हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में कल सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल होगी। यह देश के 244 जिलों में होने जा रही है। इसमें पुलिस, SDRF समेत अन्य रेस्क्यू टीमों को युद्ध के दौरान बचने की ट्रेनिंग दी जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मॉक ड्रिल के सभी राज्यों को निर्देश दिए है। इन आदेशों की अनुपालना के लिए मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने 3.30 बजे एक मीटिंग बुलाई है। इसमें मॉक ड्रिल को लेकर दिशा-निर्देश जारी होंगे। मॉकड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाय जाएंगे। पाकिस्तान से युद्ध की आशंकाओं के बीच यह अभ्यास करवाया जाएगा। नागरिकों की सुरक्षा करना है ड्रिल का उद्देश्य इस ड्रिल का उद्देश्य नागरिकों को इमरजेंसी की स्थिति से निपटने के लिए तैयार करना है। खासकर हवाई हमले या अन्य खतरों की स्थिति में लोग क्या कर सकते हैं, इसकी जानकारी देना है। गृह मंत्रालय ने प्रभावी ढंग से ड्रिल करने को कहा गृह मंत्रालय ने कह रखा है कि 7 मई को प्रभावी तरीके से नागरिक सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाए, ताकि आम नागरिकों को आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार करवाया जा सके। बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इस आतंकी हमले में आतंकी फायरिंग में 26 टूरिस्ट मारे गए थे। तब से लोग युद्ध की अटकलें लगाई जा रही है। मॉक ड्रिल में क्या होगा हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में कल सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल होगी। यह देश के 244 जिलों में होने जा रही है। इसमें पुलिस, SDRF समेत अन्य रेस्क्यू टीमों को युद्ध के दौरान बचने की ट्रेनिंग दी जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मॉक ड्रिल के सभी राज्यों को निर्देश दिए है। इन आदेशों की अनुपालना के लिए मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने 3.30 बजे एक मीटिंग बुलाई है। इसमें मॉक ड्रिल को लेकर दिशा-निर्देश जारी होंगे। मॉकड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाय जाएंगे। पाकिस्तान से युद्ध की आशंकाओं के बीच यह अभ्यास करवाया जाएगा। नागरिकों की सुरक्षा करना है ड्रिल का उद्देश्य इस ड्रिल का उद्देश्य नागरिकों को इमरजेंसी की स्थिति से निपटने के लिए तैयार करना है। खासकर हवाई हमले या अन्य खतरों की स्थिति में लोग क्या कर सकते हैं, इसकी जानकारी देना है। गृह मंत्रालय ने प्रभावी ढंग से ड्रिल करने को कहा गृह मंत्रालय ने कह रखा है कि 7 मई को प्रभावी तरीके से नागरिक सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाए, ताकि आम नागरिकों को आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार करवाया जा सके। बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इस आतंकी हमले में आतंकी फायरिंग में 26 टूरिस्ट मारे गए थे। तब से लोग युद्ध की अटकलें लगाई जा रही है। मॉक ड्रिल में क्या होगा हिमाचल | दैनिक भास्कर
