हरियाणा की राज्यसभा सीट पर सियासी घमासान मचा हुआ है। इसी बीच जयहिंद सेना के प्रमुख नवीन जयहिंद ने निर्दलीय उम्मीदवार होने की घोषणा की है। जिसके बाद महम से विधायक बलराज कुंडू उनके समर्थन में आ गए हैं। वहीं कांग्रेस व जजपा एक-दूसरे के पाले में गेंद डाल रहे हैं। क्योंकि अकेले कांग्रेस या जेजेपी के पास राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त मत नहीं हैं। इसलिए नवीन जयहिंद ने राज्यसभा का चुनाव निर्दलीय रहते हुए लड़ने का दावा किया था। नवीन जयहिंद ने 6 जुलाई को राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बनने की घोषणा की थी। इसके बाद रोहतक के महम हल्के से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने सबसे पहले नवीन जयहिंद का समर्थन किया है। उन्होंने सोशल मीडियो एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा ‘छोटे भाई नवीन जयहिंद अगर राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर आते हैं तो मेरा भाई नवीन जयहिंद को पूर्ण समर्थन रहेगा।’ इसके बाद नवीन जयहिंद ने बलराज कुंडू का समर्थन करने पर धन्यवाद किया। वहीं नवीन जयहिंद ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट डालते हुए लिखा कि ‘सीधी बात है साथियों, जो हमारा साथ देगा, हम उसका साथ देंगे। ये लड़ाई सम्मान स्वाभिमान की है। मेरे पास जमीन जायदाद नहीं जिगर है’ जेजेपी व कांग्रेस ने एक-दूसरे के पाले में डाली गेंद
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार ना उतारने का दावा किया था। साथ ही उन्होंने कहा था कि जननायक जनता पार्टी अपना उम्मीदवार उतार सकती है। भाजपा को हराने के लिए अगर उनके विधायक एक साथ हैं तो कांग्रेस उनका साथ दे सकती है। इस पर JJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय चौटाला ने पलटवार करते हुए कहा कि पूर्व सीएम हुड्डा के पास ज्यादा विधायक हैं या हमारे पास। वे राज्यसभा के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा कर लें, हम समर्थन देने के लिए तैयार हैं। जेजेपी ने सबसे पहले राज्यपाल को लिखकर दिया था कि भाजपा सरकार अल्पमत में है। अगर कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाती है तो हम उसका साथ देंगे। उम्मीदवार बनने के लिए 10 विधायकों का समर्थन जरूरी
हरियाणा की राज्य सभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार के पास 10 विधायकों का समर्थन होना आवश्यक है। फिलहाल नवीन जयहिंद को एक विधायक ने ही समर्थन दिया है। अगर 10 विधायक समर्थन नहीं देते हैं तो वे चुनाव ही नहीं लड़ पाएंगे। हालांकि अभी भाजपा, कांग्रेस व जेजेपी ने समर्थन का भी आश्वासन नहीं दिया है। अगर ये दल समर्थन नहीं करते हैं तो राज्यसभा का उम्मीदवार बनना भी मुश्किल लग रहा है। हरियाणा की राज्यसभा सीट पर सियासी घमासान मचा हुआ है। इसी बीच जयहिंद सेना के प्रमुख नवीन जयहिंद ने निर्दलीय उम्मीदवार होने की घोषणा की है। जिसके बाद महम से विधायक बलराज कुंडू उनके समर्थन में आ गए हैं। वहीं कांग्रेस व जजपा एक-दूसरे के पाले में गेंद डाल रहे हैं। क्योंकि अकेले कांग्रेस या जेजेपी के पास राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त मत नहीं हैं। इसलिए नवीन जयहिंद ने राज्यसभा का चुनाव निर्दलीय रहते हुए लड़ने का दावा किया था। नवीन जयहिंद ने 6 जुलाई को राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बनने की घोषणा की थी। इसके बाद रोहतक के महम हल्के से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने सबसे पहले नवीन जयहिंद का समर्थन किया है। उन्होंने सोशल मीडियो एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा ‘छोटे भाई नवीन जयहिंद अगर राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर आते हैं तो मेरा भाई नवीन जयहिंद को पूर्ण समर्थन रहेगा।’ इसके बाद नवीन जयहिंद ने बलराज कुंडू का समर्थन करने पर धन्यवाद किया। वहीं नवीन जयहिंद ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट डालते हुए लिखा कि ‘सीधी बात है साथियों, जो हमारा साथ देगा, हम उसका साथ देंगे। ये लड़ाई सम्मान स्वाभिमान की है। मेरे पास जमीन जायदाद नहीं जिगर है’ जेजेपी व कांग्रेस ने एक-दूसरे के पाले में डाली गेंद
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार ना उतारने का दावा किया था। साथ ही उन्होंने कहा था कि जननायक जनता पार्टी अपना उम्मीदवार उतार सकती है। भाजपा को हराने के लिए अगर उनके विधायक एक साथ हैं तो कांग्रेस उनका साथ दे सकती है। इस पर JJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय चौटाला ने पलटवार करते हुए कहा कि पूर्व सीएम हुड्डा के पास ज्यादा विधायक हैं या हमारे पास। वे राज्यसभा के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा कर लें, हम समर्थन देने के लिए तैयार हैं। जेजेपी ने सबसे पहले राज्यपाल को लिखकर दिया था कि भाजपा सरकार अल्पमत में है। अगर कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाती है तो हम उसका साथ देंगे। उम्मीदवार बनने के लिए 10 विधायकों का समर्थन जरूरी
हरियाणा की राज्य सभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार के पास 10 विधायकों का समर्थन होना आवश्यक है। फिलहाल नवीन जयहिंद को एक विधायक ने ही समर्थन दिया है। अगर 10 विधायक समर्थन नहीं देते हैं तो वे चुनाव ही नहीं लड़ पाएंगे। हालांकि अभी भाजपा, कांग्रेस व जेजेपी ने समर्थन का भी आश्वासन नहीं दिया है। अगर ये दल समर्थन नहीं करते हैं तो राज्यसभा का उम्मीदवार बनना भी मुश्किल लग रहा है। हरियाणा | दैनिक भास्कर