हरियाणा पुलिस कांस्टेबल और ग्रुप सी, ग्रुप डी के पदों पर भर्ती फिलहाल रोक दी गई है। उम्मीद है कि अब हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) नई CET (संशोधित) के बाद ही भर्ती शुरू करेगा। संभावना है कि सरकार जल्दी ही संशोधित CET शेड्यूल जल्द जारी कर सकती है। एचएसएससी ने इस साल 16 अगस्त को पुलिस कांस्टेबल के 5600 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। इनमें पुरुष पुलिस कांस्टेबल के 4000 पद, महिला कांस्टेबल के 600 पद और आईआरबी के पुरुष कांस्टेबल के 1000 पद शामिल हैं। हालांकि तब कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव आयोग को शिकायत भेजकर कहा था कि ये पद चुनाव की घोषणा के बाद जारी किए गए हैं। यह आचार संहिता का उल्लंघन है। कांग्रेस की शिकायत पर आयोग ने जवाब दिया था कि ये पोस्ट 16 अगस्त को दोपहर करीब पौने दो बजे अपलोड किए गए थे। हालांकि कांग्रेस सांसद जयराम रमेश की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने हरियाणा में चल रही भर्ती प्रक्रिया के परिणाम की घोषणा पर राज्य में विधानसभा चुनाव संपन्न होने तक रोक लगा दी थी। जल्द जारी होगा संशोधित CET का शेड्यूल हरियाणा में नया CET प्रस्तावित है। संशोधन के बाद नया CET होगा तो नए पास होने वाले उम्मीदवार भी इन पदों के लिए पात्र हो जाएंगे। अभी तक एक ही CET हुआ है, जिसके बाद पुलिस सिपाही की भर्ती हो चुकी है। उसके बाद लाखों युवाओं को CET का इंतजार हैं। इसलिए उनकी मांग है कि नया CET होने के बाद ही पुलिस सिपाही के इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए ताकि उन्हें भी मौका मिल सके। युवाओं की मांग को देखते हुए संभावना है कि पुलिस सिपाही के इन पदों की भर्ती सीईटी संशोधन होने के बाद नए सीईटी के अंकों के आधार पर हो यानी नया सीईटी होने से पास होने वाले नए युवाओं को भी मौका मिल जाएगा। यही वजह है कि सरकार अब सीईटी में संशोधन पर फोकस कर रही है। संभावना है जल्दी ही संशोधित सीईटी को लेकर जो भी प्रक्रिया है वह पूरी कर ली जाएगी। ग्रुप डी के खाली पदों की सरकार ने मांगी डिटेल इसी तरह ग्रुप सी के जो नए पद आएंगे, उन पर भी नए सीईटी अंकों के आधार पर आवेदन मांगे जाएंगे। ग्रुप डी के रिक्त पदों पर भी नए सीईटी के बाद भर्ती हो सकती है। हालांकि ग्रुप डी पास उम्मीदवार लगातार मांग कर रहे हैं कि ग्रुप डी के जो पद रिक्त हैं, उनकी चयन सूची इसी ग्रुप डी सीईटी के आधार पर जारी की जाए। क्योंकि तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल और तत्कालीन अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी ने भी कहा था कि पहले ग्रुप सी का रिजल्ट निकाला जाएगा और बाद ग्रुप डी का रिजल्ट निकाला जाएगा, लेकिन परिस्थितियां ऐसी बन गई कि आयोग को ग्रुप सी और ग्रुप डी का रिजल्ट निकालना पड़ा। मगर अब ग्रुप सी का रिजल्ट बाद में निकाला गया तो ग्रुप डी के नियुक्त कर्मचारी ग्रुप सी में चयनित हो गए। इसलिए ग्रुप डी पद रिक्त हो गए और उन पर सीईटी पास उम्मीदवारों का हक है। वैसे मुख्य सचिव ने भी सभी विभागाध्यक्षों से ग्रुप डी के रिक्त पदों की जानकारी मांगी है । बकाया ग्रुपों के एग्जाम पर भी अभी संशय हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से कुछ ग्रुपों के पेपर लिए जाने हैं। मगर इन बकाया ग्रुपों के पेपर होने की फिलहाल संभावना कम लग रही है। चूंकि ग्रुप सी के 20 ग्रुपों से संबंधित भर्ती का मामला और हाईकोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार समीक्षा याचिकाएं हाईकोर्ट में लंबित हैं। इसलिए बकाया ग्रुपों के पेपर लेने पर आयोग को अभी फैसला करना है। हालांकि हाईकोर्ट ने 30 नवंबर 2024 तक सभी भर्तियां पूरी करने के लिए कहा था मगर आयोग की तरफ से फिलहाल इस तय तारीख तक पेपर लेने की संभावना कम लग रही है। हरियाणा पुलिस कांस्टेबल और ग्रुप सी, ग्रुप डी के पदों पर भर्ती फिलहाल रोक दी गई है। उम्मीद है कि अब हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) नई CET (संशोधित) के बाद ही भर्ती शुरू करेगा। संभावना है कि सरकार जल्दी ही संशोधित CET शेड्यूल जल्द जारी कर सकती है। एचएसएससी ने इस साल 16 अगस्त को पुलिस कांस्टेबल के 5600 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। इनमें पुरुष पुलिस कांस्टेबल के 4000 पद, महिला कांस्टेबल के 600 पद और आईआरबी के पुरुष कांस्टेबल के 1000 पद शामिल हैं। हालांकि तब कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव आयोग को शिकायत भेजकर कहा था कि ये पद चुनाव की घोषणा के बाद जारी किए गए हैं। यह आचार संहिता का उल्लंघन है। कांग्रेस की शिकायत पर आयोग ने जवाब दिया था कि ये पोस्ट 16 अगस्त को दोपहर करीब पौने दो बजे अपलोड किए गए थे। हालांकि कांग्रेस सांसद जयराम रमेश की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने हरियाणा में चल रही भर्ती प्रक्रिया के परिणाम की घोषणा पर राज्य में विधानसभा चुनाव संपन्न होने तक रोक लगा दी थी। जल्द जारी होगा संशोधित CET का शेड्यूल हरियाणा में नया CET प्रस्तावित है। संशोधन के बाद नया CET होगा तो नए पास होने वाले उम्मीदवार भी इन पदों के लिए पात्र हो जाएंगे। अभी तक एक ही CET हुआ है, जिसके बाद पुलिस सिपाही की भर्ती हो चुकी है। उसके बाद लाखों युवाओं को CET का इंतजार हैं। इसलिए उनकी मांग है कि नया CET होने के बाद ही पुलिस सिपाही के इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए ताकि उन्हें भी मौका मिल सके। युवाओं की मांग को देखते हुए संभावना है कि पुलिस सिपाही के इन पदों की भर्ती सीईटी संशोधन होने के बाद नए सीईटी के अंकों के आधार पर हो यानी नया सीईटी होने से पास होने वाले नए युवाओं को भी मौका मिल जाएगा। यही वजह है कि सरकार अब सीईटी में संशोधन पर फोकस कर रही है। संभावना है जल्दी ही संशोधित सीईटी को लेकर जो भी प्रक्रिया है वह पूरी कर ली जाएगी। ग्रुप डी के खाली पदों की सरकार ने मांगी डिटेल इसी तरह ग्रुप सी के जो नए पद आएंगे, उन पर भी नए सीईटी अंकों के आधार पर आवेदन मांगे जाएंगे। ग्रुप डी के रिक्त पदों पर भी नए सीईटी के बाद भर्ती हो सकती है। हालांकि ग्रुप डी पास उम्मीदवार लगातार मांग कर रहे हैं कि ग्रुप डी के जो पद रिक्त हैं, उनकी चयन सूची इसी ग्रुप डी सीईटी के आधार पर जारी की जाए। क्योंकि तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल और तत्कालीन अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी ने भी कहा था कि पहले ग्रुप सी का रिजल्ट निकाला जाएगा और बाद ग्रुप डी का रिजल्ट निकाला जाएगा, लेकिन परिस्थितियां ऐसी बन गई कि आयोग को ग्रुप सी और ग्रुप डी का रिजल्ट निकालना पड़ा। मगर अब ग्रुप सी का रिजल्ट बाद में निकाला गया तो ग्रुप डी के नियुक्त कर्मचारी ग्रुप सी में चयनित हो गए। इसलिए ग्रुप डी पद रिक्त हो गए और उन पर सीईटी पास उम्मीदवारों का हक है। वैसे मुख्य सचिव ने भी सभी विभागाध्यक्षों से ग्रुप डी के रिक्त पदों की जानकारी मांगी है । बकाया ग्रुपों के एग्जाम पर भी अभी संशय हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से कुछ ग्रुपों के पेपर लिए जाने हैं। मगर इन बकाया ग्रुपों के पेपर होने की फिलहाल संभावना कम लग रही है। चूंकि ग्रुप सी के 20 ग्रुपों से संबंधित भर्ती का मामला और हाईकोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार समीक्षा याचिकाएं हाईकोर्ट में लंबित हैं। इसलिए बकाया ग्रुपों के पेपर लेने पर आयोग को अभी फैसला करना है। हालांकि हाईकोर्ट ने 30 नवंबर 2024 तक सभी भर्तियां पूरी करने के लिए कहा था मगर आयोग की तरफ से फिलहाल इस तय तारीख तक पेपर लेने की संभावना कम लग रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के पूर्व MLA का निधन:टिकट न मिलने के बाद ब्रेन हेमरेज हुआ था; कांग्रेस ने हुड्डा के समधी को बनाया उम्मीदवार हरियाणा के पलवल में पूर्व विधायक सुभाष चौधरी का मंगलवार को निधन हो गया। उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ था। 4 दिन से उनका फरीदाबाद के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। इस वक्त वह कांग्रेस पार्टी में थे। वह कांग्रेस में पलवल सीट से टिकट भी मांग रहे थे। हालांकि कांग्रेस ने करण दलाल को दे दिया। जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। सुभाष चौधरी पलवल जिले की राजनीति का जाना-माना चेहरा थे। वह कई बार पार्षद के साथ नगर परिषद के अध्यक्ष भी रहे। 1996 में उन्होंने पहली बार बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और वह दूसरे स्थान पर रहे। 2009 में पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल को हराया
इसके बाद उन्होंने लगातार चुनाव लड़े। 2009 में उन्होंने इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़ते हुए पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल को हराया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समधी करण दलाल को हराने के बाद सुभाष चौधरी पूरे प्रदेश की सुर्खियों में रहे। उन्होंने 2014 का चुनाव फिर से इनेलो की टिकट पर लड़ा, मगर वह कामयाब नहीं हो पाए। 2019 के चुनाव से पहले वह भाजपा में शामिल हो गए, मगर उन्हें भाजपा से टिकट नहीं मिली। कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप को दिया समर्थन
लोकसभा चुनाव-2024 से पहले उन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप को अपना समर्थन दिया। लोकसभा चुनाव के बाद उन्होंने कांग्रेस से पलवल विधानसभा सीट पर अपनी दावेदारी ठोक दी। कांग्रेस ने पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल पर ही विश्वास जताया। बीते शुक्रवार को अचानक सुभाष चौधरी को ब्रेन हेमरेज हो गया। इस दौरान वह अपने निवास स्थान पर आए लोगों से बातचीत कर रहे थे। आनन-फानन में फरीदाबाद के निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां वह कोमा में चले गए। मंगलवार की सुबह उनका निधन हो गया। पलवल में गुर्जर आंदोलन को लीड किया
सुभाष चौधरी का नाम पलवल क्षेत्र में काफी बड़ा रहा। बताया जाता है कि जिले की गुर्जर कम्युनिटी इन्हीं का अनुसरण करती थी। जो यह कह देते थे, गुर्जर वही करते थे। साल 2008 में जब राजस्थान में गुर्जरों ने आरक्षण को लेकर आंदोलन शुरू किया था, उस आंदोलन का चेहरा पलवल में सुभाष चौधरी थे।
7 पीड़ित महिला पुलिसकर्मी आज महिला आयोग आएंगी:हरियाणा में IPS अफसर पर यौन शोषण का आरोप; आरोपी महिला SHO-DSP को भी बुलाया
7 पीड़ित महिला पुलिसकर्मी आज महिला आयोग आएंगी:हरियाणा में IPS अफसर पर यौन शोषण का आरोप; आरोपी महिला SHO-DSP को भी बुलाया हरियाणा में महिला पुलिस यौन शोषण मामले में आज महिला आयोग दूसरी बार सुनवाई करेगा। इससे पहले आयोग ने 30 अक्टूबर को इस केस की जांच अधिकारी SP आस्था मोदी को बुलाया था। आस्था मोदी ने अपने स्थान पर DSP को भेजा और जांच रिपोर्ट आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया के सामने पेश की थी। रेणु भाटिया ने वीडियो कॉल के जरिये SP से बात की थी। इसके बाद रेणु भाटिया ने उन महिला पुलिसकर्मियों से आमने-सामने बात करने की बात कही थी जो इस मामले में कुछ कहना चाहती थीं। ऐसी 5 से 7 महिला पुलिसकर्मियों को महिला आयोग की चेयरमैन ने 7 नवंबर को फरीदाबाद में अपने कार्यालय बुलाया है। इसके साथ ही मामले में आरोपी महिला SHO और महिला DSP को भी मौजूद रहना है। इन्हें भी महिला आयोग ने तलब किया है। इससे पहले चेयरपर्सन रेणु भाटिया आरोपी IPS अधिकारी, महिला SHO और DSP के ट्रांसफर के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिख चुकी हैं, और तीनों का ट्रांसफर किया जा चुका है। ADGP ने 30 महिला पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए
इस मामले में सरकार ने 3 नवंबर को ADGP ममता सिंह के नेतृत्व में SIT बनाई थी। अगले ही दिन 4 अक्टूबर को ADGP उस जिले में पहुंची, जहां आरोपी IPS अफसर तैनात था। उनके साथ SP आस्था मोदी भी थीं। पुलिस लाइन में उन्होंने 30 महिला पुलिस कर्मचारियों के बयान दर्ज किए। बयान दर्ज करने के बाद ममता सिंह ने कुछ नहीं कहा। उनका कहना था कि अभी जांच शुरू हुई है, इसलिए कुछ बताया नहीं जा सकता। कमेटी की जांच DGP को सौंपी जाएगी। महिला आयोग के समक्ष आ रहीं शिकायतें
इस मामले में 6 नवंबर को महिला आयोग की चेयरपर्सन ने चरखी दादरी में बताया कि उन्हें सोशल मीडिया पर इस मामले से जुड़ी कई जानकारियां मिली हैं। उन साक्ष्यों की जांच करवाई जाएगी। IPS के खिलाफ सबूत देने के लिए लगातार लोगों के मैसेज आ रहे हैं। महिला पुलिसकर्मियों को जांच के लिए बुलाया गया है। दो जगह और जांच चल रही है। पूरी जांच होने के बाद ही कुछ क्लियर कहा जा सकेगा। यौन शोषण प्रकरण की 3 स्तरीय जांच चल रही
हरियाणा में महिला पुलिसकर्मियों के यौन शोषण के आरोपों की 3 स्तरीय जांच चल रही है। महिला आयोग की टीम के साथ-साथ 2 IPS अधिकारी सामानान्तर इस केस की जांच कर रहे हैं। पहले फतेहाबाद की महिला SP आस्था मोदी जांच कर रही थी, जिनके ऊपर ADGP ममता सिंह को लगाया गया। वहीं, हिसार IG ने हिसार SP के नेतृत्व में SIT बनाई है, जो इस केस के अलग पहलुओं की जांच कर रहे हैं। इस केस में 2 FIR दर्ज हो चुकी हैं। ये था पूरा मामला
बता दें कि जींद जिले में तैनात महिला पुलिसकर्मियों ने जिले में तैनात IPS अधिकारी पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इसे लेकर CM नायब सैनी को चिट्ठी लिखी गई, जिसमें 7 महिला पुलिसकर्मियों के हस्ताक्षर थे। यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इस मामले ने तूल पकड़ा तो सरकार ने इसकी जांच करवाने के आदेश दिए थे। महिला पुलिसकर्मियों की चिट्ठी की 5 बड़ी बातें… 1. IPS ऑफिसर सुंदर महिलाओं पर रखता है गंदी नजर
मैं एक महिला पुलिसकर्मी हूं और अपना काम ईमानदारी से करती हूं। मेरे जिले में तैनात IPS अधिकारी सुंदर महिला पुलिस कर्मचारियों पर गंदी नजर रखते हैं। SP की पत्नी और बच्चे बाहर रहते हैं। एक दिन महिला थाने की SHO मुझे अपने साथ SP आवास ले गई। उस वक्त कोठी पर गेट मैन के सिवा कोई नहीं था। सर और SHO मैडम ने कहा कि रसोई में जाकर चाय बना लाओ। जब मैं चाय बनाकर बाहर आई तो मैडम रूम में नहीं थी। जैसे ही मैं सर को चाय देने लगी तो उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया, मेरे साथ जबरदस्ती करने लगे। इसका मैने विरोध किया और जबरन कमरे से बाहर आ गई। 2. महिला SHO-DSP ने कहा अफसरों को कोऑपरेट करो
जब मैं कैंप ऑफिस के बाहर पहुंची तो मैंने देखा महिला SHO मैडम वहां बैठी थी। मैंने मैडम को अंदर की बात बताई तो वह भड़क गईं और कहने लगी अफसरों को कोऑपरेट करना पड़ता है। मैडम की यह बात सुन मैं रोते हुए SP आवास से बाहर निकल गई। फिर मैंने यह बात महिला DSP मैडम को बताई। DSP ने भी कहा कि प्रमोशन के लिए अफसरों को कोऑपरेट करना पड़ता है। इसलिए मेरी बात मानों तो थोड़ा कोऑपरेट करो। इसके बाद देखो तुम्हारा प्रमोशन पक्का और उसके बाद तुम रुपयों में खेलोगी। यह बातें सुन मैं ऑफिस से बाहर चली गई। इसके बाद महिला थाने की SHO मेरे पीछे पड़ गई और मेरी ACR खराब करने की धमकियां देकर मानसिक रूप से टॉर्चर करने लगी। 3. प्रमोशन का लालच देकर गलत काम करवाते हैं
सीएम सर, मैं एक बेहद गरीब परिवार की लड़की हूं। आपकी भाजपा सरकार में मैं ईमानदारी से बिना किसी रुपयों के नौकरी लगी हूं। इसलिए नहीं कि पिता और बड़े भाई के समान अफसर हमारा यौन शोषण करे। माना मैं गरीब हूं, लेकिन इज्जतदार परिवार से हूं। अगर अफसरों ने ऐसी हरकत बंद नहीं की तो मैं आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाउंगी। एसपी सर के इस घिनौने काम में DSP से लेकर SHO मैडम तक शामिल हैं, जो कर्मचारियों को प्रमोशन का लालच देकर ऐसे काम करवाने के लिए मजबूर करते हैं। 4. गिरोह काम कर रहा, अमीर घरों के लड़के फंसाते हैं
SHO के पुलिस अधिकारी के साथ नाजायज संबंध है और SHO ने एक गिरोह बनाया हुआ है, जिसमें कई युवतियां शामिल हैं। यह अमीर घर के लड़कों पर फर्जी केस दर्ज करवाते हैं और फिर लाखों रुपए लेकर समझौते करवाते हैं। इस खेल में SHO, DSP और SP तीनों मिलकर काम कर रहे हैं। इससे हर महीने करोड़ों की कमाई करते हैं। अगर आप इन पुलिस अधिकारियों की संपत्तियों की डिटेल निकालोगे तो सब कुछ क्लियर हो जाएगा। 5. विधवा कॉन्स्टेबल को भी किया गया परेशान
एक विधवा कॉन्स्टेबल पर SP सर का दिल आया हुआ है। मेरी तरह इस कॉन्स्टेबल ने भी इनकार किया तो इसको भी मानसिक रूप से परेशान किया जाने लगा। इस बारे में विधायक को भी बताया। विधायक ने एसपी को कहा कि यह मेरी बहन है। तब एसपी ने कहा कि आपकी बहन मेरी बहन हुई, लेकिन उसके बावजूद SP सर ने उसकी ACR खराब कर दी। सीएम सर मैं अकेली ऐसी महिला नहीं हूं। एसपी सर की बुरी नजर है। जो सुंदर महिला पुलिसकर्मी SP को पसंद आती हैं, उसके बाद महिला DSP और SHO उन महिला कर्मचारियों को बहला फुसलाकर लालच देकर घिनौना काम करने के लिए मजबूर करती हैं। अगर वह नहीं मानती तो उनकी ACR खराब करने की धमकी दी जाती है। इससे पहले SP सर जहां तैनात थे, वहां भी इनके कई महिलाओं के साथ अवैध संबंध थे।