हरियाणा की राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा पाकिस्तान के खिलाफ भारत के ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विदेश में भारत का पक्ष रखेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रतिनिधिमंडल की सूची में उनका नाम शामिल किया गया है। रेखा शर्मा ऑपरेशन सिंदूर के प्रचार-प्रसार के लिए सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन, अल्जीरिया जाएंगी। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान के आतंकी चेहरे को दुनिया के अलग-अलग देशों में उजागर करने के लिए इस प्रतिनिधिमंडल का गठन किया है। यह उन देशों का पहला समूह बन गया है, जहां हरियाणा की राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा जाएंगी। इस समूह में बैजयंत पांडा (भाजपा), निशिकांत दुबे (भाजपा), फंगनन कोन्याक (भाजपा), रेखा शर्मा (भाजपा), असदुद्दीन ओवैसी (एआईएमआईएम), सतनाम सिंह संधू (मनोनीत), गुलाम नबी आजाद, राजदूत हर्ष श्रृंगला का नाम शामिल है। 22 मई से शुरू होंगे दौरे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता और आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को बेनकाब करने के इरादे से भारत की ओर से विदेश जाने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल 22 मई से अपना दौरा शुरू करेगा। प्रतिनिधिमंडल की यात्रा का यह दौर 5 जून तक चलेगा। सरकार की तरफ से प्रतिनिधिमंडल का पूरा शेड्यूल जारी किया गया है। इस प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न पार्टियों के सांसद शामिल हैं जो पूरी दुनिया में पाकिस्तान की आतंकवादी सोच को एक्सपोज करेंगे। क्या है केंद्र की इसके पीछे की योजना असल में, केंद्र सरकार पाकिस्तान से होने वाले आतंकवाद के खिलाफ दुनिया को एकजुट करने की कोशिश कर रही है। इसके लिए सरकार 21 मई से सांसदों के सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को अलग-अलग देशों की राजधानियों में भेजेगी। कुल मिलाकर 51 नेता इन प्रतिनिधिमंडलों में शामिल होंगे। इनमें सांसद, पूर्व मंत्री और 8 पूर्व राजदूत शामिल हैं। ये सभी नेता मिलकर दुनिया के कई देशों में जाएंगे और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भारत का नजरिया रखेंगे। वे आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत का पक्ष रखेंगे। क्या बोलीं रेखा शर्मा राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने इसको लेकर कहा, देश की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। आजकल के युवाओं में सक्सेस के लिए शॉर्टकट का ट्रेंड बन गया है। पैसा कमाने के लिए देश के खिलाफ भी जाना हो तो उन युवाओं को कोई फर्क नहीं पड़ता। हरियाणा पंजाब जैसे राज्यों में विकास परियोजनाओं के पहुंचने के कारण लोगों को जमीनों के दाम कई गुना ज्यादा मिले हैं। इसके बाद से यह ट्रेंड और भी ज्यादा युवा जेनरेशन में बढ़ गया है। जो कई सवाल भी खड़े करता है। सामाजिक जागरूकता के साथ-साथ SOP भी जरूरी है। हरियाणा की राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा पाकिस्तान के खिलाफ भारत के ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विदेश में भारत का पक्ष रखेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रतिनिधिमंडल की सूची में उनका नाम शामिल किया गया है। रेखा शर्मा ऑपरेशन सिंदूर के प्रचार-प्रसार के लिए सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन, अल्जीरिया जाएंगी। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान के आतंकी चेहरे को दुनिया के अलग-अलग देशों में उजागर करने के लिए इस प्रतिनिधिमंडल का गठन किया है। यह उन देशों का पहला समूह बन गया है, जहां हरियाणा की राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा जाएंगी। इस समूह में बैजयंत पांडा (भाजपा), निशिकांत दुबे (भाजपा), फंगनन कोन्याक (भाजपा), रेखा शर्मा (भाजपा), असदुद्दीन ओवैसी (एआईएमआईएम), सतनाम सिंह संधू (मनोनीत), गुलाम नबी आजाद, राजदूत हर्ष श्रृंगला का नाम शामिल है। 22 मई से शुरू होंगे दौरे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता और आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को बेनकाब करने के इरादे से भारत की ओर से विदेश जाने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल 22 मई से अपना दौरा शुरू करेगा। प्रतिनिधिमंडल की यात्रा का यह दौर 5 जून तक चलेगा। सरकार की तरफ से प्रतिनिधिमंडल का पूरा शेड्यूल जारी किया गया है। इस प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न पार्टियों के सांसद शामिल हैं जो पूरी दुनिया में पाकिस्तान की आतंकवादी सोच को एक्सपोज करेंगे। क्या है केंद्र की इसके पीछे की योजना असल में, केंद्र सरकार पाकिस्तान से होने वाले आतंकवाद के खिलाफ दुनिया को एकजुट करने की कोशिश कर रही है। इसके लिए सरकार 21 मई से सांसदों के सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को अलग-अलग देशों की राजधानियों में भेजेगी। कुल मिलाकर 51 नेता इन प्रतिनिधिमंडलों में शामिल होंगे। इनमें सांसद, पूर्व मंत्री और 8 पूर्व राजदूत शामिल हैं। ये सभी नेता मिलकर दुनिया के कई देशों में जाएंगे और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भारत का नजरिया रखेंगे। वे आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत का पक्ष रखेंगे। क्या बोलीं रेखा शर्मा राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने इसको लेकर कहा, देश की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। आजकल के युवाओं में सक्सेस के लिए शॉर्टकट का ट्रेंड बन गया है। पैसा कमाने के लिए देश के खिलाफ भी जाना हो तो उन युवाओं को कोई फर्क नहीं पड़ता। हरियाणा पंजाब जैसे राज्यों में विकास परियोजनाओं के पहुंचने के कारण लोगों को जमीनों के दाम कई गुना ज्यादा मिले हैं। इसके बाद से यह ट्रेंड और भी ज्यादा युवा जेनरेशन में बढ़ गया है। जो कई सवाल भी खड़े करता है। सामाजिक जागरूकता के साथ-साथ SOP भी जरूरी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
