जालंधर| स्वामी संत दास किंडरगार्टन में शनिवार को हरियाली तीज मनाई गई। इसका मुख्य आकर्षण मदर चाइल्ड डांस डुओ था। विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों दी। पारंपरिक पंजाबी पोशाक ने कार्यक्रम की सुंदरता बढ़ाई। मेहंदी लगाने के लिए लगे स्टालों ने माताओं और बेटियों को आकर्षित किया। प्रधानाचार्या डॉ. सोनिया मागो ने सांस्कृतिक संबंध विकसित करने में स्थानीय त्योहारों के जश्न के महत्व पर जोर दिया। जालंधर| स्वामी संत दास किंडरगार्टन में शनिवार को हरियाली तीज मनाई गई। इसका मुख्य आकर्षण मदर चाइल्ड डांस डुओ था। विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों दी। पारंपरिक पंजाबी पोशाक ने कार्यक्रम की सुंदरता बढ़ाई। मेहंदी लगाने के लिए लगे स्टालों ने माताओं और बेटियों को आकर्षित किया। प्रधानाचार्या डॉ. सोनिया मागो ने सांस्कृतिक संबंध विकसित करने में स्थानीय त्योहारों के जश्न के महत्व पर जोर दिया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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बठिंडा की रमन गोयल को हाईकोर्ट से राहत नहीं:अविश्वास प्रस्ताव के जरिए मेयर पद से हटाई गई, अदालत ने खारिज कर याचिका
बठिंडा की रमन गोयल को हाईकोर्ट से राहत नहीं:अविश्वास प्रस्ताव के जरिए मेयर पद से हटाई गई, अदालत ने खारिज कर याचिका बठिंडा में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए नगर निगम बठिंडा के मेयर के पद से हटाई गई रमन गोयल के मामले में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने बुधवार को याचिका खारिज कर दी है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चल रहे इस मामले में बुधवार को सुनवाई थी, इसमें हाईकोर्ट ने तत्कालीन मेयर को किसी तरह की राहत देने से मना कर दिया और पूर्व में जरनल हाउस की तरफ से पारित अविश्वास प्रस्ताव को सही ठहराते उनकी तरफ से उठाई आपत्ति को खारिज कर दिया। इस तरह से नगर निगम में पिछले 9 माह से मेयर को लेकर चल रही अनिश्चितता का माहौल भी समाप्त हो गया है। इससे पहले नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर अशोक कुमार मेयर का कार्यकारी पदभार संभाल रहे थे। अब कोर्ट के फैसले के बाद नए मेयर का चयन करने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। 15 नवंबर को लाया गया था अविश्वास प्रस्ताव इससे पहले स्थानीय निकाय विभाग ने भी नगर निगम अधिकारियों को हिदायत दी थी, कि जब तक मामला कोर्ट के विचाराधीन है तब तक यथास्थिति को बनाए रखे और नए मेयर के चुनाव की प्रक्रिया को अमल में लाने से गुरेज करे। गौरतलब है कि बीती 15 नवंबर को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए मेयर पद से हटाई गई रमन गोयल ने इस फैसले के खिलाफ पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर प्रस्ताव को असंवैधानिक करार देते हुए चुनौती दी दी थी। उन्होंने अदालत में उक्त प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग रखी थी। इसे लेकर 8 माह से हाईकोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने मेयर की याचिका पर सुनवाई करते दूसरे पक्ष को भी नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने के लिए कहा था। हाईकोर्ट ने नहीं दिया स्टे ऑर्डर हाईकोर्ट की तरफ से किसी तरह का स्टे ऑर्डर जारी नहीं किया गया था। मामला अदालत में चलने के कारण नगर निगम में नए मेयर के चयन को लेकर पूरी प्रक्रिया अगले आदेश तक अमल में नहीं लाई जा रही थी। इस बाबत पंजाब सरकार के स्थानीय निकाय विभाग की तरफ से निगम अधिकारियों को जारी किए गए एक पत्र में भी आग्रह कर दिया था।
रजिस्ट्रेशन के बाद नहीं होगा बदलाव
रजिस्ट्रेशन के बाद नहीं होगा बदलाव भास्कर न्यूज | जालंधर सीबीएसई बोर्ड की ओर से जल्द ही एनुअल एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रकिया शुरू की जाएगी। इसी को लेकर बोर्ड की ओर से नौंवी व ग्यारहवीं क्लास के विद्यार्थियों के लिए लेकर कई अहम दिशा निर्देश जारी किए गए है। बोर्ड की ओर से इसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। नोटिफिकेशन में बोर्ड ने रजिस्ट्रेशन कराने वाले छात्रों के डेट अॉफ बर्थ को लिखने के तरीके में बदलाव किया है। बोर्ड की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि अब विद्यार्थियों को जन्मतिथि और वर्ष का अंक में तो जन्म महीना अक्षर में अंकित करना होगा। यह पैटर्न न केवल रजिस्ट्रेशन में प्रभावी होगा, बल्कि यही पैटर्न परीक्षा के लिए भरे जाने वाले आवेदन पत्र और प्रमाणपत्रों में भी लागू होगा। इसमें दिए गए उदाहरण के अनुसार यदि किसी विद्यार्थी की जन्मतिथि एक फरवरी दो हजार पांच है, तो इसे वे 1 फरवरी 2005 लिखेंगे। 01-02-2005 लिखा हुआ गलत माना जाएगा।बोर्ड ने कहा है कि पहले पूरी जन्मतिथि अंकों में दर्ज होने पर कई तरह की परेशानी होती थी। अंकों में लिखने के चलते दिन और महीने को समझने में परेशानी आती थी। देश में कहीं डीडी-एमएम-वाईवाई फॉर्मेट तो कहीं एमएम-डीडी-वाईवाई फॉर्मेट में इसे लिखने का चलन है। अब नई व्यवस्था में जन्मतिथि को लेकर किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी। गौरतलब है कि बोर्ड ने इस बार कई और भी बदलाव किए हैं। इनमें एक बार विवरण भर कर बोर्ड को भेज दिए जाने पर उनमें किसी भी तरह का सुधार नहीं किया सकेगा। अभी तक स्कूल विद्यार्थियों उनके अभिभावकों के आग्रह पर जन्मतिथि से लेकर नाम तक में परीक्षा से पहले तक बदलाव कर देते थे। इससे बोर्ड को डेटा सुधारने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता था। अब बोर्ड ने परीक्षाओं के परिणाम घोषित होने के बाद ही किसी भी तरह के बदलाव की अनुमति देने का आदेश दिया है। कैट 2024 : अब 20 सितंबर तक कर सकेंगे आवेदन जालंधर| देश के विभिन्न भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में नामांकन के लिए ली जाने वाली कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) 2024 की परीक्षा के लिए आवेदन की तारीख को बढ़ा दिया है। अब उम्मीदवार इसके लिए 20 सितंबर तक आवेदन कर सकेंगे। इससे पहले कैट 2024 के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 13 सितंबर तक ही थी। इसकी परीक्षा 24 नवंबर को होगी, जो तीन सत्रों में कंप्यूटर आधारित होगी। वहीं 5 से 24 नवंबर तक एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे। परीक्षा का रिजल्ट जनवरी 2025 के दूसरे सप्ताह में जारी किया जाएगा। कैट का आयोजन लगभग 170 शहरों में स्थित परीक्षा केंद्रों में किया जाएगा। अभ्यर्थियों को उनकी प्राथमिकता के अनुसार किन्हीं पांच केंद्रों का चयन करने का विकल्प दिया जाएगा। इस साल भी कैट के रजिस्ट्रेशन शुल्क में बढ़ोतरी की गई है। जिसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं दिव्यांग श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क 1250 रुपए है। वहीं अन्य सभी श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क 2500 रुपए निर्धारित है। वहीं पिछले साल अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति एवं दिव्यांग श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क 1200 रुपए और अन्य सभी श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क 2400 रुपए निर्धारित था।
कंगना रनोट के खिलाफ AAP का चंडीगढ़ में प्रदर्शन:BJP दफ्तर घेरने जा रहे थे किसान विंग के नेता, पुलिस ने लिए हिरासत में
कंगना रनोट के खिलाफ AAP का चंडीगढ़ में प्रदर्शन:BJP दफ्तर घेरने जा रहे थे किसान विंग के नेता, पुलिस ने लिए हिरासत में हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद व अभिनेत्री कंगना रनोट की तरफ से किसानों के खिलाफ दिए गए बयान पर पंजाब की राजनीति गर्मा गई है। आज इस मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) के किसान विंग की तरफ से चंडीगढ़ स्थित पंजाब भाजपा कार्यालय का घेराव का फैसला लिया था। लेकिन जैसे ही आप नेता और पार्टी समर्थक सेक्टर-37 भाजपा दफ्तर की तरफ जाने लगे तो चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान कई आप नेता व समर्थकों को हिरासत में लिया। लेकिन कुछ समय बाद उन्हें छोड़ दिया। पुलिस ने बसों में बैठाकर थानों में भेजा AAP के किसान विंग के सभी जिलों के समर्थक, नेता व कई विधायक सुबह ही चंडीगढ़ पहुंचना शुरू हाे गए थे। वहीं, चंडीगढ़ पुलिस ने सुबह ही बैरिकेड आदि लगा दिए थे। जैसे ही आप नेता आगे बढ़ने लगे तो किसानों और चंडीगढ़ पुलिस में झड़प हो गई। पुलिस ने साफ कर दिया कि वह किसी को भी आगे नहीं बढ़ने देंगे। लेकिन आप नेता पीछे हटने वाले नहीं थे। इसके बाद वह पुलिस से उलझ गए। पुलिस उन्हें बसों में बैठाकर निकटवर्ती थानों में ले गई । कंगना को इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए इससे पहले बुधवार सुबह जब सीएम भगवंत मान मोहाली में गए थे। तो उन्होंने पत्रकारों द्वारा पूछे सवाल के जवाब में कहा था कि कंगना रनोट अब सांसद है। उन्हें इस तरह के बयान बयान नहीं देने चाहिए। वहीं, उन्होंने बीजेपी को भी आड़े हाथों लिया था। साथ ही कहा था कि बीजेपी को अपने एमपी पर अंकुश लगाना चाहिए। ताकि वह इस तरह के बयान न दे।