हरियाणा के पहले एयरपोर्ट पर उतरेंगे बोइंग विमान:इसमें PM मोदी हिसार पहुंचे थे, इस महीने मिल सकता है लाइसेंस, बड़ा टर्मिनल बन रहा

हरियाणा के पहले एयरपोर्ट पर उतरेंगे बोइंग विमान:इसमें PM मोदी हिसार पहुंचे थे, इस महीने मिल सकता है लाइसेंस, बड़ा टर्मिनल बन रहा

हरियाणा के अपने पहले एयरपोर्ट का सपना जल्द पूरा होगा। दिसंबर में ही हिसार एयरपोर्ट को हवाई जहाज उड़ाने के लिए लाइसेंस मिल सकता है। इसका प्रोसेस लगभग पूरा हो चुका है। लाइसेंस मिलते ही एलायंस एयर एविएशन लिमिटेड महाराजा अग्रसेन हवाई अड्‌डे से फ्लाइट का संचालन शुरू कर देगी। फ्लाइट के संचालन पर हरियाणा सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिसार आने का न्योता देगी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान हिसार आ चुके हैं, वह स्पेशल बोइंग विमान से हिसार हवाई अड्‌डे पर आए थे। यह पहली बार था जब बोइंग विमान हरियाणा के अपने एयरपोर्ट पर उतरा। आगामी दिनों में यहां पर बोइंग विमान भी उतरेंगे। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हिसार एयरपोर्ट हरियाणा की तस्वीर को बदल देगा। इस एयरपोर्ट से ना केवल सस्ती फ्लाइट उड़ेंगी, बल्कि किसानों का सामान भी बाहर जाएगा। किसान अपनी फल-सब्जियां और अनाज बाहर भेज सकेंगे। AAI बना रहा बड़ा टर्मिनल
हिसार एयरपोर्ट पर बड़े टर्मिनल का काम करीब एक माह पहले शुरू हो चुका है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) इसके डिजाइन से लेकर निर्माण तक का कार्य कर रहा है। पैसेंजर टर्मिनल को अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। हिसार एयरपोर्ट पर 37,970 वर्ग मीटर क्षेत्र में नई टर्मिनल बिल्डिंग बनाई जा रही है। इसे एक साथ 1,000 यात्रियों को संभालने की क्षमता के साथ बनाया जा रहा है। इसमें 3 एयरोब्रिज और 4 बैगेज क्लेम बेल्ट लगे होंगे। इस टर्मिनल पर करीब 503 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसे 960 दिन में पूरा किया जाएगा। इसी टर्मिनल को रेलवे लाइन से भी जोड़ा जाएगा। चौथे चरण के बाद पांचवें चरण में इस एयरपोर्ट को रेलवे लाइन से भी जोड़ा जाएगा। हिसार एयरपोर्ट का नक्शा… लाइसेंस मिलने के बाद आएगी DGCA की टीम
हिसार एयरपोर्ट को दिसंबर में कभी भी लाइसेंस मिल सकता है। लाइसेंस मिलने के बाद नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) की टीम एयरपोर्ट का दौरा करेगी और पता लगाएगी कि जो 44 ऑब्जेक्शन एयरपोर्ट पर लगाए गए थे, उसे दूर किया गया है या नहीं। हालांकि हरियाणा सिविल एविएशन की ओर से सभी ऑब्जेक्शन को दूर कर दिया गया था और लिखित जवाब दे दिया था, मगर सुरक्षा लिहाज से DGCA की टीम खुद फिजिकल वेरिफिकेशन भी करेगी। इन ऑब्जेक्शन में सबसे बड़ा इश्यू फायर सेफ्टी व्हीकल का था। यह व्हीकल कोच्चि एयरपोर्ट से मंगवाया गया है। एलायंस एयर एविएशन लिमिटेड और हरियाणा सरकार के बीच MOU हो चुका है… फ्लाइट शुरू हुई तो 5 राज्यों से जुड़ेगा हरियाणा
हिसार एयरपोर्ट को 5 राज्यों से जोड़ने की योजना है। हिसार से चंडीगढ़, अयोध्या, अहमदाबाद, जयपुर और जम्मू के लिए फ्लाइट शुरू की जाएंगी। इन फ्लाइट को अगस्त में शुरू करने का प्लान था, लेकिन आचार संहिता लगने के कारण ऐसा नहीं हो पाया। उड़ानों के लिए एलायंस एयर एविएशन लिमिटेड के साथ समझौता हो चुका है। हिसार एयरपोर्ट के लिए केंद्र ने जारी किए हैं 1181 करोड़ रुपए
हिसार हवाई अड्‌डे के लिए केंद्र सरकार ने करीब 5 महीने पहले 1181 करोड़ रुपए जारी किए थे। यहां 2988 एकड़ जमीन पर इंटीग्रेटेड मार्केटिंग क्लस्टर तैयार किया जाएगा और इनमें से 1300 एकड़ जमीन पर वर्ल्ड पोर्ट, मेगा कार्गो पोर्ट स्थापित किया जाएगा। इंटीग्रेटेड मार्केटिंग क्लस्टर विशुद्ध रूप से डिफेंस और एयरोस्पेस केंद्रित होगा। इसमें विश्व की बड़ी कंपनियों को उद्योग स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास निगम (NICDC) ने औद्योगिक विकास के लिए हरियाणा सरकार द्वारा दिया गया प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। NICDC की तरफ से हरियाणा सरकार को केंद्र सरकार की इक्विटी के तौर पर 1811 करोड़ रुपए दिए गए हैं। इसके परिणाम स्वरुप इंटरनेशनल मार्केट में महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट की अलग पहचान बनेगी। हिसार एयरपोर्ट के लिए अगले 30 साल की कार्य योजना तैयार कर ली गई है। हरियाणा के अपने पहले एयरपोर्ट का सपना जल्द पूरा होगा। दिसंबर में ही हिसार एयरपोर्ट को हवाई जहाज उड़ाने के लिए लाइसेंस मिल सकता है। इसका प्रोसेस लगभग पूरा हो चुका है। लाइसेंस मिलते ही एलायंस एयर एविएशन लिमिटेड महाराजा अग्रसेन हवाई अड्‌डे से फ्लाइट का संचालन शुरू कर देगी। फ्लाइट के संचालन पर हरियाणा सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिसार आने का न्योता देगी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान हिसार आ चुके हैं, वह स्पेशल बोइंग विमान से हिसार हवाई अड्‌डे पर आए थे। यह पहली बार था जब बोइंग विमान हरियाणा के अपने एयरपोर्ट पर उतरा। आगामी दिनों में यहां पर बोइंग विमान भी उतरेंगे। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हिसार एयरपोर्ट हरियाणा की तस्वीर को बदल देगा। इस एयरपोर्ट से ना केवल सस्ती फ्लाइट उड़ेंगी, बल्कि किसानों का सामान भी बाहर जाएगा। किसान अपनी फल-सब्जियां और अनाज बाहर भेज सकेंगे। AAI बना रहा बड़ा टर्मिनल
हिसार एयरपोर्ट पर बड़े टर्मिनल का काम करीब एक माह पहले शुरू हो चुका है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) इसके डिजाइन से लेकर निर्माण तक का कार्य कर रहा है। पैसेंजर टर्मिनल को अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। हिसार एयरपोर्ट पर 37,970 वर्ग मीटर क्षेत्र में नई टर्मिनल बिल्डिंग बनाई जा रही है। इसे एक साथ 1,000 यात्रियों को संभालने की क्षमता के साथ बनाया जा रहा है। इसमें 3 एयरोब्रिज और 4 बैगेज क्लेम बेल्ट लगे होंगे। इस टर्मिनल पर करीब 503 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसे 960 दिन में पूरा किया जाएगा। इसी टर्मिनल को रेलवे लाइन से भी जोड़ा जाएगा। चौथे चरण के बाद पांचवें चरण में इस एयरपोर्ट को रेलवे लाइन से भी जोड़ा जाएगा। हिसार एयरपोर्ट का नक्शा… लाइसेंस मिलने के बाद आएगी DGCA की टीम
हिसार एयरपोर्ट को दिसंबर में कभी भी लाइसेंस मिल सकता है। लाइसेंस मिलने के बाद नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) की टीम एयरपोर्ट का दौरा करेगी और पता लगाएगी कि जो 44 ऑब्जेक्शन एयरपोर्ट पर लगाए गए थे, उसे दूर किया गया है या नहीं। हालांकि हरियाणा सिविल एविएशन की ओर से सभी ऑब्जेक्शन को दूर कर दिया गया था और लिखित जवाब दे दिया था, मगर सुरक्षा लिहाज से DGCA की टीम खुद फिजिकल वेरिफिकेशन भी करेगी। इन ऑब्जेक्शन में सबसे बड़ा इश्यू फायर सेफ्टी व्हीकल का था। यह व्हीकल कोच्चि एयरपोर्ट से मंगवाया गया है। एलायंस एयर एविएशन लिमिटेड और हरियाणा सरकार के बीच MOU हो चुका है… फ्लाइट शुरू हुई तो 5 राज्यों से जुड़ेगा हरियाणा
हिसार एयरपोर्ट को 5 राज्यों से जोड़ने की योजना है। हिसार से चंडीगढ़, अयोध्या, अहमदाबाद, जयपुर और जम्मू के लिए फ्लाइट शुरू की जाएंगी। इन फ्लाइट को अगस्त में शुरू करने का प्लान था, लेकिन आचार संहिता लगने के कारण ऐसा नहीं हो पाया। उड़ानों के लिए एलायंस एयर एविएशन लिमिटेड के साथ समझौता हो चुका है। हिसार एयरपोर्ट के लिए केंद्र ने जारी किए हैं 1181 करोड़ रुपए
हिसार हवाई अड्‌डे के लिए केंद्र सरकार ने करीब 5 महीने पहले 1181 करोड़ रुपए जारी किए थे। यहां 2988 एकड़ जमीन पर इंटीग्रेटेड मार्केटिंग क्लस्टर तैयार किया जाएगा और इनमें से 1300 एकड़ जमीन पर वर्ल्ड पोर्ट, मेगा कार्गो पोर्ट स्थापित किया जाएगा। इंटीग्रेटेड मार्केटिंग क्लस्टर विशुद्ध रूप से डिफेंस और एयरोस्पेस केंद्रित होगा। इसमें विश्व की बड़ी कंपनियों को उद्योग स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास निगम (NICDC) ने औद्योगिक विकास के लिए हरियाणा सरकार द्वारा दिया गया प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। NICDC की तरफ से हरियाणा सरकार को केंद्र सरकार की इक्विटी के तौर पर 1811 करोड़ रुपए दिए गए हैं। इसके परिणाम स्वरुप इंटरनेशनल मार्केट में महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट की अलग पहचान बनेगी। हिसार एयरपोर्ट के लिए अगले 30 साल की कार्य योजना तैयार कर ली गई है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर