हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में एक नाबालिग युवक की करंट लगने से मौत हो गई है। हादसा सुजानपुर की पंचायत जोल पलाही में हुआ है। जानकारी के मुताबिक करंट लगने पर बच्चे को सिविल हॉस्पिटल सुजानपुर लगाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। बच्चा घर में विद्युत प्रेस कर रहा था। पुलिस के मुताबिक ऋतिक निवासी जोल पलाही की उम्र 14 वर्ष थी। वह आठ वीं कक्षा में पढ़ाई करता था। कपड़ों को प्रेस कर रहा था बच्चा नाबालिग ने पिता महिन्द्र कुमार ने बताया कि उसका छोटा बेटा ऋतिक बुधवार को घर पर कमरे में विद्युत प्रेस लगाकर कपड़ों को प्रेस कर रहा था। इसी दौरान करंट आ गया। ऋतिक को तुरंत सुजानपुर अस्पताल पहुंचाया गया जहां पर उसने दम तोड़ दिया। ऋतिक के पिता महेंद्र कुमार मिस्त्री का कार्य करता है। घटना के समय पर मृतक का पिता घर के बाहर काम कर रहा था। जबकि माता और बड़ी बहन घर में काम कर रही थी। महेंद्र सिंह के दो बच्चे है जिसमें ऋतिक छोटा था। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में एक नाबालिग युवक की करंट लगने से मौत हो गई है। हादसा सुजानपुर की पंचायत जोल पलाही में हुआ है। जानकारी के मुताबिक करंट लगने पर बच्चे को सिविल हॉस्पिटल सुजानपुर लगाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। बच्चा घर में विद्युत प्रेस कर रहा था। पुलिस के मुताबिक ऋतिक निवासी जोल पलाही की उम्र 14 वर्ष थी। वह आठ वीं कक्षा में पढ़ाई करता था। कपड़ों को प्रेस कर रहा था बच्चा नाबालिग ने पिता महिन्द्र कुमार ने बताया कि उसका छोटा बेटा ऋतिक बुधवार को घर पर कमरे में विद्युत प्रेस लगाकर कपड़ों को प्रेस कर रहा था। इसी दौरान करंट आ गया। ऋतिक को तुरंत सुजानपुर अस्पताल पहुंचाया गया जहां पर उसने दम तोड़ दिया। ऋतिक के पिता महेंद्र कुमार मिस्त्री का कार्य करता है। घटना के समय पर मृतक का पिता घर के बाहर काम कर रहा था। जबकि माता और बड़ी बहन घर में काम कर रही थी। महेंद्र सिंह के दो बच्चे है जिसमें ऋतिक छोटा था। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
सोलन में धोखाधड़ी के मामले में 2 गिरफ्तार:4 आरोपी जमानत पर बाहर, लीज पर लिये गए जमीन को बताए अपना
सोलन में धोखाधड़ी के मामले में 2 गिरफ्तार:4 आरोपी जमानत पर बाहर, लीज पर लिये गए जमीन को बताए अपना सोलन जिला में धर्मपुर थाना क्षेत्र के अंतगर्त खील जासली गांव में 11 बिस्वा भूमि और सड़क पर बने आठ मंजिला भवन को धोखाधड़ी से बेचने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को हरियाणा के पंजाब से गिरफ्तार किया है। इस मामले में चार आरोपी पहले से ही अग्रिम जमानत पर चल रहे हैं। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों को आज अदालत में पेश किया। सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार खील जासनी गांव निवासी प्रिया ने इसी साल 21 जनवरी को धर्मपुर थाने में दगई तहरीर में बताया था कि यहीं के रहने वाले पतराम व राजौरी गार्डन दिल्ली निवासी इन्द्रपाल ने जाली दस्तावेज बनाकर व धोखाधड़ी से खील जासनी में स्थित कुल 11 बिस्वा भूमि व उस पर बने 8 मंजिला मकान को एक गैर कृषक फर्म को बेचकर शिकायत कर्ता व सरकार का नुकसान किया है। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि उपरोक्त जमीन को हिमाचली कृषक पतराम ने साल 2017 में ज़मीन खरीदा था। जमीन पर पतराम द्वारा 2 मंजिला मकान का निर्माण किया गया व इसे सैक्शन 118 HP Tenancy and land reforms act की अवहेलना में एक गैर कृषक इन्द्रपाल को 99 साल के लिए लीज पर 28 लाख रुपए में दिया गया। उपरोक्त जमीन पर इन्द्रपाल द्वारा 8 मंजिला इमारत का निर्माण किया गया और इस इमारत की दूसरी मंजिल में बने एक फ्लैट को 70 लाख रुपए में प्रिया को बेचने के लिये सेल एग्रीमेंट तैयार किया। इस एग्रीमेंट में इन्द्रपाल ने खुद को जमीन का असल मालिक बताया व जमीन का कब्जा स्वयं के पास होना बताया। मामले के बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस को दी, जिस पर कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
पूर्व मंत्री रमेश बोले- मरते दम तक राजनीति करूंगा:”हिमाचल में राशन घोटाले के आरोप झूठा, मुख्यमंत्री को करवाना चाहिए निष्पक्ष जांच”
पूर्व मंत्री रमेश बोले- मरते दम तक राजनीति करूंगा:”हिमाचल में राशन घोटाले के आरोप झूठा, मुख्यमंत्री को करवाना चाहिए निष्पक्ष जांच” हिमाचल प्रदेश के पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता रमेश धवाला ने राशन घोटाले में अपना नाम जोड़े जाने पर बड़ा बयान दिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा में इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए रमेश धवाला के एक रिश्तेदार को आरोपों से जोड़ने की बात कही थी। इस पर धवाला ने पलटवार करते हुए इसे राजनीति से प्रेरित साजिश करार दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि मरते दम तक राजनीति करूंगा। “क्लास 4 कर्मचारी को फंसाने की कोशिश”
पूर्व मंत्री रमेश धवाला ने कहा कि जिस संजीव कुमार को उनका रिश्तेदार बताया जा रहा है, वह केवल क्लास 4 का कर्मचारी है, जिसका काम पानी पिलाने का है। उन्होंने सवाल उठाया कि कैसे एक क्लास 4 कर्मचारी को उन कामों की जिम्मेदारी दी गई जो आमतौर पर इंस्पेक्टर के तहत आते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि संजीव कुमार को बड़े अधिकारियों ने फंसाने की साजिश की है, जो खुद इस घोटाले में शामिल हैं। “मुख्यमंत्री को करनी चाहिए निष्पक्ष जांच”
धवाला ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधते हुए कहा कि खाद्य आपूर्ति विभाग का मंत्रालय मुख्यमंत्री के पास है, ऐसे में उन्हें दोषियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का इस तरह किसी को उनके रिश्तेदार के रूप में जोड़ना और नाम उछालना शोभा नहीं देता। अपने कार्यकाल के दौरान किए गए कामों का जिक्र करते हुए धवाला ने कहा कि जब वह खाद्य आपूर्ति मंत्री थे, तो उन्होंने खुद विभाग की नियमित जांच की और गड़बड़ी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर कोई उनका रिश्तेदार भी घोटाला करता है, तो वह भी कानून से बच नहीं सकता। वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री को चेताया कि जो देहरा में जमीन घोटालों की फाइल उनके पास है, उस पर कार्रवाई करें तो बात बने। “कांग्रेस और भाजपा पर पर भी बोला हमला”
धवाला ने अपनी पार्टी बीजेपी पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि बीजेपी कांग्रेस मुक्त भारत का नारा देती थी, लेकिन अब पार्टी में कांग्रेस से आए नेताओं का बोलबाला है। उन्होंने इसे पार्टी के लिए हानिकारक बताते हुए कहा कि ऐसे कदमों से संगठन कमजोर हो रहा है। उन्होंने बीजेपी के विधानसभा क्षेत्र में दो मंडलों के फॉर्मूले पर भी सवाल उठाए। धवाला ने कहा कि इससे टिकट चाहने वालों के बीच विवाद होगा और इसका लाभ कांग्रेस को मिलेगा। “मरते दम तक राजनीति नहीं छोड़ूंगा”
अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर धवाला ने स्पष्ट किया कि वह राजनीति नहीं छोड़ने वाले हैं। उन्होंने कहा कि वह देहरा और ज्वालामुखी, दोनों क्षेत्रों से सक्रिय रहेंगे। तीन महीने तक अस्वस्थ रहने के बाद ठीक होने की बात कहते हुए रमेश धवाला ने दावा किया कि जो लोग उनके खिलाफ षडयंत्र रच रहे हैं, उन्हें भी राजनीतिक तौर पर सबक सिखाएंगे।
सीएम सुक्खू की अध्यक्षता में आज कैबिनेट बैठक:आपदा राहत पैकेज को लेकर होगी चर्चा, नए कार्यालयों को लेकर विचार
सीएम सुक्खू की अध्यक्षता में आज कैबिनेट बैठक:आपदा राहत पैकेज को लेकर होगी चर्चा, नए कार्यालयों को लेकर विचार हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आज राज्य सचिवालय में मंत्री मंडल की बैठक 12 बजे से शुरू होगी। आगामी 27 अगस्त से शुरू होने वाले मानसून सत्र से पहले यह आखरी कैबिनेट बैठक हो सकती है। ऐसे में कैबिनेट मीटिंग में मानसून सत्र के विषय मे चर्चा हो सकती है। सरकार की तरफ से सत्र में पेश किए जाने विधेयकों को लेकर चर्चा ही सकती है। इसके अलावा सत्र में विपक्ष की तरफ से आने वाले सवालों का किस तरह काउंटर करना है, इसको लेकर भी मंत्रणा हो सकती है। बैठक में मानसून सत्र के अलावा भी सरकार कई अन्य बड़े फैसले भी कर सकती है। आपदा विशेष राहत पैकेज पर विचार सूचना के अनुसार प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा के लिए कैबिनेट में आज विशेष आपदा राहत पैकेज को मंजूरी मिल सकती है। मुख्यमंत्री उसकी घोषणा विधानसभा सत्र के दौरान कर सकते है। आपदा से जिन परिवारों को भारी नुकसान हुआ हैं, उनके राहत एवं पुनर्वास के लिए राहत पैकेज का भी कैबिनेट में ऐलान हो सकता है। प्रदेश में इस बार 133 मकान पूरी तरह जमीदोंज हुए है। 31 जुलाई की रात में बादल फटने के बाद भारी बारिश और बाढ़ में 55 लोग लापता हो गए। इनमें से 30 लोग अभी भी लापता है। रामपुर का पूरा समेज गांव ही बाढ़ में बह गया है। ऐसे बाढ़ प्रभावितों के लिए कैबिनेट में पैकेज का ऐलान हो सकता है। इसके अलावा पुलिस जवानों के परिवहन बसों में सफर को लेकर पिछले कैबिनेट में किए फैसले पर कैबिनेट बदलाव कर सकती है। प्रदेश में विभिन्न विभागों में खाली चल रहे कई पदों को भरने के लिए भी कैबिनेट मंजूरी दे सकती है। DA-एरियर पर घमासान हिमाचल प्रदेश में कर्मचारियों के लंबित DA-एरियर पर मचा घमासान भले ही बीते देर शाम से धीमा पड़ गया हो। लेकिन प्रदेश सरकार इसको लंबे समय तक नहीं दबा सकती। कैबिनेट में आज इस पर चर्चा होने के बहुत कम संकेत है। क्योंकि मुख्यमंत्री ने कल ही अलग अलग कर्मचारी संगठनों के नेताओं से बैठक की है और DA-एरियर देने के लिए समय मांगा है। प्रदेश में खुल सकते है कई नए कार्यालय कैबिनेट बैठक में प्रदेश में कई विभागों के नए कार्यालयों के खोलने को भी मंजूरी मिल सकती है। स्वास्थ्य, शिक्षा और जलशक्ति विभाग में कार्यालयों को खोलने को मंजूरी मिल सकती है।