हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला के बद्दी में डेंगू अपने पैर पसारने लग गया है। कुछ दिन पहले तक यहां पर एक भी मामला डेंगू का नहीं था, लेकिन अब डेंगू का आंकड़ा शहर में बढ़ना आरंभ हो गया है। जिसकी वजह से अब स्वास्थ्य विभाग पूर्ण रूप से हाई अलर्ट मोड में देखा जा रहा है। पृथक वार्ड बनाकर लोगों की अधिक से अधिक टेस्टिंग की जा रही है। जिस व्यक्ति में भी डेंगू के कुछ लक्षण दिखाई देते हैं, उस पर कड़ी नजर रखी जा रही है। साफ पानी पर पनपता है डेंगू जिला स्वास्थ्य अधिकारी अमित रंजन ने बताया कि सबसे पहले डेंगू का मामला बद्दी में सामने आया था। उसके बाद दो संदिग्ध रोगियों का टेस्ट कराया गया, वह दोनों भी डेंगू पॉजिटिव पाए गए। जिसके चलते अब जिला सोलन में डेंगू मरीजों की संख्या तीन हो गई है। यह संख्या ज्यादा ना बढ़े, इसलिए वह जिला सोलन वासियों से आग्रह करते हैं कि अपने घर के आसपास पानी को किसी भी सूरत में खड़ा ना होने दें। क्योंकि साफ पानी पर ही डेंगू का मच्छर पनपता है। इसलिए अपने घर के आसपास साफ सफाई रखें, कूलर में पानी जमा ना होने दे और अगर किसी को अधिक बुखार हो रहा है, तो वह तुरंत चिकित्सक की सलाह लें। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला के बद्दी में डेंगू अपने पैर पसारने लग गया है। कुछ दिन पहले तक यहां पर एक भी मामला डेंगू का नहीं था, लेकिन अब डेंगू का आंकड़ा शहर में बढ़ना आरंभ हो गया है। जिसकी वजह से अब स्वास्थ्य विभाग पूर्ण रूप से हाई अलर्ट मोड में देखा जा रहा है। पृथक वार्ड बनाकर लोगों की अधिक से अधिक टेस्टिंग की जा रही है। जिस व्यक्ति में भी डेंगू के कुछ लक्षण दिखाई देते हैं, उस पर कड़ी नजर रखी जा रही है। साफ पानी पर पनपता है डेंगू जिला स्वास्थ्य अधिकारी अमित रंजन ने बताया कि सबसे पहले डेंगू का मामला बद्दी में सामने आया था। उसके बाद दो संदिग्ध रोगियों का टेस्ट कराया गया, वह दोनों भी डेंगू पॉजिटिव पाए गए। जिसके चलते अब जिला सोलन में डेंगू मरीजों की संख्या तीन हो गई है। यह संख्या ज्यादा ना बढ़े, इसलिए वह जिला सोलन वासियों से आग्रह करते हैं कि अपने घर के आसपास पानी को किसी भी सूरत में खड़ा ना होने दें। क्योंकि साफ पानी पर ही डेंगू का मच्छर पनपता है। इसलिए अपने घर के आसपास साफ सफाई रखें, कूलर में पानी जमा ना होने दे और अगर किसी को अधिक बुखार हो रहा है, तो वह तुरंत चिकित्सक की सलाह लें। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल सरकार ने यूनिवर्सल कार्टन अनिवार्य किया:अभी बाजार में उपलब्ध नहीं, बागवान चिंतिंत; सरकार का दावा- एक सप्ताह में HPMC उपलब्ध कराएगा
हिमाचल सरकार ने यूनिवर्सल कार्टन अनिवार्य किया:अभी बाजार में उपलब्ध नहीं, बागवान चिंतिंत; सरकार का दावा- एक सप्ताह में HPMC उपलब्ध कराएगा हिमाचल सरकार ने सेब की पैकिंग के लिए यूनिवर्सल कार्टन अनिवार्य किया है। मगर अभी तक ज्यादातर जगह यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध नहीं हो रहा है। इससे जिन बागवानों का सेब तैयार है, उन्हें चिंता सताने लगी है, क्योंकि जो बागवान टेलिस्कोपिक कार्टन में सेब भरकर मंडी ला रहे हैं। उन पर कृषि उपज विपणन समिति (APMC) कार्रवाई कर रही है। APMC शिमला ने गत दिवस भी पराला मंडी के एक आढ़ती को नोटिस जारी किया था। आरोप है कि आढ़ती चौहान ब्रदर ने एक बागवान से दो पेटी सेब टेलिस्कोपिक कार्टन में खरीदा, जबकि सरकार ने सेब की पैकिंग के लिए टेलिस्कोपिक कार्टन पर रोक लगा दी है। सरकार का दावा- एक सप्ताह में हर जगह मिलेगा यूनिवर्सल कार्टन वहीं, प्रदेश सरकार का दावा है कि एक सप्ताह के भीतर सरकारी उपक्रम HPMC (हॉर्टिकल्चर मार्केटिंग प्रोड्यूस कॉर्पोरेशन) सभी बागवानों को जरूरत के हिसाब से यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध करवा देगा। इसके लिए HPMC ने पहले ही टैंडर प्रक्रिया पूरी कर दी है। टेलिस्कोपिक कार्टन की इजाजत नहीं: कश्यप APMC शिमला-किन्नौर के सचिव देवराज कश्यप ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार टेलिस्कोपिक कार्टन में किसी को भी सेब भरने की इजाजत नहीं होगी। मंगलवार को पराला में एक आढ़ती ने टेलिस्कोपिक कार्टन में सेब खरीदा था। उसे नोटिस जारी कर दिया गया है। उन्होंने बागवानों से अपील की कि जिन बागवानों को अभी यूनिवर्सल कार्टन नहीं मिल रहा। वह अगले कुछ दिन तक 10 किलो के बॉक्स में सेब भरकर मंडी ला सकता है। दो-तीन दिन में कार्टन उपलब्ध होगा: मदन ठियोग के कार्टन विक्रेता मदन वर्मा ने बताया कि अभी यूनिवर्सल कार्टन उपलब्ध नहीं है, क्योंकि इस बार कार्टन बनाने वाली कंपनियों में कुछ दिन पहले तक असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। अब यूनिवर्सल कार्टन की मैन्युफैक्चरिंग शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि अगले दो तीन दिन में कार्टन मिलना शुरू हो जाएगा।
हिमाचल के 357 कंडक्टरों को मिली नौकरी:HRTC ने जारी किए तैनाती के आदेश; 4 महीने से कर रहे थे नियुक्ति का इंतजार
हिमाचल के 357 कंडक्टरों को मिली नौकरी:HRTC ने जारी किए तैनाती के आदेश; 4 महीने से कर रहे थे नियुक्ति का इंतजार राज्य सरकार के उपक्रम हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) ने मंगलवार को 357 नए कंडक्टरों को नियुक्ति दे दी है। निगम प्रबंधन ने कंडक्टर भर्ती में पास करने वालेअभ्यर्थियों को नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए है। अनुबंध पर भर्ती इन कंडक्टरों को औपचारिकताएं पूरी करने के बाद जॉइनिंग दी जाएगी। एक वर्ष की अवधि तक इन्हें 12120 रुपए प्रति माह वेतन मिलेगा। इनकी बस सेवाएं शुरू करने से पहले इन्हें 15 दिन तक ट्रेनिंग दी जाएगी। कंडक्टर परीक्षा पास अभ्यर्थी चार महीने से तैनाती का इंतजार कर रहे थे। निगम प्रबंधन ने बीते साल दिसंबर में 360 पदों के लिए इनकी परीक्षा ली थी, जिसमें 357 अभ्यर्थियों ने परीक्षा को पास किया है। इनका फाइनल रिजल्ट मार्च 2024 में निकाला जा चुका था। मगर लोकसभा व विधानसभा चुनाव के कारण लगी आचार संहिता की वजह से इन्हें नियुक्ति नहीं मिल पाई थी। यहां देखे किसे कहां पर नियुक्ति मिली..
हिमाचल में आज भारी बारिश का अलर्ट:कांगड़ा, चंबा, सोलन व सिरमौर को चेतावनी, 2-NH सहित 159 सड़कें बंद, 1083 करोड़ की संपत्ति नष्ट
हिमाचल में आज भारी बारिश का अलर्ट:कांगड़ा, चंबा, सोलन व सिरमौर को चेतावनी, 2-NH सहित 159 सड़कें बंद, 1083 करोड़ की संपत्ति नष्ट हिमाचल के कई भागों में बीती रात से भारी बारिश हो रही है। कांगड़ा में बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा 155 मिलीमीटर बारिश हुई है। कांगड़ा की कई सड़कें इससे जलमग्न हो गई। नदी-नाले उफान पर है। कांगड़ा के ही धर्मशाला में 150.7 मिलीमीटर, सिरमौर के नाहन में 119.9 मिमी, नयना देवा में 78.2 मिमी और पांवटा साहिब में 48 मिलीमीटर बारिश हुई है। इस बीच मौमस विभाग (IMD) ने ताजा बुलेटिन जारी कर कांगड़ा, चंबा, सोलन और सिरमौर जिला में कुछेक स्थानों पर भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में बारिश के बाद बाढ़ और लैंडस्लाइड का खतरा बना हुआ है। अन्य सभी जिलों में येलो अलर्ट दिया गया है। IMD के अनुसार, प्रदेश में आज और कल मानसून एक्टिव रहेगा। मानसून 17 व 18 अगस्त को कमजोर पड़ेगा। इन दो दिनों के दौरान कांगड़ा, शिमला, सोलन व सिरमौर जिला में ही हल्की बारिश हो सकती है। प्रदेश में सामान्य से 25% कम बादल बरसे प्रदेश में इस मानसून सीजन में नॉर्मल से 25 प्रतिशत कम बारिश हुई है। IMD के अनुसार, 1 जून से 14 अगस्त के बीच प्रदेश में 497.2 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 373.3 मिलीमीटर ही बादल बरसे है। शिमला इकलौता ऐसा जिला है जहां सामान्य से ज्यादा बरसात हुई है। शिमला में 450.2 मिलीमीटर बारिश हुई, है, जबकि सामान्य बारिश 425.6 मीटर होती है। अन्य सभी जिलों में सामान्य से काफी कम बादल बरसे है। कांगड़ा में 1022 मिलीमीटर बारिश कांगड़ा जिला में जरूर पूरे मानसून सीजन के दौरान 1022.5 मिलीमीटर बारिश हुई है, लेकिन सामान्य बारिश 1114.1 मिलीमीटर के मुकाबले यह 8 प्रतिशत कम है। लाहौल स्पीति में पूरे मानसून सीजन में सबसे कम 63.7 मिलीमीटर बारिश हुई है। प्रदेश में 2 NH-159 सड़कें बंद, सेब ढुलाई में परेशानी प्रदेश में बीते चार दिनों के दौरान हुई बारिश से 2 नेशनल हाईवे सहित 159 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद पड़ी है। शिमला जोन में सबसे ज्यादा 111 सड़कें अवरुद्ध है। इससे सेब ढुलाई में बागवानों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है। मंडी जोन में 17, हमीरपुर में 10 और कांगड़ा जोन में 21 सड़कें बंद पड़ी है। शिलाई को जोड़ने वाला हाईवे 24 घंटे से ज्यादा समय से बंद है। किन्नौर को जोड़ने वाला हाईवे भी बंद पड़ा है। हालांकि पिछले कल कुछ देर को बहाल कर दिया गया था, मगर वह रात में दोबारा बंद हो गया है। इससे किन्नौर जिला का राजधानी शिमला से संपर्क कट गया है। किसानों की 141 करोड़ की फसले तबाह प्रदेश में इस मानसून सीजन में भारी बारिश से 1083 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो चुकी है। पीडब्ल्यूडी को सबसे ज्यादा 470 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया है। इस बरसात में किसानों-बागवानों की फसलों को भी 141 करोड़ रुपए की चपत लगी है।