हरियाणा सरकार के नए मंत्रियों को ऑफिस अलॉटमेंट के बाद अब स्टाफ आवंटित कर दिया गया है। नायब सैनी के 11 कैबिनेट और 2 राज्य मंत्रियों को 52 कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद की ओर से इसको लेकर ऑर्डर जारी कर दिए हैं। यहां देखिए ऑर्डर की कापी… हरियाणा सरकार के नए मंत्रियों को ऑफिस अलॉटमेंट के बाद अब स्टाफ आवंटित कर दिया गया है। नायब सैनी के 11 कैबिनेट और 2 राज्य मंत्रियों को 52 कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद की ओर से इसको लेकर ऑर्डर जारी कर दिए हैं। यहां देखिए ऑर्डर की कापी… हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सोनीपत में रिटेनिंग वॉल में भ्रष्टाचार पर ग्रामीण मुखर:सरपंच प्रतिनिधि बोले- 15 दिन पहले बनी दीवार; किसान के सिंघाड़े हुए बर्बाद
सोनीपत में रिटेनिंग वॉल में भ्रष्टाचार पर ग्रामीण मुखर:सरपंच प्रतिनिधि बोले- 15 दिन पहले बनी दीवार; किसान के सिंघाड़े हुए बर्बाद सोनीपत में रिटेनिंग वॉल के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की परतें अब खुलनी शुरू हो गई है। लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारी जहां पूरे मामले को विभाग को बदनाम करने की साजिश बताते हुए टूटी हुई दीवार की रिपेअर करने का दावा कर रहे हैं, वहीं गांव के सरपंच प्रतिनिधि का कहना है कि यहां दीवार अब 10-15 दिन में खड़ी की गई है। इस बीच दीवार के साथ तालाब में सिंघाड़े की खेती करने वाला एक किसान भी सामने आया है। उसने अपने नुकसान का दावा ठोका है। विभागीय डॉक्यूमेंट के अनुसार सोनीपत के छतेहरा गांव से कंवाली वाया गढ़ी बाला में रोड के साथ रिटेनिंग वॉल व सड़क की रिपेयरिंग को लेकर दिसंबर 2022 में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को टेंडर दिया गया था। इसमें सड़क के साथ सपोर्टिंग के लिए 400 मीटर की रिटेनिंग वॉल बनाई जानी थी। इसको लेकर लगभग 50 लाख रुपए का बजट बनाया गया था। जून 2023 तक बननी थी रिटेनिंग वॉल, बिना बने पेमेंट हुई रिटेनिंग वॉल का कार्य नाबार्ड के फंड से होना था। इसके लिए 6 महीने का टाइम दिया गया था। इस लिहाज से इसे जून 2023 में बनकर तैयार कर दिया जाना था। हालांकि वहां पर दीवार बनी ही नहीं लेकिन कागजों में काम पूरा दिखा दिया गया। इसके बाद ठेकेदार को काम के बदले 50 लाख की पेमेंट भी कर दी गई। दीवार बनती देख सरपंच अचंभित गांव गढ़ी बाला के सरपंच प्रतिनिधि जयप्रकाश ने बताया उनके गांव में पहले कोई भी रिटेनिंग वॉल नहीं बनाई गई थी। दीपावली वाले दिन वे यहां से गुजर रहे थे, तो इस दौरान बहुत सारी लेबर द्वारा काम किया जा रहा था। जहां एनजीटी के आदेशों का भी सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही थी। जमकर धूल उड़ रही थी। ये एकाएक उनके गांव में दीवार कैसे बनने लगी, वो खुद भी अचंभित हो गए। जयप्रकाश ने बताया कि दो-तीन साल पहले तक यहां पर किसी भी प्रकार की कोई दीवार नहीं थी और न ही यहां पर पहले कोई निर्माण कार्य करवाया गया था। जयप्रकाश ने बताया कि 25 या 26 अक्टूबर के आसपास रिटेनिंग वॉल को बनाने का कार्य शुरू किया गया है। सरपंच ने कहा कि गांव के सभी लोग इस बात के साक्षी हैं कि यहां पर पहले कोई दीवार नहीं थी। किसान के सिंघाड़े हुए खराब, नुकसान हुआ गढ़ी बाला के किसान रमेश ने बताया कि वो कई सालों से रोड किनारे बने तालाब में सिंघाड़े की खेती करते आ रहे हैं। यहां उनके खेत के साथ 15 दिन पहले दीवार बनाई गई है। इससे पहले यहां पर कोई भी दीवार नहीं थी। किसान रमेश ने बताया कि रिटेनिंग वॉल बनाने के लिए नींव खोदी गई थी. जिसकी सारी मिट्टी उसकी सिंघाड़े की खड़ी फसल में डाल दी गई। मिट्टी के कारण सिंघाड़े की सारी बेल नीचे दब गई और उसे करीबन डेढ़ से 2 लाख रुपए का नुकसान उसे हुआ है। किसान रमेश ने यह भी बताया कि सिंघाड़े का पीक सीजन था। जब अच्छी पैदावार के साथ अच्छा भाव मिल रहा था। वही किसान को सरकारी काम का हवाला देकर मामले को दबा दिया गया। रमेश ने बताया कि दिन रात यहां पर 50 से ज्यादा मजदूर काम कर रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 10-15 साल से क्षेत्र में खेती कर रहे हैं। यहां पर पहले कोई भी दीवार नहीं थी। अभी 15 रोज पहले ही लोक निर्माण विभाग ने यह दीवार खड़ी की है। शिकायत से हुआ घपले का खुलासा
नाबार्ड को ढ़ाई साल बाद तमन्ना गहलावत के नाम से शिकायत कर दी गई। जिसमें कहा गया कि यहां पर काम नहीं हुआ और पेमेंट भी कर दी गई। जिसे ठेकेदार और अधिकारी आपस में बांट कर खा गए। इस शिकायत पर 21 अक्टूबर को नाबार्ड के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने सोनीपत PWD के एसई को पत्र लिखा। डीसी दे चुके जांच के आदेश सोनीपत के डीसी डॉ. मनोज कुमार रिटेनिंग वॉल के निर्माण से जुड़े इस पूरे मामले में जांच के आदेश दे चुके हैं। डीसी ने कहा कि हमारे संज्ञान में ये मामला लाया गया था कि कोई कार्य सही तरीके से पूर्ण नहीं हुआ है। उसकी क्वालिटी में भी कुछ इश्यू हैं। इस मामले मे जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इन्क्वायरी रिपोर्ट में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। डीसी ने कहा कि जहां तक मामला रिटेनिंग वॉल के कागजों में बनाने का है, इसकी डिटेल में जांच होगी तो सब कुछ सामने आ जाएगा।
हरियाणा में मोदी भक्त सिंगर हुआ राहुल का फैन:पहले कहे अपशब्द अब मांगी माफी, सुरजेवाला के मंच पर गाना गाकर जॉइन की कांग्रेस
हरियाणा में मोदी भक्त सिंगर हुआ राहुल का फैन:पहले कहे अपशब्द अब मांगी माफी, सुरजेवाला के मंच पर गाना गाकर जॉइन की कांग्रेस हरियाणा के मशहूर गायक रॉकी मित्तल भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस में शामिल होते हुए मित्तल ने अपने पुराने विवादित गानों के लिए राहुल गांधी से एक गाना गाते हुए माफी मांगी है। उन्होंने भाजपा पर नफरत फैलाने का आरोप भी लगाया है। रॉकी मित्तल को जय भगवान मित्तल के नाम से भी जाना जाता है। भाजपा में रहते हुए उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस के खिलाफ कई गाने गाए थे। साथ ही उन्होंने खुद को मोदी भक्त के तौर पर भी कई बार पेश किया है। जिस दौरान मित्तल कांग्रेस की सदस्यता ले रहे थे उस समय मंच पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला भी मौजूद थे। यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें रॉकी मित्तल एक गाना गाते हुए नजर आ रहे हैं। गाने में मित्तल खुद को अंधभक्त और राहुल गांधी को भाई कहते हुए नजर आ रहे हैं। बीजेपी के लिए कई गाने गा चुके हैं रॉकी
रॉकी मित्तल कई सालों से बीजेपी से जुड़े हुए थे हालांकि उन्होंने 1 अगस्त को भाजपा छोड़ दी थी। 2014 के चुनावी अभियान के दौरान भी उन्होंने भाजपा के लिए कई प्रसिद्ध गाने गाए थे। उनका सबसे मशहूर गाना था “पीएम बनेगा नरेंद्र मोदी”। यह गाना भाजपा की हर रैली में गूंजता था। मित्तल की आवाज ने मोदी समर्थकों के दिलों में खास जगह बनाई थी। 2019 के चुनावों में भी उन्होंने कांग्रेस और उसके नेताओं के लिए अपने गानों में खूब अपशब्द इस्तेमाल किए थे। गानों के माध्यम से कांग्रेस पर हमला कर मित्तल हमेशा भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास करते थे। मित्तल बताते हैं कि पिछले 14 सालों में उन्होंने पीएम मोदी, बीजेपी और योगी आदित्यनाथ के लिए लगभग 200 से ज्यादा गाने गाए हैं। बीजेपी पर लगाए दुर्व्यवहार के आरोप
रॉकी मित्तल ने भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सालों तक पार्टी के लिए काम करने के बावजूद उन्हें जेल भेजा गया और उनके साथ गलत व्यवहार किया। इसी कारण उन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने का फैसला लिया है। मित्तल का कहना है कि निस्वार्थ काम के बावजूद पार्टी ने पिछले चार साल से उनकी अनदेखी की है और उनके खिलाफ गलत कार्रवाई की है। कांग्रेस में शामिल होते ही बदले मित्तल के सुर
भाजपा में रहते हुए जहां मित्तल अपने हर गाने में मोदी की तारीफ करते हुए नजर आते थे। तो अब भाजपा छोड़ने के बाद मित्तल के सुर भी बदल गए हैं। बुधवार को कांग्रेस में शामिल होते हुए मित्तल ने एक गाना गाया। इस गाने में मित्तल ने राहुल गांधी से माफी तो मांगी ही साथ ही उन्होंने भाजपा के खिलाफ जमकर जहर उगला। उनके गाने के बोल थे- “ठोकर मैंने खाई, राहुल मेरे भाई। मुझे माफ करना, राहुल मेरे भाई। नफरत फैलाई सबने, तूने मिटाई। मुझे माफ करना, राहुल मेरे भाई”। यह गाना गाते हुए उन्हें खुलकर बीजेपी से अपनी नाराजगी दिखाई है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस से अपनी वफादारी का भी इजहार कर दिया। 2021 में भाजपा से रिश्ते होने लगे थे खराब
मित्तल ने 2021 में हरियाणा की खट्टर सरकार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए थे। इन्हीं दिनों पुलिस ने 2015 के एक मामले में मित्तल को गिरफ्तार कर लिया था। मित्तल पर आरोप था की कैथल में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान उन्होंने जज के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की थी। हालांकि बाद में मित्तल को जमानत पर रिहा कर दिया गया था लेकिन बीजेपी के साथ उनके रिश्तों में खटास बढ़ चुकी थी।
फरीदाबाद में विवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत:भाई बोला- दहेज के लिए ससुरालियों ने मार डाला; 4 पहले ही गई थी
फरीदाबाद में विवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत:भाई बोला- दहेज के लिए ससुरालियों ने मार डाला; 4 पहले ही गई थी हरियाणा के फरीदाबाद में बल्लभगढ़ स्थित भीकम कॉलोनी में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। मृतिका के परिवार वालों ने दहेज के लिए उसकी हत्या करने का आरोप ससुराल पक्ष पर लगाया लगाया। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर फरीदाबाद के सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। मृतिका के भाई रोहित का कहना है कि उन्होंने अपनी बहन नीतू की शादी अप्रैल 2019 में बड़े ही धूमधाम के साथ मनदीप से की थी। शादी के अगले दिन से ही ससुराल पक्ष के लोग उनकी बहन नीतू पर दहेज के लिए दबाव बनाने लगे। करीब 3 महीने से वह अपने मायके में ही रह रही थी। अभी 4 दिन पहले उसको पति अपने साथ लेकर आए थे। उसके पति व अन्य परिजनों ने नीतू की हत्या कर दी। रोहित का आरोप है कि कई बार दहेज मांगने पर उन्होंने उनको बैंक से 5 लाख रुपए की राशि भी दी है, लेकिन उसके बाद भी दहेज की भूख शांत नहीं हुई। कल शाम को नीतू के पति मनदीप का फोन आया कि तुम्हारी बहन को चोट लगी है। जब वे बल्लभगढ़ सिविल अस्पताल में पहुंचे तो नीतू की मौत हो चुकी थी। उसके पति सहित ससुराल वाले फरार थे। भाई रोहित ने बताया की उसकी बहन की चोट लगने से नहीं, बल्कि उसकी ससुराल पक्ष ने हत्या की है। इनमें उसका पति मनदीप, ससुर महावीर, इंद्रेश सास, जेठ संदीप, जेठानी रश्मि, ननद रेखा और ज्योति के साथ कई अन्य ने मिलकर उसकी हत्या की है। बल्लभगढ़ के एसीपी विनोद कुमार ने बताया मृतिका के परिजनों की शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।