हरियाणा में देशभर में प्रसिद्ध आईकॉनिक साइट राखीगढ़ी में महोत्सव शुरू होने जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा तीन दिवसीय (20, 21 व 22 दिसंबर) राखीगढ़ी महोत्सव की तैयारी जोर शोर से की जा रही है। मंगलवार को अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा और हांसी पुलिस अधीक्षक हमेंद्र मीणा ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को साथ लेकर समारोह स्थल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने महोत्सव को लेकर की जा रही तैयारियों का बारीकी से निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को 19 दिसंबर तक तमाम प्रबंध पूर्ण करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा ने बताया कि राखी गढ़ी महोत्सव को लेकर तैयारियां तेजी से की जा रही हैं। सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की ड्यूटी निर्धारित कर उन्हें निर्देश दे दिए गए हैं कि 19 दिसंबर तक सभी तैयारियां पूर्ण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव में विभिन्न प्रकार के खेलों, सांस्कृतिक गतिविधियां तथा सेमिनारों का आयोजन किया जाएगा। सभी विभागों द्वारा प्रदर्शनी स्टालें भी लगाई जाएगी। बता दें कि राखीगढ़ 8 हजार साल पुरानी साइट है। सुरक्षा को लेकर कड़े बंदोबस्त किए जाएंगे राखी गढ़ी महोत्सव को देखने के लिए आने वाले लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। लोगों की सुविधा के लिए वाहन पार्किंग की अलग से व्यवस्था की गई है। हांसी पुलिस अधीक्षक हमेंद्र मीणा ने बताया कि महोत्सव में सुरक्षा को लेकर व्यापक कड़े प्रबंध किए जाएंगे। इसको लेकर समारोह स्थल का जायजा ले लिया गया है और पर्याप्त पुलिस अधिकारी तथा कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित करने के निर्देश दे दिए गए हैं। इस अवसर पर एसीयूटी कनिका गोयल, नारनौंद उपमंडल के एसडीएम मोहित महराणा, हिसार एसडीएम हरबीर सिंह, डीएसपी राज सिंह, जीएम रोडवेज हिसार डॉ. मंगल सेन, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सिंह, जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी रोहित कुमार सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। हरियाणा में देशभर में प्रसिद्ध आईकॉनिक साइट राखीगढ़ी में महोत्सव शुरू होने जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा तीन दिवसीय (20, 21 व 22 दिसंबर) राखीगढ़ी महोत्सव की तैयारी जोर शोर से की जा रही है। मंगलवार को अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा और हांसी पुलिस अधीक्षक हमेंद्र मीणा ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को साथ लेकर समारोह स्थल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने महोत्सव को लेकर की जा रही तैयारियों का बारीकी से निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को 19 दिसंबर तक तमाम प्रबंध पूर्ण करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त उपायुक्त सी. जयाश्रद्धा ने बताया कि राखी गढ़ी महोत्सव को लेकर तैयारियां तेजी से की जा रही हैं। सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की ड्यूटी निर्धारित कर उन्हें निर्देश दे दिए गए हैं कि 19 दिसंबर तक सभी तैयारियां पूर्ण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव में विभिन्न प्रकार के खेलों, सांस्कृतिक गतिविधियां तथा सेमिनारों का आयोजन किया जाएगा। सभी विभागों द्वारा प्रदर्शनी स्टालें भी लगाई जाएगी। बता दें कि राखीगढ़ 8 हजार साल पुरानी साइट है। सुरक्षा को लेकर कड़े बंदोबस्त किए जाएंगे राखी गढ़ी महोत्सव को देखने के लिए आने वाले लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। लोगों की सुविधा के लिए वाहन पार्किंग की अलग से व्यवस्था की गई है। हांसी पुलिस अधीक्षक हमेंद्र मीणा ने बताया कि महोत्सव में सुरक्षा को लेकर व्यापक कड़े प्रबंध किए जाएंगे। इसको लेकर समारोह स्थल का जायजा ले लिया गया है और पर्याप्त पुलिस अधिकारी तथा कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित करने के निर्देश दे दिए गए हैं। इस अवसर पर एसीयूटी कनिका गोयल, नारनौंद उपमंडल के एसडीएम मोहित महराणा, हिसार एसडीएम हरबीर सिंह, डीएसपी राज सिंह, जीएम रोडवेज हिसार डॉ. मंगल सेन, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सिंह, जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी रोहित कुमार सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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किसान आंदोलन के चलते बंद शंभू बॉर्डर अभी नहीं खुलेगा:SC ने कहा- यथास्थिति बनाए रखें, स्वंत्रत कमेटी बनाई जाए; बॉर्डर 5 महीने से बंद
किसान आंदोलन के चलते बंद शंभू बॉर्डर अभी नहीं खुलेगा:SC ने कहा- यथास्थिति बनाए रखें, स्वंत्रत कमेटी बनाई जाए; बॉर्डर 5 महीने से बंद हरियाणा और पंजाब के बीच अंबाला के पास स्थित शंभू बॉर्डर अभी नहीं खुलेगा। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार (24 जुलाई) को कहा, ‘शंभू बॉर्डर पर यथास्थिति बनाए रखी जाए।’ दरअसल, किसान आंदोलन की वजह से हरियाणा सरकार ने इसे 5 महीने से बैरिकेडिंग कर बंद कर रखा है। राज्य सरकार ने हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। हाईकोर्ट ने 10 जुलाई को एक हफ्ते में शंभू बॉर्डर को खोलने का आदेश दिया था। यहां किसान 13 फरवरी से डेरा डाले हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह एक स्वत्रंत कमेटी गठित करने का प्रस्ताव करता है। इसमें प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल होंगे। ये किसानों और सरकारों से संपर्क कर उनकी मांगों का ऐसा व्यावहारिक समाधान खोज सकेगी जो सभी को स्वीकार होगा। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उजाल भुइयां की बेंच ने एक हफ्ते में पंजाब और हरियाणा सरकारों से स्वतंत्र समिति के लिए सदस्यों के नाम सुझाने को कहा। कोर्ट रूम लाइव जस्टिस सूर्यकांत- किसानों तक पहुंच बनाने के लिए आपको कुछ कदम उठाने होंगे। किसान दिल्ली क्यों आना चाहेंगे? क्या आपने किसानों से बातचीत की कोशिश की है। क्या किसी निष्पक्ष व्यक्ति के माध्यम से बातचीत की कोशिश की गई? नेशनल हाईवे को कब तक बंद रखेंगे? बिना ट्रेक्टर के आने की अनुमति में क्या दिक्कत है? हरियाणा सरकार के वकील सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता- 2020-21 के किसान आंदोलन में हमने देख लिया है। केवल सोते हुए को ही जगाया जा सकता है,कोई सोने का नाटक कर रहा हो तो उसे नहीं जगा सकते। जस्टिस सूर्यकांत- आप यहां से मंत्री भेज रहे हैं। किसान सोचते हैं कि आप केवल खुद के भले की बात कर रहे हैं। मंत्रियों को स्थानीय मुद्दों के बारे में जानकारी नहीं है। जस्टिस भुइयां- आप हाईवे को ब्लॉक नहीं कर सकते, एक साल से अधिक समय हो गया है। मेहता – किसान दिल्ली आएं इससे सरकार को कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन टैंक,क्रेन, जेसीबी के साथ आने से परेशानी होती है। 500-600 से अधिक गाड़ियां, जिन्हें बख्तरबंद टैंक जैसा बना लिया है, बॉर्डर पर हैं। यदि उन्हें दिल्ली की ओर जाने की अनुमति दी गई, तो कानून और व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती है। जस्टिस सूर्यकांत- किसानों और सरकार के बीच भरोसे की कमी है। हम कुछ स्वतंत्र व्यक्तियों के बारे में सोचेंगे, जो विवाद के प्रति तटस्थ हों। मेहता- स्वतंत्र कमेटी का सुझाव हम सरकार के सामने रखेंगे। किसानों को मनाने की कोशिश की जा रही है। जस्टिस भुइयां- क्या जेसीबी, ट्रैक्टरों के सीमा पार करने पर प्रतिबंध है? मेहता- हम संवेदनशील मामलों से निपटते समय अप्रिय चीजें बर्दाश्त नहीं कर सकते। टैंक,क्रेन, जेसीबी केवल नेशनल हाईवे पर बैन हैं। कोई अधिनियम इसकी अनुमति नहीं देता। एमवी (मोटर वाहन) अधिनियम में इन्हें हाईवे पर लाना बैन है। लेकिन जेसीबी को युद्ध टैंक में बदल दिया गया है। मैं ये बात जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं। वहां बख्तरबंद गाड़ियां हैं। हमारे पास तस्वीरें हैं। जस्टिस भुइयां- प्रदर्शनकारियों को भी कुछ शेल्टर की जरूरत हो सकती है। जस्टिस सूर्यकांत- ट्रैक्टरों में कुछ बदलाव करना उस इलाके के किसानों की एक आम प्रथा है। आप सरकार हैं। आप किसानों से मिलें, समस्या का हल निकालने की कोशिश करें। पंजाब सरकार के वकील अटॉर्नी जनरल गुरमिंदर सिंह- बॉर्डर सील करने से पंजाब सरकार को आर्थिक नुकसान हो रहा है। जस्टिस सूर्यकांत- हम पंजाब और हरियाणा के बीच लड़ाई नहीं चाहते। दोनों राज्य चर्चा करेंगे और स्टेप्स में शंभू बॉर्डर से बैरिकेड्स हटाने के लिए कदम उठाएंगे, ताकि जनता को असुविधा न हो। हाईकोर्ट ने 10 जुलाई को एक हफ्ते में बॉर्डर खोलने को कहा था
10 जुलाई को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को एक सप्ताह के भीतर बॉर्डर से बैरिकेड्स हटाने को कहा था, ताकि लोगों को आने-जाने में कोई परेशानी न हो। हाईकोर्ट ने एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया कि हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार को ऐसा नहीं करना चाहिए था, क्योंकि शंभू बॉर्डर बंद होने से आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है। बॉर्डर बंद करने पर सुप्रीम कोर्ट लगा चुका फटकार
सुप्रीम कोर्ट इससे पहले भी बॉर्डर बंद करने पर हरियाणा सरकार को फटकार लगा चुका है। वासु रंजन ने कहा कि बहस के दौरान वह राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध करने वालों के खिलाफ सख्त दिशा-निर्देशों की भी मांग करेंगे। कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट हरियाणा सरकार द्वारा चुनौती दिए गए हाईकोर्ट के आदेश पर अपनी मुहर लगाएगा और शंभू बॉर्डर को खोलने का आदेश देगा। फरवरी से चल रहा संघर्ष
फसलों के MSP को लेकर पंजाब के किसान फरवरी-2024 से संघर्ष पर हैं। ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। किसानों ने बॉर्डर पर पंजाब की तरफ स्थायी मोर्चा बना लिया। ऐसे में वहां से आवाजाही बंद है। इसके चलते अंबाला के व्यापारियों को परेशानी हो रही है। इस कारण उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है।
हरियाणा में JJP-ASP की तीसरी लिस्ट, 18 नाम:भाजपा से आए सहरावत को हथीन से टिकट; रानियां में रणजीत चौटाला को समर्थन दिया
हरियाणा में JJP-ASP की तीसरी लिस्ट, 18 नाम:भाजपा से आए सहरावत को हथीन से टिकट; रानियां में रणजीत चौटाला को समर्थन दिया हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) और आजाद समाज पार्टी (ASP) गठबंधन ने 18 उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट जारी की है। लिस्ट में JJP के 15 और ASP के 3 उम्मीदवार शामिल हैं। हथीन से रविंद्र सहरावत को उम्मीदवार बनाया गया है। रविंद्र एक दिन पहले ही भाजपा छोड़कर JJP में शामिल हुए थे। वह भाजपा के जिला उपाध्यक्ष थे। वहीं JJP ने रानियां से कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। यहां पार्टी ने निर्दलीय उम्मीदवार रणजीत चौटाला को समर्थन दिया है। JJP-ASP गठबंधन अभी तक 3 लिस्टों में 49 उम्मीदवार घोषित कर चुका है। राज्य में 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को सिंगल फेज में वोटिंग होनी है। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। लिस्ट की खास बातें उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल… ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा में JJP-ASP ने जारी की 19 उम्मीदवारों की लिस्ट:दिग्विजय-दुष्यंत चौटाला शामिल; पूर्व BJP मंत्री के भाई की बेटी को भी टिकट हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए जननायक जनता पार्टी (JJP) और चंद्रशेखर रावण की आजाद समाज पार्टी (ASP) ने 19 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। इसमें पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला समेत 2 विधायकों को टिकट दी गई है। दुष्यंत के साथ अमरजीत ढांडा को जुलाना से टिकट दी गई है। पूरी खबर पढ़ें… हरियाणा में JJP-ASP उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, 12 नाम:निर्दलीय लोकसभा चुनाव हारे जांगड़ा को गुरुग्राम से टिकट, सुशील पंचकूला से लड़ेंगे हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) और आजाद समाज पार्टी (ASP) ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में 12 उम्मीदवार घोषित किए गए हैं। इसमें जेजेपी के 10 और ASP के 2 उम्मीदवार शामिल हैं। ये सभी उम्मीदवार पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। पूरी खबर पढ़ें…
नारनौंद में लगी भीषण आग:खेतों की सिंचाई के लिए आए पाइप जले, 11 हजार केवी लाइन की स्पार्किंग से हुआ हादसा
नारनौंद में लगी भीषण आग:खेतों की सिंचाई के लिए आए पाइप जले, 11 हजार केवी लाइन की स्पार्किंग से हुआ हादसा हिसार जिले के नारनौंद के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में खेतों में सिंचाई के लिए पाइप लाइन दबाने के लिए रखे रबड़ के पाइपों में शुक्रवार शाम अचानक आग लग गई। आसपास के लोगों ने अपने ही अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग इतनी भयंकर थी कि आज पर काबू नहीं पाया जा सका। सूचना के बाद नारनौंद और हांसी से फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची। जिन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। मौके पर मौजूद लोगों ने आग का कारण ऊपर से गुजरने वाली 11 हजार की बिजली की लाइन में स्पार्किंग से बताया है। लाखों रुपए के पाइप जले बाला जी बिल्डर के मालिक सुशील बेरवाल ने बताया कि उनकी कंपनी की ओर से नारनौंद के हांसी रोड स्थित वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में हजारों मीटर लंबे 4 इंची पाइप रखे हुए थे। शुक्रवार शाम करीब 6 बजे इनमें भीषण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली की देखते ही देखते करीब 17 हजार मीटर लंबी पाइप लाइन के आए पाइप जल गए। जिसमें करीब 69 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। पाइप लाइन को दबाने का काम शनिवार से ही शुरू होना था। फरवरी महा से रखे थे पाइप यह पाइप फरवरी माह में यहां पर आए थे और करीब डेढ़ महीने से पाइपों को जोड़ने का काम चल रहा था। क्योंकि एक पाइप 12 मीटर लंबा होता है तो उन्होंने 6 पाइपों को जोड़कर 72 मीटर का लंबा बनाया हुआ था। ताकि खेतों में दबाने में कम से कम टाइम लगे। शुक्रवार दोपहर को पाइपों को खेतों में डालने के लिए लेबर तैयारी कर रही थी। शाम के समय ऊपर से गुजर रही 11 हजार केवी लाइन में अचानक स्पार्किंग हुई और नीचे रख पाइपों में आग लग गई । आस पास के लोगों में हुआ डर प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग इतनी भयंकर थी की आसपास के गावों में भी आसमान में धुएं का गुब्बार देखा जा सकता था। इस क्षेत्र से गुजर रहे लोगों को घुटन महसूस होने लगी थी। वही वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के साथ लगते मकानों की दीवारें भी गरम हो गई। लोगों ने घरों के अंदर से गैस सिलेंडर और अन्य सामान बाहर निकलना शुरू कर दिया। वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के साथ लगते एक मकान में हल्की दरार भी आ गई। आसपास के लोगों में भय माहौल बन गया।