हरियाणा के सोनीपत में पुलिस ने रात को बड़ी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद की हैं। क्राइम ब्रांच सेक्टर 3 पुलिस ने खरखौदा में सरकारी अस्पताल के सामने कैमिस्ट की दुकान पर रेड की थी। इस बीच एक अन्य मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले एक युवक को भी नशे में प्रयुक्त होने वाले इंजेक्शन के साथ पकड़ा गया। पुलिस ने केमिस्ट व एक युवक के खिलाफ थाना खरखौदा में NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। दोनों से पौने 2 लाख रुपए कीमत की दवा मिली है। क्राइम ब्रांच के ASI संदीप के अनुसार, वे टीम के साथ खरखौदा में गश्त पर थे। इस दौरान उनको सूचना मिली कि खरखौदा के वार्ड 7 में कन्या गुरूकुल वाली गली में रहने वाला सुनील थाना रोड पर एक केमिस्ट की दुकान पर काम करता है। दुकान मालिक प्रदीप निवासी रोहणा मेडिकल स्टोर की आड़ में प्रतिबंधित नशीली दवाइयों व इंजेक्शन बेचने का काम करता है। पुलिस ने इस पर कन्या गुरूकुल वाली में निगरानी रखी। कुछ देर बाद सुनील बाइक पर एक बॉक्स लेकर पहुंचा। पुलिस ने उसे रोक कर तलाशी ली तो बॉक्स में नशे में इस्तेमाल होने वाली दवाएं व इंजेक्शन बरामद हुए। पुलिस को उसके कब्जे से 14 डिब्बों में नशे के 700 इंजेक्शन, दूसरे डिब्बों में 98 इंजेक्शन, 290 कैप्सूल व अन्य बॉक्स में 550 इंजेक्शन व अन्य दवाएं पाए गए। पुलिस ने सुनील के खिलाफ केस दर्ज कर उसे काबू कर लिया। दूसरी तरफ क्राइम ब्रांच की टीम ने खरखौदा में थाना रोड पर सरकारी अस्पताल के सामने एक दवा की दुकान पर भी रेड की। पुलिस को सूचना मिली थी कि बरोणा गांव के रहने वाला केमिस्ट संदीप प्रतिबंधित नशे की दवा बेच रहा है। इसके लिए उसने दुकान के पीछे एक कमरा किराए पर ले रखा है। पुलिस ने वहां पर सूचना के बाद रेड की तो बड़ी संख्या में प्रतिबंधित दवाएं बरामद हुई। ASI सुरेश ने सूचना देकर ड्रग इंस्पेक्टर मुंशी राम को मौके पर बुलाया। इसके बाद कमरे पर रेड की। वहां एक युवक मिला और कमरे में दवाओं के कुछ बॉक्स भी रखे हुए थे। युवक ने अपना नाम संदीप बताया। इसके बाद वहां पर तलाशी ली गई तो वहां पर 1050 कैप्सूल, जिनमें कुछ एक्सपायरी डेट के थे, मिले। कमरे में 28 बॉक्स में इंजेक्शन व कैप्सूल मिले। दूसरी पेटियों में नशे में प्रयुक्त होने वाला सिरप भी मिला। कमरे में बड़ी संख्या में प्रतिबंधित दवाएं बरामद हुई हैं। हरियाणा के सोनीपत में पुलिस ने रात को बड़ी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद की हैं। क्राइम ब्रांच सेक्टर 3 पुलिस ने खरखौदा में सरकारी अस्पताल के सामने कैमिस्ट की दुकान पर रेड की थी। इस बीच एक अन्य मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले एक युवक को भी नशे में प्रयुक्त होने वाले इंजेक्शन के साथ पकड़ा गया। पुलिस ने केमिस्ट व एक युवक के खिलाफ थाना खरखौदा में NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। दोनों से पौने 2 लाख रुपए कीमत की दवा मिली है। क्राइम ब्रांच के ASI संदीप के अनुसार, वे टीम के साथ खरखौदा में गश्त पर थे। इस दौरान उनको सूचना मिली कि खरखौदा के वार्ड 7 में कन्या गुरूकुल वाली गली में रहने वाला सुनील थाना रोड पर एक केमिस्ट की दुकान पर काम करता है। दुकान मालिक प्रदीप निवासी रोहणा मेडिकल स्टोर की आड़ में प्रतिबंधित नशीली दवाइयों व इंजेक्शन बेचने का काम करता है। पुलिस ने इस पर कन्या गुरूकुल वाली में निगरानी रखी। कुछ देर बाद सुनील बाइक पर एक बॉक्स लेकर पहुंचा। पुलिस ने उसे रोक कर तलाशी ली तो बॉक्स में नशे में इस्तेमाल होने वाली दवाएं व इंजेक्शन बरामद हुए। पुलिस को उसके कब्जे से 14 डिब्बों में नशे के 700 इंजेक्शन, दूसरे डिब्बों में 98 इंजेक्शन, 290 कैप्सूल व अन्य बॉक्स में 550 इंजेक्शन व अन्य दवाएं पाए गए। पुलिस ने सुनील के खिलाफ केस दर्ज कर उसे काबू कर लिया। दूसरी तरफ क्राइम ब्रांच की टीम ने खरखौदा में थाना रोड पर सरकारी अस्पताल के सामने एक दवा की दुकान पर भी रेड की। पुलिस को सूचना मिली थी कि बरोणा गांव के रहने वाला केमिस्ट संदीप प्रतिबंधित नशे की दवा बेच रहा है। इसके लिए उसने दुकान के पीछे एक कमरा किराए पर ले रखा है। पुलिस ने वहां पर सूचना के बाद रेड की तो बड़ी संख्या में प्रतिबंधित दवाएं बरामद हुई। ASI सुरेश ने सूचना देकर ड्रग इंस्पेक्टर मुंशी राम को मौके पर बुलाया। इसके बाद कमरे पर रेड की। वहां एक युवक मिला और कमरे में दवाओं के कुछ बॉक्स भी रखे हुए थे। युवक ने अपना नाम संदीप बताया। इसके बाद वहां पर तलाशी ली गई तो वहां पर 1050 कैप्सूल, जिनमें कुछ एक्सपायरी डेट के थे, मिले। कमरे में 28 बॉक्स में इंजेक्शन व कैप्सूल मिले। दूसरी पेटियों में नशे में प्रयुक्त होने वाला सिरप भी मिला। कमरे में बड़ी संख्या में प्रतिबंधित दवाएं बरामद हुई हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
करनाल में अमेरिका भेजने के नाम पर 70 लाख ठगे:इंडोनेशिया और मेक्सिको में भटकाया, भारत लौटने के चुकाए 5 लाख
करनाल में अमेरिका भेजने के नाम पर 70 लाख ठगे:इंडोनेशिया और मेक्सिको में भटकाया, भारत लौटने के चुकाए 5 लाख हरियाणा में करनाल में अमेरिका भेजने के नाम पर 70 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी विनीत त्यागी ने कतर, मॉरिशस, इंडोनेशिया और मेक्सिको जैसे देशों में बच्चों को भटकाया, लेकिन अमेरिका नहीं पहुंचाया। ठगी का खुलासा होने के बाद पीड़ित ने आरोपी से पैसे मांगे, तो उसने जान से मारने की धमकी दी। शिकायत मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बच्चों को बाहर भेजने का दिया झांसा शिकायतकर्ता विनोद ने बताया कि मई 2021 में विनीत त्यागी नामक व्यक्ति ने उसे अमेरिका में बच्चों को नौकरी दिलाने का झांसा दिया। आरोपी ने 40 लाख रुपए प्रति बच्चे का खर्च बताया। पीड़ित ने अपने जानकारों के दो बच्चों के लिए सहमति दी और जरूरी दस्तावेज सौंप दिए। 15 जून 2021 को आरोपी ने पहली बार 9 लाख रुपए नकद लिए। इसके बाद फरवरी 2022 में बच्चों को कतर भेजा। जहां उनसे 3-3 हजार डॉलर भी लिए गए। पीड़ित से एक्स्ट्रा 4.90 लाख रुपए नकद और 8.5 लाख रुपए बैंक खाते में जमा करवाए गए। भारत लौटने पर देने पड़े साढ़े 5 लाख आरोपी ने अप्रैल 2022 में बच्चों को मॉरिशस ले जाकर 7.10 लाख रुपए और मांग लिए। इसके बाद इंडोनेशिया भेजने से पहले भी 2 लाख रुपए नकद लिए गए। वहां बच्चों से फिर से 2-2 हजार डॉलर भी छीन लिए। अमेरिका भेजने की बजाय बच्चों को मेक्सिको ले गया और वहां से वापस भारत लाने पर पीड़ित को मजबूरन 5.22 लाख रुपए और देने पड़े। पैसे लौटाने से किया इनकार जब पीड़ित ने पैसे वापस मांगे, तो आरोपी ने धमकी दी कि पैसे मांगने पर वह उसको और उसके बच्चों को जान से मार देगा। आरोपी ने यह भी कहा कि ऐसे मामले उसके लिए रोजमर्रा की बात हैं। इस ठगी में आरोपी ने बच्चों को तीन बार विदेश भेजने का प्रयास किया, लेकिन हर बार नए बहाने बनाकर पैसे ऐंठे। पीड़ित ने बताया कि इस तरह 70 लाख से ज्यादा रुपए उसके खाते में जमा करवाए गए हैं। आरोपी पर पहले से केस दर्ज पुलिस जांच में पता चला कि विनीत त्यागी पर करनाल में पहले से कबूतर बाजी का मामला दर्ज है। शिकायत के आधार पर मधुबन थाना पुलिस ने धारा 406 और 420 के तहत मामला दर्ज किया है। जांच अधिकारी धमेंद्र सिंह ने बताया कि विदेश भेजने के नाम पर 70 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी विनीत त्यागी के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है, मामले की जांच जारी है।
हरियाणा में BJP चेयरमैन को हटाने पर ड्रामा:DC ट्रेनिंग पर गए, ADC बोलीं-मैं सक्षम अधिकारी नहीं; बागी गुट अविश्वास प्रस्ताव लेकर घूम रहा
हरियाणा में BJP चेयरमैन को हटाने पर ड्रामा:DC ट्रेनिंग पर गए, ADC बोलीं-मैं सक्षम अधिकारी नहीं; बागी गुट अविश्वास प्रस्ताव लेकर घूम रहा हरियाणा के हिसार में BJP के जिला परिषद चेयरमैन सोनू सिहाग डाटा के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर खूब ड्रामा हो रहा है। जिला परिषद के 30 में से 24 पार्षद चेयरमैन को हटाने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए पहले वे अविश्वास प्रस्ताव लेकर ADC सी. जयश्रद्धा से मिलने गए तो वह पशु अस्पताल की इमरजेंसी होने की बात कहकर घर चली गईं। उन्हें DC अनीश यादव से मिलने के लिए कहा। अब पार्षद डीसी को मिलने जा रहे थे तो डीसी ट्रेनिंग पर चले गए। वह 20 दिन यानी 25 दिसंबर तक ट्रेनिंग पर रहेंगे। पार्षदों का कहना है कि उन्होंने इस बारे में एडीसी से बात की तो उन्होंने कहा कि वह अविश्वास प्रस्ताव के लिए सक्षम अधिकारी नहीं है। इस पर फैसला डीसी को ही करना है इसलिए एप्लीकेशन देना चाहे तो दे सकते हैं। मगर, अंतिम फैसला डीसी ही करेंगे। इसके बाद पार्षद लौट गए। ऐसे में पार्षद अविश्वास प्रस्ताव लिए घूम रहे हैं। पार्षदों को हॉर्स ट्रेडिंग का डर, 24 पार्षदों की 20 दिन एकजुट रहने की कोशिश
पार्षद इस मामले में खुलकर नहीं बोल रहे हैं लेकिन नाम न छापने की शर्त पर सोनू सिहाग का विरोध कर रहे पार्षदों का कहना है कि उन्हें डर है कि चेयरमैन को हॉर्स ट्रेडिंग करने का और समय मिल गया है। इसलिए पार्षदों ने रणनीति बनाई है कि वह सभी 24 पार्षदों से मुलाकात जारी रखेंगे। सभी एक दूसरे के संपर्क में रहेंगे ताकि चेयरमैन सोनू सिहाग पार्षदों को डरा धमका या ब्लैकमेल ना कर सके। वहीं बागी गुट की चिंता है कि 4 से 5 पार्षद ऐसे हैं, जो दोनों गुटों के संपर्क हैं। अगर यह पार्षद अंत समय में चेयरमैन की तरफ झुक जाते हैं तो सोनू सिहाग की कुर्सी बच सकती है। बता दें कि चेयरमैन को कुर्सी बचाने के लिए 11 पार्षद चाहिए और बागी गुट को 21 पार्षदों का समर्थन जरूरी है। जिला परिषद में भी कांग्रेस एकजुट नहीं
वहीं बता दें कि जिला परिषद चेयरमैन को लेकर भी कांग्रेस जिला पार्षद एकजुट नहीं है। एक गुट BJP चेयरमैन के साथ है तो दूसरा गुट विरोध में हैं। इन सभी पार्षदों ने पहले चेयरमैन का समर्थन किया था, मगर अब कुछ कांग्रेस पार्षद इनके खिलाफ हैं। कांग्रेस समर्थित जिला पार्षद रेणु देवी के प्रतिनिधि दिनेश श्योराण ने बताया कि वह BJP चेयरमैन सोनू सिहाग के साथ हैं। अभी उनके पास 7 पार्षदों का समर्थन है, जिसमें चेयरमैन भी शामिल हैं। वहीं भाजपा के ओपी माल्या, विकास सेलवाल और दर्शनगिरी महाराज सहित एक अन्य पार्षद भी उनका ही समर्थन करेंगे। पार्षद प्रतिनिधि राजेंद्र चहल का भी उनको समर्थन प्राप्त है। चेयरमैन की कुर्सी को कोई नहीं हिला सकता। हमारे पास चेयरमैन सोनू सिहाग, रेणु देवी, रीना बधावड़, महेंद्र बिश्नोई, बीर सिंह बिश्नोई, कर्मकेष कुंडू और यादवेंद्र यादव का समर्थन है इसके अलावा दर्शन गिरी महाराज और राजेंद्र चहल पार्षद प्रतिनिधि हमारा समर्थन करेंगे। वहीं कांग्रेस पार्षद प्रतिनिधि मनोज टाक माही ने कहा कि वह चेयरमैन के खिलाफ हैं और उनके खिलाफ वोट करेंगे। चेयरमैन को हटाने के लिए 21 पार्षदों की जरूरत
दरअसल, जिला परिषद चेयरमैन को हटाने के लिए 30 में से 21 पार्षदों की जरूरत है। वहीं, चेयरमैन को अपने बचाव के लिए 11 पार्षद चाहिए। चेयरमैन शुरू से दावा करते रहे हैं कि उनके पास 14 पार्षदों का समर्थन है। मगर, एकजुट पार्षदों की संख्या 23 है ऐसे में चेयरमैन का दावा सही है या गलत, यह अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग के बाद ही पता चल सकता है। वहीं चेयरमैन के करीबी दावा कर रहे हैं कि उन्हें कुछ कांग्रेस पार्षदों के अलावा 6 से 7 पार्षदों का समर्थन है। 2 साल पहले भाजपा ने कांग्रेस के साथ मिलकर बनाया था चेयरमैन… विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ था चेयरमैन का झुकाव
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में जिला परिषद चेयरमैन सोनू सिहाग के गांव डाटा से नारनौंद BJP प्रत्याशी कैप्टन अभिमन्यु की बुरी तरह हार हुई। डाटा नारनौंद विधानसभा क्षेत्र के बड़े गांवों में से एक है। यहां करीब 7 बूथ बनाए गए थे। इन बूथों में से 6 पर कांग्रेस और 1 बूथ पर ही भाजपा जीत पाई। कांग्रेस उम्मीदवार जस्सी पेटवाड़ को गांव में 3,274 वोट मिले, जबकि कैप्टन अभिमन्यु को गांव से महज 2,156 वोट मिले थे। भाजपा के पार्षदों ने जिला पार्षदों पर आरोप लगाया था कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान चेयरमैन की कांग्रेस सांसद जेपी और पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के साथ गुप्त मीटिंग हुई थी। चेयरमैन को लगा कि कांग्रेस सरकार आएगी। ऐसे में वह पहले से ही कांग्रेस नेताओं के संपर्क में आ गए थे। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को इसकी भनक लग गई थी। रही सही कसर चेयरमैन के गांव में भाजपा प्रत्याशी की हार से पूरी हो गई। पार्षदों ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव में चेयरमैन ने गुपचुप तरीके से कांग्रेस के नेताओं का समर्थन किया था।
रोहतक के गांव में डीसी -एसपी ने गुजारी रात:ग्रामीणों की सुनी समस्याएं; बोले- ड्रग्स के बढ़ते प्रचलन को हरहाल में रोकना
रोहतक के गांव में डीसी -एसपी ने गुजारी रात:ग्रामीणों की सुनी समस्याएं; बोले- ड्रग्स के बढ़ते प्रचलन को हरहाल में रोकना रोहतक के गांव काहनौर में प्रशासन द्वारा रात्रि ठहराव कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें डीसी नरेंद्र कुमार और एसपी नरेंद्र बिजारणिया ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और उनका समाधान किया। डीसी नरेंद्र कुमार ने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार जिला मुख्यालय के साथ उप मंडल स्तर पर और नगर निगम कार्यालय में भी समाधान शिविर लगाए जा रहे हैं। जिसमें नागरिकों की समस्याएं सुनी जा रही हैं और उनका समाधान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो समस्याएं मुख्यालय से संबंधित होती हैं, उनको सरकार के पास भेजा जाता है। जिला प्रशासन हर समय नागरिकों की समस्याएं सुनने और उनका समाधान करने के लिए तत्पर है। किसी भी नागरिक की किसी भी विभाग से संबंधित यदि कोई समस्या है, तो वह बिना किसी हिचक के प्रशासन के समक्ष रखें, उनका समयबद्ध ढंग से समाधान किया जाएगा। ड्रग्स की बढ़ती प्रवृत्ति को हरहाल में रोकना है- एसपी एसपी नरेंद्र बिजारणिया ने कहा कि युवाओं में बढ़ती ड्रग्स की प्रवृत्ति को हरहाल में रोकना है। इसके लिए प्रशासन और आमजन को मिलकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि यदि गांव में किसी व्यक्ति द्वारा ड्रग्स बेचे जाने की जानकारी मिलती है, तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस या जिला प्रशासन को दें, ताकि समय रहते उस पर ठोस कार्रवाई की जा सके। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि वह स्वयं भी अपने बच्चों की निगरानी जरूर रखें। बच्चों को समझाएं कि नशा न केवल शरीर का नाश करता है, बल्कि जीवन को तबाह कर देता है। नशा समाज और देश के लिए घातक है।