हरियाणा के सोनीपत में 2 मासूम बच्चियों को प्रताड़ित करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पिता की हादसे में मौत के बाद इनकी मां ने दूसरी शादी कर ली। दादी ने इनको संभाला, लेकिन दादी की भी बाद में मौत हो गई। इसके बाद इनके लान पालन की जिम्मेदारी ताऊ के परिवार के पास आ गई। आरोप है कि दोनों की जमीन-जायदाद हड़पने के लिए ताऊ का परिवार उनको यातना दे रहा था। दोनों बच्चियों को घायल हालत में अस्पताल में दाखिल कराया गया। उनके शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। सोनीपत के गांव पहलादपुर किढौली के रहने वाले जय भगवान ने थाना खरखौदा में बच्चियों पर अत्याचार को लेकर शिकायत दी है। उसने बताया कि एक बच्ची की उम्र 6 व दूसरी की 5 साल है। इनके पिता राहुल की करीब 2 साल पहले सडक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। राहुल की मृत्यु के बाद राहुल की पत्नी संगीता बच्चों को छोड़ कर चली गई और उसने दूसरी शादी कर ली। इसके बाद बाद दोनों बच्चियों की देखभाल बुजुर्ग दादी कांता देवी पर आ गई। दादी की मौत के बाद ताऊ के जुल्म जयभगवान ने बताया कि 12 अप्रैल को कान्ता देवी की हार्ट अटैक से मौत हाे गई। उसके बाद दोनों नाबालिग बच्चियों की देखभाल उनका ताऊ हितेश व उनकी पत्नी सविता कर रहे थे। बच्चियों के ताऊ व ताई पर दोनों बच्चियों पर तरह-तरह की यातनाएं देने के आरोप लगे हैं। पुलिस को बताया गया है कि ये दोनों बच्चियों को बुरी तरह क्रुरता से पिटाई करते हैं और इनको घर में बन्द करके रखते हैं। ये दोनों बच्चियो की जमीन व जायदाद हड़पना चाहते हैं। घर पर कर लिया कब्जा जयभगवान ने बताया कि दादी कान्ता देवी की मृत्यु के बाद हितेश व उसकी पत्नी सविता ने बच्चियों के घर पर कब्जा कर लिया। उनके घर में पशुचारा डाल लिया और भैंस बांधने लगे। उनके घर में रखा फ्रीज, TV व कूलर को बेच दिया। घर का अन्य सामान भी बेच दिया गया। आरोप है कि दोनों पति-पत्नी इन बच्चियों की हत्या करके इनकी जमीन व जायदाद हड़पना चाहते हैं। अस्पताल में कराई दाखिल, चोटों के मिले निशान थाना खरखौदा के ASI वेदपाल के अनुसार रविवार को CHC खरखौदा से सूचना मिली थी कि पहलादपुर किढौली गांव से दो बच्चियां चोट लगने के कारण दाखिल हैं। वे अस्पताल पहुंचे तो वहां डॉक्टर ने बताया कि एक बच्ची के शरीर पर चोट के तीन निशान हैं। इसी प्रकार दूसरी बच्ची के शरीर पर भी चोट के दो निशान हैं। वहां पर जयभगवान ने बच्चियों पर ताऊ व ताई के अत्याचार व यातना की जानकारी दी। पुलिस ने थाना खरखौदा में हितेश व उसकी पत्नी सविता के खिलाफ धारा 323, 506, 34 IPC व 75 JJ एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस छानबीन कर रही है। हरियाणा के सोनीपत में 2 मासूम बच्चियों को प्रताड़ित करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पिता की हादसे में मौत के बाद इनकी मां ने दूसरी शादी कर ली। दादी ने इनको संभाला, लेकिन दादी की भी बाद में मौत हो गई। इसके बाद इनके लान पालन की जिम्मेदारी ताऊ के परिवार के पास आ गई। आरोप है कि दोनों की जमीन-जायदाद हड़पने के लिए ताऊ का परिवार उनको यातना दे रहा था। दोनों बच्चियों को घायल हालत में अस्पताल में दाखिल कराया गया। उनके शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। सोनीपत के गांव पहलादपुर किढौली के रहने वाले जय भगवान ने थाना खरखौदा में बच्चियों पर अत्याचार को लेकर शिकायत दी है। उसने बताया कि एक बच्ची की उम्र 6 व दूसरी की 5 साल है। इनके पिता राहुल की करीब 2 साल पहले सडक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। राहुल की मृत्यु के बाद राहुल की पत्नी संगीता बच्चों को छोड़ कर चली गई और उसने दूसरी शादी कर ली। इसके बाद बाद दोनों बच्चियों की देखभाल बुजुर्ग दादी कांता देवी पर आ गई। दादी की मौत के बाद ताऊ के जुल्म जयभगवान ने बताया कि 12 अप्रैल को कान्ता देवी की हार्ट अटैक से मौत हाे गई। उसके बाद दोनों नाबालिग बच्चियों की देखभाल उनका ताऊ हितेश व उनकी पत्नी सविता कर रहे थे। बच्चियों के ताऊ व ताई पर दोनों बच्चियों पर तरह-तरह की यातनाएं देने के आरोप लगे हैं। पुलिस को बताया गया है कि ये दोनों बच्चियों को बुरी तरह क्रुरता से पिटाई करते हैं और इनको घर में बन्द करके रखते हैं। ये दोनों बच्चियो की जमीन व जायदाद हड़पना चाहते हैं। घर पर कर लिया कब्जा जयभगवान ने बताया कि दादी कान्ता देवी की मृत्यु के बाद हितेश व उसकी पत्नी सविता ने बच्चियों के घर पर कब्जा कर लिया। उनके घर में पशुचारा डाल लिया और भैंस बांधने लगे। उनके घर में रखा फ्रीज, TV व कूलर को बेच दिया। घर का अन्य सामान भी बेच दिया गया। आरोप है कि दोनों पति-पत्नी इन बच्चियों की हत्या करके इनकी जमीन व जायदाद हड़पना चाहते हैं। अस्पताल में कराई दाखिल, चोटों के मिले निशान थाना खरखौदा के ASI वेदपाल के अनुसार रविवार को CHC खरखौदा से सूचना मिली थी कि पहलादपुर किढौली गांव से दो बच्चियां चोट लगने के कारण दाखिल हैं। वे अस्पताल पहुंचे तो वहां डॉक्टर ने बताया कि एक बच्ची के शरीर पर चोट के तीन निशान हैं। इसी प्रकार दूसरी बच्ची के शरीर पर भी चोट के दो निशान हैं। वहां पर जयभगवान ने बच्चियों पर ताऊ व ताई के अत्याचार व यातना की जानकारी दी। पुलिस ने थाना खरखौदा में हितेश व उसकी पत्नी सविता के खिलाफ धारा 323, 506, 34 IPC व 75 JJ एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस छानबीन कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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विनेश-बजरंग की सियासत ने हरियाणा को चौंकाया:चुनाव से पहले हुड्डा ग्रुप संग थे; अब कुमारी सैलजा के साथ नजर आए
विनेश-बजरंग की सियासत ने हरियाणा को चौंकाया:चुनाव से पहले हुड्डा ग्रुप संग थे; अब कुमारी सैलजा के साथ नजर आए रेसलिंग से राजनीति में आए बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट की सियासत ने सबको चौंका दिया है। हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले विनेश-बजरंग हुड्डा ग्रुप के साथ रहे। चुनाव के दौरान भी विनेश फोगाट के लिए दीपेंद्र हुड्डा प्रचार करते दिखे। हालांकि, मंगलवार (22 अक्टूबर) को बजरंग पूनिया ने दिल्ली में ऑल इंडिया किसान कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष का पदभार संभाला। इस दौरान उनके साथ सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा मौजूद रहीं। यह चौंकाने वाला इस वजह से है, क्योंकि हरियाणा कांग्रेस में हुड्डा और सैलजा गुट आपस में विरोधी है। चुनाव में भी इनकी गुटबाजी नजर आती रही। चुनाव में हार के लिए भी सैलजा गुट भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा को जिम्मेदार ठहरा रहा है। इसके बावजूद विनेश फोगाट के जुलाना से MLA बनने के बाद बजरंग को पदभार संभालते वक्त दीपेंद्र हुड्डा की गैरमौजूदगी से कई तरह की चर्चाएं खड़ी हो गई हैं। वहीं, इसे लेकर बजरंग पूनिया ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा हमारे सीनियर नेता हैं। आगे भी हम उनके नेतृत्व में काम करते रहेंगे। शुरू से हुड्डा गुट के करीबी रहे विनेश-बजरंग
विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया शुरू से ही हुड्डा गुट के ही करीबी रहे हैं। जब विनेश, बजरंग और साक्षी मलिक ने अन्य पहलवानों के साथ भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला था, तब कांग्रेस पार्टी के कई नेता उनकी सपोर्ट में दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहुंचे थे। ज्यादातर पहलवान हरियाणा के थे, इसलिए कांग्रेस पार्टी से हरियाणा के CM रहे भूपेंद्र हुड्डा भी उस समय पहलवानों के समर्थन में पहुंचे थे। शुरुआत में तो पहलवानों ने अपने मुद्दे पर राजनीति न करने के लिए कहा था, लेकिन बाद में उन्होंने कांग्रेस का समर्थन पा लिया। तब से ही विनेश और बजरंग हुड्डा गुट के करीबी हो गए थे। पहलवान आंदोलन में हुड्डा दिखे
पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहलवानों के समर्थन में खुद जंतर-मंतर पर पहुंचे थे। उनके साथ हरियाणा कांग्रेस का विधायक दल भी वहां पहुंचा था। तब हुड्डा ने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा था कि न्याय मिलने में देर हो सकती है, मगर अंधेर नहीं होगी। खिलाड़ी संयम और हिम्मत बनाए रखें। देश का मान बढ़ाने वाले खिलाड़ियों के साथ कांग्रेस खड़ी है। विनेश के स्वागत में पहुंचे दीपेंद्र हुड्डा
जब विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक के फाइनल से डिस्क्वालिफाई होकर देश लौटीं तो उनका स्वागत करने के लिए खुद सांसद दीपेंद्र हुड्डा दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे थे। एयरपोर्ट से लेकर विनेश के बलाली गांव पहुंचने तक तमाम कांग्रेस नेताओं, 2 विधायकों और पार्टी टिकट के कई दावेदारों ने विनेश का स्वागत किया। दीपेंद्र ने ही एयरपोर्ट के अंदर विनेश को रिसीव किया था। वह खुद सुरक्षाकर्मियों के घेरे में विनेश को लेकर दिल्ली एयरपोर्ट से बाहर आए। जब रोड शो निकला तो विनेश की गाडी के बोनट पर विनेश के साथ बजरंग पूनिया व साक्षी मलिक के अलावा दीपेंद्र हुड्डा भी बैठे। पेरिस से लौटकर हुड्डा परिवार से मिलीं
विनेश फोगाट जब पेरिस से लौटीं तो वह नई दिल्ली में भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके परिवार से मिलीं। तब विनेश ने कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली थी, लेकिन चर्चा थी कि विनेश विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं। तब भूपेंद्र हुड्डा ने कहा था, “एथलीट सिर्फ एक पार्टी के नहीं होते। वे पूरे देश के होते हैं।” हुड्डा ने कहा कि विनेश के साथ अन्याय हुआ है। उन्हें उनका उचित सम्मान मिलना चाहिए। उन्हें राज्यसभा में मनोनीत किया जाना चाहिए। उन्हें वही सम्मान मिलना चाहिए जो स्वर्ण पदक विजेता को मिलता है। हुड्डा ने कांग्रेस जॉइन कराने की बात कही
जब विनेश और बजरंग की कांग्रेस से नजदीकियां बढ़ने लगी थीं तो भूपेंद्र हुड्डा ने कहा था कि अगर कोई पार्टी में शामिल होता है, तो हम उसका स्वागत करते हैं। उन्होंने विनेश के मामले में कहा था कि यह विनेश पर ही निर्भर करेगा। टिकट दिलाने और जिताने में भूमिका निभाई
वहीं, कांग्रेस सूत्र बताते हैं कि चुनाव से पहले जब केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग हुई तब भूपेंद्र हुड्डा ने विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को टिकट देने की पैरवी की थी। हुड्डा ने कहा था कि पहलवानों के साथ खड़े होने से हरियाणा में लोगों का समर्थन कांग्रेस के पक्ष में आएगा। केंद्रीय चुनाव समिति ने इसके लिए चर्चा के बाद हामी भी भर दी थी। हालांकि, चुनाव लड़ने या न लड़ने और सीट चुनने का फैसला तब विनेश और बजरंग पर ही छोड़ा गया था। बाद में विनेश ने जुलाना से चुनाव लड़ा और बजरंग को ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वर्किंग चेयरमैन बनाया गया। हरियाणा में हुड्डा Vs सैलजा क्यों?
हरियाणा चुनाव के दौरान हुड्डा गुट की सैलजा गुट से ठनी रही। टिकटों के बंटवारे से लेकर चुनाव प्रचार तक दोनों ग्रुपों में खींचतान चलती रही। टिकट बंटवारे में भूपेंद्र हुड्डा ने अपना वर्चस्व दिखाते हुए ज्यादातर सीटों पर अपने समर्थकों को टिकट दिलाया। वहीं, कांग्रेस हाईकमान ने सैलजा समर्थक करीब 5 दावेदारों को टिकट दिए। जब सैलजा की बंटवारे में नहीं चली तो उन्होंने हुड्डा समर्थकों के चुनाव प्रचार से दूरी बना ली। वहीं, हुड्डा भी सैलजा समर्थक उम्मीदवारों की रैलियों में नहीं पहुंचे। इस दौरान दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर जुबानी हमले भी किए। भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी सैलजा दोनों ही हरियाणा CM की कुर्सी पर अपनी दावेदारी ठोक रहे थे। हालांकि, हाईकमान ने किसी का नाम प्रस्तावित नहीं किया था।
हरियाणा पेंशन घोटाले में पुलिस की लापरवाही:सीबीआई ने हाईकोर्ट में दायर की रिपोर्ट, आर्थिक अपराध शाखा की ली जाए मदद
हरियाणा पेंशन घोटाले में पुलिस की लापरवाही:सीबीआई ने हाईकोर्ट में दायर की रिपोर्ट, आर्थिक अपराध शाखा की ली जाए मदद हरियाणा में पेंशन घोटाले को लेकर सीबीआई ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट पेश करते हुए हरियाणा पुलिस की जांच पर गंभीर सवाल उठाए हैं। रिपोर्ट में इसे बेपरवाही और अपर्याप्त जांच करार देते हुए कहा गया है कि इस घोटाले में राज्य के कई उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों रुपए का गबन हुआ है। 2017 में याची राकेश बैंस और सुखविंद्र सिंह ने वकील प्रदीप रापड़िया के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि मृत लोगों के नाम पर पेंशन बांटी जा रही है, जिसमें म्युनिसिपल कमेटी के प्रधान, पार्षद, सेक्रेटरी और जिला समाज कल्याण अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध है। सीबीआई की जांच में पता चला कि घोटाले में शामिल अफसरों ने मृत लाभार्थियों के नाम पर पेंशन जारी की और रिकवरी का दावा भी किया, लेकिन जब सीबीआई ने लाभार्थियों के परिजनों से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि उन्हें न तो पेंशन मिली और न ही कोई पैसा जमा करवाया। 50312 लाभार्थियों की हो चुकी मौत रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि 17094 पेंशन लाभार्थी गायब हैं और 50312 लाभार्थियों की मृत्यु हो चुकी है। सीबीआई ने सुझाव दिया कि इस मामले में हर जिले में एफआईआर दर्ज होनी चाहिए और घोटाले में लिप्त अफसरों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाया जाना चाहिए। सीबीआई ने सिफारिश की है कि जांच में एसीबी और आर्थिक अपराध शाखा की मदद ली जाए और समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों के खिलाफ विभागीय एवं आपराधिक कार्रवाई हो।
हांसी में युवक को जहरीले कीड़े ने काटा:पशुओं के लिए चारा लेने खेत मे गया था; अस्पताल पहुंचने से पहले मौत
हांसी में युवक को जहरीले कीड़े ने काटा:पशुओं के लिए चारा लेने खेत मे गया था; अस्पताल पहुंचने से पहले मौत हरियाणा के हिसार के हांसी में एक व्यक्ति को किसी जहरीले कीड़े ने काट लिया। परिजनों को वह खेत में बेसुध हालत में मिला। इसके बाद उसे हांसी के अस्पताल पहुंचाया गया। जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखा गया है। पुलिस घटना को लेकर छानबीन कर रही है। हांसी क्षेत्र के गांव चैनत निवासी रणधीर ने बताया कि मंदीप (25) मंगलवार सुबह 6 बजे के करीब खेत में पशुओं के लिए चारा काटने के लिए गया था। जब मंदीप कई घंटों तक घर नहीं आया तो उसके घर वालों ने उसे फ़ोन किया, लेकिन मंदीप उनका फोन भी नहीं उठा रहा था। इसके बाद मंदीप के परिजनों ने खेत में जाकर देखा तो मंदीप बेसुध हालत में खेत में ही पड़ा था। उसके परिजन उसे हांसी के नागरिक अस्पताल में लेकर पहुंचे। वहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मंदीप के परिजनों ने बताया कि मंदीप की हालत को देखते हुए लगता है कि उसे किसी जहरीले कीड़े ने काटा है। मंदीप कीड़े के काटते ही जमीन पर गिर गया और कुछ देर बाद उसने अपने प्राण त्याग दिए। मंदीप के शव को हांसी के नागरिक अस्पताल के मोर्चरी हाउस में रखवाया गया है। वहां पर उसका पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।