हमीरपुर जिले के उपमंडल बड़सर की ग्राम पंचायत जोड़े अंव में पंचायत भवन का पिलर गिर गया। जिससे ड्यूटी पर आया पंचायत सचिव दिनेश कुमार बाल-बाल बच गए और बड़ा हादसा होने से टल गया है। हादसा दोपहर के समय हुआ। पंचायत सचिव दिनेश कुमार ने बताया कि जब वे पंचायत कार्यालय में काम कर रहे थे, तो पंचायत भवन का एक पिलर गिर गया और साथ में लेंटर का भी एक हिस्सा नीचे धड़ाम से गिर गया। 40-50 साल पुराना है भवन पंचायत भवन लगभग 40-50 साल पुराना है। जो पूरी तरह जर्जर हो गया है। वहीं पंचायत के लिए नया भवन बनाने के लिए पहली किस्त 11 लाख रुपए भी स्वीकृत है। लेकिन अभी पुराने पंचायत घर में ही काम का चलाया जा रहा है। क्या कहते हैं प्रधान? पंचायत प्रधान रजनी पीला ने बताया कि दोपहर के समय पंचायत भवन का पिलर एक नीचे गिर गया। साथ में स्लैब का भी कुछ हिस्सा टूट गया। जिससे कि अब पंचायत प्रतिनिधि और पंचायत सचिव पंचायत घर के अंदर बैठने से कतरा रहे हैं। BDO ने नहीं उठाया कॉल आला अधिकारियों को वस्तु स्थिति से अवगत करवा दिया है । जल्द नए पंचायत भवन का कार्य शुरू करवाने की मंजूरी अधिकारियों के पास अटकी हुई है। वहीं जब अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे BDO भोरंज कुलदीप से कॉल पर बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कॉल नहीं उठाया। हमीरपुर जिले के उपमंडल बड़सर की ग्राम पंचायत जोड़े अंव में पंचायत भवन का पिलर गिर गया। जिससे ड्यूटी पर आया पंचायत सचिव दिनेश कुमार बाल-बाल बच गए और बड़ा हादसा होने से टल गया है। हादसा दोपहर के समय हुआ। पंचायत सचिव दिनेश कुमार ने बताया कि जब वे पंचायत कार्यालय में काम कर रहे थे, तो पंचायत भवन का एक पिलर गिर गया और साथ में लेंटर का भी एक हिस्सा नीचे धड़ाम से गिर गया। 40-50 साल पुराना है भवन पंचायत भवन लगभग 40-50 साल पुराना है। जो पूरी तरह जर्जर हो गया है। वहीं पंचायत के लिए नया भवन बनाने के लिए पहली किस्त 11 लाख रुपए भी स्वीकृत है। लेकिन अभी पुराने पंचायत घर में ही काम का चलाया जा रहा है। क्या कहते हैं प्रधान? पंचायत प्रधान रजनी पीला ने बताया कि दोपहर के समय पंचायत भवन का पिलर एक नीचे गिर गया। साथ में स्लैब का भी कुछ हिस्सा टूट गया। जिससे कि अब पंचायत प्रतिनिधि और पंचायत सचिव पंचायत घर के अंदर बैठने से कतरा रहे हैं। BDO ने नहीं उठाया कॉल आला अधिकारियों को वस्तु स्थिति से अवगत करवा दिया है । जल्द नए पंचायत भवन का कार्य शुरू करवाने की मंजूरी अधिकारियों के पास अटकी हुई है। वहीं जब अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे BDO भोरंज कुलदीप से कॉल पर बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कॉल नहीं उठाया। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में अस्पतालों की लंबी कतारों से राहत:’आभा ऐप’ से एक मिनट में बनेगा पर्चा, 52 हॉस्पिटल्स में होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
हिमाचल में अस्पतालों की लंबी कतारों से राहत:’आभा ऐप’ से एक मिनट में बनेगा पर्चा, 52 हॉस्पिटल्स में होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हिमाचल प्रदेश के 52 अस्पतालों में पर्चे बनाने की व्यवस्था में बड़े बदलाव की तैयारी है। स्वास्थ्य विभाग चिन्हित अस्पतालों में आभा कार्ड के जरिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू करने जा रहा है। इसके लिए सभी अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दे दिए गए हैं। इसके बाद लोग घर बैठे ही ऑनलाइन पंजीकरण कर सकेंगे। आभा कार्ड से पंजीकरण के बाद मरीजों और उनके तीमारदारों को पर्ची बनवाने के लिए ज्यादा देर तक लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। आभा कार्ड से ऑनलाइन पंजीकरण के बाद मरीज अस्पतालों के पर्ची काउंटर के साथ स्कैनर पर स्कैन करके पर्ची बनवा सकेंगे। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल प्रबंधन को चिन्हित अस्पतालों के पर्ची काउंटर के साथ विशेष काउंटर और स्कैनर लगाने के निर्देश दिए हैं। इससे मरीजों और उनके परिजनों को कम समय में जल्दी पर्ची बनवा सकेंगे। IGMC और AIIMS में शुरू हो चुकी है व्यवस्था प्रदेश के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थान आईजीएमसी शिमला और एम्स बिलासपुर में यह व्यवस्था शुरू हो चुकी है। अब इसे अन्य अस्पतालों में भी शुरू किया जा रहा है। IGMC की नई OPD की दूसरी मंजिल पर विशेष काउंटर स्थापित आईजीएमसी में आभा कार्ड से पर्चे बनाने की यह सुविधा ओपीडी ब्लॉक की दूसरी मंजिल पर बने पर्चे काउंटर पर मिलेगी। अस्पताल प्रबंधन ने इसके लिए विशेष काउंटर खोला है। यहां अस्पताल स्टाफ मरीजों को आभा कार्ड से पर्चे बनाने के लिए जागरूक कर रहा है। एक मिनट में पर्ची बनने का दावा
|दावा किया जा रहा है कि ‘आभा मोबाइल’ से एक मिनट में पर्ची बनाई जा सकेगी। यह व्यवस्था हॉस्पिटल मैनेजमैंट एंड इंफॉर्मेशन सिस्टम (HMIS) से शुरू की जा रही है। मोबाइल एप करनी होगी डाउनलोड
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हिमाचल की आबादी लगभग 70 लाख की है। आभा कार्ड के स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. अनादि गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में 90 प्रतिशत से ज्यादा लोगों की आभा आईडी बन चुकी है। लिहाजा आभा आईडी बनाने वाले सभी मरीज अस्पतालों में पर्ची बनाने की सुविधा का फायदा उठा सकेंगे। एक मिनट में बना सकेंगे पर्ची: राव
IGMC के एमएस डॉ. राहुल राव ने बताया कि आभा कार्ड से पर्ची बनाना आसान हो गया है। मरीजों को पर्चियां बनाने के लिए लंबी लाइनों में लगने की जरूरत नहीं होगी। क्यूआर कोड स्कैन करके एक मिनट में मरीज पर्ची बना सकेंगे। आभा कार्ड से पर्ची को बनाए जा रहे विशेष काउंटर
हिमाचल के हेल्थ निदेशक पीसी दरोच ने बताया कि प्रदेश के 52 से ज्यादा अस्पतालों में आभा कार्ड से पर्ची बनाने की व्यवस्था शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया कि आईजीएमसी, एम्स बिलासपुर के अलावा राज्य के सभी मेडिकल कालेज, जिला अस्पतालों में आभा कार्ड से पर्ची के लिए विशेष काउंटर बनाए जा रहे हैं।
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अंब में नदी में डूबने से व्यक्ति की मौत:बिहार का रहने वाला है मृतक, ठेकेदार के पास रहकर करता था काम हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के उप मंडल अंब की नदी में पुलिस ने पानी में डूबे एक मजदूर का शव बरामद किया है। मृतक की शिनाख्त पवन कुमार 40 पुत्र सरयुग विंद निवासी गांव मधुवन दरियापुर जिला मुंगेर बिहार के रूप में हुई। पुलिस शव को कब्जे में लेकर आगामी कार्यवाही कर रही है। जानकारी केअनुसार, पवन कुमार पिछले लंबे अरसे से अंब में एक ठेकेदार के पास मजदूरी करता था। पुलिस को ठेकेदार ने ही खत में शव पड़े होने की सूचना दी थी। पुलिस को मृतक के कपड़े व चप्पल नदी किनारे सुखी जगह पर पड़े हुए मिले। पुलिस ने ठेकेदार की मदद से मृतक के परिजनों का पता लगाया। जिसके अनुसार मृतक का एक भाई हैदराबाद में तो बाकी का परिवार बिहार में रहता है। मृतक के भाई द्वारा भेजी गई फोटो से उसकी शिनाख्त हो पाई। पुलिस ने परिजनों को सूचना देने के बाद शव को शवगृह में रखवा दिया है। एसएचओ अंब ने बताया कि मृतक के परिजनों को सूचित करने व पोस्टमार्टम करवाने के बाद मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि बाहर पड़े कपड़ों से ऐसा प्रतीत होता है कि मृतक नदी में नहाने गया था और वहीं पर डूबने से उसकी मौत हो गई।
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