हिमाचल के सोलन में करवा चौथ के दिन सलोगड़ा क्षेत्र में दो दिन से लापता जौणाजी रोड निवासी एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।फिलहाल पुलिस मामले की पड़ताल में लगी है। बता दें कि, जौणाजी रोड स्थित सोलन नगर निगम के वार्ड नंबर आठ निवासी विक्रम 18 अक्टूबर से लापता चल रहा था। आज उसका शव सलोगड़ा के पास संदिग्ध अवस्था में पड़ा मिला। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर उसे पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मृतक विक्रम के परिजनों ने उसकी हत्या का संदेह जताते हुए हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई और उनकी जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। अधिकारियों के अनुसार विक्रम की मौत के कारणों से पर्दा उठाने के लिए उसका पोस्टमार्टम कराया जाएगा। हिमाचल के सोलन में करवा चौथ के दिन सलोगड़ा क्षेत्र में दो दिन से लापता जौणाजी रोड निवासी एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।फिलहाल पुलिस मामले की पड़ताल में लगी है। बता दें कि, जौणाजी रोड स्थित सोलन नगर निगम के वार्ड नंबर आठ निवासी विक्रम 18 अक्टूबर से लापता चल रहा था। आज उसका शव सलोगड़ा के पास संदिग्ध अवस्था में पड़ा मिला। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर उसे पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मृतक विक्रम के परिजनों ने उसकी हत्या का संदेह जताते हुए हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई और उनकी जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। अधिकारियों के अनुसार विक्रम की मौत के कारणों से पर्दा उठाने के लिए उसका पोस्टमार्टम कराया जाएगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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चंडीगढ़ और बिलासपुर पहुंचे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा:संजय टंडन की माता को दी श्रद्धांजलि, गोद में लेकर बच्चे को दुलार किया
चंडीगढ़ और बिलासपुर पहुंचे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा:संजय टंडन की माता को दी श्रद्धांजलि, गोद में लेकर बच्चे को दुलार किया भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज चंडीगढ़ भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन के निवास पर पहुंचकर उनकी दिवंगत माता स्वर्गीय बृजपाल टंडन को श्रद्धांजलि अर्पित की। चंडीगढ़ के बाद जेपी नड्डा देर शाम अपने गृह जिले बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश) पहुंचे। सड़क मार्ग से पहुंचे नड्डा सबसे पहले डीयारा सेक्टर में अपने एक पुराने मित्र के घर गए। वहां उन्होंने एक नन्हें बच्चे को गोद में उठाकर दुलार किया और जलपान का आनंद लिया। इसके बाद वे अपने घर विजयपुर के लिए रवाना हुए। बिलासपुर के परिधि गृह में नड्डा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस मौके पर उन्होंने स्थानीय लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की, जहां कार्यकर्ताओं में उनके आगमन से भारी उत्साह देखा गया। इससे पूर्व चंडीगढ़ में भाजपा नेता संजय टंडन के आवास पर नड्डा ने कहा कि, स्वर्गीय बृजपाल टंडन ने अपने पति बलराम दास टंडन के साथ मिलकर समाज और पार्टी की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने परिवार को ढांढस बंधाते हुए कहा कि मृत्यु एक अटल सत्य है। उनके दिखाए मार्ग पर चलकर ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है। संजय टंडन ने अपनी मां के समर्पण को याद किया इस अवसर पर भाजपा नेता संजय टंडन ने अपनी माता के समर्पण को याद करते हुए कहा कि आज वह जिस मुकाम पर हैं, वह माता-पिता के संस्कारों और बलिदानों के कारण ही संभव हुआ है। श्रद्धांजलि सभा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र पाल मल्होत्रा, उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह बबला, कैलाश चंद जैन, शक्ति प्रकाश देवशाली, महामंत्री हुकम चंद, डिप्टी मेयर राजेंद्र शर्मा, पूर्व मेयर अनूप गुप्ता, पार्षद कंवर राणा, मनोज सोनकर, डॉ. नरेश पांचाल सहित कई अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
हिमाचल में 6 विधानसभा सीटों पर 69% मतदान:लाहौल-स्पीति में सबसे ज्यादा 73.72% और बड़सर में सबसे कम 50% वोटिंग; 25 दावेदार मैदान में
हिमाचल में 6 विधानसभा सीटों पर 69% मतदान:लाहौल-स्पीति में सबसे ज्यादा 73.72% और बड़सर में सबसे कम 50% वोटिंग; 25 दावेदार मैदान में हिमाचल प्रदेश में छह विधानसभा सीटों पर उप चुनाव में वोटिंग पूरी हो गई है। चुनाव आयोग के शाम 8 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार उप चुनाव में 69 प्रतिशत मतदान हो चुका है। लाहौल स्पीति में सबसे ज्यादा 73.72 फीसदी और बड़सर में सबसे कम 50 प्रतिशत मतदान हुआ है। धर्मशाला विधानसभा सीट पर 71.30 प्रतिशत, कुटलैहड़ में 71.40 प्रतिशत, गगरेट में 68.28 फीसदी और सुजानपुर में 63 प्रतिशत लोगों ने अपना वोट डाला। इसी के साथ छह सीटों पर 25 दावेदारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। छह सीटों पर 4.55 लाख मतदाता छह सीटों पर उप चुनाव में 4,54,926 मतदाताओं में 69 प्रतिशत ने वोट दिया है। राज्यसभा चुनाव के दौरान प्रदेश में घटे सियासी घटनाक्रम की वजह से कांग्रेस के छह विधायक अयोग्य घोषित ठहराए गए। जिस वजह से आज धर्मशाला, लाहौल स्पीति, गगरेट, कुटलैहड़, बड़सर और सुजानपुर सीट पर उप चुनाव हो रहा है। इन चुनाव के नतीजे हिमाचल सरकार का भविष्य तय करेंगे। छह सीटों पर हो रहे उप चुनाव में बीजेपी के बागियों ने धर्मशाला और लाहौल स्पीति में मुकाबले को त्रिकोणीय बनाया है। खासकर लाहौल-स्पीति विधानसभा में कांग्रेस की अनुराधा राणा, बीजेपी रवि ठाकुर और भाजपा के बागी निर्दलीय राम लाल मारकंडा में टक्कर है। धर्मशाला में बीजेपी के बागी चौधरी वहीं धर्मशाला सीट पर बीजेपी के बागी एवं 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी रहे राकेश चौधरी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा प्रत्याशी सुधीर शर्मा को इसका नुकसान हो सकता है। हालांकि यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस के देवेंद्र जग्गी और सुधीर शर्मा में ही माना जा रहा है। इन तीनों के अलावा यहां सतीश कुमार भी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। कुटलैहड़ में 4 दावेदार कुटलैहड़ में कांग्रेस के विवेक शर्मा, भाजपा के देवेंद्र कुमार भुट्टो, निर्दलीय चंचल सिंह और निर्दलीय राजीव शर्मा चुनावी मैदान में है। यहां देवेंद्र भुट्टो और विवेक शर्मा में मुख्य मुकाबला है। गगरेट में पांच दावेदार गगरेट में कांग्रेस के राकेश कालिया, बीजेपी के चैतन्य शर्मा, निर्दलीय मनोहर लाल शर्मा, निर्दलीय अमित वशिष्ट और निर्दलीय अशोक सोंखला चुनाव लड़ रहे हैं। यहां पर राकेश कालिया और चैतन्य शर्मा में सीधी टक्कर है। सुजानपुर में 6 दावेदारों में मुकाबला सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में छह दावेदार है। यहां पर राजेन्द्र राणा बीजेपी, कैप्टन रणजीत सिंह राणा कांग्रेस, राजेश कुमार निर्दलीय, रविन्द्र सिंह डोगरा एनसीपी, अनिल राणा तथा शेर सिंह निर्दलीय मैदान में है। बड़सर में तीन दावेदार कांग्रेस के सुभाष चंद ढटवालिया, बीजेपी के इंद्र दत्त लखनपाल और निर्दलीय विशाल शर्मा तीन दावेदार है। यहां पर भी सुभाष और लखनपाल के बीच मुख्य मुकाबला है। इनका भाग्य आज ईवीएम में कैद हो गया। 15 महीने में इसलिए आई उप चुनाव की नौबत आपको बता दें कि इन छह सीटों पर 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के ही विधायक चुने गए थे। मगर इन्होंने राज्यसभा चुनाव में पहले बीजेपी प्रत्याशी के लिए वोट दिया। इसके बाद विधानसभा में पार्टी के व्हिप का उलंघन किया। इसके दोषी पाए जाने पर स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इन्हें अयोग्य घोषित किया। इसके बाद बागी विधायक सुप्रीम कोर्ट भी गए। मगर कोर्ट का रुख देखते हुए इन्होंने खुद ही याचिका वापस लेने का निर्णय लिया। इसके बाद बीते 16 मार्च को केंद्रीय चुनाव आयोग ने छह सीटों पर उप चुनाव का ऐलान किया।
हिमाचल में अस्पतालों की लंबी कतारों से राहत:’आभा ऐप’ से एक मिनट में बनेगा पर्चा, 52 हॉस्पिटल्स में होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
हिमाचल में अस्पतालों की लंबी कतारों से राहत:’आभा ऐप’ से एक मिनट में बनेगा पर्चा, 52 हॉस्पिटल्स में होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हिमाचल प्रदेश के 52 अस्पतालों में पर्चे बनाने की व्यवस्था में बड़े बदलाव की तैयारी है। स्वास्थ्य विभाग चिन्हित अस्पतालों में आभा कार्ड के जरिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू करने जा रहा है। इसके लिए सभी अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दे दिए गए हैं। इसके बाद लोग घर बैठे ही ऑनलाइन पंजीकरण कर सकेंगे। आभा कार्ड से पंजीकरण के बाद मरीजों और उनके तीमारदारों को पर्ची बनवाने के लिए ज्यादा देर तक लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। आभा कार्ड से ऑनलाइन पंजीकरण के बाद मरीज अस्पतालों के पर्ची काउंटर के साथ स्कैनर पर स्कैन करके पर्ची बनवा सकेंगे। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल प्रबंधन को चिन्हित अस्पतालों के पर्ची काउंटर के साथ विशेष काउंटर और स्कैनर लगाने के निर्देश दिए हैं। इससे मरीजों और उनके परिजनों को कम समय में जल्दी पर्ची बनवा सकेंगे। IGMC और AIIMS में शुरू हो चुकी है व्यवस्था प्रदेश के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान आईजीएमसी शिमला और एम्स बिलासपुर में यह व्यवस्था शुरू हो चुकी है। अब इसे अन्य अस्पतालों में भी शुरू किया जा रहा है। IGMC की नई OPD की दूसरी मंजिल पर विशेष काउंटर स्थापित आईजीएमसी में आभा कार्ड से पर्चे बनाने की यह सुविधा ओपीडी ब्लॉक की दूसरी मंजिल पर बने पर्चे काउंटर पर मिलेगी। अस्पताल प्रबंधन ने इसके लिए विशेष काउंटर खोला है। यहां अस्पताल स्टाफ मरीजों को आभा कार्ड से पर्चे बनाने के लिए जागरूक कर रहा है। एक मिनट में पर्ची बनने का दावा
|दावा किया जा रहा है कि ‘आभा मोबाइल’ से एक मिनट में पर्ची बनाई जा सकेगी। यह व्यवस्था हॉस्पिटल मैनेजमैंट एंड इंफॉर्मेशन सिस्टम (HMIS) से शुरू की जा रही है। मोबाइल एप करनी होगी डाउनलोड
मरीजों को इसके लिए आभा मोबाइल एप डाउनलोड करनी होगी। आभा एप को अपने मोबाइल नंबर के साथ लॉगिन करना होगा। इससे आभा एप एक्टिव हो जाएगी। काउंटर पर लगे स्कैनर पर स्कैन करने के बाद टोकन जनरेट होगा। यह टोकन विशेष काउंटर पर बैठे कर्मचारी को देना होगा। इसके बाद कर्मचारी पर्ची बनाकर मरीज व तीमारदार को देगा। 90% लोगों के बने आभा कार्ड
हिमाचल की आबादी लगभग 70 लाख की है। आभा कार्ड के स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. अनादि गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में 90 प्रतिशत से ज्यादा लोगों की आभा आईडी बन चुकी है। लिहाजा आभा आईडी बनाने वाले सभी मरीज अस्पतालों में पर्ची बनाने की सुविधा का फायदा उठा सकेंगे। एक मिनट में बना सकेंगे पर्ची: राव
IGMC के एमएस डॉ. राहुल राव ने बताया कि आभा कार्ड से पर्ची बनाना आसान हो गया है। मरीजों को पर्चियां बनाने के लिए लंबी लाइनों में लगने की जरूरत नहीं होगी। क्यूआर कोड स्कैन करके एक मिनट में मरीज पर्ची बना सकेंगे। आभा कार्ड से पर्ची को बनाए जा रहे विशेष काउंटर
हिमाचल के हेल्थ निदेशक पीसी दरोच ने बताया कि प्रदेश के 52 से ज्यादा अस्पतालों में आभा कार्ड से पर्ची बनाने की व्यवस्था शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया कि आईजीएमसी, एम्स बिलासपुर के अलावा राज्य के सभी मेडिकल कालेज, जिला अस्पतालों में आभा कार्ड से पर्ची के लिए विशेष काउंटर बनाए जा रहे हैं।