पंजाब में DAP खाद की दिक्कत:5.1 लाख मीट्रिक टन DAP की कमी, दिल्ली पहुंचे मुख्य सचिव, केंद्रीय मंत्री नड्‌डा से की मुलाकात

पंजाब में DAP खाद की दिक्कत:5.1 लाख मीट्रिक टन DAP की कमी, दिल्ली पहुंचे मुख्य सचिव, केंद्रीय मंत्री नड्‌डा से की मुलाकात

पंजाब में पैदा हुई DAP फर्टिलाइजर की दिक्कत को लेकर स्पेशल चीफ सेक्रेटरी केएपी सिन्हा ने आज (शुक्रवार) केंद्रीय फर्टिलाइजर मंत्री जेपी नड्‌डा से मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते DAP के स्टॉक को पूरा नहीं किया तो पंजाब में गेहूं की पैदावार में भारी कमी आ सकती है। जिससे आर्थिक नुकसान होगा। इससे पहले इस मामले में पंजाब सीएम भगवंत ने केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखा था। अभी तक ऐसे मुहैया करवाई गई DAP पंजाब में रबी के सीजन में 35 लाख हेक्टेयर पर गेहूं की फसल की बुआई के लिए 5.5 लाख मीट्रिक टन DAP की फर्टिलाइजर की आवश्यकता होती है। एक जुलाई तक सिर्फ 40 हजार मीट्रिक टन DAP केंद्र द्वारा उपलब्ध करवाया गया। जो कि 5.1 लाख मीट्रिक टन कम है। सितंबर के दूसरे हिस्से में पहले आलू की बुआई फिर अक्तूबर में गेहूं की बुआई के लिए DAP जरूरी है। एक लाख मीट्रिक टन की स्टोरेज खेतीबाड़ी विभाग की माने तो राज्य में इस बार 35 लाख हेक्टेयर रकबे पर गेहूं की बिजाई होनी होनी है। ऐसे में खाद की जरूरत है। हालांकि विभाग की तरफ से एक लाख मीट्रिक टन का भंडार रखा हुआ है। जबकि बाकी कुछ रैक आने वाले दिनों में आने की उम्मीद है। कोशिश यही है कि किसानों को किसी तरह की दिक्कत न उठानी पड़े। पहले केंद्र के समक्ष यह मामला उठाया था इससे पहले पंजाब ने एफसीआई के पास चावल की डिलीवरी के लिए कवर स्टोरेज स्पेस (भंडारण की जगह) की कमी के मुद्दे को उठाया था। इसी मामले में कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक ने केंद्रीय उपभोक्ता खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रहलाद जोशी से कुछ दिन पहले मुलाकात की थी। इस मौके मंत्री लाल चंद ने कहा कि राज्य में चावल के भंडारण के लिए जगह की भारी कमी है। पिछले 5 महीनों से (24 अप्रैल से) राज्य से केवल 3-4 लाख मीट्रिक टन चावल की सीमित आवाजाही के कारण स्थिति और भी गंभीर हो गई है। ऐसे में विशेष ट्रेन लगवाकर इस बारे में कदम उठाए जाए। पंजाब में पैदा हुई DAP फर्टिलाइजर की दिक्कत को लेकर स्पेशल चीफ सेक्रेटरी केएपी सिन्हा ने आज (शुक्रवार) केंद्रीय फर्टिलाइजर मंत्री जेपी नड्‌डा से मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते DAP के स्टॉक को पूरा नहीं किया तो पंजाब में गेहूं की पैदावार में भारी कमी आ सकती है। जिससे आर्थिक नुकसान होगा। इससे पहले इस मामले में पंजाब सीएम भगवंत ने केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखा था। अभी तक ऐसे मुहैया करवाई गई DAP पंजाब में रबी के सीजन में 35 लाख हेक्टेयर पर गेहूं की फसल की बुआई के लिए 5.5 लाख मीट्रिक टन DAP की फर्टिलाइजर की आवश्यकता होती है। एक जुलाई तक सिर्फ 40 हजार मीट्रिक टन DAP केंद्र द्वारा उपलब्ध करवाया गया। जो कि 5.1 लाख मीट्रिक टन कम है। सितंबर के दूसरे हिस्से में पहले आलू की बुआई फिर अक्तूबर में गेहूं की बुआई के लिए DAP जरूरी है। एक लाख मीट्रिक टन की स्टोरेज खेतीबाड़ी विभाग की माने तो राज्य में इस बार 35 लाख हेक्टेयर रकबे पर गेहूं की बिजाई होनी होनी है। ऐसे में खाद की जरूरत है। हालांकि विभाग की तरफ से एक लाख मीट्रिक टन का भंडार रखा हुआ है। जबकि बाकी कुछ रैक आने वाले दिनों में आने की उम्मीद है। कोशिश यही है कि किसानों को किसी तरह की दिक्कत न उठानी पड़े। पहले केंद्र के समक्ष यह मामला उठाया था इससे पहले पंजाब ने एफसीआई के पास चावल की डिलीवरी के लिए कवर स्टोरेज स्पेस (भंडारण की जगह) की कमी के मुद्दे को उठाया था। इसी मामले में कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक ने केंद्रीय उपभोक्ता खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रहलाद जोशी से कुछ दिन पहले मुलाकात की थी। इस मौके मंत्री लाल चंद ने कहा कि राज्य में चावल के भंडारण के लिए जगह की भारी कमी है। पिछले 5 महीनों से (24 अप्रैल से) राज्य से केवल 3-4 लाख मीट्रिक टन चावल की सीमित आवाजाही के कारण स्थिति और भी गंभीर हो गई है। ऐसे में विशेष ट्रेन लगवाकर इस बारे में कदम उठाए जाए।   पंजाब | दैनिक भास्कर