सोलन जिला में धर्मपुर थाना क्षेत्र के अंतगर्त खील जासली गांव में 11 बिस्वा भूमि और सड़क पर बने आठ मंजिला भवन को धोखाधड़ी से बेचने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को हरियाणा के पंजाब से गिरफ्तार किया है। इस मामले में चार आरोपी पहले से ही अग्रिम जमानत पर चल रहे हैं। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों को आज अदालत में पेश किया। सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार खील जासनी गांव निवासी प्रिया ने इसी साल 21 जनवरी को धर्मपुर थाने में दगई तहरीर में बताया था कि यहीं के रहने वाले पतराम व राजौरी गार्डन दिल्ली निवासी इन्द्रपाल ने जाली दस्तावेज बनाकर व धोखाधड़ी से खील जासनी में स्थित कुल 11 बिस्वा भूमि व उस पर बने 8 मंजिला मकान को एक गैर कृषक फर्म को बेचकर शिकायत कर्ता व सरकार का नुकसान किया है। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि उपरोक्त जमीन को हिमाचली कृषक पतराम ने साल 2017 में ज़मीन खरीदा था। जमीन पर पतराम द्वारा 2 मंजिला मकान का निर्माण किया गया व इसे सैक्शन 118 HP Tenancy and land reforms act की अवहेलना में एक गैर कृषक इन्द्रपाल को 99 साल के लिए लीज पर 28 लाख रुपए में दिया गया। उपरोक्त जमीन पर इन्द्रपाल द्वारा 8 मंजिला इमारत का निर्माण किया गया और इस इमारत की दूसरी मंजिल में बने एक फ्लैट को 70 लाख रुपए में प्रिया को बेचने के लिये सेल एग्रीमेंट तैयार किया। इस एग्रीमेंट में इन्द्रपाल ने खुद को जमीन का असल मालिक बताया व जमीन का कब्जा स्वयं के पास होना बताया। मामले के बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस को दी, जिस पर कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। सोलन जिला में धर्मपुर थाना क्षेत्र के अंतगर्त खील जासली गांव में 11 बिस्वा भूमि और सड़क पर बने आठ मंजिला भवन को धोखाधड़ी से बेचने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को हरियाणा के पंजाब से गिरफ्तार किया है। इस मामले में चार आरोपी पहले से ही अग्रिम जमानत पर चल रहे हैं। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों को आज अदालत में पेश किया। सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार खील जासनी गांव निवासी प्रिया ने इसी साल 21 जनवरी को धर्मपुर थाने में दगई तहरीर में बताया था कि यहीं के रहने वाले पतराम व राजौरी गार्डन दिल्ली निवासी इन्द्रपाल ने जाली दस्तावेज बनाकर व धोखाधड़ी से खील जासनी में स्थित कुल 11 बिस्वा भूमि व उस पर बने 8 मंजिला मकान को एक गैर कृषक फर्म को बेचकर शिकायत कर्ता व सरकार का नुकसान किया है। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि उपरोक्त जमीन को हिमाचली कृषक पतराम ने साल 2017 में ज़मीन खरीदा था। जमीन पर पतराम द्वारा 2 मंजिला मकान का निर्माण किया गया व इसे सैक्शन 118 HP Tenancy and land reforms act की अवहेलना में एक गैर कृषक इन्द्रपाल को 99 साल के लिए लीज पर 28 लाख रुपए में दिया गया। उपरोक्त जमीन पर इन्द्रपाल द्वारा 8 मंजिला इमारत का निर्माण किया गया और इस इमारत की दूसरी मंजिल में बने एक फ्लैट को 70 लाख रुपए में प्रिया को बेचने के लिये सेल एग्रीमेंट तैयार किया। इस एग्रीमेंट में इन्द्रपाल ने खुद को जमीन का असल मालिक बताया व जमीन का कब्जा स्वयं के पास होना बताया। मामले के बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस को दी, जिस पर कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल में भूकंप के झटके:कांगड़ा व आसपास के क्षेत्रों में किए गए महसूस; 3.6 मापी गई तीवत्रा, 3 बार कांपी धरती
हिमाचल में भूकंप के झटके:कांगड़ा व आसपास के क्षेत्रों में किए गए महसूस; 3.6 मापी गई तीवत्रा, 3 बार कांपी धरती हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला में आज दोपहर बाद भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.6 मापी गई। जमीन के भीतर इसकी गहराई 5 किलोमीटर रही। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, दोपहर दो बजकर 27 मिनट पर तीन बार हल्के झटके महसूस किए गए। जिन लोगों ने झटके महसूस किए, वह घरों से बाहर निकल आए। हालांकि झटकों की तीव्रता कम होने की वजह से ज्यादातर लोग इन्हें महसूस नहीं कर पाए। कांगड़ा जिला के अधिकांश क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील यानी जोन 5 में आता है। इसलिए यहां बार-बार भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। अब जानिए भूकंप क्यों आता है? धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है और इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
हिमाचल सरकार ने 14 बीडीओ बदले:श्याम सिंह को मंडी से नगरोटा सूरियां ट्रांसफर किया; सभी अधिकारियों को जल्द ज्वाइनिंग के निर्देश
हिमाचल सरकार ने 14 बीडीओ बदले:श्याम सिंह को मंडी से नगरोटा सूरियां ट्रांसफर किया; सभी अधिकारियों को जल्द ज्वाइनिंग के निर्देश हिमाचल सरकार ने गुरुवार को 14 ब्लाक डेवलपमेंट ऑफिसर (BDO) के तबादला आदेश जारी किए हैं। इसे लेकर सेक्रेटरी ग्रामीण विकास विभाग प्रियतू मंडल ने आदेश जारी कर दिए हैं। बीडीओ मंडी सदर श्याम सिंह को नगरोटा सूरियां के लिए ट्रांसफर किया गया है। बीडीओ शिलाई अजय कुमार को बीडीओ मंडी सदर भेजा गया है। ट्रांसफर किए गए अधिकारियों को जल्द नई जगह ज्वाइनिंग देने के निर्देश दिए गए हैं। यहां देखे किसे कहां किया गया ट्रांसफर …
हिमाचल से जयपुर के लिए हवाई सेवाएं शुरू:वाटर कैनन से पानी की बौछारे डालकर स्वागत; पहले दिन 56 यात्री भुंतर पहुंचे
हिमाचल से जयपुर के लिए हवाई सेवाएं शुरू:वाटर कैनन से पानी की बौछारे डालकर स्वागत; पहले दिन 56 यात्री भुंतर पहुंचे हिमाचल प्रदेश के कल्लू के भुंतर एयरपोर्ट से सोमवार को जयपुर के लिए उड़ान शुरू हो गई है। पहले दिन 56 यात्री जयपुर से कुल्लू पहुंचे, जबकि 21 यात्री कुल्लू से पिंक सिटी जयपुर के लिए उड़े। जयपुर से भुंतर पहुंचे एलायंस एयर के 72 सीट विमान का एयरपोर्ट में वाटर कैनन से पानी की बौछारें डालकर स्वागत किया गया। इसके बाद दोनों राज्यों के लोग हवाई सेवा का लाभ उठा सकेंगे। इसके लिए 2500 रुपए किराया तय किया गया है। सप्ताह में 2 दिन होगी उड़ान
जयपुर और भुंतर के बीच यह हवाई उड़ान सप्ताह में 2 दिन होगी। एलायंस एयर का विमान सोमवार और बुधवार सुबह 8:20 बजे जयपुर से उड़ेगा और सुबह 10:15 बजे भुंतर में लैंड करेगा। 20 मिनट भुंतर में रुकने के बाद 10:35 बजे सुबह वापस जयपुर के लिए उड़ेगा। दोपहर 12 बजकर 40 मिनट पर जयपुर पहुंचेगा। पर्यटन को लगेंगे पंख
जयपुर से कुल्लू के बीच उड़ान शुरू होने से हिमाचल में पर्यटन को पंख लगेंगे और हिमाचल के लोग भी आसानी से जयपुर जा सकेंगे। इससे दोनों राज्यों के पर्यटन को फायदा होगा। अभी 25 से 30 हजार करना पड़ता है खर्च
अभी तक हवाई सेवाएं न होने से राजस्थान व जयपुर के ज्यादातर पर्यटक कुल्लू-मनाली के लिए टैक्सी में पहुंचते हैं। इसके लिए 25 से 30 हजार रुपए किराया चुकाना पड़ता है। बस व टैक्सी से सफर में 2 दिन का वक्त लग जाता है। मगर अब हवाई शुरू होने से यह सफर 1 घंटा 55 मिनट में पूरा होगा। जम्मू के लिए भी उड़ान शुरू होगी
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने इस हवाई सेवा को शुरू किया है। इसके बाद अब केंद्र की क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना उड़ान-5 के तहत कुल्लू के भुंतर हवाई अड्डा से जम्मू के लिए भी अक्तूबर के अंत तक हवाई सेवाएं शुरू करने की तैयारी है।