हरियाणा के शूटर ने की NCP नेता सिद्दीकी की हत्या:कैथल का 23 वर्षीय गुरमेल गिरफ्तार, लॉरेंस के एसोसिएट गैंगस्टर गोदारा का शूटर हैं

हरियाणा के शूटर ने की NCP नेता सिद्दीकी की हत्या:कैथल का 23 वर्षीय गुरमेल गिरफ्तार, लॉरेंस के एसोसिएट गैंगस्टर गोदारा का शूटर हैं

मुंबई के बांद्रा ईस्ट इलाके में NCP (अजित गुट) नेता और महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने करवाई है। मुंबई पुलिस से जुड़े सूत्रों से ये जानकारी प्राप्त हुई है। हत्या में शामिल शूटर लॉरेंस के एसोसिएट गैंग रोहित गोदारा से जुड़े हुए हैं। गोदारा के हरियाणा के जिला कैथल के रहने वाले गुरमेल सिंह उर्फ करनैल (23) ने सिद्दीकी को गोलियां मारी थी। उसके साथ उत्तर प्रदेश का रहने वाला धर्मराज कश्यप (19) था। दोनों आरोपी कई विदेशी नंबरों पर बातचीत कर रहे थे और रेकी की हर जानकारी अपने आकाओं तक पहुंचा रहे थे। हालांकि पुलिस ने फिलहाल किसी गैंगस्टर की शमूलियत को लेकर कोई पुष्टि नहीं की है। फिलहाल मुंबई पुलिस ने निर्मल नगर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की है। जिसमें भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 103(1), 109, 125 और 3(5) के साथ-साथ आर्म्स एक्ट की धारा 3, 25, 5 और 27 और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धारा 37 और धारा 137 धारा जोड़ी है। सूत्रों से पता चला है कि उक्त आरोपियों से बरामद किए गए वेपन की डिलीवरी भी उन्हें मुंबई में ही मिली थी। जोकि कुछ दिन पहले ही उन्होंने रिसीव की थी। मुंबई पुलिस से जुड़े सूत्रों के अनुसार उक्त आरोपी लगातार किसी अन्य व्यक्ति से जुड़े हुए थे। आरोपियों को हत्या के लिए पैसे मिले थे। हालांकि इसे लेकर फिलहाल पुलिस ने कोई बयान नहीं जारी किया है। 50 से ज्यादा दिनों से कर रहे सिद्दीकी की रेकी पुलिस सूत्रों ने बताया कि एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों ने दावा किया है कि वे लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े हैं। 66 वर्षीय नेता पर शनिवार रात मुंबई के बांद्रा ईस्ट में उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर हमला किया गया था और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मुंबई क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए शूटर की पहचान गुरमेल सिंह उर्फ करनैल और धर्मराज कश्यप पिछले काफी समय से लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह से जुड़े हुए थे। अधिकारियों के अनुसार आरोपियों ने हत्या की तैयारी के लिए पिछले 50 दिनों से इलाके की रेकी कर रहे थे। तीसरा आरोपी ऑटो से आरोपियों को लेने पहुंचा था मुंबई क्राइम ब्रांच से जुड़े सूत्रों के अनुसार तीसरा आरोपी आरोपियों को ऑटो रिक्शा के जरिए उन्हें लेने पहुंचा था। वहीं, पुलिस मान कर चल रही है कि उक्त हत्या में तीन नहीं बल्कि चार लोग शामिल थे। क्योंकि सिद्दीकी की सूचना शूटरों तक किसी द्वारा दी गई हो सकती है। ऐसे में पुलिस उक्त चौथे आरोपी की भी तलाश कर रही है। पुलिस ने सिद्दीकी द्वारा इस्तेमाल किए गए रूट का कॉल डंप निकलवाया जा रहा है। हत्या से कुछ मिनट पहले तक के सभी फोन रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। 9.9 MM के पिस्टल से मारी गई गोलियां मिली जानकारी के अनुसार सिद्दीकी को आरोपियों ने 9.9 MM के पिस्टल से गोलियां मारी थी। ये सेमिक ऑटोमेटिक पिस्टल है, जोकि एक बार में 13 गोलियां अपनी बेरल से छोड़ सकता है। आरोपियों ने कुल 7 राउंड फायर किए थे। जिसमें से तीन गोलियां सिद्दीकी को लगी और एक गोली सिद्दीकी के साथ को छूकर निकल गई थी। जिसकी हालत अब खतरे से बाहर है। बता दें कि जैसे पिस्टल से गोलियां चलाई गई हैं, ऐसे पिस्टल पंजाब में लॉरेंक के कई गुर्गों से मिल चुके थे। इन चारों आरोपियों में से तीन आरोपी एक साथ पंजाब के एक जेल में कैद थे। वहां जेल में पहले से बंद बिश्नोई गैंग के सदस्य से शूटर्स की पहचान हुई। इसके चलते तीनों आरोपी बिश्नोई गैंग में शामिल हो गए। मुंबई के बांद्रा ईस्ट इलाके में NCP (अजित गुट) नेता और महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने करवाई है। मुंबई पुलिस से जुड़े सूत्रों से ये जानकारी प्राप्त हुई है। हत्या में शामिल शूटर लॉरेंस के एसोसिएट गैंग रोहित गोदारा से जुड़े हुए हैं। गोदारा के हरियाणा के जिला कैथल के रहने वाले गुरमेल सिंह उर्फ करनैल (23) ने सिद्दीकी को गोलियां मारी थी। उसके साथ उत्तर प्रदेश का रहने वाला धर्मराज कश्यप (19) था। दोनों आरोपी कई विदेशी नंबरों पर बातचीत कर रहे थे और रेकी की हर जानकारी अपने आकाओं तक पहुंचा रहे थे। हालांकि पुलिस ने फिलहाल किसी गैंगस्टर की शमूलियत को लेकर कोई पुष्टि नहीं की है। फिलहाल मुंबई पुलिस ने निर्मल नगर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की है। जिसमें भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 103(1), 109, 125 और 3(5) के साथ-साथ आर्म्स एक्ट की धारा 3, 25, 5 और 27 और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धारा 37 और धारा 137 धारा जोड़ी है। सूत्रों से पता चला है कि उक्त आरोपियों से बरामद किए गए वेपन की डिलीवरी भी उन्हें मुंबई में ही मिली थी। जोकि कुछ दिन पहले ही उन्होंने रिसीव की थी। मुंबई पुलिस से जुड़े सूत्रों के अनुसार उक्त आरोपी लगातार किसी अन्य व्यक्ति से जुड़े हुए थे। आरोपियों को हत्या के लिए पैसे मिले थे। हालांकि इसे लेकर फिलहाल पुलिस ने कोई बयान नहीं जारी किया है। 50 से ज्यादा दिनों से कर रहे सिद्दीकी की रेकी पुलिस सूत्रों ने बताया कि एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों ने दावा किया है कि वे लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े हैं। 66 वर्षीय नेता पर शनिवार रात मुंबई के बांद्रा ईस्ट में उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर हमला किया गया था और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मुंबई क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए शूटर की पहचान गुरमेल सिंह उर्फ करनैल और धर्मराज कश्यप पिछले काफी समय से लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह से जुड़े हुए थे। अधिकारियों के अनुसार आरोपियों ने हत्या की तैयारी के लिए पिछले 50 दिनों से इलाके की रेकी कर रहे थे। तीसरा आरोपी ऑटो से आरोपियों को लेने पहुंचा था मुंबई क्राइम ब्रांच से जुड़े सूत्रों के अनुसार तीसरा आरोपी आरोपियों को ऑटो रिक्शा के जरिए उन्हें लेने पहुंचा था। वहीं, पुलिस मान कर चल रही है कि उक्त हत्या में तीन नहीं बल्कि चार लोग शामिल थे। क्योंकि सिद्दीकी की सूचना शूटरों तक किसी द्वारा दी गई हो सकती है। ऐसे में पुलिस उक्त चौथे आरोपी की भी तलाश कर रही है। पुलिस ने सिद्दीकी द्वारा इस्तेमाल किए गए रूट का कॉल डंप निकलवाया जा रहा है। हत्या से कुछ मिनट पहले तक के सभी फोन रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। 9.9 MM के पिस्टल से मारी गई गोलियां मिली जानकारी के अनुसार सिद्दीकी को आरोपियों ने 9.9 MM के पिस्टल से गोलियां मारी थी। ये सेमिक ऑटोमेटिक पिस्टल है, जोकि एक बार में 13 गोलियां अपनी बेरल से छोड़ सकता है। आरोपियों ने कुल 7 राउंड फायर किए थे। जिसमें से तीन गोलियां सिद्दीकी को लगी और एक गोली सिद्दीकी के साथ को छूकर निकल गई थी। जिसकी हालत अब खतरे से बाहर है। बता दें कि जैसे पिस्टल से गोलियां चलाई गई हैं, ऐसे पिस्टल पंजाब में लॉरेंक के कई गुर्गों से मिल चुके थे। इन चारों आरोपियों में से तीन आरोपी एक साथ पंजाब के एक जेल में कैद थे। वहां जेल में पहले से बंद बिश्नोई गैंग के सदस्य से शूटर्स की पहचान हुई। इसके चलते तीनों आरोपी बिश्नोई गैंग में शामिल हो गए।   पंजाब | दैनिक भास्कर