इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के मेगा ऑक्शन के दूसरे दिन (25 नवंबर) हरियाणा के 2 क्रिकेटर छाए। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने रोहतक के ऑलराउंडर दीपक हुड्डा को 1 करोड़ 70 लाख रुपए और करनाल के रहने वाले बॉलर अंशुल कंबोज को 3.40 करोड़ रुपए में खरीदा। कंबोज को बेस प्राइस से 11 गुना ज्यादा कीमत में खरीदा। उनका बेस प्राइस 30 लाख रुपए था। पिछले साल वे मुंबई से खेले थे। अंशुल को लेकर मुंबई और चेन्नई के बीच बोली में लड़ाई चली। अंशुल कंबोज हरियाणा के लिए रणजी खेलते हैं। केरल के खिलाफ मैच में एक ही पारी में 10 विकेट लेकर वह चर्चा में आए थे। वहीं हुड्डा इंडिया टीम में खेल चुके हैं। उन्होंने 10 वनडे में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया और 153 रन बनाए। 21 टी20 इंटरनेशनल मैचों में उन्होंने एक शतक के साथ 368 रन बनाए हैं। उधर, पंजाब किंग्स की टीम ने ऑलराउंडर सैम करन को रिटेन नहीं किया। चेन्नई ने उन्हें 2.40 करोड़ में खरीद लिया। पंजाब की टीम ने प्रवीण दुबे को 30 लाख, पायला अविनाश को 30 लाख, जैवियर बार्टलेट को 80 लाख, एक ओवर में 6 छक्के मारने वाले प्रियांश आर्या को 3.80 करोड़, सूर्यांश शेगडे को 30 लाख, मुशीर खान को 30 लाख, कुलदीप सेन को 80 लाख, अफगानिस्तान के खिलाड़ी अजमतउल्लाह उमरजई को 2.40 करोड़, हरनूर पन्नू को 30 लाख, साउथ न्यूजीलैंड के बॉलर लॉकी फर्ग्यूसन को 2 करोड़, साउथ अफ्रिका के मार्को यानसन को 7 करोड़ और ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर जोश इंग्लिश को 2.60 करोड़ में खरीदा। एक दिन पहले मोहाली के बॉलर अर्शदीप सिंह और जींद के स्पिनर युजवेंद्र चहल को पंजाब किंग्स ने 18-18 करोड़ रुपए में खरीदा था। युजवेंद्र चहल IPL इतिहास के सबसे महंगे भारतीय स्पिनर बने। वहीं पंजाब की टीम ने श्रेयस अय्यर को 26.75 करोड़ में खरीदा। पंजाब किंग्स ने अब तक ये खिलाड़ी खरीदे
पंजाब किंग्स टीम ने श्रेयस अय्यर को 26.75 करोड़ रुपए में खरीदा। वह टीम के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं। युजवेंद्र चहल 18 करोड़, अर्शदीप सिंह 18 करोड़, मार्कस स्टोयनिस 11 करोड़, मार्को यानसन 7 करोड़, ग्लेन मैक्सवेल 4.20 करोड, नेहल वाधेरा 4.20 करोड़, प्रियांश आर्या को 3.80 करोड़, जोश इंग्लिश 2.60 करोड़, अजमतउल्लाह उमरजई 2.40 करोड़, लॉकी फर्ग्यूसन 2 करोड़, विजयकुमार व्यशक 1.80 करोड़, यश ठाकुर 1.60 करोड़, हरप्रीत ब्रार 1.50 करोड़, आरोन हार्डी को 1.25 करोड़, विष्णु विनोद को 95 लाख, जैवियर बार्टलेट व कुलदीप सेन 80-80 लाख, सूर्यांश शेगडे, मुशीर खान, पायला अविनाश और हरनूर पन्नू को 30-30 लाख रुपए में खरीदा। अंशुल कंबोज के क्रिकेटर बनने की कहानी…
अंशुल कंबोज का जन्म हरियाणा के करनाल में 6 दिसंबर 2000 को हुआ। 14 साल की उम्र तक उन्होंने क्रिकेट को गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन पिछले एक दशक से भी कम समय में कंबोज ने न सिर्फ अपनी राज्य टीम के लिए खेलना शुरू कर दिया बल्कि आईपीएल में भी जगह बनाई। कंबोज ने 17 फरवरी 2022 को हरियाणा के लिए 2021-22 रणजी ट्रॉफी में प्रथम श्रेणी में डेब्यू किया। सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में 2022-23 में टी-20 में डेब्यू किया। 2022-23 विजय हजारे ट्रॉफी में लिस्ट ए क्रिकेट की शुरुआत की। 2024 एसीसी इमर्जिंग टीम एशिया कप के लिए भारत ए टीम का हिस्सा रहें। अंशुल कंबोज को IPL 2024 में मुंबई इंडियंस ने चुना था। उन्होंने 2023-24 में विजय हजारे ट्रॉफी जीतने में हरियाणा के लिए अहम भूमिका निभाई थी और 10 मैचों में 17 विकेट लिए थे। उनके नाम 47 प्रथम श्रेणी विकेट, 23 लिस्ट-ए विकेट और 17 टी-20 विकेट हैं। ग्लेन मैक्ग्रा के वीडियो देखना पसंद
कुछ समय पहले अंशुल कंबोज ने इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें ग्लेन मैक्ग्रा की गेंदबाजी के वीडियो देखना बहुत पसंद हैं। ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज मैक्ग्रा गेंद की सीम का बहुत बढ़िया तरीके से इस्तेमाल करते थे। अर्शदीप सिंह के क्रिकेटर बनने की कहानी… परिवार ने कनाडा भेजने की कर ली थी तैयारी
अर्शदीप सिंह का पंजाब टीम में चयन नहीं हो रहा था। परिवार के लोग भी चिंतित थे। ऐसे में माता-पिता ने उन्हें कनाडा उनके भाई के पास भेजने का फैसला किया। उन्होंने इस बारे में उसके कोच से बात की। कोच ने जब अर्शदीप से इस बारे में चर्चा की तो उन्होंने कहा कि वह खेलना चाहते हैं। कोच की सलाह पर अर्शदीप ने यह बात अपने परिवार को बताई। परिवार के लोगों ने उन्हें एक साल का समय दिया। इसके बाद अर्शदीप ने ग्राउंड पर जमकर मेहनत की। फिर उनका चयन पंजाब की अंडर-19 टीम में चयन हो गया। इसके बाद उन्होंने अंडर-19 विश्व कप खेला। फिर यह सफर लगातार चलता रहा। पिता ने पहचाना हुनर, मां ने लगाई ताकत
अर्शदीप सिंह का परिवार मोहाली के खरड़ में रह रहा है। उनके पिता दर्शन सिंह एक निजी कंपनी में काम करते हैं। अर्शदीप का जन्म तब हुआ, जब उनके पिता की पोस्टिंग मध्य प्रदेश में थी। वह भी गेंदबाज हैं। उनके पिता ने क्रिकेट के प्रति उनके जुनून को पहचाना। उन्होंने उन्हें पार्क में बॉलिंग करते देखा। फिर वह उन्हें 13 साल की उम्र में चंडीगढ़ के सेक्टर-36 स्थित गुरु नानक देव स्कूल की क्रिकेट एकेडमी में ले गए, जहां से उनकी कोचिंग शुरू हुई। अर्शदीप के पिता बाहर पोस्टेड थे। ऐसे में सुबह 6 बजे खरड़ से चंडीगढ़ ग्राउंड पहुंचना आसान नहीं था, क्योंकि यह 15 किलोमीटर का सफर था। ऐसे में अर्शदीप सिंह की मां बलजीत कौर उन्हें सुबह साइकिल पर लेकर आती थीं। फिर वहीं रुकती थीं। स्कूल के बाद उन्हें पार्क में बैठाती थीं और खाना आदि खिलाती थीं। इसके बाद फिर से एकेडमी भेजती थीं। शाम को घर भी ले जाती थीं। शुरुआती दिनों में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा। 2019 में IPL में डेब्यू किया
अर्शदीप सिंह को 19 सितंबर 2018 को 2018-19 विजय हजारे ट्रॉफी में पंजाब के लिए खेलने के लिए चुना गया था। फिर उन्हें 2018 अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप के लिए भारतीय टीम में जगह मिली। दिसंबर 2018 में, उन्हें 2019 IPL के लिए किंग्स इलेवन पंजाब द्वारा चुना गया। वह टीम के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उनके अच्छे प्रदर्शन के लिए उनकी प्रशंसा की गई। नवंबर 2019 में उन्हें बांग्लादेश में 2019 ACC इमर्जिंग टीम एशिया कप के लिए भारत की टीम में चुना गया। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के मेगा ऑक्शन के दूसरे दिन (25 नवंबर) हरियाणा के 2 क्रिकेटर छाए। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने रोहतक के ऑलराउंडर दीपक हुड्डा को 1 करोड़ 70 लाख रुपए और करनाल के रहने वाले बॉलर अंशुल कंबोज को 3.40 करोड़ रुपए में खरीदा। कंबोज को बेस प्राइस से 11 गुना ज्यादा कीमत में खरीदा। उनका बेस प्राइस 30 लाख रुपए था। पिछले साल वे मुंबई से खेले थे। अंशुल को लेकर मुंबई और चेन्नई के बीच बोली में लड़ाई चली। अंशुल कंबोज हरियाणा के लिए रणजी खेलते हैं। केरल के खिलाफ मैच में एक ही पारी में 10 विकेट लेकर वह चर्चा में आए थे। वहीं हुड्डा इंडिया टीम में खेल चुके हैं। उन्होंने 10 वनडे में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया और 153 रन बनाए। 21 टी20 इंटरनेशनल मैचों में उन्होंने एक शतक के साथ 368 रन बनाए हैं। उधर, पंजाब किंग्स की टीम ने ऑलराउंडर सैम करन को रिटेन नहीं किया। चेन्नई ने उन्हें 2.40 करोड़ में खरीद लिया। पंजाब की टीम ने प्रवीण दुबे को 30 लाख, पायला अविनाश को 30 लाख, जैवियर बार्टलेट को 80 लाख, एक ओवर में 6 छक्के मारने वाले प्रियांश आर्या को 3.80 करोड़, सूर्यांश शेगडे को 30 लाख, मुशीर खान को 30 लाख, कुलदीप सेन को 80 लाख, अफगानिस्तान के खिलाड़ी अजमतउल्लाह उमरजई को 2.40 करोड़, हरनूर पन्नू को 30 लाख, साउथ न्यूजीलैंड के बॉलर लॉकी फर्ग्यूसन को 2 करोड़, साउथ अफ्रिका के मार्को यानसन को 7 करोड़ और ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर जोश इंग्लिश को 2.60 करोड़ में खरीदा। एक दिन पहले मोहाली के बॉलर अर्शदीप सिंह और जींद के स्पिनर युजवेंद्र चहल को पंजाब किंग्स ने 18-18 करोड़ रुपए में खरीदा था। युजवेंद्र चहल IPL इतिहास के सबसे महंगे भारतीय स्पिनर बने। वहीं पंजाब की टीम ने श्रेयस अय्यर को 26.75 करोड़ में खरीदा। पंजाब किंग्स ने अब तक ये खिलाड़ी खरीदे
पंजाब किंग्स टीम ने श्रेयस अय्यर को 26.75 करोड़ रुपए में खरीदा। वह टीम के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं। युजवेंद्र चहल 18 करोड़, अर्शदीप सिंह 18 करोड़, मार्कस स्टोयनिस 11 करोड़, मार्को यानसन 7 करोड़, ग्लेन मैक्सवेल 4.20 करोड, नेहल वाधेरा 4.20 करोड़, प्रियांश आर्या को 3.80 करोड़, जोश इंग्लिश 2.60 करोड़, अजमतउल्लाह उमरजई 2.40 करोड़, लॉकी फर्ग्यूसन 2 करोड़, विजयकुमार व्यशक 1.80 करोड़, यश ठाकुर 1.60 करोड़, हरप्रीत ब्रार 1.50 करोड़, आरोन हार्डी को 1.25 करोड़, विष्णु विनोद को 95 लाख, जैवियर बार्टलेट व कुलदीप सेन 80-80 लाख, सूर्यांश शेगडे, मुशीर खान, पायला अविनाश और हरनूर पन्नू को 30-30 लाख रुपए में खरीदा। अंशुल कंबोज के क्रिकेटर बनने की कहानी…
अंशुल कंबोज का जन्म हरियाणा के करनाल में 6 दिसंबर 2000 को हुआ। 14 साल की उम्र तक उन्होंने क्रिकेट को गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन पिछले एक दशक से भी कम समय में कंबोज ने न सिर्फ अपनी राज्य टीम के लिए खेलना शुरू कर दिया बल्कि आईपीएल में भी जगह बनाई। कंबोज ने 17 फरवरी 2022 को हरियाणा के लिए 2021-22 रणजी ट्रॉफी में प्रथम श्रेणी में डेब्यू किया। सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में 2022-23 में टी-20 में डेब्यू किया। 2022-23 विजय हजारे ट्रॉफी में लिस्ट ए क्रिकेट की शुरुआत की। 2024 एसीसी इमर्जिंग टीम एशिया कप के लिए भारत ए टीम का हिस्सा रहें। अंशुल कंबोज को IPL 2024 में मुंबई इंडियंस ने चुना था। उन्होंने 2023-24 में विजय हजारे ट्रॉफी जीतने में हरियाणा के लिए अहम भूमिका निभाई थी और 10 मैचों में 17 विकेट लिए थे। उनके नाम 47 प्रथम श्रेणी विकेट, 23 लिस्ट-ए विकेट और 17 टी-20 विकेट हैं। ग्लेन मैक्ग्रा के वीडियो देखना पसंद
कुछ समय पहले अंशुल कंबोज ने इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें ग्लेन मैक्ग्रा की गेंदबाजी के वीडियो देखना बहुत पसंद हैं। ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज मैक्ग्रा गेंद की सीम का बहुत बढ़िया तरीके से इस्तेमाल करते थे। अर्शदीप सिंह के क्रिकेटर बनने की कहानी… परिवार ने कनाडा भेजने की कर ली थी तैयारी
अर्शदीप सिंह का पंजाब टीम में चयन नहीं हो रहा था। परिवार के लोग भी चिंतित थे। ऐसे में माता-पिता ने उन्हें कनाडा उनके भाई के पास भेजने का फैसला किया। उन्होंने इस बारे में उसके कोच से बात की। कोच ने जब अर्शदीप से इस बारे में चर्चा की तो उन्होंने कहा कि वह खेलना चाहते हैं। कोच की सलाह पर अर्शदीप ने यह बात अपने परिवार को बताई। परिवार के लोगों ने उन्हें एक साल का समय दिया। इसके बाद अर्शदीप ने ग्राउंड पर जमकर मेहनत की। फिर उनका चयन पंजाब की अंडर-19 टीम में चयन हो गया। इसके बाद उन्होंने अंडर-19 विश्व कप खेला। फिर यह सफर लगातार चलता रहा। पिता ने पहचाना हुनर, मां ने लगाई ताकत
अर्शदीप सिंह का परिवार मोहाली के खरड़ में रह रहा है। उनके पिता दर्शन सिंह एक निजी कंपनी में काम करते हैं। अर्शदीप का जन्म तब हुआ, जब उनके पिता की पोस्टिंग मध्य प्रदेश में थी। वह भी गेंदबाज हैं। उनके पिता ने क्रिकेट के प्रति उनके जुनून को पहचाना। उन्होंने उन्हें पार्क में बॉलिंग करते देखा। फिर वह उन्हें 13 साल की उम्र में चंडीगढ़ के सेक्टर-36 स्थित गुरु नानक देव स्कूल की क्रिकेट एकेडमी में ले गए, जहां से उनकी कोचिंग शुरू हुई। अर्शदीप के पिता बाहर पोस्टेड थे। ऐसे में सुबह 6 बजे खरड़ से चंडीगढ़ ग्राउंड पहुंचना आसान नहीं था, क्योंकि यह 15 किलोमीटर का सफर था। ऐसे में अर्शदीप सिंह की मां बलजीत कौर उन्हें सुबह साइकिल पर लेकर आती थीं। फिर वहीं रुकती थीं। स्कूल के बाद उन्हें पार्क में बैठाती थीं और खाना आदि खिलाती थीं। इसके बाद फिर से एकेडमी भेजती थीं। शाम को घर भी ले जाती थीं। शुरुआती दिनों में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा। 2019 में IPL में डेब्यू किया
अर्शदीप सिंह को 19 सितंबर 2018 को 2018-19 विजय हजारे ट्रॉफी में पंजाब के लिए खेलने के लिए चुना गया था। फिर उन्हें 2018 अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप के लिए भारतीय टीम में जगह मिली। दिसंबर 2018 में, उन्हें 2019 IPL के लिए किंग्स इलेवन पंजाब द्वारा चुना गया। वह टीम के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उनके अच्छे प्रदर्शन के लिए उनकी प्रशंसा की गई। नवंबर 2019 में उन्हें बांग्लादेश में 2019 ACC इमर्जिंग टीम एशिया कप के लिए भारत की टीम में चुना गया। पंजाब | दैनिक भास्कर