निकला; सीधे वोट मिले हरियाणा में हिसार लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश उर्फ जेपी ने पूर्व केंद्रीय मंत्र चौधरी बीरेंद्र सिंह पर भड़ास निकाली है। जेपी ने बीरेंद्र सिंह का नाम लिए बगैर कहा कि उचाना में धोखा देने वालों के पल्ले कुछ नहीं निकला। लोगों ने सीधे उनको वोट दिए हैं। जो इस तरह के लोग पहले घूम रहे थे, लोगों की इनकी असलियत का पला चल गया। जेपी ने कहा कि उचाना में उनके वोटों में एक प्रतिशत भी किसी का फर्क नहीं पड़ा। आपको बता दें कि हरियाणा में सबसे ज्यादा गुटबाजी हिसार लोकसभा सीट से देखने को मिली। यहां गुटबाजी इतनी चरम पर थी कि पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ही केवल जेपी का प्रचार करने आए। इसके अलावा हिसार से ही बड़ी नेता कुमारी सैलजा, चौधरी बीरेंद्र सिंह, बृजेंद्र सिंह एक दिन भी प्रचार करने नहीं आए। इतना ही नहीं किरण चौधरी और रणदीप सुरजेवाला भी यहां नहीं आए। इसके अलावा इनके समर्थकों ने भी पूरे प्रचार से गायब दिखे। कांग्रेस भवन में कार्यकर्ताओं से लिया फीडबैक
हिसार के कांग्रेस भवन में जयप्रकाश ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और फीडबैक लिया। इस पर जयप्रकाश ने कहा कि हिसार सीट पर हम जीत रहे हैं। करीब 40 हजार वोट हिसार से मुझे मिलेंगे। जयप्रकाश ने कहा कि हिसार में 1 लाख के करीब वोट पोल हुए हैं। उसमें 40 हजार मुझे मिलेंगे और बाकी जो बचेंगे वे बांट लेंगे। सोने का मन करता है, पर मजबूरी है
चुनाव के नतीजों से निराशा की बात पर जयप्रकाश ने कहा कि चुनाव में निराशा की नहीं, यह थकावट झलक रही है। 29 दिन जी तोड़ मेहनत के बाद मतदान के बाद कार्यकर्ताओं से मिलना जरूरी होता है। फीडबैक लेना जरूरी होता है। 29 दिन की मेहनत एक तरफ और 30वें दिन की मेहनत अलग है। जेपी ने कहा कि सोने का मन उनका भी करता है, मगर नतीजों तक वह शांत नहीं बैठेंगे। कार्यकर्ताओं से मिलते रहेंगे।
हरियाणा में फिर राजनीति के ट्रेजेडी किंग साबित हुए बीरेंद्र:सिंह ने कहा था- 75% वोटर BJP विरोधी; भाजपा बहुमत ले आई, उनका बेटा हारा
हरियाणा में फिर राजनीति के ट्रेजेडी किंग साबित हुए बीरेंद्र:सिंह ने कहा था- 75% वोटर BJP विरोधी; भाजपा बहुमत ले आई, उनका बेटा हारा तारीख: 12 जुलाई 2024 स्थान: कांग्रेस भवन, चंडीगढ़ कांग्रेस हरियाणा चुनाव के लिए कैंपेन लॉन्च करने जा रही थी। मंच पर पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान बैठे थे। यहीं पूर्व मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा- ”मैं एक्टिव पॉलिटिशियन के तौर पर कह रहा हूं, मेरा अपना असेसमेंट है कि हरियाणा में आज के दिन 70 से 75% मतदाता BJP का विरोधी है। BJP नंबर 2 पर भी नहीं रहेगी” तारीख: 8 अक्टूबर हरियाणा चुनाव के नतीजे आए। BJP 48 सीटें जीतकर नंबर वन पार्टी बनी। 39.94% वोट शेयर मिला। पार्टी भी सत्ता में आ गई। बीरेंद्र सिंह के पूर्व सांसद बेटे बृजेंद्र सिंह भी जींद की उचाना सीट से चुनाव हार गए। ऊपर लिखी बातें इसलिए अहम हैं क्योंकि बीरेंद्र सिंह हरियाणा से लेकर देश की राजनीति तक को जानने का दावा करते हैं। हालांकि हरियाणा चुनाव में उनका असेसमेंट इतना उल्टा पड़ा कि न कांग्रेस जीती और न ही उनका बेटा। इससे अब बीरेंद्र के BJP छोड़कर कांग्रेस में जाने की वजह से सियासी समझ-बूझ पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कांग्रेस ने लोकसभा टिकट नहीं दी, विधानसभा हार गए
पूर्व मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे 2019 में हिसार लोकसभा सीट से BJP की टिकट पर सांसद चुने गए। इस बार लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस जॉइन कर ली। वह हिसार और सोनीपत सीट से लोकसभा टिकट की दावेदारी जताते रहे। हालांकि हिसार में जयप्रकाश जेपी और सोनीपत से सतपाल ब्रह्मचारी को टिकट दे दी। इसके बाद बीरेंद्र के बेटे को उचाना से विधानसभा की टिकट दी गई लेकिन वह भाजपा के देवेंद्र अत्री से चुनाव हार गए। 43 साल कांग्रेस और 10 साल भाजपा में रहे
बीरेंद्र सिंह 43 साल तक कांग्रेस में रहे। 16 अगस्त 2014 को बीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस छोड़कर BJP का दामन थाम लिया। जींद में अमित शाह की रैली के दौरान वे BJP में शामिल हो गए। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें अपनी कैबिनेट में शामिल किया। 2016 में BJP ने बीरेंद्र सिंह को राज्यसभा भेजा। उनकी पत्नी प्रेमलता उचाना कलां सीट से दुष्यंत चौटाला को हराकर विधायक बनीं। हालांकि, 2019 लोकसभा चुनाव से पहले बीरेंद्र सिंह ने सक्रिय राजनीति से दूर होकर अपने IAS बेटे बृजेंद्र सिंह को हिसार सीट से चुनाव में उतारा। बृजेंद्र सिंह जीत गए। इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में JJP के दुष्यंत चौटाला ने उचाना सीट पर बीरेंद्र सिंह की पत्नी को हरा दिया। BJP को पूर्ण बहुमत न मिलने से 10 सीट जीतने वाली JJP से गठबंधन करना पड़ा। यहीं से बीरेंद्र सिंह की BJP से खटपट शुरू हो गई। बीरेंद्र सिंह को अपनी मजबूत पकड़ वाले इलाके बांगर बेल्ट में JJP की सेंधमारी रास नहीं आ रही थी। इसके चलते वे JJP के खिलाफ खुलकर बयानबाजी करते रहे। आखिरकार 2024 लोकसभा चुनाव से पहले मार्च में उनके बेटे बृजेंद्र सिंह ने BJP छोड़ कांग्रेस जॉइन कर ली। इसी के साथ बीरेंद्र सिंह के भी कांग्रेस में वापसी का रास्ता साफ हो गया। कुछ दिनों बाद बीरेंद्र भी कांग्रेस में शामिल हो गए। इन 2 वजहों से राजनीति के ट्रेजेडी किंग बने बीरेंद्र सिंह 1. CM बनना तय था, राजीव गांधी की हत्या हो गई
बीरेंद्र सिंह के प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए वर्ष 1991 में हरियाणा विधानसभा के चुनाव हुए जिसमें कांग्रेस ने बहुमत हासिल किया। बीरेंद्र सिंह का CM बनना तय था लेकिन उसी समय राजीव गांधी की हत्या हो गई। इसके साथ ही बीरेंद्र सिंह के सितारे गर्दिश में चले गए और कांग्रेस हाईकमान ने 23 जुलाई 1991 को उनकी जगह भजनलाल को CM बना दिया। 2. केंद्रीय मंत्री बनना तय था, सूट भी सिलवाया लेकिन लिस्ट से नाम कट गया
इसके अलावा बीरेंद्र सिंह खुद अपने इंटरव्यू में कई बार कह चुके हैं कि उनका 2009 में मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली यूपीए-2 सरकार में मंत्री बनना तय हो चुका था। उन्हें पार्टी का ऑफिशियली इन्विटेशन भी मिल गया कि कल सुबह मंत्रिपद की शपथ लेनी है। उन्होंने नया सूट सिलवा लिया लेकिन सुबह पता चला कि केंद्रीय मंत्रियों वाली लिस्ट से उनका नाम कट चुका है। 1991 में हुड्डा को अपनी गारंटी पर सीधे राजीव गांधी से दिलवाया टिकट
बीरेंद्र सिंह बेशक खुद कभी हरियाणा का CM नहीं बन पाए लेकिन कई नेताओं को उनके शुरुआती करियर में आगे बढ़ाने में उनका अहम रोल रहा। ऐसा ही एक किस्सा भूपेंद्र सिंह हुड्डा से जुड़ा है। वर्ष 1991 के लोकसभा चुनाव के समय बीरेंद्र सिंह कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष थे और भूपेंद्र सिंह हुड्डा पार्टी के उभरते हुए नेता थे। बीरेंद्र सिंह ने सीधे राजीव गांधी से पैरवी करके हुड्डा को रोहतक लोकसभा सीट से टिकट दिलवाया। बीरेंद्र सिंह ने उस समय कांग्रेस हाईकमान से यहां तक कह दिया कि रोहतक से हुड्डा को जितवाने की गारंटी वह खुद लेते है। वो हुड्डा के सियासी करियर का पहला ही बड़ा इलेक्शन था और वह साढ़े 30 हजार से ज्यादा वोटों से जीते (बीरेंद्र सिंह के ट्रेजेडी किंग के किस्से पढ़ें)
रेवाड़ी पुलिस ने 18 साल बाद हत्यारे को पकड़ा:पेट्रोल पंप कर्मचारी की गोली मारकर कत्ल; पहचान छिपाकर गुरुग्राम में रह रहा था
रेवाड़ी पुलिस ने 18 साल बाद हत्यारे को पकड़ा:पेट्रोल पंप कर्मचारी की गोली मारकर कत्ल; पहचान छिपाकर गुरुग्राम में रह रहा था हरियाणा में रेवाड़ी जिले के गांव सहारनवास स्थित पेट्रोल पंप पर करिंदे की 18 साल पहले गोली मारकर हत्या करने के मामले में क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA-1) ने हत्याकांड में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पहचान छुपाकर गुरुग्राम में रह रहा था। कोर्ट उसे पहले ही PO घोषित कर चुका है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पकड़े गए आरोपी की पहचान यूपी के जिला हापुड़ के गांव बिगास हाल किराएदार सरस्वती एनक्लेव सेक्टर-37 सी गुरुग्राम निवासी गौरव पाल उर्फ विक्की के रूप में हुई है। इस मामले में दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि उक्त आरोपी वारदात के बाद से ही फरार चल रहा था। 2006 में अनूप की गोली मारकर की थी हत्या पुलिस के मुताबिक, 24 जून 2006 को गांव सहारनवास स्थित एक पेट्रोल पंप पर गांव सहारनवास निवासी अनूप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रामपुरा थाना पुलिस ने गांव नांगलिया रणमौख निवासी सतबीर सिंह की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज करके मामले में दो आरोपी सुमेर सिंह उर्फ बिल्लू व जितेन्द्र उर्फ मोनू को गिरफ्तार कर लिया था। 2आरोपी पहले पकड़े जा चुके दोनों से पूछताछ की तो पता चला कि वारदात में गौरवपाल उर्फ विक्की भी शामिल हैं। हालांकि रेवाड़ी पुलिस की अलग-अलग टीमों ने गौरवपाल को पकड़ने की भरसक कोशिश की, लेकिन वो हत्थे नहीं चढ़ पाया। कोर्ट ने उसे वर्ष-2009 में PO घोषित किया। कुछ समय से रेवाड़ी सीआईए-1 की टीम को गौरवपाल को लेकर इनपुट मिल रहा था। पहचान छुपाकर रह रहा था आरोपी पुलिस को पता चला था कि वो अपना नाम बदलकर और पहचान छुपाकर गुरुग्राम के किसी इलाके में रहता है। सूचना के बाद पुलिस टीम ने उसकी लोकेशन ट्रेस की। इसके बाद उसे गुरुग्राम से काबू करके थाना रामपुरा पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी गौरव पाल उर्फ विक्की को कोर्ट में पेश करने के बाद दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।