हरियाणा के कच्चे कर्मचारी पक्के होंगे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में 5 अगस्त को होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक में इस पॉलिसी को मंजूरी मिल सकती है। इस मीटिंग में यह भी फैसला होना है कि रेगुलराइजेशन में 5 साल, 7 साल, 10 साल यानी कितने साल तक की सेवा वाले कर्मचारियों को शामिल करना है। यह भी फैसला करना है कि किन कर्मचारियों को रेगुलर किया जाना है। अभी तक की चर्चा के मुताबिक जो कर्मचारी हरियाणा कौशल रोजगार निगम में पोर्ट हुए हैं, उन्हें रेगुलर करने पर विचार किया जा रहा है। अभी बहुत कर्मचारी ऐसे हैं जो विभागों में कार्यरत हैं मगर हरियाणा कौशल रोजगार निगम में पोर्ट नहीं हुए हैं उन पर अगली बैठक में चर्चा होगी। कमेटी का सरकार कर चुकी गठन हरियाणा सरकार ने अस्थाई कर्मचारियों को रेगुलर करने की पॉलिसी तैयार करने के लिए वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की कमेटी का गठन किया है। वरिष्ठ अधिकारियों की इस कमेटी की 26 जुलाई को पहली बैठक हो चुकी है। इसमें पंजाब की पॉलिसी के बिंदुओं पर भी चर्चा हुई। हालांकि पहली बैठक में पॉलिसी के मसौदे पर ज्यादा चर्चा नहीं हो सकी मगर इसकी बैक ग्राउंड पर चर्चा हुई। अभी कमेटी की दूसरी या तीसरी बैठक में पॉलिसी का ड्राफ्ट तैयार हो सकता है। कमेटी में ये IAS अधिकारी कमेटी में प्रधान सचिव विजेंद्र कुमार, प्रधान सचिव डॉ. डी सुरेश, आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव और आयुक्त एवं सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, मानव संसाधन विभाग के महानिदेशक जे गणेशन, वित्त विभाग के विशेष सचिव पंकज, मानव संसाधन विभाग के विशेष सचिव डॉ. आदित्य दहिया, स्कूल शिक्षा विभाग के निदेशक जितेंद्र दरिया और डीए राजेंद्र वर्मा शामिल हैं। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने यह कमेटी गठित की है। सरकार ने कहा है कि यह कमेटी उन कर्मचारियों के लिए चर्चा कर एक ड्राफ्ट पॉलिसी तैयार करेगी , जिन्होंने कांट्रेक्चुअल सर्विस दी है। पंजाब पॉलिसी पर भी चर्चा एडवोकेट जनरल बलदेव राज महाजन ने पंजाब की पॉलिसी का जिक्र किया है, इसलिए इस पॉलिसी के अच्छे बिंदुओं को भी शामिल किया जा सकता है। मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर पूरा प्रयास कर रहे हैं कि अधिक से अधिक अस्थायी कर्मचारियों को इस पॉलिसी का लाभ मिल सके। मगर अफसरों की कमेटी के मसौदे पर भी काफी कुछ निर्भर करेगा। हरियाणा के कच्चे कर्मचारी पक्के होंगे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में 5 अगस्त को होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक में इस पॉलिसी को मंजूरी मिल सकती है। इस मीटिंग में यह भी फैसला होना है कि रेगुलराइजेशन में 5 साल, 7 साल, 10 साल यानी कितने साल तक की सेवा वाले कर्मचारियों को शामिल करना है। यह भी फैसला करना है कि किन कर्मचारियों को रेगुलर किया जाना है। अभी तक की चर्चा के मुताबिक जो कर्मचारी हरियाणा कौशल रोजगार निगम में पोर्ट हुए हैं, उन्हें रेगुलर करने पर विचार किया जा रहा है। अभी बहुत कर्मचारी ऐसे हैं जो विभागों में कार्यरत हैं मगर हरियाणा कौशल रोजगार निगम में पोर्ट नहीं हुए हैं उन पर अगली बैठक में चर्चा होगी। कमेटी का सरकार कर चुकी गठन हरियाणा सरकार ने अस्थाई कर्मचारियों को रेगुलर करने की पॉलिसी तैयार करने के लिए वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की कमेटी का गठन किया है। वरिष्ठ अधिकारियों की इस कमेटी की 26 जुलाई को पहली बैठक हो चुकी है। इसमें पंजाब की पॉलिसी के बिंदुओं पर भी चर्चा हुई। हालांकि पहली बैठक में पॉलिसी के मसौदे पर ज्यादा चर्चा नहीं हो सकी मगर इसकी बैक ग्राउंड पर चर्चा हुई। अभी कमेटी की दूसरी या तीसरी बैठक में पॉलिसी का ड्राफ्ट तैयार हो सकता है। कमेटी में ये IAS अधिकारी कमेटी में प्रधान सचिव विजेंद्र कुमार, प्रधान सचिव डॉ. डी सुरेश, आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव और आयुक्त एवं सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, मानव संसाधन विभाग के महानिदेशक जे गणेशन, वित्त विभाग के विशेष सचिव पंकज, मानव संसाधन विभाग के विशेष सचिव डॉ. आदित्य दहिया, स्कूल शिक्षा विभाग के निदेशक जितेंद्र दरिया और डीए राजेंद्र वर्मा शामिल हैं। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने यह कमेटी गठित की है। सरकार ने कहा है कि यह कमेटी उन कर्मचारियों के लिए चर्चा कर एक ड्राफ्ट पॉलिसी तैयार करेगी , जिन्होंने कांट्रेक्चुअल सर्विस दी है। पंजाब पॉलिसी पर भी चर्चा एडवोकेट जनरल बलदेव राज महाजन ने पंजाब की पॉलिसी का जिक्र किया है, इसलिए इस पॉलिसी के अच्छे बिंदुओं को भी शामिल किया जा सकता है। मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर पूरा प्रयास कर रहे हैं कि अधिक से अधिक अस्थायी कर्मचारियों को इस पॉलिसी का लाभ मिल सके। मगर अफसरों की कमेटी के मसौदे पर भी काफी कुछ निर्भर करेगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा PGT-AMO एडमिट कार्ड जारी:3000 पदों पर 17 नवंबर से एग्जाम; 3 सब्जेक्ट की एक ही दिन होगी परीक्षा
हरियाणा PGT-AMO एडमिट कार्ड जारी:3000 पदों पर 17 नवंबर से एग्जाम; 3 सब्जेक्ट की एक ही दिन होगी परीक्षा हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) ने पोस्ट ग्रेजुएट टीचर्स (PGT) और आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर (AMO) परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। ऐसे में जो उम्मीदवार इन परीक्षाओं में शामिल होने वाले हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट से अपने एडमिट कार्ड ऑनलाइन चेक और डाउनलोड कर सकते हैं। ये परीक्षाएं 17 नवंबर को 3 हजार से ज्यादा पदों के लिए आयोजित की जा रही हैं। हरियाणा पोस्ट ग्रेजुएट टीचर्स और आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर सरकारी नौकरियों के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट और विषय ज्ञान परीक्षण 17 नवंबर को अलग-अलग शिफ्ट में निर्धारित किया गया है। ऐसे में उम्मीदवार जिस परीक्षा के लिए आवेदन किया है, उसके अनुसार अपने एडमिट कार्ड चेक कर सकते हैं। अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, हिंदी और आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर (AMO) पदों के लिए परीक्षाएं एक ही दिन आयोजित की जाएंगी, लेकिन हर कैटेगरी के लिए समय अलग-अलग तय किया गया है। एडमिट कार्ड कैसे डाउनलोड करें
– सबसे पहले हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन की आधिकारिक वेबसाइट hpsc.gov.in पर जाएं। – अब HPSC PGT Screening Test 2024 Admit Card या HPSC AMO Admit Card 2024 Download के लिंक पर क्लिक करें। – अपना रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड दर्ज करें। – आपके सामने एडमिट कार्ड आ जाएगा। – परीक्षा के लिए इसका प्रिंट आउट निकाल लें। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं..
जेल से लौटे वॉटर कैनन बॉय के सनसनीखेज दावे:मेरे कपड़े उतारे, हाथ-पैर बांध बुरी तरह से पीटा, रिमांड रूम में 45 कर्मचारी थे
जेल से लौटे वॉटर कैनन बॉय के सनसनीखेज दावे:मेरे कपड़े उतारे, हाथ-पैर बांध बुरी तरह से पीटा, रिमांड रूम में 45 कर्मचारी थे किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की ओर वाटर कैनन का मुंह मोड़ने वाला वाटर कैनन बॉय नवदीप जलबेड़ा जेल से बाहर आ गया है। करीब 111 दिन जेल में रहने के बाद नवदीप कल यानी मंगलवार को रिहा हुआ। नवदीप को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जेल से बाहर आने के बाद नवदीप ने हरियाणा पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की गई प्रताड़ना पर आपबीती सुनाई है। नवदीप ने कहा- गिरफ्तारी के तुरंत बाद मुझे रिमांड पर ले लिया गया। रिमांड रूम में करीब 45 कर्मचारी मौजूद थे। रिमांड के दौरान मेरे साथ क्रूरतापूर्ण व्यवहार किया गया। मोहाली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया
किसान नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा ने कहा- मुझे पहले ही पता चल गया था कि पुलिस मुझे तलाश रही है। अंबाला में भी पुलिस ने मेरी गाड़ी के पीछे गाड़ी लगा दी, जब हम घर से निकले ही थे। पुलिस काफी देर से हमें तलाश रही थी। किसान आंदोलन के दौरान लेह लद्दाख से कुछ किसान हमारे साथ प्रदर्शन के लिए आए थे। मैं मोहाली से फ्लाइट से लेह गया। वहां मेरी मुलाकात सोनम वांगचुक से हुई जो लेह में प्रदर्शन कर रहे थे, वहां हमने भी सोनम वांगचुक के प्रदर्शन का समर्थन किया। इसके बाद मुझे मोहाली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। मुंह को पानी में डुबोया
किसान नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा ने कहा- कुछ कर्मचारी मुझे गिरफ्तार करने आए थे। गिरफ्तारी के बाद मुझे अंबाला लाया गया। जब मुझे अंबाला के रिमांड रूम में लाया गया तो उक्त रूम में करीब 45 कर्मचारी मौजूद थे। गिरफ्तारी के बाद मेरा फोन तुरंत वापस ले लिया गया। सबसे पहले उन्होंने आते ही मुझसे पगड़ी और कपड़े उतारने को कहा। नवदीप जलबेड़ा ने बताया- मेरे सामने एक सरदार अधिकारी मौजूद था, जिसने आदेश दिया कि मेरे हाथ-पैर बांध दिए जाएं। मेरे हाथ-पैर बांधने के बाद उक्त अधिकारियों ने मुझे पीटना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने मेरे साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया। उन्होंने मुझसे कहा- तुम बहुत बोलते हो, हम तुम्हें सबक सिखाएंगे। जिसके बाद मेरे मुंह को पानी में डुबाया गया। केंद्रीय एजेंसियों के लोग भी पूछताछ के लिए पहुंचे
नवदीप ने आगे कहा- गिरफ्तारी के बाद मुझे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया। कोर्ट ने दो दिन की रिमांड दी। इस दौरान केंद्रीय एजेंसियों NIA और CBI के अधिकारी भी पूछताछ के लिए आए। इस दौरान उन्होंने मुझसे भी पूछताछ की।वे सुबह से ही पूछताछ शुरू कर देते थे। मुझसे पूछा जाता था कि पैसा कहां से आ रहा है। किसान आंदोलन के लिए फंडिंग कहां से आ रही है। मेरे बैंक अकाउंट समेत सारी जानकारी मुझसे ली गई। बैंक अकाउंट की खूब जांच की गई, लेकिन कुछ नहीं मिला। मेडिकल भी नहीं कराया, वैसे भी हस्ताक्षर ले लिए गए। उसके आधार पर मेडिकल करा लेते थे। सभी झूठे मामलों में न तो पुलिस को कुछ मिला और न ही एजेंसियों को कुछ मिला। मेरे खिलाफ कुल 16 मामले दर्ज किए गए
नवदीप ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मेरे खिलाफ करीब 16 मामले दर्ज किए। इनमें चार मामले ऐसे थे, जिनमें हत्या के प्रयास की धाराएं लगाई गई थीं और कुछ में दंगा फैलाने की धाराएं जोड़ी गई थीं। कोर्ट ने जब सभी मामलों की सुनवाई शुरू की तो उसने कहा कि ऐसा लगता है कि सभी मामले झूठे बनाए गए हैं क्योंकि सभी मामले एक जैसे हैं। नवदीप ने कहा- पुलिस हर तरह से क्रूर रही है, लेकिन मैं अपने समुदाय के लिए खड़ा रहा हूं और आगे भी खड़ा रहूंगा। जब मेरे साथ क्रूरता हो रही थी, तब मैं होश में था। जब दर्द बहुत बढ़ गया तो मैं वाहेगुरु का नाम लेता था। जेल की जिंदगी ने मुझे भगवान की तरफ धकेला
नवदीप जलबेड़ा ने कहा- मैंने जेल में 111 दिन बिताए हैं। इस दौरान मैंने कई बदलाव देखे हैं। सबसे बड़ा बदलाव वाहेगुरु की भक्ति में आया है। पहले मैं सिर्फ गुरु को मानता था। लेकिन जेल के अंदर मैंने रोजाना पाठ करना शुरू कर दिया। मैं जेल में रोजाना 3 बाणियों का जाप करता था। जेल के अंदर एक गुरुद्वारा था, मैं वहां जाता था। नवदीप ने कहा- मैं जेल में रोजाना श्री जपजी साहिब, श्री चौपाई साहिब और श्री आनंदपुर साहिब का पाठ करता था। जेल में मैंने अपने समुदाय का पूरा इतिहास पढ़ा। जेल में बनी लाइब्रेरी के अंदर मैंने वो सब पढ़ा जो हमारे समुदाय के शहीदों ने हमारे लिए किया। जेल हमें बहुत कुछ सिखाती है, मैंने भी वही सीखा। जेल के अंदर कोई किसी का धर्म नहीं देखता
नवदीप ने कहा कि कोई व्यक्ति तब जेल जाता है जब वह कोई बुरा काम करता है। साथ ही, कोई व्यक्ति उन पांच कामों को करने पर भी जेल जाता है जो बाबा जी को पसंद नहीं हैं। जेल के अंदर कोई किसी का धर्म नहीं देखता। सभी मिलजुल कर रहते हैं। एक बैरक में करीब 50 लोग रहते हैं। नवदीप ने कहा- कोई किसी का धर्म के आधार पर साथ नहीं देता। सब एक दूसरे को भाई मानते हैं। कोई जात-पात की बात नहीं करता। सब एक दूसरे की थाली में खाते हैं। सब एक दूसरे का दर्द सुनते हैं और अपना दर्द बताते हैं। मैंने जेल के अंदर विनम्र रहना सीखा है। मैं जितने भी समय जेल में रहा हूं, हमेशा ऊपर की ओर बढ़ा हूं। सरकार को यह नहीं सोचना चाहिए कि जेल जाने के बाद मैं पीछे हट जाऊंगा। अगर सरकार ऐसा सोच रही है तो वह गलत है। मैं अपनी कौम के लिए कभी पीछे नहीं हटूंगा। जब बदन पर कफन होगा तो डर लगेगा, उससे पहले कोई डर नहीं है। कौम के लिए अगर मुझे पूरी जिंदगी जेल में रहना पड़े तो भी रहूंगा।
हिसार आज बंद, पेट्रोल पंप शाम 5 बजे खुलेंगे:बदमाशों की गिरफ्तारी नहीं होने से व्यापारी नाराज, समर्थन में 72 मार्केट एसोसिएशन
हिसार आज बंद, पेट्रोल पंप शाम 5 बजे खुलेंगे:बदमाशों की गिरफ्तारी नहीं होने से व्यापारी नाराज, समर्थन में 72 मार्केट एसोसिएशन हरियाणा के हिसार की ऑटो मार्केट में 11 दिन पहले हुई सरेआम फायरिंग, फिरौती और रंगदारी के विरोध में आज पूरा शहर बंद रहेगा। हिसार की 72 मार्केट एसोसिएशन दुकानें और बाजार बंद कर विरोध जताएंगी। हरियाणा व्यापार मंडल के आह्वान पर पूरा शहर बंद रहेगा। इस दौरान पेट्रोल पंप, मेडिकल स्टोर और कोचिंग संस्थान भी बंद रहेंगे। इसके अलावा बार एसोसिएशन ने भी काम बंद रखने और आईएमए ने दोपहर 12 से 2 बजे तक ओपीडी बंद रखने का आह्वान किया है। वहीं डीसी प्रदीप दहिया ने कहा कि संगठनों द्वारा हिसार बंद के आह्वान के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा रहेगी। ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी तैनात किए गए हैं। धरना स्थल पर 100 से अधिक पुलिस जवान तैनात रहेंगे। बाजार बंद का आह्वान करते विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी। इससे पहले हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष बजरंग गर्ग के नेतृत्व में वीरवार शाम को नागोरी गेट, मोती बाजार, गांधी चौक, भगत सिंह चौक, राजगुरु मार्केट, न्यू राजू मार्केट, लक्ष्मी मार्केट, बिश्नोई मंदिर मार्केट, आर्य समाज मंदिर मार्केट, सुभाष मार्केट आदि बाजारों में पैदल मार्च निकाला गया और दुकानदारों से अपील की गई। बंद के समर्थन में IMA भी आई
IMA के जिला प्रधान डॉ. जसवंत राय बंसल ने बताया कि अपराध के खिलाफ सामाजिक संगठनों के आह्वान पर हिसार बंद का समर्थन करते हैं। निजी अस्पतालों में दोपहर 12 से 2 बजे तक ओपीडी सेवाएं बंद रखेंगे। इमरजेंसी सेवाएं सुचारू रहेंगी। हालांकि सरकारी अस्पतालों की ओपीडी एवं इमरजेंसी सेवाएं सुचारू रहेंगी। उधर, हिसार उद्योग संघ प्रधान देवेंद्र जैन ने कहा कि संघ के सभी सदस्य 5 जुलाई को होने वाले हिसार बंद का समर्थन करते हैं। रिटेल केमिस्ट एसो. के प्रधान सतीश आहुजा ने कहा केमिस्ट बंद में शामिल होंगे। ऑटो मार्केट संरक्षक संजय गुप्ता, राजगुरु मार्केट के प्रधान सुरेंद्र बजाज, राजगुरु मार्केट ऑर्गेनाइजेशन के प्रधान अजय सैनी, सजग के प्रदेश अध्यक्ष सत्यपाल अग्रवाल, समाजसेवी डॉ. रमेश पूनिया, व्यापार मंडल के संरक्षक अश्वनी गर्ग, ऑटो मार्केट स्पेयर पार्ट एसो. के प्रधान बंटी गोयल, वैश्य समाज के जिलाध्यक्ष एनके गोयल, काठ मंडी एसो. प्रधान महावीर जांगड़ा, राधेश्याम आर्य, जिला बार एसो. प्रधान विनय बिश्नोई, किसान नेता बलराज मलिक, शमशेर नंबरदार। इसके अलावा मंगल ढालिया, रमेश वत्स, कांग्रेस नेता रामनिवास राड़ा, बीर सिंह ख्यालिया, कर्मचारी नेता अनिल शर्मा, रि. कर्मचारी संघ से ओम प्रकाश सैनी, जनवादी महिला समिति से शकुंतला जाखड़, भारतीय बीमा निगम कर्मचारी संघ से त्रिलोक बंसल, बैंक कर्मचारी फेडरेशन से वीएल शर्मा, डेमोक्रेटिक फोरम से मा. सतबीर, टैक्स बार एसो. के प्रधान तरूण गोयल व सचिव सीए रोहित मित्तल, अर्बन एस्टेट मार्केट एसो. प्रधान रमेश चुघ, हिसार जन संघर्ष समिति प्रधान जितेंद्र श्योराण बंद में शामिल होंगे। सेक्टर 13 के कोचिंग सेंटर बंद रहेंगे
सेक्टर 13 एजुकेशन हब में कार्यरत आईआईटी पीएमटी के अग्रणी संस्थानों की कॉमन कार्यकारिणी हिसार इनक्रेडिबल टीचर्स एसोसिएशन ने हिसार बंद का समर्थन किया। संस्था के वाइस प्रेसिडेंट ललित हुड्डा व सेक्रेटरी गगनदीप ने बताया कि हिट के सभी 32 संस्थान पूरे दिन बंद रहेंगे। अपराध व लचर कानून व्यवस्था के खिलाफ आंदोलनरत व्यापारी, रिटेल केमिस्ट एसो. सहित कई संगठनों ने शुक्रवार को अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखने का ऐलान किया है। सुबह नागोरी गेट, हनुमान मंदिर के पास धरना-प्रदर्शन करेंगे। दवाइयां, फल-सब्जी, गारमेंट, इलेक्ट्रोनिक, वाहन मिस्त्री की दुकानें, एसेसरीज व मोबाइल शॉप्स, ऑटो मोबाइल शोरूम सहित विभिन्न मंडियां तक बंद रहेंगी। हिसार बंद का संदेश चंडीगढ़ से दिल्ली तक जाएगा : बजरंग गर्ग
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने 72 एसोसिएशन के साथ बैठक की। गर्ग ने कहा कि अपराधियों द्वारा हिसार में फायरिंग करके करोड़ों रुपए की फिरौती मांगने के विरोध में शुक्रवार को हिसार बंद ऐतिहासिक रहेगा। हिसार बंद में हर ट्रेड के व्यापारी बढ़ छोड़कर भाग लेंगे। हिसार बंद में व्यापारियों के साथ सभी सामाजिक, धार्मिक, पेट्रोल पंप एसोसिएशन, बार एसोसिएशन व शहर का हर नागरिक खुले रूप से साथ है। बजरंग गर्ग ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ 5 जुलाई बंद का संदेश चंडीगढ़ से दिल्ली तक जाएगा। 11 दिन बीत गए मगर अपराधी नहीं पकड़े गए
गर्ग ने कहा कि महिंद्रा शोरूम में अपराधियों द्वारा फायरिंग करके 5 करोड़ रुपए की फिरौती मांगने की घटना को 11 दिन हो गए हैं मगर अभी तक सरकार फायरिंग करके फिरौती मांगने वाले अपराधियों का इलाज नहीं कर पाई है। अपराधी द्वारा दिनदहाड़े व्यापारियों की दुकान पर फायरिंग करके फिरौती व मंथली मांगने से प्रदेश के व्यापारियों में सरकार के प्रति बड़ी भारी नाराजगी है। सरकार हरियाणा अपराध पर अंकुश लगाने में पूरी तरह से फेल सिद्ध हुई है। सरकार को व्यापारी व आम जनता की जान माल की सुरक्षा के लिए पुख्ता से पुख्ता प्रबंध करने चाहिए। आज हिसार व हरियाणा का व्यापारी खौफ के साए में जी रहा है। सरकार को हरियाणा की तरक्की के लिए अपराधियों का पक्का इलाज करना चाहिए।