महिला एशियन हॉकी चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम की प्लेयर रहीं नेहा गोयल रविवार रात को वैवाहिक रिश्ते में बंध गईं। हॉकी प्लेयर सुनील हरियाणा के करनाल से बारात लेकर सोनीपत के रजवाड़ा पैलेस में पहुंचे। इसके बाद खुले आसमान के नीचे दोनों ने एक-दूसरे का साथ निभाने की कस्में खाईं। कई सालों तक एक-दूसरे के संपर्क में रहे नेहा और सुनील की शादी में पारिवारिक सदस्यों के साथ उनके हॉकी कोच, साथी खिलाड़ी भी विशिष्ट रूप से मौजूद रहे। करनाल के रहने वाले सुनील और सोनीपत की नेहा गोयल की यह लव मैरिज है, लेकिन दोनों परिवारों की सहमति से अरेंज मैरिज के तौर पर हुई है। इस दौरान नेहा ने कहा कि हालात कैसे भी हों, हमें हार नहीं माननी चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरी मां ने मेरे लिए बहुत स्ट्रगल किया है। वह हार मान जातीं तो मैं आज यहां नहीं होती। किसी भी चीज पर गिव-अप नहीं करना चाहिए। मुझे इंजरी हुई, लेकिन मैंने गिव-अप नहीं किया। उन्होंने संदेश दिया कि बेटियों का कोई सपना है तो उन्हें सपोर्ट करें। 10 बजे बारात लेकर पहुंचे सुनील
नेहा और सुनील की शादी रात बड़े ही धूम-धड़ाके के साथ हुई। सुनील रात को 10 बजे के करीब घोड़ा बग्गी पर सवार होकर बैंड बाजे के साथ रजवाड़ा पैलेस पहुंचे। यहां नेहा के परिजनों ने बारात का परंपरागत तरीके से स्वागत किया। इस दौरान सुनील के फ्रेंड और परिजन जमकर नाचे। इसके बाद यहां शादी की रस्में शुरू हुईं और तारों की छांव में दोनों ने फेरे लिए। इसके बाद सुनील हॉकी प्लेयर पत्नी को लेकर करनाल के लिए रवाना हो गया। शादी में ये लोग उपस्थित रहे
नेहा की शादी में भारतीय हॉकी एसोसिएशन के अध्यक्ष भोला नाथ, हॉकी के चीफ कोच हरेंद्र सिंह, कोच प्रीतम सिवाच, असिस्टेंट कोच देव के अलावा हॉकी टीम से मुमताज, नवनीत कौर, वैष्णवी विट्ठल फाल्के, उदिता, ज्योति आदि उपस्थित रहीं। सभी ने नेहा गोयल को जीवन के नए सफर के लिए शुभकामनाएं दी। नेहा-सुनील की शादी के PHOTOS… नेहा गोयल के बारे में सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… अच्छे जूते-कपड़ों के लिए थामी हॉकी स्टिक
नेहा गोयल के परिजन बताते हैं कि उनकी जिंदगी की शुरुआत संघर्षों से भरी रही। पिता उमेश के निधन के बाद उनकी मां सावित्री देवी ने फैक्ट्री में काम किया। बेटी का खर्च उठाने के लिए साइकिल के कारखाने में नौकरी की। उनके परिवार में नेहा समेत 3 बहने हैं। नेहा ने छठी क्लास में हॉकी स्टिक थामी। छोटी उम्र में हॉकी को लेकर उन्हें एक ही खुशी थी कि अब अच्छे जूते और कपड़े मिलेंगे। हालांकि, तब कोच प्रीतम सिवाच ने उनके अंदर हॉकी के टैलेंट को पहचान लिया। उन्होंने नेहा को अच्छे से ट्रेनिंग दी। इसके बाद वह इंटरनेशनल लेवल तक हॉकी खेलने में कामयाब रहीं। अंडर-17 नेशनल टूर्नामेंट में हुई नेहा की सुनील से मुलाकात
नेहा गोयल ने बताया कि पहले वह और सुनील एक-दूसरे को इतना ज्यादा नहीं जानते थे। मगर अंडर-17 के नेशनल टूर्नामेंट में खेलने के लिए गए तो एक-दूसरे के संपर्क में आए। इसके बाद फिर दूसरे टूर्नामेंट्स में मुलाकातें होती रहीं। नेहा ने बताया कि उन दिनों सुनील काफी दुबला-पतला था। उन्होंने सुनील का एक निक नेम भी रखा हुआ था। वह सुनील को प्यार से सुकड़ बोलती थीं। उन्होंने बताया कि सुनील के साथ पिछले 8 साल से संपर्क में हैं और दोनों की आपसी बातचीत होती रही है। जब इंजरी हुई तो टूट गई थीं नेहा
नेहा गोयल ने कहा कि साल 2015 में जब उनके पैर में इंजरी हुई थी तो वह टूट गई थीं। डॉक्टर ने कहा कि वह भविष्य में खेल नहीं सकतीं। इस दौरान सबसे ज्यादा मदद सुनील ने की थी। नेहा को डॉक्टर के पास ले जाकर फिजियोथैरेपी से लेकर इलाज की हर एक्टिविटी में मदद की। इसी नेचर के कारण भी नेहा का उनके प्रति लगाव बढ़ता चला गया। इंजरी के दौरान डॉक्टर ने सलाह दी थी कि बोन में ज्यादा सूजन हो गई है। डॉक्टर ने खेलने से परहेज करने के लिए कहा था। सुनील ने कोशिश नहीं छोड़ी
नेहा बताती हैं कि डॉक्टर के यह कहने पर वह टूट गईं, लेकिन सुनील ने कोशिश नहीं छोड़ी। सुनील उन्हें बार-बार दिल्ली के प्रतिष्ठित डॉक्टर के पास फिजियो के लिए ले जाते थे। उनकी खूब देखभाल की। इसके बाद वह इस काबिल बन गईं कि भारतीय हॉकी टीम में खेल रही हैं। कोच को लव स्टोरी बताई तो करियर पर फोकस कराया
नेहा ने बताया कि 2018 के एशियाई गेम के बाद कोच प्रीतम सिवाच को अपनी लव स्टोरी के बारे में बताया। उस दौरान उनके कोच प्रीतम ने मोटिवेट करते हुए ओलिंपिक और अन्य खेलों पर फोकस करने के लिए कहा। नेहा गोयल ने अचीवमेंट के साथ-साथ अपनी लव स्टोरी को जिंदा रखा। ओलिंपिक के बाद परिवार से बात की
ओलिंपिक के बाद नेहा ने सुनील के साथ शादी को लेकर परिजनों से बातचीत की। दोनों के परिजनों की सहमति के बाद शादी की बात पक्की हो गई। नेहा ने कहा कि सुनील का नेचर काफी अच्छा है। वह काफी हेल्पफुल भी है। सुनील कोलकाता में कैग में ऑडिट की पोस्ट पर जॉब करते हैं। नेहा भी रेलवे में काम करती हैं। संयुक्त परिवार में शादी करने का था सपना
नेहा गोयल ने बताया कि बचपन में फिल्मों में अक्सर बड़े-बड़े परिवार देखती थीं। इसलिए, उनकी इच्छा भी थी कि उनकी शादी ऐसे परिवार में होनी चाहिए, जहां सभी लोग घुल मिलकर एक साथ रहें। नेहा गोयल ने कहा कि बचपन में जिस प्रकार के संयुक्त परिवार फिल्मों में देखती थी, आज मुझे वही परिवार मिल गया है। महिला एशियन हॉकी चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम की प्लेयर रहीं नेहा गोयल रविवार रात को वैवाहिक रिश्ते में बंध गईं। हॉकी प्लेयर सुनील हरियाणा के करनाल से बारात लेकर सोनीपत के रजवाड़ा पैलेस में पहुंचे। इसके बाद खुले आसमान के नीचे दोनों ने एक-दूसरे का साथ निभाने की कस्में खाईं। कई सालों तक एक-दूसरे के संपर्क में रहे नेहा और सुनील की शादी में पारिवारिक सदस्यों के साथ उनके हॉकी कोच, साथी खिलाड़ी भी विशिष्ट रूप से मौजूद रहे। करनाल के रहने वाले सुनील और सोनीपत की नेहा गोयल की यह लव मैरिज है, लेकिन दोनों परिवारों की सहमति से अरेंज मैरिज के तौर पर हुई है। इस दौरान नेहा ने कहा कि हालात कैसे भी हों, हमें हार नहीं माननी चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरी मां ने मेरे लिए बहुत स्ट्रगल किया है। वह हार मान जातीं तो मैं आज यहां नहीं होती। किसी भी चीज पर गिव-अप नहीं करना चाहिए। मुझे इंजरी हुई, लेकिन मैंने गिव-अप नहीं किया। उन्होंने संदेश दिया कि बेटियों का कोई सपना है तो उन्हें सपोर्ट करें। 10 बजे बारात लेकर पहुंचे सुनील
नेहा और सुनील की शादी रात बड़े ही धूम-धड़ाके के साथ हुई। सुनील रात को 10 बजे के करीब घोड़ा बग्गी पर सवार होकर बैंड बाजे के साथ रजवाड़ा पैलेस पहुंचे। यहां नेहा के परिजनों ने बारात का परंपरागत तरीके से स्वागत किया। इस दौरान सुनील के फ्रेंड और परिजन जमकर नाचे। इसके बाद यहां शादी की रस्में शुरू हुईं और तारों की छांव में दोनों ने फेरे लिए। इसके बाद सुनील हॉकी प्लेयर पत्नी को लेकर करनाल के लिए रवाना हो गया। शादी में ये लोग उपस्थित रहे
नेहा की शादी में भारतीय हॉकी एसोसिएशन के अध्यक्ष भोला नाथ, हॉकी के चीफ कोच हरेंद्र सिंह, कोच प्रीतम सिवाच, असिस्टेंट कोच देव के अलावा हॉकी टीम से मुमताज, नवनीत कौर, वैष्णवी विट्ठल फाल्के, उदिता, ज्योति आदि उपस्थित रहीं। सभी ने नेहा गोयल को जीवन के नए सफर के लिए शुभकामनाएं दी। नेहा-सुनील की शादी के PHOTOS… नेहा गोयल के बारे में सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… अच्छे जूते-कपड़ों के लिए थामी हॉकी स्टिक
नेहा गोयल के परिजन बताते हैं कि उनकी जिंदगी की शुरुआत संघर्षों से भरी रही। पिता उमेश के निधन के बाद उनकी मां सावित्री देवी ने फैक्ट्री में काम किया। बेटी का खर्च उठाने के लिए साइकिल के कारखाने में नौकरी की। उनके परिवार में नेहा समेत 3 बहने हैं। नेहा ने छठी क्लास में हॉकी स्टिक थामी। छोटी उम्र में हॉकी को लेकर उन्हें एक ही खुशी थी कि अब अच्छे जूते और कपड़े मिलेंगे। हालांकि, तब कोच प्रीतम सिवाच ने उनके अंदर हॉकी के टैलेंट को पहचान लिया। उन्होंने नेहा को अच्छे से ट्रेनिंग दी। इसके बाद वह इंटरनेशनल लेवल तक हॉकी खेलने में कामयाब रहीं। अंडर-17 नेशनल टूर्नामेंट में हुई नेहा की सुनील से मुलाकात
नेहा गोयल ने बताया कि पहले वह और सुनील एक-दूसरे को इतना ज्यादा नहीं जानते थे। मगर अंडर-17 के नेशनल टूर्नामेंट में खेलने के लिए गए तो एक-दूसरे के संपर्क में आए। इसके बाद फिर दूसरे टूर्नामेंट्स में मुलाकातें होती रहीं। नेहा ने बताया कि उन दिनों सुनील काफी दुबला-पतला था। उन्होंने सुनील का एक निक नेम भी रखा हुआ था। वह सुनील को प्यार से सुकड़ बोलती थीं। उन्होंने बताया कि सुनील के साथ पिछले 8 साल से संपर्क में हैं और दोनों की आपसी बातचीत होती रही है। जब इंजरी हुई तो टूट गई थीं नेहा
नेहा गोयल ने कहा कि साल 2015 में जब उनके पैर में इंजरी हुई थी तो वह टूट गई थीं। डॉक्टर ने कहा कि वह भविष्य में खेल नहीं सकतीं। इस दौरान सबसे ज्यादा मदद सुनील ने की थी। नेहा को डॉक्टर के पास ले जाकर फिजियोथैरेपी से लेकर इलाज की हर एक्टिविटी में मदद की। इसी नेचर के कारण भी नेहा का उनके प्रति लगाव बढ़ता चला गया। इंजरी के दौरान डॉक्टर ने सलाह दी थी कि बोन में ज्यादा सूजन हो गई है। डॉक्टर ने खेलने से परहेज करने के लिए कहा था। सुनील ने कोशिश नहीं छोड़ी
नेहा बताती हैं कि डॉक्टर के यह कहने पर वह टूट गईं, लेकिन सुनील ने कोशिश नहीं छोड़ी। सुनील उन्हें बार-बार दिल्ली के प्रतिष्ठित डॉक्टर के पास फिजियो के लिए ले जाते थे। उनकी खूब देखभाल की। इसके बाद वह इस काबिल बन गईं कि भारतीय हॉकी टीम में खेल रही हैं। कोच को लव स्टोरी बताई तो करियर पर फोकस कराया
नेहा ने बताया कि 2018 के एशियाई गेम के बाद कोच प्रीतम सिवाच को अपनी लव स्टोरी के बारे में बताया। उस दौरान उनके कोच प्रीतम ने मोटिवेट करते हुए ओलिंपिक और अन्य खेलों पर फोकस करने के लिए कहा। नेहा गोयल ने अचीवमेंट के साथ-साथ अपनी लव स्टोरी को जिंदा रखा। ओलिंपिक के बाद परिवार से बात की
ओलिंपिक के बाद नेहा ने सुनील के साथ शादी को लेकर परिजनों से बातचीत की। दोनों के परिजनों की सहमति के बाद शादी की बात पक्की हो गई। नेहा ने कहा कि सुनील का नेचर काफी अच्छा है। वह काफी हेल्पफुल भी है। सुनील कोलकाता में कैग में ऑडिट की पोस्ट पर जॉब करते हैं। नेहा भी रेलवे में काम करती हैं। संयुक्त परिवार में शादी करने का था सपना
नेहा गोयल ने बताया कि बचपन में फिल्मों में अक्सर बड़े-बड़े परिवार देखती थीं। इसलिए, उनकी इच्छा भी थी कि उनकी शादी ऐसे परिवार में होनी चाहिए, जहां सभी लोग घुल मिलकर एक साथ रहें। नेहा गोयल ने कहा कि बचपन में जिस प्रकार के संयुक्त परिवार फिल्मों में देखती थी, आज मुझे वही परिवार मिल गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर