हरियाणा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मन टटोल रहे जितेंद्र बघेल:कल गुरुग्राम में करेंगे समीक्षा बैठक, संगठन में NSUI- यूथ कांग्रेस बैकग्राउंड को प्राथमिकता

हरियाणा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मन टटोल रहे जितेंद्र बघेल:कल गुरुग्राम में करेंगे समीक्षा बैठक, संगठन में NSUI- यूथ कांग्रेस बैकग्राउंड को प्राथमिकता

हरियाणा में कांग्रेस ने नया संगठन खड़ा करने की कवायद चल रही है। प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद और सह प्रभारी जितेंद्र बघेल दक्षिण हरियाणा के कार्यकर्ताओं का मन टटोल रहे हैं। सह प्रभारी जितेंद्र बघेल रविवार को फरीदाबाद और सोमवार को गुरुग्राम में नगर निकाय चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों, ज़िला प्रभारी, सह प्रभारी, संयोजकों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। इस समीक्षा बैठक के जरिए कांग्रेस की मजबूती के लिए संगठन गठित करने की प्राथमिकता होगी। खास बात ये है कि नए संगठन में छोटे कार्यकर्ताओं और नए चेहरों को मौका देने की प्लानिंग पर काम किया जा रहा है। प्रदेश में संगठन बनाने के लिए सबसे पहले जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की जा सकती है। इसके बाद दूसरे स्तर पर नियुक्तियां होगी। बता दें कि, चार दिन पहले दिल्ली के कोटला रोड स्थित इंदिरा भवन में प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद के नेतृत्व में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की स्टीयरिंग कमेटी की बैठक भी हुई थी। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा, कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला, प्रदेशाध्यक्ष उदयभान, बीरेंद्र सिंह समेत प्रदेश के सभी वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ संगठन को मज़बूत करने पर चर्चा की गई थी। इस बैठक के बाद नया संगठन खड़ा करने की कवायद तेज की गई है। एनएसयूआई और संगठन का बैकग्राउंड जरूरी
भास्कर से बातचीत में प्रदेश सह प्रभारी जितेंद्र बघेल ने बताया कि प्रदेश में नया संगठन बनाने का कार्य शुरू किया जा चुका है। संगठन बनाने में गुटबाजी का कोई स्थान नहीं है और न ही हरियाणा में कोई गुट है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि वो कांग्रेस संगठन से जुड़ा हुआ हो, वह एनएसयूआई या यूथ कांग्रेस बैकग्राउंड का हो और कांग्रेस विचारधारा का व्यक्ति होगा, उसे जिम्मेदारी दी जाएगी। संगठन के हिसाब से लड़ा निकाय चुनाव
इस बार कांग्रेस ने सिंबल पर चुनाव लड़ा है। यह चुनाव पार्टी संगठन के हिसाब से लड़ा गया। हमने छह-छह कंवीनर बनाए और वार्ड प्रभारी बनाए गए। अब इसमें से छंटनी की जाएगी, जो अच्छा काम करेंगे आगे बढ़ेंगे, जो नहीं कर पाएं उनकी जगह दूसरे लोग आ जाएंगी।
पार्टी विरोधियों को जगह नहीं मिलेगी
यह तय है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे लोगों को नए संगठन में कोई जगह नहीं मिलेगी। निकाय चुनाव में आठ-दस लोग निकाले भी हैं। गुरुग्राम में भी दो लोग निकाले, जिन्होंने एंटी पार्टी एक्टिविटीज की और निर्दलीय खड़े हुए। कुछ तो पार्टी का सिंबल लेने के बाद भी पीछे हटे। गुटबाजी पर बोले-भाजपा में ज्यादा गुट
उन्होंने कहा कि हरियाणा में अभी कोई गुट नहीं है। यह विरोधियों के द्वारा बनाई गई बात हैं। कांग्रेस सबको साथ लेकर चलने में विश्वास करती है। कांग्रेस से ज्यादा गुट तो भाजपा में है। कोई खट्‌टर गुट, विज गुट, राव गुट पता ना कितने गुट हैं। अच्छे लोगों को जोड़ना चुनौती
उन्होंने गुटबाजी की चुनौती को नकारते हुए कहा कि राजनीति में कोई चुनौती नहीं होती। हमारी चुनौती सिर्फ अच्छे लोगों को बाहर निकालना है और उन्हें सही जगह पर स्थापित करना है। कांग्रेस का हरियाणा में बड़ा जनाधार है। हरियाणा में कांग्रेस ने नया संगठन खड़ा करने की कवायद चल रही है। प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद और सह प्रभारी जितेंद्र बघेल दक्षिण हरियाणा के कार्यकर्ताओं का मन टटोल रहे हैं। सह प्रभारी जितेंद्र बघेल रविवार को फरीदाबाद और सोमवार को गुरुग्राम में नगर निकाय चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों, ज़िला प्रभारी, सह प्रभारी, संयोजकों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। इस समीक्षा बैठक के जरिए कांग्रेस की मजबूती के लिए संगठन गठित करने की प्राथमिकता होगी। खास बात ये है कि नए संगठन में छोटे कार्यकर्ताओं और नए चेहरों को मौका देने की प्लानिंग पर काम किया जा रहा है। प्रदेश में संगठन बनाने के लिए सबसे पहले जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की जा सकती है। इसके बाद दूसरे स्तर पर नियुक्तियां होगी। बता दें कि, चार दिन पहले दिल्ली के कोटला रोड स्थित इंदिरा भवन में प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद के नेतृत्व में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की स्टीयरिंग कमेटी की बैठक भी हुई थी। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा, कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला, प्रदेशाध्यक्ष उदयभान, बीरेंद्र सिंह समेत प्रदेश के सभी वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ संगठन को मज़बूत करने पर चर्चा की गई थी। इस बैठक के बाद नया संगठन खड़ा करने की कवायद तेज की गई है। एनएसयूआई और संगठन का बैकग्राउंड जरूरी
भास्कर से बातचीत में प्रदेश सह प्रभारी जितेंद्र बघेल ने बताया कि प्रदेश में नया संगठन बनाने का कार्य शुरू किया जा चुका है। संगठन बनाने में गुटबाजी का कोई स्थान नहीं है और न ही हरियाणा में कोई गुट है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि वो कांग्रेस संगठन से जुड़ा हुआ हो, वह एनएसयूआई या यूथ कांग्रेस बैकग्राउंड का हो और कांग्रेस विचारधारा का व्यक्ति होगा, उसे जिम्मेदारी दी जाएगी। संगठन के हिसाब से लड़ा निकाय चुनाव
इस बार कांग्रेस ने सिंबल पर चुनाव लड़ा है। यह चुनाव पार्टी संगठन के हिसाब से लड़ा गया। हमने छह-छह कंवीनर बनाए और वार्ड प्रभारी बनाए गए। अब इसमें से छंटनी की जाएगी, जो अच्छा काम करेंगे आगे बढ़ेंगे, जो नहीं कर पाएं उनकी जगह दूसरे लोग आ जाएंगी।
पार्टी विरोधियों को जगह नहीं मिलेगी
यह तय है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे लोगों को नए संगठन में कोई जगह नहीं मिलेगी। निकाय चुनाव में आठ-दस लोग निकाले भी हैं। गुरुग्राम में भी दो लोग निकाले, जिन्होंने एंटी पार्टी एक्टिविटीज की और निर्दलीय खड़े हुए। कुछ तो पार्टी का सिंबल लेने के बाद भी पीछे हटे। गुटबाजी पर बोले-भाजपा में ज्यादा गुट
उन्होंने कहा कि हरियाणा में अभी कोई गुट नहीं है। यह विरोधियों के द्वारा बनाई गई बात हैं। कांग्रेस सबको साथ लेकर चलने में विश्वास करती है। कांग्रेस से ज्यादा गुट तो भाजपा में है। कोई खट्‌टर गुट, विज गुट, राव गुट पता ना कितने गुट हैं। अच्छे लोगों को जोड़ना चुनौती
उन्होंने गुटबाजी की चुनौती को नकारते हुए कहा कि राजनीति में कोई चुनौती नहीं होती। हमारी चुनौती सिर्फ अच्छे लोगों को बाहर निकालना है और उन्हें सही जगह पर स्थापित करना है। कांग्रेस का हरियाणा में बड़ा जनाधार है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर